सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 694 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 26 Jul 2022 · 1 min read बलात्कार घाव शरीर पर होते हैं असर मन और आत्मा पर कलम भी सहम जाती है कैसे लिखूं बलात्कार पर कोई क्रूरता की भेंट चढ़ता है तो कोई धोखे का शिकार... Hindi 5 4 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 23 Jul 2022 · 1 min read नदी को बहने दो कब तक रोकोगे इस नदी को धैर्य का बांध बनाकर तुम न रोको अपने जज्बातों को अब इस नदी को बहने दो तुम रोकोगे ज़्यादा तो बांध टूट जायेगा जो... Hindi 12 4 668 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 22 Jul 2022 · 1 min read चेहरा छोड़ो दिल परखो चेहरा देखकर पहचानने का दावा करते है जो ज़िंदगी में सबसे ज़्यादा धोखा खाते है वो हो फरेब अगर चेहरे पर ही तो क्या कर लेगा वो लगी हो कई... Hindi · कविता 5 1 352 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 21 Jul 2022 · 1 min read न्यूज़ एंकर सोचने समझने की ताकत का लगता है अपहरण हो गया है जांचने परखने की ताकत का लगता है विनिवेश हो गया है जो न्यूज़ चैनल कह रहा है बस हमें... Hindi 11 4 307 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Jul 2022 · 1 min read अधूरी बातें बातें रह गई थी अधूरी पिछली मुलाकात में हो जाए अब तो वो पूरी हैं आज भी तेरे इंतज़ार में कोई भी चीज़ अधूरी कभी अच्छी नहीं होती ध्यान बटाती... Hindi 8 575 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 17 Jul 2022 · 1 min read मेरा गांव इन वादियों में आकर लगता है अपनापन देखकर नज़ारे यहां के मचलता है दीवानापन घुमड़ रहे है बादल है ठंडी ठंडी हवा भी बरसात के मौसम में बारिश की ये... Hindi 8 4 544 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 16 Jul 2022 · 1 min read अब और नहीं सोचो सोचकर उसके बारे में तेरी ये उम्र बीत जायेगी रात हो गई, सो जा दिन को नींद नहीं आएगी इतना याद मत कर उसे उसको मुसीबत हो जायेगी घनघोर अंधेरा... Hindi 8 4 926 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 15 Jul 2022 · 1 min read अविश्वास उसने कहा और तू मान गया थामकर हाथ गैरों का तू चला गया मिल गया अच्छा बहाना तुम्हें खुद छोड़कर कहता है तू छला गया कैसा है ये अंदाज़ तेरा... Hindi 5 1 550 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 12 Jul 2022 · 1 min read इज़हार-ए-इश्क 2 कहता नहीं लेकिन मैं प्यार बहुत करता हूं उससे जो कह नहीं पाता सपनों में बात करता हूं उससे लेकिन जब भी मिलता है हंस के ही बात करता हूं... Hindi 12 3 571 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 10 Jul 2022 · 1 min read छोड़ दो बांटना छोड़ दो हर चीज़ को बांटना हर बात पर अपने पराए को छांटना ये अपना ये पराया, ये छोटा ये बड़ा इस तरह जीवन है मुश्किल काटना बांटें जा रहे... Hindi 9 522 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 9 Jul 2022 · 1 min read इश्क कोई बुरी बात नहीं जब इश्क होता है हमें मैं से हम बन जाते हैं अस्तित्व मिटता नहीं हम पूर्ण हो जाते हैं खोकर सबकुछ इश्क में जो सुकून मिलता है समझ जाते हैं... Hindi 9 1 618 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 7 Jul 2022 · 1 min read प्रेम में त्याग प्रेम पाने का नहीं त्याग का नाम है मिल गए महबूब लाखों को यहां उनको कोई भी जानता नहीं है रह गए जो किस्से अधूरे प्रेम के किया जिन्होंने बड़ा... Hindi 9 3 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 4 Jul 2022 · 1 min read नदी बन जा तू जीना चाहता है खुशी से तो नदी बन जा तू बह जाए जो पानी उसके लिए न पछता तू जो