Rajesh Kumar Kaurav 261 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Rajesh Kumar Kaurav 14 Sep 2021 · 1 min read हिंदी दिवस सरसी छंद हिंदी हिन्दू व हिन्दुस्तान , महिमा रही महान । मात रूप संस्कृत से उपजी , युगों रही पहचान । बावन अक्षर की गल माला , शब्द कोश भरपूर।... Hindi · कविता 3 446 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Aug 2021 · 1 min read चौमासा (चातुरमास) देवश्यनी से सो जाते जगत पिता विष्णु भगवान । चार माह की योग निद्रा कहते सारे वेद पुरान।। सृष्टि संचालन की व्यवस्था शंकर जी पर आ जाती । देवश्यनी एकादशी... Hindi · गीत 2 374 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Jul 2021 · 1 min read व्यास पूर्णिमा/ गुरु पूर्णिमा नमन वेद व्यास को नमन द्वैपायन को नमन कृष्ण नाम को बादरायण मानो है । सत्यवती के सुत को पराशर संतान को प्रभु कलावतार को नारायण को जानो है ।... Hindi · घनाक्षरी 3 1 285 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Jul 2021 · 1 min read गुरु पूर्णिमा पर हाइकु छंद गुरु श्रीराम मार्गदर्शक हमें नमन तुम्हें । युगद्रष्टा थे जान न सके हम क्षमा करना । वेदमूर्ति हो ज्ञान साधक रहे पुराण लिखा । तपोनिष्ठ भी फल हमको दिया ऋणी... Hindi · हाइकु 1 694 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Jul 2021 · 2 min read कवि कौन? कवि कौन ? कवि संस्कृत भाषा का शब्द है ।जिसे हिंदी भाषा में भी अपनाया गया है ।कवि का अर्थ जो काव्य का सृजन करता है ।हमारे देश की विशेषता... Hindi · लेख 2 1k Share Rajesh Kumar Kaurav 29 Jun 2021 · 1 min read दहेज पर खामोशी खामोशी की भाषा को समझना बड़ा कठिन है । खामोशी से बनते काम कभी बिगड़ने का ड़र है । इतिहास में खामोशी पर कई घटना हुई दुखद है । राजा... Hindi · कविता 3 2 328 Share Rajesh Kumar Kaurav 27 Jun 2021 · 2 min read प्रवचन प्रवचन #संस्मरण एक संत प्रवचन कर रहे थे।श्रोता गण मंत्र मुग्ध होकर भगवान कृष्ण की रासलीला का आनंद ले रहे थे ।भगवान शिव का गोपी बनकर रासलीला में शामिल होने... Hindi · लेख 2 630 Share Rajesh Kumar Kaurav 20 Jun 2021 · 1 min read गायत्री जयंती गायत्री जयंती/ गंगा दशहरा पर्व दस दोहे गंगा के दो रूप हैं, एक धरा पर नीर। दूजा बुद्धि विवेक का , गायत्री के तीर ।। एक साथ अवतार है ,कहते... Hindi · दोहा 3 2 284 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Jun 2021 · 1 min read बरसात (दोहे) जून माह की गर्म लू, करती जब बेचैन । मानसून के साथ ही,मिलता है कुछ चैन । बूँद बूँद बरसात हो,गिरती कभी फुहार। झरझर पानी पड़ रहा ,ठंडी चले बयार।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 3 1k Share Rajesh Kumar Kaurav 11 Jun 2021 · 1 min read अद्भुत खेल बरसात ठंड़ गर्मी और बरसात ऋतु चक्र प्रकृति अनुसार। वैसे तो आवश्यक सब कभी कभी बनते प्रहार । बरसात का भी अजीब खेल रहस्य कोई समझ न पाया । कहीं मचा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 1 274 Share Rajesh Kumar Kaurav 9 Jun 2021 · 1 min read बरसात बरसात की पहली फुहार में नहाना नहीं । आकाशी धूल पानी संग बहती बचना सभी । साफ आकाश हो जब बरसात उठा आनंद । भूमि धुलाई गगन की सफाई जून... