डाॅ. बिपिन पाण्डेय Language: Hindi 353 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2022 · 6 min read अवधी की आधुनिक प्रबंध धारा: हिंदी का अद्भुत संदोह समीक्ष्य कृति- अवधी की आधुनिक प्रबंध धारा: हिंदी का अद्भुत संदोह लेखिका - डाॅ ज्ञानवती दीक्षित प्रकाशक- देशभारती प्रकाशन,दिल्ली-93 प्रकाशन वर्ष-2019, मूल्य- 850/- रुपये (सजिल्द) अवधी की आधुनिक प्रबंध धारा:... Hindi · पुस्तक समीक्षा 3 6 905 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2022 · 5 min read मंजूषा बरवै छंदों की समीक्ष्य कृति : मंजूषा बरवै छंदों की कवि : श्री दिनेश उन्नावी जी प्रथम संस्करण-2020 मूल्य- ₹ 125/- प्रकाशक: निखिल पब्लिशर्स एण्ड डिस्ट्रीब्यूटर्स,आगरा ( उ प्र) उत्तर प्रदेश का उन्नाव... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 698 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2022 · 5 min read भावों उर्मियाँ ( कुंडलिया संग्रह) समीक्ष्य कृति: भावों की उर्मियाँ ( कुंडलिया संग्रह) कवयित्री- शकुन्तला अग्रवाल 'शकुन' प्रकाशन वर्ष- 2021 प्रकाशक- साहित्यागार, जयपुर मूल्य- ₹ 200 ( सजिल्द) कुंडलिया एक लोककाव्य विधा है। इस छंद... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 717 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2022 · 3 min read काँच के रिश्ते ( दोहा संग्रह) समीक्ष्य कृति: काँच के रिश्ते ( दोहा संग्रह) कवयित्री: शकुंतला अग्रवाल 'शकुन' प्रकाशक: साहित्यागार,धामाणी मार्केट की गली,चौड़ा रास्ता,जयपुर प्रकाशन वर्ष: 2019 मूल्य: ₹ 200, पृष्ठ-100 (सजिल्द) 'काँच के रिश्ते' कवयित्री... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 844 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2022 · 4 min read नव विहान: सकारात्मकता का दस्तावेज समीक्ष्य कृति- नव विहान ( गीतिका संग्रह) कवि- रामकिशोर 'रवि' प्रकाशक- जिज्ञासा प्रकाशन, गाजियाबाद प्रथम संस्करण-2022 पृष्ठ-180 मूल्य-₹200 (पेपर बैक) नव विहान: सकारात्मकता का दस्तावेज ' नव विहान ' गीतिका... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 291 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2022 · 2 min read बेबस पिता *बेबस पिता* "पापा आज ऑफिस से वापस आते समय मेरे लिए गुड़िया जरूर लाना। बहुत दिनों से आप वादा कर रहे हैं ,पर लाते नहीं।" "आज पक्का अपनी गुड़िया के... Hindi · लघु कथा 3 4 671 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2022 · 1 min read बाबू जी मुक्तक -* दुनिया की करनी का रोना, किससे रोएँ बाबू जी। पड़े हुए अंगार सेज पर , कैसे सोएँ बाबू जी। छेनी और हथौड़ी लेकर,गढ़ने की कोशिश करता, बंजर किस्मत... Hindi · मुक्तक 3 4 628 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 17 Jun 2022 · 1 min read गौरैया गौरैया दिवस पर विशेष - ================= कहाँ गई प्यारी गौरैया, सोचो और विचारो भैया। आँगन में खूब फुदकती थी, बैठ मुंडेर चहकती थी। अब उसका कोई पता नहीं, अपनी तो... Hindi · बाल कविता 2 2 228 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 17 Jun 2022 · 1 min read गीत रात अंधेरी बीतेगी फिर,सुबह सुहानी आएगी। हरे-भरे सब मरुथल होंगे,वीरानी मिट जाएगी। मेघ धरा पर रवि किरणों का, आना रोक नहीं पाते। काँटों बीच सुमन रह करके, हरपल रहते मुस्काते।... Hindi · गीत 1 363 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Jun 2022 · 2 min read मार्मिक फोटो जेठ का महीना और चिल्लाती धूप।शेरू जहाँ भी जाता, लोग उसे भगा देते। कोई भी उसे अपने आस-पास बैठने नहीं दे रहा था।बेचारा बहुत परेशान था।