Mahesh Jain 'Jyoti' Language: Hindi 393 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Mahesh Jain 'Jyoti' 13 Jan 2023 · 1 min read हम 🦚 *हम* ***** ढेर पर बारूद के हम आज सब आसीन हैं, यूँ लगे जैसे प्रलय के खेल में तल्लीन हैं, एक चिंगारी जरा सी लग गयी जो भूल से,... Hindi · मुक्तक 61 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 11 Jan 2023 · 1 min read कीजिये तो 🦚 कर्म भी होने लगेगा कामना तो कीजिये , प्राप्त भी होगा सभी कुछ याचना तो कीजिये, दे सको तो कर्म को तुम भाव का आधार दो, भाव भी उर... Hindi · मुक्तक 88 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 10 Jan 2023 · 1 min read मेरा भारत 🦚 *मेरा भारत* ********* नफरत की जो कभी नहीं करता है तिजारत , लिखता रहा सदा ही मोहब्बत की इबारत, जिसके निवासी मानते हैं अपनी उसे माँ , ऐसे अनूठे... Hindi · मुक्तक 158 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 9 Jan 2023 · 1 min read भोले भोले 🦚 जटाओं की लटाओं में बसी है गंग की धारा, मली है भस्म पूरे तन दिगम्बर रूप है प्यारा , भाल पर चंद्रमा दमके गले फुंकारता विषधर , हमारे... Hindi · मुक्तक 115 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 8 Jan 2023 · 1 min read माँ *माँ* **** सूना घर जिसके बिन हर पल चहका करती , नेह भाव से निरख सभी को गहका करती, गोदी में बैकुण्ठ प्यार को तरसें सुरगण, माँ के आँचल में... Hindi · माँ · मुक्तक 197 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 21 Dec 2022 · 1 min read शीत लहर शीत लहर ******** घिरा कोहरा चुभे तीर सी, हवा चले अति ठंडी रात , बैठे जला अलाव सेकते, आपस में जन करते बात , ठंड बढ़ी ठिठुरन है भारी, पौष... Hindi · ठंड · मुक्तक 122 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 20 Dec 2022 · 1 min read घिरे घन *घिरे घन* ०००००० उमड़ घुमड़ घन घिरे गगन में, जैसे मन सरसाते हैं । यौवन के बादल ऐसे ही , हर जीवन में छाते हैं ।। * झुलसी हुई धरा... Hindi · गीत · बादल · यौवन 123 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 15 Dec 2022 · 1 min read षटरस जीवन एक अतुकान्त काव्य रचना ... * षटरस जीवन * --- जो परम्परानुसार परस्पर मिलनें के कारण इस पवित्र पृथ्वी पर पदार्पण कर प्राणी को माता पिता के पद पर प्रतिष्ठित... Hindi · छंदमुक्त · जीवन 127 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 13 Dec 2022 · 1 min read कुंदलता सवैया *किशोर/सुख/कुंदलता सवैया* ललगा ललगा ललगा ललगा ललगा ललगा ललगा ललगा लल *** किसको अपना समझें जग में अपना न लगे जब प्राप्त हमें तन । कुछ धर्म न कर्म हुआ... Hindi · कुंदलता · ज्योति · सवैया 191 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 11 Dec 2022 · 1 min read सीता स्तुति ----------------- *सीता स्तुति* ------------------ जनक सुनयना की हे लाड़ो , शत शत तुम्हें प्रणाम है । जहाँ विराजें चरण तुम्हारे, वहीं राम का धाम है ।। - हे वैदेही तुमने... Hindi · गीत · सीता 2 2 165 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 8 Dec 2022 · 1 min read तुम !! श्रीं !! तुम **** मन के पन्नों पर बिखरी है याद तुम्हारी पारे जैसी हर कण में तस्वीर तुम्हारी मुझे दिखाई देने लगती झोंका कोई जब भी मुझको करता... Hindi · अकेला · छंदमुक्त 125 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 6 Dec 2022 · 1 min read समर्पण *समर्पण* ******** माया का सागर हृदय, लेता रहा हिलोर । पीठ किये बैठा रहा, सदा सत्य की ओर ।। नहीं समर्पण कर सका, प्रभु चरणों में नेह । भूल गया... Hindi · दोहा 83 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 5 Dec 2022 · 1 min read श्री राम *श्री राम* ******** राम नाम की महिमा प्यारी, नाम राम का सुखदाई । वह धनवान सभी से जग