Ram Krishan Rastogi Language: Hindi 1286 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Ram Krishan Rastogi 9 Jun 2023 · 1 min read आओ जाओ मेरी बाहों में,कुछ लम्हों के लिए कुछ लम्हें आये जिन्दगी में,कुछ लम्हों के लिये। आज भी तरसते है हम,उन सब लम्हों के लिये ।। तड़प रही हूं मै किस कदर, तुन्हे क्या ख़बर। आओ जाओ मेरी... Hindi 3 3 485 Share Ram Krishan Rastogi 7 Jun 2023 · 1 min read सावन और साजन घोर घटाएं जब घिरने लगती है, तुम्हारी याद मुझे आने लगती है। रिमझिम रिमझिम जब बादल बरसे, मिलन की आस सताने लगती हैं।। साथ न हो सावन में साजन का,... Hindi · कविता 1 1 500 Share Ram Krishan Rastogi 6 Jun 2023 · 1 min read आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना आओ तो सही,भले ही दिल तोड़ कर चले जाना। बाहें फैलाऊंगी,भले ही उन्हें मोड़ कर चले जाना। मुद्दत्तो से प्यासी बैठी हूं,भले ही प्यास न बुझाना। वादे किए मुद्दतो से,भले... Hindi · ग़ज़ल 4 4 567 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jun 2023 · 1 min read विश्व पर्यावरण दिवस अगर चाहिए मानव का कल्याण। हर जगह पेड़ लगावे हर इन्सान।। करो न तुम पर्यावरण से खिलवाड़। हो जायेगी दुनिया एक दिन उजाड़।। जब सारा संसार वृक्ष हीन हो जायेगा।... Hindi · कविता 3 5 630 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jun 2023 · 1 min read कह न पाई सारी रात सोचती रही कह न पाई सारी रात सोचती रही। मै अपने जज्बातों को तोलती रही।। तुमने कभी न सुना मुझको कभी। मै तुमसे अपनी बात बोलती रही। रास्ते में तुमने अकेला छोड़... Hindi · Gazal ग़ज़ल 4 9 491 Share Ram Krishan Rastogi 3 Jun 2023 · 1 min read वो इश्क किस काम का वो इश्क है किस काम का, जो सोए जज्बात ना जगाए। वो हुस्न है किस काम का, जो जिस्म में आग ना लगाए, अगर हुस्न को इश्क हो जाए, फिर... Hindi · कविता 4 9 870 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jun 2023 · 1 min read दो जून की रोटी दो जून की रोटी,प्रभु सबको मिल जाए। छोटी हो या मोटी,ये सबको मिल जाए।। दो जून की रोटी,बड़ी किस्मत से है मिलती। मेहनत करता है मजदूर तब कही ये मिलती।।... Hindi · कविता 3 3 855 Share Ram Krishan Rastogi 29 May 2023 · 1 min read ये दिल है जो तुम्हारा ये हंसी है जो तुम्हारी। वह जिंदगी है हमारी।। ये दिल है जो तुम्हारा। वही तो है मेरा सहारा।। ये आंखे है जो तुम्हारी। वही तो राह दिखा रही।। ये... Hindi 4 4 792 Share Ram Krishan Rastogi 26 May 2023 · 1 min read वो पहली पहली मेरी रात थी वो पहली पहली मेरी रात थी। जब उनसे हुई मुलाकात थी।। चांद भी उपर से झांक रहा था। वो पूनम की चांदनी रात थी।। आसमां भी कुछ कह रहा था।... Hindi · Gazal ग़ज़ल 6 9 1k Share Ram Krishan Rastogi 23 May 2023 · 1 min read भगवान की तलाश में इंसान ढूंढ रहा है जंगल जंगल,मृग अपनी कस्तूरी को। देख पाया न