जब बरामदे में बैठे बस... Hindi · लघु कथा 1 470 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Jun 2022 · 1 min read गाँधी जी की लाठी माधव जी का शरीर दर्द के मारे बुरा तरह दुख रहा था क्योंकि मोहल्ले के दबंगों ने उनकी जमकर पिटाई की थी। बेचारे कुछ नहीं कर पाए थे, जबकि लाठी... Hindi · लघु कथा 1 983 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jun 2022 · 2 min read रुतबा *रुतबा* पंडित राम भरावन शुकुल के बड़े की शादी तय हुई और शादी की तिथि पास आने पर जब उनके घर में मांगलिक अनुष्ठान होने आरंभ हुए तो उनकी धर्मपत्नी... Hindi · लघु कथा 2 2 586 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jun 2022 · 1 min read बाबू जी सुधियों संग बुढ़ापा काटें, तन्हाई में बाबू जी। दुखी हो गए भित्ति उठी जब,अँगनाई में बाबू जी।।1 दुबक गए हैं घर के अंदर,साथ नहीं देती काया, पाए जाते थे जो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीतिका 5 6 190 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Dec 2021 · 1 min read गीतिका गीतिका- लाख कहें ये दुनिया वाले,किस्मत अपनी खोटी है। बात खुशी की श्रम करने से,मिल ही जाती रोटी है।। उसके प्रति भी जिम्मेदारी ,हमें निभानी है पूरी, बहन हमारी भले... Hindi · गीतिका 1 246 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jul 2021 · 2 min read टैम नहीं है "अरे काकी, इतनी जल्दबाजी में कहाँ जा रही हो? आओ,एक कप चाय पी लो।" नेहा ने कहा। "कहीं नहीं बिटिया,बस दुकान तक जा रही हूँ,थोड़ा सामान लाना है। अभी टैम... Hindi · लघु कथा 1 238 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jul 2021 · 1 min read औरत आज की *औरत आज की* "सुषमा कहाँ हो? ज़रा यहाँ तो आना।" पति की आवाज़ सुनकर सुषमा रसोई से हाथ पोंछती हुई उनके पास आकर खड़ी हो गई। "बोलिए जी,क्या बात है?... Hindi · लघु कथा 1 305 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 21 Jun 2021 · 2 min read नए जूते काॅलेज से वापस आने के बाद अक्षत ने 'शू रैक' में नए जूते देखे तो चहक कर बोला, "माँ, बहुत प्यारे जूते हैं।किसके हैं?" "बेटा, ये तुम्हारे पापा के जूते... Hindi · लघु कथा 2 2 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2021 · 1 min read इकलौते बेटे की माँ "इकलौते बेटे की माँ " "अच्छा माँ, अब मैं चलता हूँ। यहीं से मैं एयरपोर्ट चला जाऊँगा।फ्लाइट का भी समय हो रहा है और घर जाकर भी क्या करूँगा? वहाँ... Hindi · लघु कथा 2 331 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Apr 2021 · 1 min read नारी से संबंधित दोहे दुःख छिपाए हृदय में,होठों पर मुस्कान। नारी की है जगत में,इतनी सी पहचान।।1 सब महिलाओं के लिए,परिजन होते खास। उनके हित करतीं सदा,वे पूजा उपवास।।2 जो नारी हर क्षेत्र में,... Hindi · दोहा 1 3 920 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 Mar 2021 · 1 min read ऋतुराज सवैया ऋतुराज सवैया - इस सवैया में चार चरण होते हैं। प्रत्येक चरण में 7 सगण ( ।।ऽ ) का प्रयोग होता है। इस सवैया छंद में कुल 21 वर्ण होते... Hindi · सवैया 2 2 315 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Mar 2021 · 3 min read शिव ताण्डव स्तोत्रम् का भावानुवाद शिव ताण्डव स्तोत्रम् सरसी छन्द- जिनकी सघन जटाओं से है,निःसृत गंगा धार। पड़े गले में रहते जिनके, नित सर्पों के हार। बजा बजा जो डम डम डमरू,ताण्डव करें प्रचंड। उन... Hindi · कविता 3 4 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Sep 2020 · 2 min read खून का रिश्ता सड़क के किनारे खून से लथपथ पड़े हैप्पी सिंह पर जब शिशिर की अकस्मात नज़र पड़ी तो वह उन्हें अस्पताल लेकर पहुँचा और उन्हें भर्ती कराया तो थोड़ी देर बाद... Hindi · लघु कथा 1 2 333 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Jul 2020 · 2 min read # हलचल # "अब तो आप बुड्ढे हो गए हैं।"कानों के पास आई सफेदी को देखकर श्रीमती शर्मा ने कहा। "अरे! इसमें कौन-सी नई बात है? एक दिन सबको ही बुड्ढा होना होता... Hindi · लघु कथा 3 4 265 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Jul 2020 · 1 min read जनहरण घनाक्षरी जनहरण घनाक्षरी - यह एक वर्णिक छंद है।