डॉ विजय कुमार कन्नौजे 165 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next डॉ विजय कुमार कन्नौजे 4 Jun 2023 · 2 min read आज और कल आज और कल ,कल में धरती आसमान का अन्तर बीते हुए कल में महिलाओं ने खाना बनाना,परोसना पति के कपड़ा धोना शौभाग्य समझती थी और पति पत्नी और मां के... Hindi · कविता 2 1k Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 26 May 2023 · 1 min read स्वप्न श्रृंगार स्वप्न श्रृंगार स्वप्न श्रृंगार नारी बन ,आती मेरे पास। अर्द्ध रात्रि में सजी धजी कहती हैं निज काम।। निद्रा बेला था भयंकर, स्वप्न शील था रात। कानों में कह रही... Hindi · कविता 2 1k Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 25 May 2023 · 1 min read भरमाभुत भरमाभुत जन जन में ब्याप्त है भरमाभुत सवार मंशा भ्रम पाप का को है मेंटनहार। सुर्य ताप से तप रहा, जस अग्नि से आग भरमभुत म जग जलें, कौन कोयली... Hindi · कविता 2 454 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 May 2023 · 1 min read मुहब्बत का घुट मुहब्बत का घुट मुहब्बत छुपा है दिल में मेरी. मुहब्बत का घुट पी लिया. देख देख अब नयन तारो से चातक बनकर जी लिया.. तुम रहती है गगन मार्ग पर... Hindi · कविता 1 479 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 16 May 2023 · 1 min read मै ठंठन गोपाल मै ठंठन गोपाल बिछा हुआ हैँ सेज पर अब काँटों का बौच्छर मेरी मुहब्बत छोड़ गईं मै हुआ ठंठन गोपाल.. विरहागनी पर जलते जलते लिख रहा हूँ लेख मेरी मुहब्बत... Hindi · कविता 2 412 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 16 May 2023 · 1 min read मेरी मुहब्बत गुलाब कली मेरी मुहब्बत गुलाब कली मेरी मुहब्बत गुलाब कली है काँटों का ताज. बिन मुहब्बत जीवन अधूरा लगता है मुझे आज. न लगता था पता चुभन की ज़ब थी मेरी मुहब्बत... Hindi · कविता 1 336 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 16 May 2023 · 1 min read मेरी मुहब्बत मेरी मुहब्बत किसे बताऊं दिल का दर्द, ज़ब हाथ मेरा खाली है. मेरी मुहब्बत की दास्तान, विजय कलम से निराली है. बागो में बगिया महक सुंदर फूलों की फूलवारी थी.... Hindi · कविता 1 222 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 16 May 2023 · 1 min read भाई बहन का प्रेम भाई बहन का प्रेम भाई बहन का प्रेम अनोखा, कहे विजय का लेख. तड़फ होता बहन हृदय को दर्द भाई का देख. भाई, सग भाई ही होता है बहन ह्रदय... Hindi · कविता 2 473 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 16 Apr 2023 · 1 min read आनन्द कंद श्रीराम,, आनन्द कंद श्रीराम,, मानस के मर्मज्ञ तुलसी, अद्भुत रहे शिल्पकार। रसाभिलासी भक्त जन,आनन्द लिये अपार ।। शास्त्र दर्शन करा दिया, वेदों का दिव्य ज्ञान। नाना पुराण निगमागम , सत्संग लगाऊं... Hindi · कविता 2 289 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 16 Apr 2023 · 1 min read साधारण मानव के रूप में राम,, साधारण मानव के रूप में राम,, धरती पर अवतरित हो,मनुज समान किया काम। आदिब्रम्ह निर्गुण अविनाशी ,धन्य धन्य हो राम।। आदिशक्ति संग साथ रही,पर न किया अभिमान। कर लीला सामान्य... Hindi · कविता 1 225 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 