अपनी नाभि,छिपी हुई कस्तूरी को।। ढूंढ रहा है मंदिर मंदिर,भक्त अपने भगवान को। मिल न पाया भगवान उसे इस... Hindi · कविता 3 4 343 Share Ram Krishan Rastogi 22 May 2023 · 1 min read बिन मौसम के ये बरसात कैसी बिन मौसम आज ये बरसात कैसी। बिन बुलाए आज ये मुलाकात कैसी।। रहा सिलसिला गैरो जैसा मुझसे। फिर मेरे साथ ये शराफत कैसी।। अभी तो आंखे चार नहीं मुझसे। फिर... Hindi 5 7 581 Share Ram Krishan Rastogi 18 May 2023 · 1 min read सोलह सुख पहला सुख निरोगी हो काया। दूसरा सुख घर में हो माया।। तीसरा सुख संतवंती हो नारी। चौथा सुख पुत्र हो आज्ञाकारी।। पांचवा सुख सदन हो अपना। छठवा सुख वाहन हो... Hindi · कविता 1 1 699 Share Ram Krishan Rastogi 17 May 2023 · 2 min read पति पत्नि की नोक झोंक व प्यार (हास्य व्यंग) मेरी पत्नी सुबह सुबह रामायण पढ़ती है। फिर तो सारे दिन वह महाभारत करती है।। वैसे तो रामायण पढ़कर, राम राम करती है। फिर तो सारे दिन गाली की बौछार... Hindi 2 2 613 Share Ram Krishan Rastogi 14 May 2023 · 5 min read मेरी दोस्ती मेरा प्यार मेरी दोस्ती मेरा प्यार **************** "जब दीप जले चले आना" अंकिता के ये शब्द आज भी वैभव के कानों में गूंज रहे है और उसका चमकता चेहरा उसकी आंखो के... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 19 37 765 Share Ram Krishan Rastogi 14 May 2023 · 1 min read मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां सन्नाटा छा गया बटवारे के किस्से में । माँ ने पूछा,मै आई किसके हिस्से में ? कहते है सभी लोग आज माँ का दिन है । मै कहता हूँ,कौन सा... Hindi · कविता 4 5 333 Share Ram Krishan Rastogi 12 May 2023 · 1 min read किसी को दिल में बसाना बुरा तो नहीं किसी को दिल में बसाना बुरा तो नहीं, किसी को दिल से चाहना बुरा तो नहीं। गुनाह होगा ज़माने के नज़र में तो क्या, ज़माने वाले भी इंसान है खुदा... Hindi 3 3 598 Share Ram Krishan Rastogi 10 May 2023 · 1 min read एक नारी की पीड़ा दिन की रोशनी,ख्वाबों को बुनने में गुज़र गई, रात की नींद,बच्चो को सुलाने में गुज़र गई। जिस घर में मेरे नाम की एक तख्ती भी नही, मेरी सारी उमर,इस घर... Hindi 2 7 639 Share Ram Krishan Rastogi 9 May 2023 · 1 min read तोड देना वादा,पर कोई वादा तो कर तोड़ देना वादा,पर कोई वादा तो कर। मेरा महबूब है,तो कोई इशारा तो कर।। आ तो सही,भले ही आकर चले जाना। रोकूं नही मै,प्यास बुझाकर चले जाना।। इंतजार कर रही... Hindi 5 6 532 Share Ram Krishan Rastogi 8 May 2023 · 1 min read मै भी हूं तन्हा,तुम भी हो तन्हा मैं भी हूं तन्हा, तुम भी हो अब तन्हा। चले उस जगह, जहां दोनों हो तन्हा।। सूरज भी है तन्हा, चांद भी है तन्हा। करते है सफ़र आसमां में वे... Hindi · कविता 2 3 610 Share Ram Krishan Rastogi 7 May 2023 · 1 min read पतझड़ की कैद में हूं जरा मौसम बदलने दो पतझड़ की कैद में हूं,जरा मौसम बदलने