इसमें कुल 31 वर्ण होते हैं- 30 लघु वर्ण होते हैं तथा चरणांत में 1 दीर्घ (ऽ) वर्ण का प्रयोग किया जाता है।... Hindi · घनाक्षरी 4 4 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jun 2020 · 1 min read कृपाण घनाक्षरी कृपाण घनाक्षरी - यह एक वर्णिक छंद है।इसमें कुल 32 वर्णों का प्रयोग होता है।इस छंद में 8,8,8,8 वर्णों पर यति होती है और प्रत्येक यति पर अंत्यानुप्रास का प्रयोग... Hindi · घनाक्षरी 2 901 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Jun 2020 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी मनहरण घनाक्षरी -घनाक्षरी छंद के इस भेद में 31 वर्ण होते हैं।8,8,8,7वर्णों पर यति उत्तम मानी जाती है। वैसे 16,15 वर्णों पर भी यति का प्रयोग किया जा सकता है।... Hindi · घनाक्षरी 1 4 465 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Jun 2020 · 1 min read देव घनाक्षरी देव घनाक्षरी -घनाक्षरी छंद के इस भेद में 33 वर्ण होते हैं 8,8,8,9 वर्ण पर यति का प्रयोग उत्तम माना जाता है। वैसे कवि 16-17 वर्णों पर भी यति का... Hindi · घनाक्षरी 3 2 537 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Jun 2020 · 1 min read रूप घनाक्षरी रूप घनाक्षरी - घनाक्षरी छंद के इस भेद में कुल 32 वर्ण होते हैं। 8,8,8,8 वर्णों पर यति का प्रयोग उत्तम माना जाता है। वैसे 16-16 वर्णों पर भी यति... Hindi · घनाक्षरी 4 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 23 Jun 2020 · 1 min read विजया घनाक्षरी विजया घनाक्षरी- घनाक्षरी छंद के इस भेद में कुल 32 वर्ण होते हैं। 8,8,8,8 वर्णों पर यति का प्रयोग होता है और प्रत्येक यति के अंत में नगण अनिवार्यतः प्रयोग... Hindi · घनाक्षरी 4 2 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Jun 2020 · 1 min read जलहरण घनाक्षरी जलहरण घनाक्षरी - घनाक्षरी छंद के इस भेद में 32 वर्ण होते हैं। 8,8,8,8 वर्णों पर यति का प्रयोग किया जाता है; अंत में लघु लघु (।। ) वर्णों का... Hindi · घनाक्षरी 2 4 429 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Jun 2020 · 2 min read कमाऊ बेटा #कमाऊ बेटा#( पितृ दिवस पर विशेष) हैलो,कौन ? कैसे हो बिभोर बेटा? अरे पापा! आप,मैं बिल्कुल ठीक हूँ । आप सब कैसे हैं ? हम सब भी ठीक ही हैं।... Hindi · लघु कथा 2 2 363 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 21 Jun 2020 · 2 min read ईनाम #ईनाम # फोन की घंटी बजने पर जब सविता ने फोन रिसीव किया तो उधर से आवाज़ आई- "हैलो सविता, मैं नेहा बोल रही हूँ।" "अरे ! मेम साहब ,आप... Hindi · लघु कथा 1 4 553 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jun 2020 · 1 min read सर्वगामी सवैया सर्वगामी सवैया- सवैया छंद के इस भेद में कुल तेइस वर्ण होते हैं। इसमें सात तगण ( ऽऽ।) और दो गुरु वर्णों ( ऽऽ) का प्रयोग चरणांत में किया जाता... Hindi · सवैया 4 2 834 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read महाभुजंग प्रयात सवैया महाभुजंगप्रयात सवैया (यगण×8) महा नीच पापी पुजारी न ध्यानी, प्रभो चाह मेरी तुम्हें मात्र पाना। पता है मुझे अल्पज्ञानी भले हूँ, तुम्हीं में छुपा है खुशी का खजाना। कहूँ बात... Hindi · सवैया 1 727 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read महामंजीर सवैया महामंजीर सवैया- मापनी - सगण×8+ लघु गुरु (1) नित सैनिक मार रहे अपने सरकार नहीं उनको सहलाइए। जग में पहचान रहे अतएव सुनो डरपोक नहीं कहलाइए। चुपचाप सभी बदला अब... Hindi · सवैया 1 320 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read कुंदलता सवैया कुंतलता सवैया मापनी- सगण×8+2 लघु (1) अभिलाष यही उर भाव भरो हर गीत बनें नित मातु सुहावन। छल दंभ मिटे अभिमान घटे करुणा भर दो कर दो मन पावन। मम... Hindi · सवैया 1 763 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read मंदारमाला सवैया मंदारमाला सवैया - विधान-तगण×7+गुरु वागेश्वरी प्रार्थना ये सुनो, चेतना में मुझे शुद्ध संसार दो। वीणा बजे राग सारे सजे,हो अँधेरा