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · हाइकु 2 1 317 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jun 2021 · 1 min read बरसात प्रकृति का उपहार बरसात देती यार भरती जल भंडार जल ही जीवन है । अंकुरित होते बीज बनते वृक्ष अजीज फल फूल और मूल प्राणी का भोजन है । पानी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 4 2 380 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jun 2021 · 1 min read बरसात मनहरण घनाक्षरी """""""""""""""""""""" प्रकृति का उपहार बरसात देती यार भरती जल भंडार जल ही जीवन है । अंकुरित होते बीज बनते वृक्ष अजीज फल फूल और मूल प्राणी का भोजन... Hindi · घनाक्षरी 1 303 Share Rajesh Kumar Kaurav 31 May 2021 · 1 min read बरसात बरसात की कहूँ कहानी सुंदर सुखद सुहानी है , धरती माॅ की गोद भराई बरसात से ही होती है । बरसात आने का अनुमान आसमान कह देता है, बादल गरजें... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 2 330 Share Rajesh Kumar Kaurav 23 May 2021 · 3 min read लेख गीता ज्ञान (हास्य लेख) नारायण -नारायण भजते हुए, देव ऋषि नारद पृथ्वी लोक आ पहुँचे।यहां मानव का दुख दर्द,अस्पतालों में चीख पुकार, नये रोग का प्रकोप व मशीनों से आक्सीजन... Hindi · लेख 3 2 688 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 May 2021 · 1 min read नियति मानवता को निखार रही नियति आज पुकार रही । दोष न कुछ इसमें मेरा भोग रहे कर्मों का फेरा । बात न मानी कभी सही नियति आज पुकार रही ।... Hindi · गीत 2 2 516 Share Rajesh Kumar Kaurav 21 Apr 2021 · 1 min read कोरोना के बाद कोरोना के बाद #हास्य व्यंग्य अतुकांत कविता कोरोना के बाद दावे होगे हजार फला दवा थी दमदार भविष्यवाणी भी पचास अमुक मंत्र असरदार झाड़फूक का कमाल टोना टोटका सफल रसोई... Hindi · कविता 2 2 364 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Apr 2021 · 1 min read परीक्षा जांच परख के काम को पर इच्छा अनुमान को प्रतिभा की पहचान का परीक्षा नाम कहलाता है । हर क्षेत्र में अलग अलग कार्यकुशलता की परख प्रामाणित करने योग्यता परीक्षा... Hindi · कविता 3 2 440 Share Rajesh Kumar Kaurav 6 Feb 2021 · 1 min read भीष्म पितामह कौन ? (मनहरण घनाक्षरी) अष्ट वसु एक बार आए देवलोक पार वशिष्ठ आश्रम पास निवास मन किया । घूम पर्वत शिखर पहुँचे हैं स्थान पर द्यौ की पत्नी बोली तब नंदनी मोह लिया। पत्नी... Hindi · घनाक्षरी 5 4 513 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jan 2021 · 1 min read साहित्य में सौदेबाजी इलेक्ट्रिक मीडिया के प्रभाव से हिंदी साहित्य सृजन बढ़ा है साहित्यकारों ने बना बना ग्रुप फेसबुक व्हाटसप को भरा है कुछ चलाते लाइक की शर्त कुछ ने वोट आप्शन जोड़ा... Hindi · कविता 4 11 381 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jan 2021 · 1 min read साहित्य में सौदेबाजी इलेक्ट्रिक मीडिया के प्रभाव से हिंदी साहित्य सृजन बढ़ा है साहित्यकारों ने बना बना ग्रुप फेसबुक व्हाटसप को भरा है कुछ चलाते लाइक की शर्त कुछ ने वोट आप्शन जोड़ा... Hindi · कविता 1 258 Share Rajesh Kumar Kaurav 1 Jan 2021 · 1 min read स्वागत इक्कीस स्वागत इक्कीस दो के साथ शून्य जुड़कर सन बीस कहलाया था अपशकुन रहा दुनिया को बुरा वक्त ले आया था कोरोना की महामारी को सारे जग फैलाया था ठप्प कर... Hindi · कविता 2 1 514 Share Rajesh Kumar Kaurav 27 Dec 2020 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी (कोरोना) मनहरण घनाक्षरी 01 कोरोना की महामारी ,नये युग की बीमारी पूरी दुनिया में फैली,गर्व मिटाने आई । वैज्ञानिक अहं भाव,बुद्धिवादी सभी दाव परेशान क्या इलाज,मिली नहीं दवाई । अहंकार हुआ... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 27 820 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Nov 2020 · 1 min read पहचान हिंदुस्तान की ( कविता) सदियों बाद खुशियों की दीपावली है हिन्दूओं की अयोध्या में विराजित हुए राम लक्ष्मण और जानकी सफल हुआ जीवन हमारा जीत हुई है फिर धर्म की थम गया संघर्ष बलिदान... Hindi · कविता 1 2 457 Share Rajesh Kumar Kaurav 26 Oct 2020 · 1 min read दशहरा दशहरा(मनहरण घनाक्षरी) कैसा है यह चलन दशहरा को दहन मन दुष्ट आचरन प्रतीक ही जलाते। रावण बसता मन कर्मों में राक्षसपन राम का कर पूजन स्वयं को झुठलाते। भजते राम... Hindi · घनाक्षरी 2 1 395 Share Rajesh Kumar Kaurav 2 Oct 2020 · 1 min read गाँधी व शास्त्री की इच्छा गाँधी व शास्त्री की आत्मा पुकारती परमात्मा भारत बने धर्मात्मा उपाय बताइए। सत्ता मद बहुत है बातें ज्यादा करत है सलाह न मानत है सलाह बताइए। कानून का भय नहीं... Hindi · घनाक्षरी 3 1 386 Share Rajesh Kumar Kaurav 9 Sep 2020 · 1 min read राधाकृष्णन के नाम शिक्षक दिवस(गर्व करें) घनाक्षरी उच्च पद पाकर भी जो न बदला कभी नाम अमर है अभी राधाकृष्णन वही। पहले शिक्षक रहा दर्शन शास्त्र को गहा मानवतावाद कहा राष्ट्रपति रहा सही।... Hindi · कविता 4 1 578 Share Rajesh Kumar Kaurav 30 Aug 2020 · 1 min read योग्यता(व्यंग्य कविता) राजतंत्र और प्रजातंत्र में जमीन आसमान सा अंतर। पर भारत में चल रहा है समानता का एक मंतर। पहले राजों की संतानें राजपाट पद पाते थे। योग्यता सिर्फ वंशबाद युगों... Hindi · कविता 3 2 536 Share Rajesh Kumar Kaurav 12 Aug 2020 · 1 min read कल्पित भगवान द्वापर युग में जब बढ़ा पाप और अत्याचार। राजाओं में व्याप्त हुआ घमंड़ और भोग विलास। न्याय मर्यादा ओझल हुई धन बल का ही साम्राज्य। मैला आंचल संस्कृति का नारी... Hindi · कविता 4 2 509 Share Rajesh Kumar Kaurav 1 Aug 2020 · 1 min read पत्र पिता के नाम(दोहे) पूज्य पिता को लिख रहा, बारहि बार प्रणाम। कृपा दृष्टि हैं आपकी,देख सका प्रभु धाम। आप पधारे स्वर्ग