Dr. Kishan Karigar Language: Hindi 230 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read झूठ के आगे सच अक्सर? झूठ के आगे सच अक्सर? हार जाता है? सच को झूठ फिर झूठी बातों को ही? सभी सच मान जाता है? शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 451 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read आओ गुफ़्तगू करें जुस्तजू़ करूँ तुझसे, मेरा कोई इख़्तियार तो नहिं? आत्मीयता हो, ज़रा सी एहमियत ही? आओ गुफ़्तगू करें. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 332 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read मुफ़्त अनाज मुफ़्त अनाज तक ही सीमट गया वजूद तेरा? तू वोट बैंक और ओ वो ठग, नेता बन गया तेरा? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 382 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read हुक़्मरान हुक़्मरान हो गर सही? तो फिर दंगे किस बात की? ख़बर मिली की साजिश? और जांच मे भी आप ही? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 293 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read मुफ़्लिसी मुफ़्लिसि मे कभी तुम भी चुल्हे जलाकर तो देखो? ज़द्दोजहद के जलते चुल्हे में झुलसने की क़द्र तो होगी. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 500 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर ग़रीबों के जान की कीमत? अब कितनी सस्ती हुई? मुफ़्त अनाज या फिर मुफ़्त मे जान ही चली गई? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 225 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर सबको दौलत की बिमारी घेरे? रंजिशे भी क्या खूब हुआ? क़त्लेआम जो सरेआम इंशा ही इंसानियत का दुशमन बन गया? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 194 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर बिपति घेर जाए कभी हम सबको? तो झूठे हमदर्द ? और हितैषी की? मुक्क़मल पहचान भी हो जाती? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 193 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर शहर में बड़े सपने भी क्या खूब बेचे जाते? लोग बड़ि मासूमियत से ठग भी लिये जाते? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 192 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर समाज और लोग तुम्हारे जीतने का इंतजार नहीं करते? तुम्हारे हार जाने का वो पूरा ज़ोर अजमाईश जरूर करते? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 238 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर ना वो गुफ़्तगू, ना ही ज़ुस्तजू रिश्तों में फासलें इतनी क्यों? बेकार की उलझनों में हर कोई अपनेपन की एहमियत ना क्यूँ? शायर-किशन कारीगर (नोट-कॉपीराइट@) Hindi · शेर 214 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर हुक़्मरानो ने हम सभी को मज़हबी दंगों मे उलझा दिया? सभी वेबकूफ़ भी कितने की? एक दूजे के क़त्लेआम मे लगा हुआ? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 180 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर इस शहर में दिलजले हैं कितने क़रीब से उन्हें देखा है कभी? क़त्ल हुई उनके मासूमियत कि, पर खुद उन्हें इसकी ख़बर तक ना हुई. सर्वाधिकार सुरक्षित@ किशन कारीगर Hindi · शेर 1 186 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर दोस्त ना दुश्मन ही सही, पर तेरे ज़ेहन में तो हूँ . नज़र संभाल के तो देखा ज़रा मैं हूँ ओ ख़ुशी का साया जो तेरे कहीं इर्द-गिर्द ही तो... Hindi · शेर 182 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर तेरा क्या? तेरा तो कुछ नहीं हुआ दहशतगर्द उकसावे मे क़त्लेआम बेघर कर दिया. रोते बिलखते कहाँ जाउ तू ही बता? मेरा तो आशियाना उजड़ गया. सर्वाधिकार सुरक्षित© किशन कारीगर Hindi · शेर 1 189 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read हर मुक़्तलीफ़ को हर मुक़्तलीफ़ को मिल जाए महबूब चाँद की रूहानियत रुख़्सार हो