Santosh Shrivastava Language: Hindi 724 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Santosh Shrivastava 26 Jun 2020 · 1 min read शरारत दिल है कमजोर डर जाता है शरारत से करते हैं फूलों से शरारत भौंरे डर जाते है वो नादान लगती है अच्छी शरारत शैतानी बच्चों की टोकते नहीं माँ बाप... Hindi · कविता 2 543 Share Santosh Shrivastava 23 Jun 2020 · 1 min read दूर करो दवाइयां दिया प्रकृति ने शुद्ध वायु जल वातावरण अपने स्वार्थ इच्छा पूर्ति के लिये किया इन्सान ने इसे प्रदुषित काटे ज॔गल किया झील नदी तालाबों पर अतिक्रमण कांक्रीट के बनाये महल... Hindi · कविता 2 1 224 Share Santosh Shrivastava 6 Jun 2020 · 1 min read रिश्ते होते हैं बड़े नाजुक रिश्ते समेटो उन्हें दामन में सरक गयी अगर झोली बिखर जाते रेत से देता मौला मोहब्बत बेपनह समेट सको जितना समेटो पकड़ो झोली मजबूती से बिखर... Hindi · कविता 508 Share Santosh Shrivastava 3 Jun 2020 · 1 min read समसामयिक विश्लेषण कुछ तो गुस्ताखी हुई होगी दोस्तों महफिलें सुनसान हैं श्मशान आबाद हैं संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · मुक्तक 1 238 Share Santosh Shrivastava 1 Jun 2020 · 3 min read बच्चे और संस्कार मानव जीवन में संस्कारों का बहुत महत्व है। संस्कारविहिन व्यक्ति देश समाज परिवार के लिए बोझ तुल्य होता है । जब बच्चा गर्भ में रहता है तभी से उसमें संस्कार... Hindi · लेख 2 2 1k Share Santosh Shrivastava 28 May 2020 · 1 min read वक़्त है वक़्त बड़ा बलवान अविरल घुमता चक्र सुबह-ओ-शाम बनता राजा से रंक और रंक से राजा घुमती रहती जिन्दगी पहिये सी ठहरती नहीं जिन्दगी जब तक हैं प्राण इन्सान में... Hindi · कविता 1 1 647 Share Santosh Shrivastava 23 May 2020 · 1 min read जीवन एक पहेली (चिन्तन) लेता जन्म मानव कोरा कागज सा जीवन बढ़ती उम्र उकेरती जाती कभी लकीरे कभी भरते रंग नाम पाता पहचान बनाता कोरे कागज पर बनती जन्म कुंडली लिखता कोरे कागज पर... Hindi · कविता 1 432 Share Santosh Shrivastava 21 May 2020 · 1 min read लाकडाउन लाकडाउन हैं जरूरी चार आज घर सफाई मास्क डाक्टर हैं ये सबसे बड़े तीर्थ आज छाया है कोरोना संकट आज जीवन है दुर्लभ आज लापरवाही पड़ेगी मंहगी आज राम भी... Hindi · कविता 1 417 Share Santosh Shrivastava 19 May 2020 · 1 min read प्रवासी मैं पंखे कूलर में बैठा घर पर अनुमान लगा रहा था ताप का 40 नहीं 43 डिग्री है आज ताप कभी गिरता पर्दे तो कभी बंद करता खिड़की धूप की... Hindi · कविता 1 461 Share Santosh Shrivastava 10 May 2020 · 1 min read माँ ( मातृ दिवस ) दिनांक 10/5/20 कहा , चाँद ने "क्या निहरते हो तुम ? मुझ में प्रेमिका, मेहबूबा की शक्ल पाओगे हमेशा" कहा मैंने " आज तलाशता हूँ तुझ में बस माँ मेरी... Hindi · कविता 3 2 496 Share Santosh Shrivastava 30 Apr 2020 · 1 min read रूष्ठ धरा 1 नाराज धरा बेहाल है इन्सान माहौल शांत 2 फ़िजा उजाड़ खौफनाक कोरोना रूष्ठ प्रकृति 3 प्यार जीवों से जीतेगी मानवता रूष्ठे न जग स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · हाइकु 3 305 Share Santosh Shrivastava 25 Apr 2020 · 1 min read मानव आधार पुस्तकें है जन्मजमान्तर से पुस्तकों का मानव से नाता समाया है इनमें ज्ञान विज्ञान है अ ब स शब्दों के बिना जीवन अधूरा किताबों से पाया जीवन पूरा चारों वेद गीता... Hindi · कविता 1 269 Share Santosh Shrivastava 25 Apr 2020 · 1 min read आभार