भी आए राह में तेरी उसे साथ लेता हुआ चल... Hindi 8 2 529 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 3 Jul 2022 · 1 min read इनसे दूर ही रहना तुम होता नहीं कोई आदर्श जग में कुछ कमी तो सब में होती है जिनमें कोई कमी नहीं होती उनकी गिनती तो रब में होती है जिसमें हो कमियां कम उसको... Hindi 8 4 370 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 1 Jul 2022 · 1 min read भूला है वो मैं तो नहीं वो भूला है मुझे मैं तो नहीं दिल टूटा है मेरा मैं तो नहीं लग रहा अंधेरा बहुत आज लेकिन अभी रात है तो नहीं ये क्या हुआ जानता मैं... Hindi 3 1 333 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 29 Jun 2022 · 1 min read ज्ञान की बात गिर भी जाए फलदार पौधा तो उसको सहारे से उठा दिया जाता है है ये दस्तूर दुनिया का सूखे पेड़ों को काट दिया जाता है है इंसान की फितरत ही... Hindi 5 597 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 27 Jun 2022 · 1 min read यही तो इश्क है पगले करता है जो उसको याद सुबह हो या शाम तू पगले नहीं मालूम तुमको ये यही तो इश्क है पगले न आए नींद रातों को मचलता है दिल पगले उसे... Hindi 15 3 781 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 25 Jun 2022 · 1 min read आओ नई दुनिया बसाते हैं क्यों दुख मनाते हो बीती बातों पर आओ मिलकर नई दुनिया बसाते हैं जो पढ़ा है कहानियों में हमने वो सब उस दुनिया में तुमको दिखाते हैं लगते हैं अपने... Hindi 12 2 349 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 24 Jun 2022 · 1 min read संवारो खुद का जीवन सुकून से जीना चाहता हूं मैं लेकिन जहां को ये पसंद नहीं मजबूर करते हैं मुझको वही वरना मुझे भी लड़ना पसंद नहीं कुछ भी अच्छा करता हूं उसमें नुक्स... Hindi 10 2 305 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 22 Jun 2022 · 1 min read क्या होती है ज़िंदगी बनते बिगड़ते रिश्तों की कहानी है ये ज़िंदगी खुशियों और दुखों की निशानी है ये ज़िंदगी किसी के लिए दुखों का पहाड़ किसी के लिए जन्नत है ये ज़िंदगी जी... Hindi 16 6 418 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 20 Jun 2022 · 1 min read एक संघर्ष है ज़िंदगी ज़िंदगी से बस एक ही गिला है हमको उसने कभी अपना नहीं समझा हमको जब भी जीना चाहा हमने ज़िंदगी को कोई न कोई ज़ख्म मिलता रहा हमको किसी ने... Hindi 13 3 288 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 16 Jun 2022 · 1 min read उलझन भरी ज़िंदगी है उलझने बहुत इस ज़िंदगी में कभी कभी थक जाता हूं मैं देखकर ज़िंदगी की सच्चाई कभी कभी उदास हो जाता हूं मैं जाने कैसे उलझे धागों के जैसे होते... Hindi · कविता 8 2 281 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 13 Jun 2022 · 1 min read कौन होता है कवि मरने के बाद भी जो नहीं मरता वो होता है कवि बुझने के बाद भी जो दीया रोशनी दे वो होता है कवि हवा की सरसराहट मंत्रमुग्ध कर दे जिसे... Hindi 13 3 850 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 10 Jun 2022 · 1 min read आइना हूं मैं आइना हूं मैं जिस दिन टूट जाऊंगा दूर ही रहना मुझसे नहीं तो तुझे चुभ जाऊंगा अभी दिखाता हूं वास्तविकता तुमको फिर देखना तुमको दिन में तारे दिखाऊंगा जानता हूं... Hindi 11 2 541 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 7 Jun 2022 · 1 min read है ज़िंदगी हसीन वो जो आज मेरे सामने खड़ा है अभी भी जाने किस सोच में पड़ा है लगता है, चोट बहुत खाई है उसने भी तभी महफिल में भी अकेला खड़ा है... Hindi · कविता 11 3 349 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 6 Jun 2022 · 1 min read और जीना