में, जिसने यह दौलत पाई ।। वाल्मीकि तुलसी ने गाथा, राम नाम... Hindi · कुकुभ छंद · छंद 118 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 4 Dec 2022 · 1 min read श्री राधा 🦚 *श्री राधा* ********* कन्हैया की पुरी प्यारी यहाँ की शान हैं राधा , सभी हम ग्वाल हैं उनके सभी की जान हैं राधा , करें जब वे कृपा तो... Hindi · मथुरा · मुक्तक · राधा 111 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 2 Dec 2022 · 1 min read भूल मत 🦚 *भूल मत* -------------- सिंधु सी इस जिन्दगी का तट कहीं दिखता नहीं, खे रहा जो नाव है उसका पता मिलता नहीं, कौन जाने किस किनारे पर लगेगी नाव ये,... Hindi · मुक्तक 94 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 1 Dec 2022 · 1 min read काश्तकार प्रस्तुत है एक छंदमुक्त रचना ! *काश्तकार* ----------------- उसकी मैली धोती फटी थी कोट भी फटा था कमीज भी फटी रही होगी बनियान तो शायद नही ही होगी उसकी आँखों... Hindi · काश्तकार · छंदमुक्त 143 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 30 Nov 2022 · 1 min read कविता 🦚 *कविता* ००००० किससे कहे कैसे कहे कवि कौन सुनता पीर को ? जब टीस होती है बड़ी नैना बहाते नीर को ।। तब काव्य की धारा हृदय से फूटती... Hindi · छंद · हरिगीतिका 136 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 25 Nov 2022 · 1 min read हमारे ढंग 🦚 *हमारे ढंग* (अरसात सवैया ) ********************* रंग पड़े बिखरे इतने फिर भी कब हो हम मुग्ध निहारते । फूल खिले दिखते न हमें बस अंध बने हम वक्त गुजारते... Hindi · अरसात सवैया 56 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 15 Nov 2022 · 1 min read गीतिका एक गीतिका ...! -------------------------- (आधार छंद रजनी- मापनीयुक्त मात्रिक (२१२२ २१२२ २१२२ २) समांत- अता, पदांत- है । ००००००००००००००० रिमझिमा कर घन झरे मन मुग्ध करता हैै । ये लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 172 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 9 Nov 2022 · 1 min read युगल स्तुति 🦚 *युगल स्तुति* ००००००००० युगल शरण शत शत वंदन । ० मनमोहन वृषभान दुलारी , राधा वल्लभ रसिक बिहारी, करहु नाथ मैं अभिनंदन । युगल चरण शत शत वंदन ।।१... Hindi · गीत · राधाकृष्ण · वंदना 2 1 451 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 8 Nov 2022 · 1 min read हनुमान भजन 🌹हनुमान भजन 🌹 ०००००००००००००० मेरे प्यारे बाबा हनुमान । सदा किया करते हो बाबा, सिया राम का ध्यान ।। ० शंकर सुअन केशरी नंदन , नाम तुम्हारे प्यारे हैं ,... Hindi · गीत · हनुमान भजन 1 1 161 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 7 Nov 2022 · 1 min read जय शिवशंकर 🦚 जय शिवशंकर *********** कंकर -कंकर से मैं पूछूँ कहाँ मिलेंगे शंकर । कंकर-कंकर में शंकर है बोला कंकर-कंकर ।। - कौन गली कैलाश को जाती है वो कौन डगरिया... Hindi · गीत · भजन · भोले शंकर की 1 1 147 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 6 Nov 2022 · 1 min read प्रेम और प्रभु 🦚 *प्रेम और प्रभु* ०००००००००० प्रेम से नाम प्रभु का पुकारा करो । प्रेम नजरों से इनको निहारा करो ।। ० प्रेम के हैं ये प्यासे बुलाओ इन्हें , प्रेम... Hindi · गीत · प्रेम · प्रेम भजन 228 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 1 Nov 2022 · 1 min read विकट तेरी महिमा 🦚 *विकट तेरी महिमा* ****************** विकट तेरी महिमा जग ने जानी है , ओ जगदम्बे मात ! * कियौ महिषासुर नै अभिमान , इन्द्र कौ छीन लियौ सम्मान , देवगन... Hindi · गीत · देवी महिमा · ब्रजभाषा रसिया 88 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 31 Oct 2022 · 1 min read श्रीसीता स्तुति 🌹 श्री सीता स्तुति 🌹 ००००००००००००००० जनक सुनयना की हे लाड़ो, शत-शत तुम्हें प्रणाम है । जहाँ विराजें चरण तुम्हारे ,वहीं राम का धाम है ।। ० हे वैदेही !... Hindi · गीत · जनकनंदिनी · भजन 2 1 170 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 30 Oct 2022 · 1 min read श्री राम वंदना 🦚 *श्री राम वंदना* ००००००००००० श्री चरणों में हे रघुनंदन ! प्रभु अमिय सिंधु लहराता है । पतवार नाम की जो थामे ,वह भवसागर तर जाता है ।।