हाँ ना की जुस्तजू और फिर गुफ़्तगू दिलो जां सच्ची मुहब्बत का ख़ुमार हो. शायर- किशन कारीगर (कॉपीराइट@) Hindi · शेर 1 206 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर हालात कुछ एसे कभी "कारीगर" तुझे झूठा बना देता है? ईश्वर सिर्फ इन सच्ची कोशिशों का गवाह जो होता है. शायर© किशन कारीगर Hindi · शेर 1 270 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर जालसाजी की अमीरी मे? किसी को ठगा तो नहीं? मुफ़लिसी मे ही खुश रहता, अब कारीगर यहिं कहीं? शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 209 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर की अब तो सच कहने से डर सा लगता है? वेबजह कई लोग दुशमन जो बन जाते? ©शायर-किशन कारीगर Hindi · शेर 1 202 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर इतनी भीड़ है शहर मे? कोई तो मददगार होगा? यहाँ तो हर मोड़ पे? सौदागर ही बैठा मिला? शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 212 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेरो ए शायरी सफ़र थोड़ा और है बाकि कुछ दूर और चल ले शाकी मंज़िल दूर है तो क्या हुआ? रास्ते में कहीं तो मिल जायेगी. ग़मो से मत होना परेशान असफलताओं से... Hindi · शेर 1 2 211 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read चैनों अमन की बाते अब कौन करता? चैनों-अमन की बातें अब कौन करता? उसे तो उल-जलूल सा लगता हमदर्द अब रह गए ही कितने? क्या कहे "किशन" हर कोई झूठी आहे भरता. जमाना भी खुदगर्ज़ कितना हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 393 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ (हास्य कविता) कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता) मुझे तो बस यही चिंता सत्ता रही की बजी अब चुनाबी घंटी मैं कैसे अपना वोट बैंक बढ़ाऊँ सत्ता की गलियारों में फिर कैसे... Hindi · कविता 1 406 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read शेरो ए शायरी ओ बेखबर मेरे रहगुजर देख ज़रा दिल ने दस्तक दी न जाने कब किधर | तेरी मुस्कुराहटों के अफसाने देखे थे हज़ार हमने गली गली ढूंढता हूँ तुझे कभी इधर... Hindi · शेर 2 295 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read यादों मे हम खो गए यादों में हम खो गए। आप मुझे छोड़कर कहीं चले गए सच्ची मुहब्बत में नादान कुछ पल रो लिए। इठलाती.बलखाती आपकी हँसी पैग़ाम.ए.मुहब्बत बन गए तस्वीर देखकर आपकी यादों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 393 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read किसे फुर्सत है? हर कोई भाग रहा किसे फुर्सत है? शहर बन गया है तमाशाबीन कोई दर्द से चीखता-कराहता पर कोई करता तक धिनाधीन. कोई दौलत के पीछे तो हर कोई शोहरत के... Hindi · कविता 1 335 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read जिस्म के लुटेरे जिस्म के लुटेरे यहाँ भी वहाँ भी कुछ उधर भी सफेदपोश चादर ओढ़े कुछ लोग ये खरोंच डालेंगे तेरे जिस्म हर कहीं बैठें हैं जिस्म के लुटेरे क्या कर लोगे... Hindi · कविता 1 510 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read बूढ़ा बड़गद का पेड़ बोला मेरी ही टहनियों को काटकर छाँव की तलाश में भटक रहे लोग कराहते हुए कहीं यहीं पर जैसे बूढा बरगद का पेड़ बोला कुछ याद है "किशन" की सभ भूल... Hindi · कविता 3 2 433 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता) उफ़ हाई रे मेरी तोंद ये कितनी हिलती डुलती है सेक्रेटरी से कितनी बार पूछा चल ये बता क्या, ये दिखती भी है? डरते डरते उसने इतना बताया जनता सालों-साल... Hindi · कविता 2 730 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read घोटालेबाजों की मेरीट लिस्ट (हास्य कविता) सभी एक दूसरे पे चिल्ला रहे थे आखिर क्यों नहीं मैं? बनी है घोटालेवाजों की मेरिटलिस्ट इस लिस्ट में मेरा नाम नहीं। एक ने दूसरे को धकियाआ चल हट जा... Hindi · कविता 1 444 Share Previous Page 5