15 Apr 2023 · 1 min read पंच परमेश्वर,, पंच परमेश्वर,, ममता धरि धरि,भुमिधरा,पिता दुरिन आकाश। वायु मंडल घुमंतु फिरै ,सुरज करय प्रकाश।। छत्र छांया करें पिता , क्षितिज रहे निवास। धरा भुधरा ममता भरि,रख वारि निज साथ।। पंच... Hindi · कविता 1 168 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 15 Apr 2023 · 1 min read विशिष्ट हिन्दी भाषा विशिष्ट हिन्दी भाषा पाठक कहते ,सरल हिन्दी, संस्कृत की शहनाई। मातृ भाषा मातृभूमि की,किलिष्ट विशिष्ट है भाई ।। कनक मूल्य किमती रत्न,भारत मां की भाषा। मरते दम तक पढ़ चलूं,ख्वाब... Hindi · कविता 1 206 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 14 Apr 2023 · 1 min read जिमी कंद बन जाऊं मैं,, जिमी कंद बन जाऊं मैं,, जिमी कंद की ले आशा,जिमी कंद बन जाऊं मैं। न कड़ुवा,न मीठा ,न अपना स्वाद बताऊं मैं।। चांद सूरज को करूं नमन,धरती में मिट जाऊं... Hindi · कविता 234 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 14 Apr 2023 · 1 min read दलित के भगवान दलित के भगवान,, ज्योतिबा फुले अरू गाडगे, अंबेडकर रहे महान। विचारधारा एक रहे, ,करते रहे संग्राम।। दशा देख लो गन की, नैना बरसे नीर । माली हालत देख दशा, तीनों... Hindi · कविता 3 598 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 12 Apr 2023 · 2 min read मोर गांव के गौटिया मोती मोर गांव के गौटिया मोती मोर गांव के गौटिया मोती,नाम तो बड़ सुघ्घर रिहिस , आन गांव ले आया रिहिस जब पहिली अइस,तब केंवल पांच एकड़ खेत लिए रहीस ,गांव... Hindi · कविता 1 294 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 11 Apr 2023 · 2 min read त्रिवेणी संगम त्रिवेणी संगम,, कहे विजय अपन लेख में, नारी नारी रह जाओ । गंगा जमुना सरस्वती, त्रिवेणी संगम बन जाओ।। सास बहू और ननद, त्रिमूर्ति सुंदर नारी हो । नारी नारी... Hindi · कविता 329 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 8 Apr 2023 · 1 min read मोर छत्तीसगढ़ महतारी हे मोर छत्तीसगढ़ महतारी हे छत्तीसगढ़ म छत्तीस किला, खाई हवय चिन्हारी। अड़बड़ मयारू दाई हवय, मोर छत्तीसगढ़ महतारी।। रुख राई के गहना सजे हैं, लुगरा,हरियर पियर,धान के। पर्वत पहाड़ मुकुट... Hindi · कविता 2 3k Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 7 Apr 2023 · 1 min read गंवई गांव के गोठ गंवई गांव के गोठ अल्करहा जगा बसे हे, मोर गवंई गांव । माटी हवे कन्हार जिहां रुख बमरी के छांव।। खोर गली एक जिहा डोर कस लंबा।। बीच तरिया म... Hindi · कविता 3 422 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 6 Apr 2023 · 1 min read कोन ल देबो वोट कोन ल देबो वोट दोनों बेटा चुनाव लड़त हे,बहावत हावय नोट। डोकरी डोकरा सोचत हवय,कोन ल देबो वोट।। बड़े ह पर बुधिया हे,छोटे हवय गंवार। बांट के देबो दोनों झन... Hindi · कविता 1 445 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 5 Apr 2023 · 1 min read युवा वृद्ध का द्वंद युद्ध युवा वृद्ध का द्वंद युद्ध, क्यों होत है यार। विचार क्यों मिलता नहीं, संग्राम होत है यार। चिंतन करता विजय बैठ,कारण क्या है यार। क्या ,युवा समझे वृद्ध को ,पंगु... Hindi · कविता 279 