में, सौंप हमें शुभ काम। प्रभु इच्छा पूरण हुआ,जीत गये श्रीराम। पाँच... Hindi · दोहा 7 6 391 Share Rajesh Kumar Kaurav 5 Jul 2020 · 1 min read राधेकृष्ण (कविता) कविता राधेकृष्ण का जाप करें, एक नाम दो रूप हैं। राधा भी तो कृष्ण रूप कृष्ण ही राधा रूप हैं। कृष्ण बिन राधा आधी राधा बिन कृष्ण अधूरे हैं। राधाकृष्ण... Hindi · कविता 2 1 628 Share Rajesh Kumar Kaurav 19 Jun 2020 · 1 min read बुद्धिजीवी बुद्धिजीवी अफसोस है आधुनिक युग में बुद्धिजीवी लोग चाँद मंगल की सोचते हैं। लाखों करोड़ों का खर्च सालों साल से करते फिर भी असफलता बार बार प्रयास करते हैं। धरती... Hindi · कविता 3 624 Share Rajesh Kumar Kaurav 19 Jun 2020 · 1 min read बुद्धिजीवी बुद्धिजीवी अफसोस है आधुनिक युग में बुद्धिजीवी लोग चाँद मंगल की सोचते हैं। लाखों करोड़ों का खर्च सालों साल से करते फिर भी असफलता बार बार प्रयास करते हैं। धरती... Hindi · कविता 3 514 Share Rajesh Kumar Kaurav 4 Jun 2020 · 1 min read चेतावनी(मनहरण घनाक्षरी) पुलवामा जैसी चाल आंतक का रचा जाल पुलिस का देख हाल गर्व होना चाहिए। कश्मीर की देखभाल पुलिस रही सम्हाल चहुँओर खुशहाल तारीफ तो चाहिए। योजना हुई बेकार उड़ा कर... Hindi · घनाक्षरी 1 1 275 Share Rajesh Kumar Kaurav 18 May 2020 · 1 min read ड़ीजीलेप(व्यंग्य कविता) मोबाइल मत देना छोटे बच्चों के हाथ। कल तक कहते थे विशेषज्ञ दिनरात। आँखों को हानिकारक बिगाड़े मानसिक स्वास्थ्य। छिना छपटी में पिटतें माता पिता के हाथ। शिक्षाविदों से लेकर... Hindi · कविता 4 385 Share Rajesh Kumar Kaurav 17 May 2020 · 1 min read गृहे गृहे यज्ञ (चौपाई छंद) चौपाई छंद मृत्युल़ोक पर संकट आया*देश देश कोरोना छाया। देव दनुज धर मानव रूपा*निज कृत कर्म करहिं ज्यों भूपा। रूप रंग पहचान न होई*धर्म कर्म नहिं मानत कोई। होहिं अचंभित... Hindi · कविता 6 2 532 Share Rajesh Kumar Kaurav 13 Apr 2020 · 1 min read श्रद्धाँजलि *श्रद्धाँजलि* जलियांवाला बाग दिवस, याद हमें दिलाता है। वीर शहीदो के चरणों शीश स्वयं झुक जाता है। गुलामी के अत्याचारों की याद सदा दिलाता है। निर्दोषो की हत्या सुन पढ़... Hindi · कविता 6 4 282 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Apr 2020 · 1 min read रक्षा करो रक्षा करो(वर्ण पिरामिड़) हे वीर लंगूर हनुमान पवनपुत्र केसरी नंदन रोग फैला है भारी । श्री राम सेवक बजरंगी सुनो पुकार जग रखवारे कोरोना महामारी । जै जय रामेष्ट वरदानी... Hindi · कविता 4 5 384 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Apr 2020 · 1 min read रक्षा करो रक्षा करो (वर्ण पिरामिड) हे वीर लंगूर हनुमान पवनपुत्र केसरी नंदन रोग फैला है भारी । श्री राम सेवक बजरंगी सुनो पुकार जग रखवारे कोरोना महामारी । जै जय रामेष्ट... Hindi · कविता 2 526 Share Rajesh Kumar Kaurav 3 Apr 2020 · 1 min read लड़ना होगा ताटक छंद तैयार सभी भारत वासी,लड़ाई बहुत होना है। अपनी सुरक्षा करते रहें ,कोरोना को धोना है। सुनो पहले धर्मांधता