चाहता हूं मैं जब मर जाता है कोई तारीफ तभी होती है उस आदमी की अच्छाई सबको तभी दिखती है हैरान हूं इस दस्तूर से ऐसा क्यों होता है जो जानता भी नहीं... Hindi · कविता 14 8 528 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 5 Jun 2022 · 1 min read मर्द को भी दर्द होता है कौन कहता है कि मर्द को दर्द नहीं होता दर्द होता है उसको भी लेकिन वो सबके सामने नहीं रोता मर्द का हो या औरत का दिल तो बस दिल... Hindi · कविता 7 1 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 3 Jun 2022 · 1 min read मुसीबत बता कर नहीं आती मुसीबत इतना तू भी जान ले आज आज उसके ऊपर बीत रही है जाने कल किसका नंबर पड़ा है घर जल रहा है उसका तुम तमाशा... Hindi · कविता 13 3 610 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 1 Jun 2022 · 1 min read इन्सानियत ज़िंदा है सुनकर कहानी उसकी हो गई है आंखें नम सबकी है बची अभी भी इन्सानियत कर रही नम आंखें तसदीक इसकी लगती है जितनी बुरी ये दुनिया उतनी बुरी है नहीं... Hindi · कविता 7 2 704 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 29 May 2022 · 1 min read दिल में दर्द होता है कैसे कह दूं कि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता दिल में दर्द होता है जब उसे खाना नहीं मिलता मिलता नहीं जब इलाज त्याग देता है वो मासूम भी प्राण... Hindi · कविता 4 2 377 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 26 May 2022 · 1 min read बांट लो गम दोस्तों से भूलकर इस दुनिया के गम कभी जश्न भी मनाया करो जब लगती है दोस्तों की महफिल कभी उसमें भी आया करो तेरा गम भी अलग है नहीं बांटकर दूर हो... Hindi · कविता 6 287 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 24 May 2022 · 1 min read एसजेवीएन - बढ़ते कदम बढ़ रहा आगे ये मेरा एसजेवीएन आज अविरल रफ्तार से कर रहा नाम रोशन दुनिया में देश का अपने विकास के काम से मना चुका अपना लोहा ये पहले ही... Hindi · कविता 11 5 655 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 19 May 2022 · 1 min read ये कैसी तकनीक क्या बेहतर हो रहा जीवन इस तकनीक के ज़माने में जब प्रयोग हो रहा तकनीक का बस दूसरों को सताने में लगती नहीं थी सीमाएं अगर युद्ध का कोई खतरा... Hindi · कविता 8 1 442 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 14 May 2022 · 1 min read फेसबुक की दुनिया बहुत नींद आ रही है फिर भी सोना नहीं चाहते दो पल भी फेसबुक से ओझल होना नहीं चाहते छूट जायेगा जाने क्या कुछ भी समझना नहीं चाहते डिजिटल दुनिया... Hindi · कविता 8 1 656 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 11 May 2022 · 1 min read ब्रेकिंग न्यूज़ है मानवता खतरे में लेकिन उन्हें मज़ा आ रहा है वो जो हमको युद्ध की पल पल की जानकारी दे रहा है फैलाकर अफवाहें वो जाने लोगों को क्यों डरा... Hindi · कविता 10 3 644 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 7 May 2022 · 1 min read जीवन इसी का नाम है समुद्र मंथन चल रहा है हो रहा कोई मज़ाक तो नहीं अमृत चाहिए सबको हलाहल किसी को नहीं अमृत के साथ विष भी मंथन से निकलता है सुख के साथ... Hindi · कविता 13 7 371 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 5 May 2022 · 1 min read आसमान का विलाप लग रहा है आज गुस्से में वो जो यूं बिजलियां गिरा रहा है टूटा है शायद दिल उसका भी जो ये रूप हमको दिखा रहा है हम समझ बैठें है... Hindi · कविता 7 4 613 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 1 May 2022 · 1 min read जल्दी जहां भी देखो हर कोई जल्दी में है ज़िंदगी जी रहे हम या ज़िंदगी हमको ढो रही है कोई नहीं समझ पाता ये