दो, अभी मूड नही है,जरा मूड को तो बदलने दो। आऊंगी तुम्हारे ही पास,जरा सब्र तो रक्खो, बेरुखी के मौसम को,जरा इश्क में... Hindi 3 5 705 Share Ram Krishan Rastogi 6 May 2023 · 2 min read बचपन की यादों को यारो मत भुलना शाम होते ही छतो पर चढ़ जाना, छतो पर चढ़कर पानी छिड़काना, पानी छिड़का कर गद्दे बिछाना, गद्दे बिछाकर उसपर चादर बिछाना। बचपन की यादों यारो मत भुलाना।। आधी रात... Hindi · कविता 3 3 896 Share Ram Krishan Rastogi 5 May 2023 · 1 min read दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना। जी नहीं सकती मै अब तुम्हारे बिना।। जब से पड़ी दिल पे तुम्हारी परछाई। बजने लगी दिल में तुम्हारी शहनाई।। आ जाओ सनम अब... Hindi · कविता 3 3 446 Share Ram Krishan Rastogi 4 May 2023 · 1 min read बिन माचिस के आग लगा देते हैं शब्दो को अधरों पर रखकर,मन का भेद खोलो। आंखो से सुन सकता हूं,तुम आंखो से तो बोलो।। कहना है कुछ कह दो,इशारों के जरिए कह दो। समझता हूं सारे इशारे... Hindi · कविता 2 4 499 Share Ram Krishan Rastogi 3 May 2023 · 1 min read आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए। दुनिया में आप,कभी बे असूल न बनिए।। अच्छा रास्ता,सभी को दिखाओ तुम। किसी के रास्ते का,तुम सूल न बनिए।। निमटा लो हर बात... Hindi 3 4 738 Share Ram Krishan Rastogi 2 May 2023 · 1 min read मन करता है अभी भी तेरे से मिलने का सह न पाई हूं यह गम,तेरे से बिछड़ने का। मन करता है अभी भी तेरे से मिलने का।। ज़ख्म जो तूने दिए मुझे,नासूर बन चुके है। मन करता है अब... Hindi 1 1 518 Share Ram Krishan Rastogi 1 May 2023 · 1 min read अंतराष्टीय मजदूर दिवस मना रहे है हर वर्ष मजदूर दिवस, फिर भी मजदूर आज भी विवश। बदल नही पाए उसकी विवशता, चाहे मना लो तुम कितने दिवस।। जो बनाता है मकान दुसरो के... Hindi 1 1 534 Share Ram Krishan Rastogi 30 Apr 2023 · 1 min read तुम मेरे बादल हो, मै तुम्हारी काली घटा हूं न सावन सूखी हूं मै,न भादो हरी हूं, बस मै तो आपके दिल की ही परी हूं। रखो जिस हाल में तुम अब मुझको, मै तो तुम्हारी जीवन की सहचरी... Hindi · मुक्तक 2 2 757 Share Ram Krishan Rastogi 28 Apr 2023 · 1 min read दिल ने दिल को पुकारा, दिल तुम्हारा हो गया दिल ने दिल को पुकारा ,दिल तुम्हारा हो गया | कैसे कहे सबके सामने ये दिल तुम्हारा हो गया || ढूँढ़ते रहे हम सहारा,कोई सहारा ना मिला | मिला जब... Hindi 3 5 342 Share Ram Krishan Rastogi 26 Apr 2023 · 1 min read तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं। तुझको प्यार करती हूं प्यार चाहती हूं।। ला दो सुर्ख जोड़ा मुझ को, मै उसे पहनना चाहती हूं। तुम्हारे हाथो से मैं अपनी, मांग... Hindi 3 2 692 Share Ram Krishan Rastogi 23 Apr 2023 · 1 min read आजकल की औरते क्या क्या गजब ढा रही (हास्य व्यंग) आजकल की औरते भी गजब ढा रही। रात को अपने मर्दों से पांव दबवा