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यूँ तेरी ज़ुल्फ़ों के सायों में उलझकर रह गया
डॉ आनन्द किशोर
जब भी उनसे सवाल करते हैं
डॉ आनन्द किशोर
अगर इश्क़ के ये सितारे न होंगे
डॉ आनन्द किशोर
देखती दुनिया के वो क्या मांगता है
डॉ आनन्द किशोर
रंग चेहरे के कितने बदलते रहे
डॉ आनन्द किशोर
आपको देख कुछ ख़्वाब पलने लगे
डॉ आनन्द किशोर
मिलता न किसी को भी है किस्मत से ज़ियादा
डॉ आनन्द किशोर
या नबी ! बस आपका हमको सहारा चाहिये
डॉ आनन्द किशोर
वही जो मेरी दवा रहा था
डॉ आनन्द किशोर
जान पर आज है ठनी देखो
डॉ आनन्द किशोर
दर्द हो तो मुस्कुराना चाहिए
डॉ आनन्द किशोर
मुहब्बत का खुला बाज़ार देखा है
डॉ आनन्द किशोर
वक़्ते-मुश्किल में ये इन्सान बदलते क्यूँ हैं
डॉ आनन्द किशोर
कोई जीत का भी इशारा न था
डॉ आनन्द किशोर
इक मुहब्बत का पैग़ाम है
डॉ आनन्द किशोर
जुदा होकर सितमगर हो गया है
डॉ आनन्द किशोर
गर मुक़द्दर जुदा नहीं होता
डॉ आनन्द किशोर
गर पेट में कोई भी निवाला न जाएगा
डॉ आनन्द किशोर
उसके जाने का बहुत ही ग़म हुआ
डॉ आनन्द किशोर
ख़ार नफ़रत के क्यूँ उगाते हो
डॉ आनन्द किशोर
तेरी रहगुज़र से गुज़र गये
डॉ आनन्द किशोर
उसकी मोहताज़ रवानी मेरी
डॉ आनन्द किशोर
कुछ न थी हमको ख़बर वो आ गये
डॉ आनन्द किशोर
जिन्दगी नाम नहीं मर के जिए जाने का
डॉ आनन्द किशोर
साथ चलने से जब रहनुमा रह गया
डॉ आनन्द किशोर
ज़रा सा एक क़दम जब कभी उठाया है
डॉ आनन्द किशोर
दीपक एक जलाकर देखो
डॉ आनन्द किशोर
किसी से राब्ता कोई नहीं है
डॉ आनन्द किशोर
सजदे में झुका हो ही न वो सर नहीं देखा
डॉ आनन्द किशोर
देख तूफ़ान डर न जाए कहीं
डॉ आनन्द किशोर
दूर मुझसे कभी गया भी नहीं
डॉ आनन्द किशोर
है न शिकवा मुझे सदाक़त से
डॉ आनन्द किशोर
यूँ कोई राज़दार मत करना
डॉ आनन्द किशोर
लगा जो दिल में है उस तीर का क्या
डॉ आनन्द किशोर
वक़्त गर ज़ाया ये सारा जाएगा
डॉ आनन्द किशोर
तड़पता है वही यौवन जिसे दरपन नहीं मिलता
डॉ आनन्द किशोर
कैसे-कैसे काम करते हैं तेरी बस्ती में सब
डॉ आनन्द किशोर
छिपती नहीं तमाम सदाक़त कभी कभी
डॉ आनन्द किशोर
कर रहे जब से वो नेकियाँ आजकल
डॉ आनन्द किशोर
दौलतों ने ख़राब आदत की
डॉ आनन्द किशोर
और क्या अब चाहिये
डॉ आनन्द किशोर
बहुत तेज़ जब से ये धारे हुये हैं
डॉ आनन्द किशोर
पराये लोग हैं सारे कोई अपना नहीं लगता
डॉ आनन्द किशोर
होते हैं कुछ उसूल भी व्यापार के लिये
डॉ आनन्द किशोर
अम्न का पैग़ाम ले दिलशाद आया
डॉ आनन्द किशोर
मुफ़लिसों की आँखों में ख़्वाब ये निराला है
डॉ आनन्द किशोर
जानी न वक़्त की है रियासत कहाँ कहाँ
डॉ आनन्द किशोर
दोस्ती आज हक़ीक़त में अदावत कोई
डॉ आनन्द किशोर
ख़्वाब आँखों में सजे उसको दिखाऊँ कैसे
डॉ आनन्द किशोर
याद है प्यार की कहानी भी
डॉ आनन्द किशोर