नहीं माँ सदा प्यार दो। संगीत ,साहित्य के संग माते,मुझे... Hindi · सवैया 1 2 970 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read वागीश्वरी सवैया वागीश्वरी सवैया -(यगण×7+ लघु गुरु) 1) कृपा ये करो मातु वागीश्वरी छंद का पूर्ण ज्ञानी बना दो मुझे। मिले ज्ञान जो भी रहूँ बाँटता माँ नया एक दानी बना दो... Hindi · सवैया 1 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read सुंदरी सवैया सुंदरी सवैया - (सगण×8+ गुरु) सब संकट दूर करे नित जो, वह प्राप्त करे यश और बड़ाई। नित कर्म सभी तज स्वार्थ करे, उर भाव रखे हर दीन भलाई। चमकें,... Hindi · सवैया 1 353 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read गंगोदक सवैया गंगोदक सवैया(ऽ।ऽ रगण×8) मातु हंसासना पाणि वीणा सुनो भक्त तेरा पुकारे तुझे शारदे! ज्ञान दे दो मुझे मेट अज्ञानता प्रार्थना है यही एक हे शारदे! छांदसी काव्य की साधना के... Hindi · सवैया 1 1 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read मत्तगयन्द सवैया मत्तगयंद सवैया छंद- भगण×7+गुरु गुरु ग्वाल सखा सब संग चले,सिगरे ब्रज घूमि मनावन होली। छेड़ि सबै मुसकाय कहैं ,कुछ ढंग विचित्र सुनावत बोली। गोपिन रंग लगाय रहे ,पकड़े सब हाथ... Hindi · सवैया 1 410 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read सुमुखी सवैया सुमुखी सवैया (जगण×7+ लघु गुरु) पयोधर पीन दिखा त्रिबली ,हर अंग अनंग जगावति है। चले गजगामिनि-सी सजनी,कटि केहरि- सी लचकावति है। न आवति पास लटें झटके ,बस बातनि सों भरमावति... Hindi · सवैया 1 276 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read अरसात सवैया अरसात सवैया- (भगण×7+रगण) पावनता घर द्वार बढ़े मम, माँ घर में जब आप विराजती। धूप सुवासित हो घर आँगन,दीप जला करते तव आरती। कीर्तन पूजन भक्त करें जब,माँ उनके सब... Hindi · सवैया 2 751 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2020 · 1 min read चकोर सवैया चकोर सवैया (भगण ऽ।।×7+ गुरु लघु) (1) खोकर सैनिक मुश्किल है अब,भारत को धरना उर धीर। काट करें तन के टुकड़े हम, दें रिपु को हर निर्मम पीर। वापस लें... Hindi · सवैया 5 2 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Jun 2020 · 1 min read मुक्तहरा सवैया मुक्तहरा सवैया (जगण।ऽ।×8) ( 11,13 पर यति) न देश पुरातन भारत-सा ,जग में अब भी जिसकी पहचान। बसा उर अंतर त्याग जहाँ ,सुख वैभव का कर दें बलिदान। नदी गिरि... Hindi · सवैया 1 2 733 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Jun 2020 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद- कौआ बोला व्यर्थ में ,मैं जग में बदनाम। वाणी कर्कश या मधुर,देना प्रभु का काम। देना प्रभु का काम ,रंग, पद, पैसा, काया। ये छोटा सा तथ्य,किसी को... Hindi · कुण्डलिया 1 469 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Jun 2020 · 1 min read अरविंद सवैया अरविंद सवैया ( सगण×8+लघु) अतिवृष्टि अकाल कभी करते ,नव रोग धरा पर क्रूर प्रहार। जन मानस व्याकुल पीड़ित है,अवसाद रहा उर पैर पसार। घर खर्च नहीं चलता अब तो, निरुपाय... Hindi · सवैया 1 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Jun 2020 · 1 min read दुर्मिल सवैया दुर्मिल सवैया ( सगण× 8) पहचान यही नर कर्मठ की वह बैठ नहीं कर को मलता। रह धीर गँभीर करे हर काम दिखे न कभी अति आतुरता। जिसका श्रम संबल... Hindi · सवैया 2 299 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Jun 2020 · 1 min read किरीट सवैया किरीट सवैया (भगण×8) बात करें सब कष्ट नहीं जब नेह दिखा निज गेह बुलाकर। आदर मान मिले सबसे यश-वैभव में नित शीश झुकाकर। स्वार्थ रमे सब जीव यहाँ हर कर्म... Hindi · सवैया 1 220 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल नए दौर का है नया ये फसाना। सभी चाहते हैं बदन को दिखाना।। नहीं रिंद ने पी नशा चढ़ गया है, शुरू हो गए हैं कदम लड़खड़ाना। यही काम... Hindi · ग़ज़ल 3 294 Share Previous Page 5 Next