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Page 4
क्योकी धनवान कहाते हो।
क्योकी धनवान कहाते हो।
Vindhya Prakash Mishra
उडी पतंग
उडी पतंग
Vindhya Prakash Mishra
बिल्ली मौसी बड़ी सयानी
बिल्ली मौसी बड़ी सयानी
Vindhya Prakash Mishra
माना कि कमिया बहुत है।
माना कि कमिया बहुत है।
Vindhya Prakash Mishra
आयी वसंत की होली
आयी वसंत की होली
Vindhya Prakash Mishra
जोगीरा सारा रारा रा
जोगीरा सारा रारा रा
Vindhya Prakash Mishra
वह नेता है ।
वह नेता है ।
Vindhya Prakash Mishra
आंगन की किलकारी बेटी
आंगन की किलकारी बेटी
Vindhya Prakash Mishra
वीणापाणि नमस्तुभ्यम्
वीणापाणि नमस्तुभ्यम्
Vindhya Prakash Mishra
अगर कोई चुनाव न हो ।
अगर कोई चुनाव न हो ।
Vindhya Prakash Mishra
*माँ की चरण वंदना*
*माँ की चरण वंदना*
Vindhya Prakash Mishra
अमर जिसकी निशानी है।
अमर जिसकी निशानी है।
Vindhya Prakash Mishra
हम नेता ही लोकतंत्र के रखवाले है ।
हम नेता ही लोकतंत्र के रखवाले है ।
Vindhya Prakash Mishra
#सरस्वती वंदना#
#सरस्वती वंदना#
Vindhya Prakash Mishra
मुखौटे में इंसान, कैसे हो पहचान
मुखौटे में इंसान, कैसे हो पहचान
Vindhya Prakash Mishra
सुंदर गणतंत्र मनाना है ।
सुंदर गणतंत्र मनाना है ।
Vindhya Prakash Mishra
मन मंथर गति से कुछ डोले
मन मंथर गति से कुछ डोले
Vindhya Prakash Mishra
नये वर्ष से बड़ी आस है ।।
नये वर्ष से बड़ी आस है ।।
Vindhya Prakash Mishra
नया वर्ष हो मंगलमय
नया वर्ष हो मंगलमय
Vindhya Prakash Mishra
अपने -अपने सपने
अपने -अपने सपने
Vindhya Prakash Mishra
क्रोधाग्नि है जिसका भूषण, उसको क्यों शीत लगेगी।
क्रोधाग्नि है जिसका भूषण, उसको क्यों शीत लगेगी।
Vindhya Prakash Mishra
क्यों उडना भूल गया ।
क्यों उडना भूल गया ।
Vindhya Prakash Mishra
भारी बस्ता कापी बीस।
भारी बस्ता कापी बीस।
Vindhya Prakash Mishra
ईश्वर दे दो यह वरदान ।
ईश्वर दे दो यह वरदान ।
Vindhya Prakash Mishra
दीपावली के घरौदे।
दीपावली के घरौदे।
Vindhya Prakash Mishra
माँ माँ माता
माँ माँ माता
Vindhya Prakash Mishra
दीपावली मनाना है ।
दीपावली मनाना है ।
Vindhya Prakash Mishra
दीपक दिल की कालिमा मिटा दो।
दीपक दिल की कालिमा मिटा दो।
Vindhya Prakash Mishra
असर दुआवो का
असर दुआवो का
Vindhya Prakash Mishra
चांद का दीदार चांद के साथ
चांद का दीदार चांद के साथ
Vindhya Prakash Mishra
आंसू से गीला तन है ।
आंसू से गीला तन है ।
Vindhya Prakash Mishra
दश हारा
दश हारा
Vindhya Prakash Mishra
मन कहता नेता बन जाऊँ-
मन कहता नेता बन जाऊँ-
Vindhya Prakash Mishra
चलने का संकल्प मन में है ठाना
चलने का संकल्प मन में है ठाना
Vindhya Prakash Mishra
इक सेल्फी की खातिर ।
इक सेल्फी की खातिर ।
Vindhya Prakash Mishra
बस्ता वजन उठाते हैं हम पढ़ने जब जाते हैं ।
बस्ता वजन उठाते हैं हम पढ़ने जब जाते हैं ।
Vindhya Prakash Mishra
तीज त्योहार
तीज त्योहार
Vindhya Prakash Mishra
पत्थर तब बनता भगवान
पत्थर तब बनता भगवान
Vindhya Prakash Mishra
आवाज ही व्यक्तित्व की पहचान बनती है ।
आवाज ही व्यक्तित्व की पहचान बनती है ।
Vindhya Prakash Mishra
भगवान भी इंसान से परेशान हैं ।
भगवान भी इंसान से परेशान हैं ।
Vindhya Prakash Mishra
मरकर भी सह रही गरीबी
मरकर भी सह रही गरीबी
Vindhya Prakash Mishra
माखन सा कष्ट चुरा लो मोहन
माखन सा कष्ट चुरा लो मोहन
Vindhya Prakash Mishra
शिक्षक दिवस पर कविता
शिक्षक दिवस पर कविता
Vindhya Prakash Mishra
पंक्षी तेरे सबल पंख
पंक्षी तेरे सबल पंख
Vindhya Prakash Mishra
प्यारी बहना तुम खुश रहना।
प्यारी बहना तुम खुश रहना।
Vindhya Prakash Mishra
हर भाई की इक बहना हो।
हर भाई की इक बहना हो।
Vindhya Prakash Mishra
रोजगार की तलाश में
रोजगार की तलाश में
Vindhya Prakash Mishra
नमन
नमन
Vindhya Prakash Mishra
तिरंगा भारत की है शान ।
तिरंगा भारत की है शान ।
Vindhya Prakash Mishra
सावन भावन
सावन भावन
Vindhya Prakash Mishra
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