है आभार उन डाक्टर योद्धाओं का जो करोना संकट की घड़ी में दे रहे जीवनदान है नहीं कर रहे परवाहअपनी जिन्दगी की सुबह शाम रात डटे हैं जो मोर्चा पर... Hindi · कविता 3 1 229 Share Santosh Shrivastava 11 Apr 2020 · 1 min read लड़ो मत डरो आज है महत्ता सत्संग की लड़ रहा विश्व एक लड़ाई कोरोना है उसका नाम हैं जो संस्कारी सदाचारी मान रहे चिकित्सक विशेषज्ञों सरकार की बात रह रहे घरों में कर... Hindi · कविता 233 Share Santosh Shrivastava 9 Apr 2020 · 1 min read संस्कार (तांका विधा) एक है संस्कृति मानव पहचान दे संस्कार करे उन्नति वह सहायक हैं गुण दो है जरूरत संयम समझ की फैला कोरोना मच रहा कहर बचाये अच्छे गुण स्वलिखित लेखक संतोष... Hindi · कविता 464 Share Santosh Shrivastava 31 Mar 2020 · 1 min read चेतावनी बेरहम इन्सान प्रकृति से खिलवाड़ बढ़ता प्रदूषण घटता जल स्तर कांक्रीट के महल कटते वृक्ष घटते जंगल बिगड़ता पर्यावरण तबाही ही तबाही बिलखता इन्सान बैचैन वसुंधरा माँ का प्यार धरती... Hindi · कविता 1 487 Share Santosh Shrivastava 27 Mar 2020 · 1 min read सतर्कता गवाह है इतिहास पार की जब जब लक्ष्मण रेखा परेशानी में पड़ा मानव हैं प्राकृति की भी हदें स्वच्छ हो पर्यावरण दूर हो प्रदूषण रखें दूरी आपस में पर जुड़े... Hindi · कविता 450 Share Santosh Shrivastava 25 Mar 2020 · 1 min read माँ की भक्ति माँ की उपासना के आये दिन माँ ही करती रक्षा सबकी भक्ति में ही समायी शक्ति होती माँ प्रसन्न करते भक्त सच्चे मन से भक्ति है जब संकट में देश... Hindi · कविता 279 Share Santosh Shrivastava 6 Mar 2020 · 1 min read नफरत झूठ से हो जाता है मजबूत सत्य जब लगने लगता झूठ सत्य लदा होता है झूठ श्रृंगार से बेबस नंगा रहता है सत्य बसता है अटारी में झूठ फटेहाल रहता है सत्य... Hindi · कविता 1 519 Share Santosh Shrivastava 2 Mar 2020 · 1 min read जिन्दगी में ठोकर जिन्दगी में सबक देती है ठोकर सड़क पर पड़ा पत्थर यहाँ वहाँ लुटकता रहता है ठोकरों से शिकायत करता नहीं गुमनाम जिन्दगी जीता है लेते जो सबक ठोकर से आसान... Hindi · कविता 1 235 Share Santosh Shrivastava 29 Feb 2020 · 1 min read कान्हा फुर्सत मिले तो वृन्दावन आ जाना कान्हा करती राधा इन्तजार गोपियन संग है फुहार होली की रंगों में डूबा है वृन्दावन सारा मिटें है सारे भेदभाव मन के मिले गले... Hindi · कविता 1 480 Share Santosh Shrivastava 28 Feb 2020 · 1 min read बीबी का खौफ (हास्य) गुजर रहा हर पल परीक्षा में शादी के बाद मस्त थे मौज में थे जब थे अकेले सोना उठना घुमना गाना सब था मनमौजी टकरा गयी निगाहे आँखें हुई चार... Hindi · कविता 1 1 398 Share Santosh Shrivastava 27 Feb 2020 · 1 min read सहारा ईश का भाग्य विधाता जग निर्माता जग चलाता विध्वंसकर्ता हैं ब्रहमा विष्णु महेश संस्कार निर्माता ऊँगली पकड़ चलना सिखाता संघर्षरत बनाता दुनियांदारी सिखाता माता है वो और पिता लड़ो अन्याय से बनों... Hindi · कविता 391 Share Santosh Shrivastava 26 Feb 2020 · 1 min read सही बात करो समर्थन हमेशा सही बात का होते सफल वही जो रहते अटल अपने निर्णय पर होते घर परिवार समाज देश में मतभेद अनेक करो सही बात का ही समर्थन चुनावों... Hindi · कविता 333 Share Santosh Shrivastava 21 Feb 2020 · 1 min read जय महाकाल कालों के भी काल महाकाल भक्तों के हैं महाकाल भज रही आज दुनियां महाकाल दुश्मन के हैं काल महाकाल उत्पत्ति ब्रहमा पालन विष्णु और संहारक