१ - तुम... Hindi · गीतिका 2 170 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 24 Oct 2022 · 1 min read दीपावली दीपावली की शुम कामनाओँ सहित एक गीतिका .......!!! * दी पा व ली * ------------- दीप का त्यौहार आया नेह के दीपक जला । यूँ लगे जैसे दिवाकर तम मिटाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 301 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 14 Oct 2022 · 1 min read बेटियाँ *गीतिका* आधार छंद- स्रग्विणी मापनी - २१२ २१२ २१२ २१२ ००००० *बेटियां* ०००० खेलतीं, जूझतीं, जीततीं बेटियाँ। भारती की करें आरती बेटियाँ ।। ० भाल ऊंचा किया देश का विश्व... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 155 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 13 Oct 2022 · 1 min read करवा चौथ गीतिका ००० *करवा चौथ* ००० आई करवा चौथ सखी सब, मिल त्यौहार मनायें । कर सोलह शृंगार सजन को , अपने आज रिझायें ।। ० नयनों में काजल की रेखा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 139 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 12 Oct 2022 · 1 min read नहीं करते 🦚 *नहीं करते* ००००० जिनके दिल में स्वार्थ भरा है ,वे उपकार नहीं करते । नहीं पता हो लक्ष्य जिन्हें वे, मंजिल पार नहीं करते ।।1 ० वीर वही कहलाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 194 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 11 Oct 2022 · 1 min read डर. नहीं जाता 🦚 *डर नहीं जाता* *०-०-०-०-०-०-०* न कहलाता कभी वो बुत तराशा ग़र नहीं जाता । इबादत भी नहीं होती नवाया सर नहीं जाता ।। ० रवानी हो नहीं जिसमें उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 120 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 10 Oct 2022 · 1 min read माँ 🦚 *माँ* ००० जन्म दे के सह रही है घोर दारुण पीर माँ । ओठ भींचे पी रही है आँसुओं का नीर माँ ।। ० हो गये कितने जमाने में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 9 Oct 2022 · 1 min read भरें भंडार 🙏 !! श्रीं !! सुप्रभात ! जय श्री राधेकृष्ण ! शुभ हो आज का दिन ! 🦚 *भरें भंडार* ०००००००० दीप आशा के जलायें दूर ये अँधियार हो । सुरसरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 8 Oct 2022 · 1 min read सच 🦚 *सच* (221-1222-221-1222) --- हम भूल गये उसको कर याद न पाते हैं । ये कर्म हमारे ही दुख दर्द दिलाते हैं ।। - क्या क्या न किया हमने कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 7 Oct 2022 · 1 min read क्यों 🦚 *क्यों* -------- दिखाते खेल प्रभु हर पल नहीं हम देख पाते हैं । नदी के नीर से बहते हुए जीवन बिताते हैं ।।1 - कहाँ से सूर्य आता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 234 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 30 Sep 2022 · 1 min read मधुराष्टक 🦚 ( मधुराष्टक ) ००० मुरली मनोहर के अधर मधुर धरी , मोहना की मुरली की तान है मधुर रे । मुकट मयूर में मधुर है मयूर पाँख, मुख है... Hindi · छंद · ब्रजभाषा छंद · मनहरण घनाक्षरी 1 2 230 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 22 Sep 2022 · 1 min read नहीं गीतिका 🦚 (१२२ १२२ १२२ १२) *नहीं* ***** कभी दिल किसी का दुखाना नहीं । छिपा दर्द दिल का सुनाना नहीं ।। * नयन मौन होकर करें चुगलियाँ । निगाहें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 22 Aug 2022 · 5 min read गीतिका विधा का परिचय गीतिका विधा के प्रणेता आचार्य ओम नीरव जी द्वारा रचित गीतिकालोक ग्रंथ के अनुसार , गीतिका विधा का संक्षिप्त परिचय ! ०००००००००००००००० *गीतिका: एक परिचय* ०००००००००००००००० गीतिका विधा के प्रणेता... Hindi · गीतिका · लेख 1 1 214 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 22 Aug 2022 · 1 min read जिंदगी * जिन्दगी * ---------- जिन्दगी उम्र को खाती है बडी होती है । वक्त के बोझ को सिर पर उठाये ढोती है ।।