से, बाहर भी आना होगा। अज्ञान मजहब भतभेद को,देश से... Hindi · कविता 2 541 Share Rajesh Kumar Kaurav 30 Mar 2020 · 1 min read श्रीराम संदेश संदेश यही श्रीराम दिया धर्म एक ही मानवता। सब राष्ट्र मिल एक होगें एक विश्व की राष्ट्रयिता। भूल कर मतभेद आपसी सीखेंगे बंधुत्व एकता। सूक्ष्म कारण रूप लेकर सक्रीय होगी... Hindi · कविता 3 1 586 Share Rajesh Kumar Kaurav 23 Mar 2020 · 1 min read आर्त पुकार *मनहरण घनाक्षरी* अब आओ भगवान पुकार रहा इंसान कोरोना से परेशान तू ही एक सहारा। निकल रही है जान भूले सब पहचान दूर करे रोगी जान तू ही अब हमारा।... Hindi · घनाक्षरी 2 336 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Mar 2020 · 1 min read कोरोना पहचान कुण्डलिया छंद 01 सुनो वायरस अब नया,कोरोना हे जान । फैल गया संसार में,ड़रता हर इंसान। ड़रता हर इंसान, ट्रंप अब करे नमस्ते। नहीं मिलाओं हाथ, उपदेश सबको करते। कह... Hindi · कुण्डलिया 3 2 326 Share Rajesh Kumar Kaurav 21 Feb 2020 · 1 min read शिवभाव *शिवभाव* *मनहरण घनाक्षरी* आत्म रूप शिव जान अर्थ होता है कल्याण शरीर नंदी समान शिव वाहन जानिए। पवित्रता रख ध्यान आचरण से महान शिव की सवारी जान साधना तो चाहिए।... Hindi · घनाक्षरी 6 529 Share Rajesh Kumar Kaurav 26 Jan 2020 · 1 min read गणतंत्र दिवस *गणतंत्र दिवस* गणतंत्र दिवस है खुशियों भरा जश्न है। गुलामी की खबर है आजादी का असर है। अपना संविधान है बहुमत प्रधान है। धर्मनिरपेक्षता है समान अधिकार है। सब धर्मों... Hindi · घनाक्षरी 3 299 Share Rajesh Kumar Kaurav 18 Jan 2020 · 1 min read भीष्म पितामह *भीष्म पितामह* गंगा पुत्र भीष्म खास रच गये इतिहास। पिता सुख धर्म मान प्रतिज्ञा संकल्प है। ब्रह्मचार्य पालन का सत्ता सुख मानव का। छोडकर मोह माया प्रतिज्ञा निभाना है। देवव्रत... Hindi · घनाक्षरी 2 1 620 Share Rajesh Kumar Kaurav 1 Jan 2020 · 1 min read संस्कृति अनमोल सावधान क्यों मना रहें जश्न कलेंडर भर ही तो बदला है। ईस्वी सन् हो गया अब बीस हिंदुस्तानी साल न बदला है। भूल गये नवबर्ष हमारा हम चैत्र शुक्ल प्रतिपदा... Hindi · कविता 4 539 Share Rajesh Kumar Kaurav 17 Nov 2019 · 1 min read नैतिकता है कहाँ समझ आधुनिक संसार अब भूल गए हम नैतिकता का पाठ। ये नग्न फैशन वेशभूषा मर्यादा हीन बोलचाल आज बड़प्पन के ठाठ। लो जान संस्कृति मझधार पुकार रही करने... Hindi · कविता 1 243 Share Rajesh Kumar Kaurav 11 Nov 2019 · 1 min read जीत कहाँ(कविता) अदालत का फैसला इतिहास बन गया। वर्षों पुराना विवाद सुलझ गया श्रीमान।। चार सौ साल से ज्यादा समय तक सताया। बहुत हुए शहीद होते रहे बलिदान।। धन्यवाद लोकतंत्र जनता के... Hindi · घनाक्षरी 2 564 Share Rajesh Kumar Kaurav 27 Oct 2019 · 1 min read दीप जलाये (गीत) दीप जलाये (गीत) घर आंगन दीपक से जगमग, मन मंदिर से अज्ञान भगाये। बुद्धि विवेक उल्लास भर के, आओ घर घर दीप जलाये। लक्ष्मी पूजन हो घर घर में, धन... Hindi · कविता 1 557 Share Previous Page 4 Next