कालों के काल महाकाल करें... Hindi · कविता 1 459 Share Santosh Shrivastava 21 Feb 2020 · 1 min read मजबूत हाथ नहीं झूकता शीश गर हैं हाथ मजबूत लोह हस्त तोड़ सकते हैं पहाड़ भी नमन करते हाथ ईश को पाते आशीर्वाद रहते खुश न हों इतने मजबूर फैले नही हाथ... Hindi · कविता 1 268 Share Santosh Shrivastava 15 Feb 2020 · 1 min read विचार विडम्बना है कि आज अपने क्षणिक लाभ के लिए राष्ट्रीय हितों की अनदेखी हो रही है और कुल राजनीति "मुफ्त " तक सीमित हो गयी है । जो मुफ्त के... Hindi · लेख 1 1 467 Share Santosh Shrivastava 14 Feb 2020 · 1 min read भारत के वीर जवान है नमन वीर जवानों को रहते सीमा पर सदा मुस्तैदी से न है ठंड की चिंता न है गर्मी, बर्फवारी की है ये शान अखंड भारत के हैं ये मान... Hindi · कविता 1 511 Share Santosh Shrivastava 13 Feb 2020 · 1 min read शक की दीवार होती शक की दीवार-ओ-दर खतरनाक बर्बाद कर देती है हँसते खेलते परिवार को कहे पर विश्वास नहीं आँखो देखी सही होती होता शक दायरा बड़ा रखी संकरी मानसिकता मिलता मौका... Hindi · कविता 1 484 Share Santosh Shrivastava 13 Feb 2020 · 1 min read एक कसक चेहरे पर झुरिया है सिर सपाट है आदत से मजबूर है ये दिल हर वैलेन्टाइन डे पर बिखर जाता है ये दिल बीवी का पेहरा है दरवाजे पर ताला है... Hindi · कविता 1 1 323 Share Santosh Shrivastava 13 Feb 2020 · 2 min read गुब्बारे गरमी की दोपहरी में सिग्नल पर लाल लाईट होते हो कारों की लम्बी लाईन लग गयी , वहाँ एक लड़की हाथ रंगबिरंगे गुब्बारे और गोद में बच्चे ले कर दौड़ती... Hindi · लघु कथा 1 1 527 Share Santosh Shrivastava 12 Feb 2020 · 1 min read निवेदन स्वीकारो मेरा प्रणय निवेदन प्रिय तन मन बारी जाऊँ वृन्दावन की गलियन में घूमें राधे सख्यिन संग किशन है जग का न्यारा - न्यारा स्वीकारे न्योता सब का बना है... Hindi · कविता 1 588 Share Santosh Shrivastava 11 Feb 2020 · 1 min read जीवन में सफलता सफलता होती नहीं सफलता मोहताज किसी की मेहनत लगन और ईमानदारी से मिलती है सफलता रहते जो भाग्य भरोसे असफलता ही उनको भाग्य परोसे लेते टक्कर जो तूफान में हिम्मत... Hindi · कविता 263 Share Santosh Shrivastava 11 Feb 2020 · 1 min read पर्यावरण सुधरता नहीं इन्सान बिगाड़ता पर्यावरण बार बार होता धरा को नुकसान जिससे वहीं करता वो काम बार बार वृक्ष हैं देवता हमारे देते छाया हवा फल फूल हमें फिर भी... Hindi · कविता 378 Share Santosh Shrivastava 8 Feb 2020 · 1 min read बसेरा (सोदोका लेखन विधा) 1 ईश का साथ जीवन है सरल हो वंदना सफल ये राधा कृष्ण वृन्दावन बसेरा है जीवनदर्शन 2 दुनियां दुखी छल प्रपंच धोखा भटकती जिन्दगी मौत तांडव गुमराह युवक बसेरा... Hindi · कविता 1 209 Share Santosh Shrivastava 8 Feb 2020 · 1 min read जननी जन्मभूमि होती प्यारी जन्मदात्री माँ प्यारी है जन्मभूमि माँ के आंचल में है ममत्व दी है पहचान जन्मभूमि ने खेलते खाते बड़े होते जन्मभूमि पर वंदनीय पूज्यनीय हैं माँ और जन्मभूमि... Hindi · कविता 1 410 Share Santosh Shrivastava 8 Feb 2020 · 1 min read जागरूक रोस डे फलाना डे ढिकाना डे पर अपने माता पिता का खून पसीने का पैसा बर्बाद नहीं करें बकबास है यह सब जागरूक बनें Hindi · मुक्तक 1 234 Share Santosh Shrivastava 7 Feb 2020 · 1 min read झनकार उम्र के एक दौर पर आ कर लगने लगती हैं अच्छी चूड़ियाँ रंगबिरंगे हाथ और रंगीला साथ संजोये सतरंगी सपने करती दहरीज पर इन्तजार