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 3 Apr 2023 · 1 min read सुख शांति मिले सुख शांति मिले राह पकड़ वहां चले ,जहां हमें सुख शांति मिले। चल पड़ो घर निकले ,जहां संतों का संगम, सत्संग मिले । हील हवाला हुआ हृदय माया की बजरिया... Hindi 1 206 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 3 Apr 2023 · 1 min read स्वजातीय विवाह पर बंधाई स्वजातीय विवाह पर बधाई आज मैं उन नौजवानों को , हृदय से नमन करता हूं। जो करे शादी सजाती से , उन्हें बधाई देता हूं ।। प्रेम जाल का महाजाल... Hindi · कविता 2 1k Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 3 Apr 2023 · 1 min read बेटा बेटी का विचार बेटा बेटी का विचार पुत्र जुबां में होती हैं, मैं उस मां का बेटा। दुध पिया है मां का अपने, दर्द उनका देखा।। बेटी कहती निज जुबां से,मैं उस बाप... Hindi · कविता 1 1k Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 1 Apr 2023 · 1 min read कर्म और ज्ञान, कर्म और ज्ञान, कार्य करें ,वह कर्म वीर हैं,ज्ञान रखें सो ज्ञानी। तप करें वह तपसी बाबा, ध्यान धरें सो ध्यानी।। ज्ञान बिनु कर्म अथुरा, कर्म बिना अधुरी ज्ञान। ज्ञान,... Quote Writer 2 593 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 1 Apr 2023 · 1 min read महाप्रलय 🐎महाप्रलय 🐎 आ गया है वक्त अब, कलयुग का अंत होंगा। गऊ श्राप के कारण अब महाप्रलय होगा।। जिस धरती पर होती थी पूजा, हरित क्रांति अऊ गऊ माताकी, उस... Hindi · कविता 2 940 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 31 Mar 2023 · 1 min read कारण कोई बतायेगा कारण कोई बतायेगा क्यों टुटी,क्यों टुट रहीं, कारण कोई बतायेगा। सीना तान कर कोईं क्षत्रिय अपना पन दिखायेगा।। जाति धर्म,जाति भेद, कोई ब्राह्मण इसे हटायेगा ब्राह्मण, क्षत्रिय,वैश्य,शुद्र,,वर्ण भेद मिटायेगा... Hindi · कविता 2 1 560 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 31 Mar 2023 · 2 min read दलित समुदाय। 🌷 दलित समुदाय 🌷 कोंई बता सकता है,तो बता दीजिए मुझको कारण। क्यों हैं ॽएकाधिकार, वेदों पर, केंवल पढ़ सकते हैं ब्राह्मण।। हिंदू हैं हम ,हिंदू रहेंगे,पर विरोध का है... Hindi · कविता 2 624 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 28 Mar 2023 · 1 min read 🙏🏻 अभी मैं बच्चा हूं🙏🏻 🙏🏻 अभी मैं बच्चा हूं🙏🏻 सोच रहा था, मन में मैं एक अकेला अच्छा हूं। । साहित्य जगत की राह पर अभी तो मैं बच्चा हूं ।। बचपन बीता जवानी... Quote Writer 3 1 1k Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 28 Mar 2023 · 1 min read बगिया बगिया,क्या कसुर है किसी का,जो बगिया देख ललचा जायें। कभी गुलाब,कभी मोंगरा,तो कभी गेंदा पर नजर लग जायें।। मनमोहक बगिया सुन्दर,भौंरा तो इठलाता है। ले चुस पराग फूलों का,मंद मंद... Hindi · कविता 2 692 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 27 Mar 2023 · 1 min read प्रबुद्ध प्रणेता अटल जी प्रबुद्ध प्रणेता अटल जी अनुपम अद्वितीय विभुति, प्रखर प्रबुद्ध प्रणेता। राग द्वेष, न ईर्ष्या,न हार राड़ का फेटा। निर्विवाद,निर्वहन किये , राष्ट्र धर्म का नेता।। अनुपम अद्वितीय विभुति, प्रखर प्रबुद्ध... Hindi · कविता 2 1 909 Share Previous Page 5 Next