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26 Apr 2022 02:28 PM

लोभ, मोह, कामना, विलासिता के रूप में शिकारी मनुष्य को फंसाने और फिसलाने के लिए ताक लगाए बैठे हैं। कवि ने बड़ी चतुराई से सावधान किया है।

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