बस चल रही है जी पा रहा... Hindi · कविता 2 362 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 30 Apr 2022 · 1 min read कृष्ण मिल जाते हैं पुण्य करे जब कोई कृष्ण मिल जाते हैं द्रौपदी पुकारे कोई कृष्ण चले आते हैं आते हैं जब कृष्ण पतझड़ में फूल खिल जाते हैं हो कृपा उनकी जब गहरे... Hindi · कविता 7 2 475 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 28 Apr 2022 · 1 min read वो भोली सूरत पहले तो बहुत भोली, मासूम लगती थी सूरत उसकी मुझे मन करता, देखता रहूं वो भोली सी सूरत उसकी।। जब से सीखा है उसने दुनिया के ब्यूटी पार्लर में जाना... Hindi · कविता 8 2 262 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 27 Apr 2022 · 1 min read जंगल की आग जंगल में सिर्फ पेड़ नहीं होते रहते है यहां हजारों पशु पक्षी जंगल में घर होते है इनके जहां रहते है उनके बच्चे भी।। कोई सरफिरा आग लगाता है बस... Hindi · कविता 6 1 640 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 25 Apr 2022 · 1 min read फिसलन पांव रखने से पहले राह देखना ज़रूरी हो गया है राहों पर फिसलन जो बढ़ गई है आजकल जमी है बर्फ कहीं कहीं पर कीचड़ बहुत है जहां भी जाओ... Hindi · कविता 9 1 522 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 22 Apr 2022 · 1 min read जीवन स्तंभ है पिता राह दिखाता है जो हमको उजाले में ले जाता है जो हमको जबतक होता है वो, बचपन का अहसास देता है जो हमको अपने कंधों पर उठाता है वो हमको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 24 14 617 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 21 Apr 2022 · 1 min read दीवाना हो गया हूं मैं खूबसूरती देखकर तेरी आंखों की तेरा दीवाना हो गया हूं मैं ढूंढता हूं बहाने तुझे देखने के लिए कितना स्वार्थी हो गया हूं मैं।। लोग कहते हैं मुझसे आजकल कि... Hindi · कविता 4 307 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 20 Apr 2022 · 1 min read वीरान बचपन पानी से खेलना अच्छा लगता है जिस उम्र में वो पानी की बाल्टी घर ला रहा, अपने नाज़ुक कंधों पर इतना बड़ा बोझ वो उठा रहा। डर नहीं लगता अंधेरे... Hindi · कविता 6 2 315 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 19 Apr 2022 · 1 min read धीरे धीरे चलता चल नदी के तीरे तीरे मिलेगा सबकुछ तुम्हें धीरे धीरे मिल जाए नाव तुम्हें जब पार कर नदी को तू धीरे धीरे। चाहतें होंगी पूरी धीरे धीरे कदम बढ़ाएगा... Hindi · कविता 9 3 310 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Apr 2022 · 1 min read तेरा साया है किसको परवाह यहां कोई देखता भी नहीं हो जायेगा सफल जब कोई भूलता ही नहीं।। जो न करते थे बात कभी वो भी आज तुमसे मिलना चाहते हैं दूर... Hindi · कविता 9 1 447 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 17 Apr 2022 · 1 min read दरख़्त की चढ़ाई खुद को तैयार करना होगा खुद को मज़बूत करना होगा चाहिए हौसला भी तुमको जो करनी हो दरख़्त की चढ़ाई। होता है बहुत बड़ा पेड़ उसका बढ़ा लोगे शुरुआती कदम... Hindi · कविता 7 392 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 16 Apr 2022 · 1 min read अपेक्षाएं जो औरों में ढूंढता है तुझमें भी वो है नहीं तेरे माथे पर भी शिकन की लकीरें कम है नहीं। लड़ता देखना चाहता है औरों को सच्चाई के लिए खुद... Hindi · कविता 5 2 590 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 15 Apr 2022 · 1 min read कभी मैं भी मासूम था हंसता था जब मैं कई चेहरों पर आ जाती थी मुस्कान चलता था जब मैं थाम कर हाथ मां का हर कोई प्यार से देखता था मुझे न जाओ हालत... Hindi · कविता 8 3 494 Share Previous Page 6 Next