रही।। आजकल की औरते नए नए शौक़ है पाल रही । अपने बच्चे आया से,खुद कुत्ते... Hindi 3 4 640 Share Ram Krishan Rastogi 22 Apr 2023 · 1 min read तुम्हारा दीद हो जाए,तो मेरी ईद हो जाए तुम्हारा दीद हो जाए, तो मेरी ईद हो जाए। तुझे चांद के बहाने देखूं मेरी मुराद पूरी हो जाए।। ईद आई तुम न आए क्या मज़ा है ईद का। ईद... Hindi · कविता 3 5 673 Share Ram Krishan Rastogi 21 Apr 2023 · 1 min read शादी शुदा कुंवारा (हास्य व्यंग) आदमी कितनी भी शादी कर ले, थोड़ा बहुत कुंवारा रह जाता है। बच्चे जितने भी हो जाए उसके, थोड़ा बहुत बचपना रह जाता है।। शादी शुदा कुंवारा बड़ा मिलनसार होता,... Hindi · हास्य व्यंग रचना 1 1 930 Share Ram Krishan Rastogi 20 Apr 2023 · 1 min read प्यार की स्टेजे (प्रक्रिया) अभी थोड़ा सा प्यार हुआ है, अभी थोड़ा सा इकरार हुआ है। देखते है आगे आगे होता है क्या, अभी मोहब्बत का इजहार हुआ है। थोड़ा सा इंतजार ख़तम हुआ... Hindi 4 6 611 Share Ram Krishan Rastogi 19 Apr 2023 · 1 min read किस के लिए संवर रही हो तुम किस के लिए संवर रहीं हो तुम, अपने आप में निखर रही हो तुम। तेरा भंवरा तो आ चुका है तेरे ही पास, फिर फूल बनकर क्यों बिखर रही हो... Hindi · गजल 1 1 400 Share Ram Krishan Rastogi 17 Apr 2023 · 1 min read हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है। शायद तुझे गलत लोगो ने गलत ही समझाया है।। शायद हम उनकी नज़रों से बहुत दूर हो चुके है। लगता है... Hindi · Gazal ग़ज़ल 2 3 453 Share Ram Krishan Rastogi 16 Apr 2023 · 1 min read धुएं से धुआं हुई हैं अब जिंदगी धुएँ से धुआँ हुई है,अब जिंदगी , तम्बाकू से बर्बाद हुई है जिंदगी | बचना चाहते हो अगर तुम इससे , तम्बाकू छोड़ो बचा लो ये जिंदगी || धुआँ राख़... Hindi 1 1 404 Share Ram Krishan Rastogi 15 Apr 2023 · 1 min read ऐ दिल तु ही बता दे ऐ दिल तू ही बता दे, हम कैसे मुस्कुराएँ। पत्थर की है दुनिया , और मतलबी हैं साए l। दिल किसको मैं दे दूं, सब मुझे ही सताए। किसको अपना... Hindi · कविता 3 5 880 Share Ram Krishan Rastogi 14 Apr 2023 · 1 min read भले ही तुम कड़वे नीम प्रिय भले ही तुम कड़वे नीम प्रिय, गर्मी में देते हो ठंडी छांव प्रिय। मैं भोली भाली ऐसी अबला हूं, मीठी निबोली खाती हूं प्राण प्रिए। मैं तेरी छांव में जीवन... Hindi 2 3 546 Share Ram Krishan Rastogi 13 Apr 2023 · 1 min read कुछ क्षणिकाये आज के समय की इंसानियत जा चुकी हैं। हैवानियत आ चुकी हैं।। इन्सान अब सो चुका है। हैवान अब जग चुका है।। चुनावो का आज दौर है। नेताओं का आज शोर है।। बिजली पानी... Hindi · क्षणिकाएँ 3 5 279 Share Ram Krishan Rastogi 11 Apr 2023 · 1 min read कविता पर कुछ दोहे कविता ऐसी तुम लिखिए,सब को होवे ज्ञान। सारे विश्व का हित हो,जग का हो कल्याण।। कविता ऐसी चांदनी, चहु ओर हो प्रकाश। प्रंशसा करने लगे, अवनि और आकाश।। कविता कवि... Hindi · दोहे 1 1 