1 बोझ बढता है कि बढता ही चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 227 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 28 Jul 2022 · 1 min read कर्म 🦚 कर्म ००० जीवन के दिन चार , गँवाना व्यर्थ नहीं , हो जाये उद्धार , करो शुभ कर्म यहीं , समझ न पाये नीति, व्यर्थ व्यापार किया , कमा... Hindi · मुक्तक 106 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 26 Jul 2022 · 1 min read सैनिक 🦚 सैनिक ***** घनघोर घिरें काले बादल, कड़-कड़ बिजली कड़काते हैं । सन-सन बहती सीरी बियार, सुन कर जब हम घबराते हैं ।। जम जाता लहू नसों में जब,संगीन लिये... Hindi 278 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 25 Jul 2022 · 1 min read कान्हा 🦚 *कान्हाँ* ******* तुम्हारी छवि मनोहर है पिताम्बर धारने वाले , हृदय को मोह लेते हैं तुम्हारे केश घुँघराले, विराजें राधिका प्यारी तुम्हारे संग में कान्हाँ । नजर कर लो... Hindi · मुक्तक 131 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 24 Jul 2022 · 1 min read सैनिक *सैनिक* ००००० किसी की आँख का ये झिलमिलाते नूर होते हैं , दमकते हैं किसी की माँग का सिंदूर होते हैं , हमारे ही लिये ये छोड़ आते माँ, बहिन,... Hindi · मुक्तक 1 98 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 23 Jul 2022 · 1 min read सोचा क्या ? 🦚 *सोचा क्या* व्याभिचार व्यापार बना क्यों, सोचा क्या ? अनाचार है खड़ा तना क्यों , सोचा क्या ? द्वेष भाव का चटक रंग फिर , दमका क्यों ? लालच... Hindi · मुक्तक 212 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 22 Jul 2022 · 1 min read माया 🦚 *माया* ००००० माया का सागर हृदय, लेता रहा हिलोर , पीठ किये बैठा रहा, सदा सत्य की ओर , नहीं समर्पण कर सका, प्रभु चरणों में नेह , देह... Hindi · मुक्तक 215 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 21 Jul 2022 · 1 min read विनम्रता 🦚 विनम्रता ******* जो गुणवान हुआ करते हैं, वे विनम्र हो झुक जाते है, वे अपनी मधुरिम सुगंध से, सारे जग को महकाते हैं, आओ हम भी बनें वृक्ष वह,... Hindi · मुक्तक 1 2 128 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 20 Jul 2022 · 1 min read गुरु 🦚 *गुरु* ०००० सदा सम दृष्टि रखता है, कृपा का दान करता है, न करता भेद किंचित मौन बाँटा ज्ञान करता है , कभी गिरने नहीं देता , सभी कहते... Hindi · मुक्तक 117 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 19 Jul 2022 · 1 min read बुरा 🦚 *बुरा* ००००० अग्नि में और घी डालना है बुरा । सर्प को बाँह में पालना है बुरा ।। हो समस्या बड़ी तो उसे हल करें । प्रश्न को हल... Hindi · बुरा · मुक्तक 223 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 18 Jul 2022 · 1 min read उचित नहीं उचित नहीं 🦚 बदलो तने हुए तेवर को, उचित नहीं आपस में लड़ना , बनकर फाँस सरीखा चुभना, कंकर-सा पाँवों में गड़ना , बैसाखी यदि बने किसी की, तो महान... Hindi · मुक्तक 145 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 15 Jul 2022 · 1 min read याद 🦚 याद **** तुम्हारी याद ने आकर हमें जब-जब सताया है , उठी हैं दर्द की लहरें हमें जी भर रुलाया है , तुम्हारे भी ह्रदय में एक धड़कन बेकरारी... Hindi · दर्द · मुक्तक · याद 180 Share Previous Page 3 Next