अपने अपनों का बार बार सुनती... Hindi · कविता 1 314 Share Santosh Shrivastava 6 Feb 2020 · 1 min read फ़तह मंजिल होंगी फ़तह जब रखेंगे पाँव मजबूती से मुकाम तलक पहुंचेंगे हम लेंगे जब संकल्प भरपूर दें बच्चों को संस्कार अच्छे बनें देश के नागरिक सच्चे वो रखो दृढ विश्वास से... Hindi · कविता 202 Share Santosh Shrivastava 5 Feb 2020 · 1 min read मंदिर (हाइकु विधा) 1 बैठें मंदिर देवता करें वास हो चिंतामुक्त 2 जीवन सुखी ईश्वर रहे साथ मंदिर चलें 3 ईश दर्शन मंदिर में भजन मन प्रसन्न स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · हाइकु 1 502 Share Santosh Shrivastava 5 Feb 2020 · 1 min read पल चलती रहती है जिन्दगी कभी खट्टी कभी मीठी कभी खुशी कभी गम कभी मिलना कभी बिछुड़ना कभी प्यार कभी तकरार कभी माँ की गोदी में सिर कभी चार कंधों पर... Hindi · कविता 224 Share Santosh Shrivastava 4 Feb 2020 · 1 min read चुनर वन्देमातरम कह निकले दीवाने रक्षा भारत माँ की करने लड़ते रहे आखिरी दम तलक करते रहे खून से तिलक जब हार दुश्मन भागा है तिरंगी चुनर ओढ़ी ली है स्वलिखित... Hindi · मुक्तक 1 454 Share Santosh Shrivastava 3 Feb 2020 · 1 min read बिन शगुन सब सून है भारतीय संस्कृति में शगुन शुभ उपहार होता है छोटा करता बड़ा उपकार छोटे-बड़े हर काम में शगुन रखता बहुत महत्व होने वाले सब काम को देता अस्तित्व देता है... Hindi · कविता 1 219 Share Santosh Shrivastava 30 Jan 2020 · 1 min read मजबूरी होते हैं मजबूर अपने ही गांव से पलायन के लिए अन्नदेवता होती है बर्बाद खेती सूखा, ओला तूफान से रात दिन करते मेहनत गुजारते खेतों में दिन रात हैं हम... Hindi · कविता 2 1 246 Share Santosh Shrivastava 29 Jan 2020 · 1 min read वसंत वसंती माँ सरस्वती की कर वंदना करूँ वसंत का गुणगान शिक्षा दीक्षा की है देवी माँ सरस्वती समर्पित है सादर सुमन गूंजे ढोल मृदंग गीत गाते सुमधुर दिखे वसंती रंग हर... Hindi · कविता 2 477 Share Santosh Shrivastava 29 Jan 2020 · 1 min read शिक्षा वरदान (पिरामिड विधा) 1 दे शिक्षा संस्कार है जीवन्त तन मन से हो सब साक्षर समाज पहचान 2 दो दुआ साक्षर हो संसार शिक्षित सभी मिटे अंधियारा कदम हो आसान स्वलिखित लेखक संतोष... Hindi · कविता 3 502 Share Santosh Shrivastava 28 Jan 2020 · 1 min read मैं माँ काली हूँ देवी महादेवी कह न मेरा मान बढ़ाओ नारी हूँ शक्ति हूँ मैं चंडी ज्वाला हूँ हर जुल्म पर भारी हूँ दरिन्दों के लिए काली हूँ हाँ देवी हूँ मैं घर... Hindi · कविता 3 1 463 Share Santosh Shrivastava 28 Jan 2020 · 1 min read दर्द होते हैं आंसू बड़े बेदर्द सह सकते नहीं दर्द करते नहीं दर्द किसी से बेबफाई करते हैं बफाई बेरहमी से जब भी होती है बात दर्दे-ए-दिल की याद आयेगे बदनसीब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 584 Share Santosh Shrivastava 26 Jan 2020 · 1 min read भारतीय गणतंत्र भारतीय संविधान है महान दुनियां में है एक मिसाल सम भाव, एकता है इसकी विशेषता भारतीय गणतंत्र लिए है विशिष्टता जन मन से करें वंदना हर भारतवासी के लिए लिए... Hindi · कविता 1 377 Share Santosh Shrivastava 24 Jan 2020 · 1 min read बिटियाँ (चौका लेखन विधा) सब की प्यारी बिटिया है हमारी आयी है घर रोशन हैं खुशियां चले ठुमक बजती पैजनियां हैं देवी तुल्य करें कन्या पूजन करें संघर्ष नहीं कुछ मुश्किल छूती आसमां बेटियों... Hindi · कविता 2 569 Share Previous Page 3 Next