213 Share Ram Krishan Rastogi 10 Apr 2023 · 2 min read स्त्री और पुरषों के स्वभावो में अंतर अमेरिका में किए गए एक सर्वे के अनुसार ,स्त्री भावो से बहुत कोमल होती है। वह एक फूल के समान कोमल होती है जबकि पुरषों का स्वभाव स्त्री की अपेक्षा... Hindi · आलेख 2 3 616 Share Ram Krishan Rastogi 7 Apr 2023 · 1 min read तन्हा हूं,मुझे तन्हा रहने दो तन्हा हूं,मुझे तन्हा रहने दो, गम में हूं, गमजदा रहने दो। मत छीनो मेरी तुम तन्हाइयां, इसमें ही मुझे तुम रहने दो। इससे मुझे शकुन मिलता है, तन्हा रहकर जनून... Hindi · तन्हाई पर गीत 2 4 468 Share Ram Krishan Rastogi 6 Apr 2023 · 1 min read तुम्हारा साथ मिला है जब से साथ तुम्हारा, मन के तार झंकृत होने लगे है। जो शब्द थे अंदर दिल में मेरे, वो अब सब बाहर आने लगे हैं।। सातों स्वर अब... Hindi 5 7 464 Share Ram Krishan Rastogi 5 Apr 2023 · 1 min read मै पैसा हूं मेरे रूप है अनेक मै पैसा हूं दोस्तो मेरे रूप बने है अनेक। हर स्थान में नाम बदलू रूप न मेरा एक। मै पैसा हूं,मेरे रूप बदलते रहते है हर दम। नेता मेरे आगे... Hindi 5 11 325 Share Ram Krishan Rastogi 2 Apr 2023 · 1 min read तेरी गली से निकलते हैं तेरा क्या लेते है मन में भाव आते हैं तो मै लिखता हूं। दिल में दर्द होता है तो मै लिखता हूं।। किसी का कुछ न लेता हूं न मै देता हूं। केवल अपने... Hindi 2 3 377 Share Ram Krishan Rastogi 1 Apr 2023 · 1 min read तेरी यादों की खुशबू तेरी यादों की खुशबू में हम महकते रहते है, जब जब तुझको देखते है बहकते रहते है। अगर तेरा साथ मिल जाता हमे पूरी जिंदगी, पक्षियों की तरह पूरी जिंदगी... Hindi · मुक्तक 6 10 549 Share Ram Krishan Rastogi 1 Apr 2023 · 1 min read फर्स्ट अप्रैल फूल पर एक कुंडली मत बनाओ किसी को आज फर्स्ट अप्रैल फूल, लगाकर पेड़ पौधे तुम,बनाओ आज अप्रैल कूल। बनाओ अप्रेल कूल,सारा विश्व पर्यावरण सुधरेगा, फल फूल मिलेंगे सबको,सबका स्वास्थ्य सुधरेगा। कह रस्तोगी कविराय,ये... Hindi · कुंडली 1 1 336 Share Ram Krishan Rastogi 31 Mar 2023 · 1 min read सुहाग रात जब उनसे मेरी पहली मुलाकात होगी, पता नही उनसे क्या क्या बात होगी। उठायेंगे जब घुघंट वे मेरा पहली बार, मेरे जीवन की ये सबसे बड़ी सौगात होगी।। कमरे में... Hindi · मुक्तक 5 9 998 Share Ram Krishan Rastogi 30 Mar 2023 · 1 min read रामनवमी राम जिनका नाम है, अयोध्या जिनका धाम है। आज उनका जन्मदिन है, सब करते उनको प्रणाम है।। राम सबका करते कल्याण है, वही तो मेरे प्यारे भगवान है। कौशल्या दशरथ... Hindi 3 5 322 Share Ram Krishan Rastogi 29 Mar 2023 · 1 min read बढ़ती जा रही सुविधाएं,सुख घटता जा रहा बढ़ती जा रही सुविधाएं,सुख घटता जा रहा। पता नही मानव,किस दिशा में अब जा रहा।। सामान बढ़ता जा रहा,सम्मान घटता जा रहा। पता नही समाज में,ऐसा क्यों होता जा रहा।।... Hindi · कविता 2 4 216 Share Previous Page 3 Next