आर.एस. 'प्रीतम' 1115 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next आर.एस. 'प्रीतम' 25 Oct 2023 · 1 min read दुनिया देखी रिश्ते देखे, सब हैं मृगतृष्णा जैसे। दुनिया देखी रिश्ते देखे, सब हैं मृगतृष्णा जैसे। बहरुपिया आदर्श सभी का, रंग बदलते हैं ऐसे।। मुखपर चाहत दिल में नफ़रत, अंदाज़ लिए गिरगिट-सा; कौन पराया अपना 'प्रीतम', पहचाने यारों... Quote Writer 1 220 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Oct 2023 · 1 min read ग़ज़ल बुराई भूल जाओ तो मनाया दशहरा मानो कोई रोता हुआ तुमने हँसाया दशहरा मानो/1 पिता-माता तुम्हें प्यारे वचन उनके निभाते हो यही निश्चय अगर दिल से निभाया दशहरा मानो/2 नहीं... Hindi 129 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Oct 2023 · 1 min read ग़ज़ल बड़े अच्छे बड़े प्यारे तुम्हारे काम देखे हैं सुने चर्चे छपे पर्चे तुम्हारे आम देखे हैं/1 सभी का साथ देते हो दिखाते पर नहीं देखा मसीहा हो क़सम से तुम... Hindi · Quote Writer 1 2 177 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Oct 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल सिखाया ज़िंदगी ने ज़ख्म क्यों भरते उभरते हैं किसी तालीम की ख़ातिर मुहब्बत ये भी करते हैं/1 मिले जो भी नज़ारा सुन उसे दिल में बसा लेना कभी टूटे... Hindi 1 99 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Oct 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल लगाया दिल तुझी से है मिली नज़रें हज़ारों से किसी को चाँद मिल जाए तो हसरत क्या सितारों से/1 मिरी बातें तुझे अच्छी लगे हैं आजकल सारी हँसी तेरी... Hindi · Quote Writer 1 171 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Oct 2023 · 1 min read *ग़ज़ल* सुनाओ दर्द अपना तुम निकलकर हल भी आएगा अँधेरा आज है तो क्या उजाला कल भी आएगा/1 छिपाए राज बीमारी लगा देंगे छिपाओ मत लगा है नल अगर प्यारे कभी... Hindi 62 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Sep 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल पता पल का नहीं है पर अलार्म भर के सोते हैं भुला इंसान को पूजा बुतों की कर के सोते हैं/1 जिन्हें ख़ुद से मुहब्बत है दिलों से प्यार... Hindi 1 85 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Sep 2023 · 1 min read ग़ज़ल #ग़ज़ल करे चुगली उजाड़े घर उसे इंसान मत कहना लिए दलदल गुनाहों का उसे मैदान मत कहना/1 बुराई कर किसी की हम अगर औक़ात भूले जो जलालत है हमारी ये... Hindi 2 119 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Sep 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल लगे हिंदी हमें प्यारी यही गौरव हमारा है बड़ी पावन मधुर इतनी कि ज्यों गंगा की धारा है/1 लिए शब्दों में गरिमा है लिए संस्कार किस्सों में दिखाए रोशनी... Hindi 3 83 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Sep 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल किये वादे निभाए जो उसे इंसान कहता हूँ भुला दे वक़्त बदले जब उसे शैतान कहता हूँ//1 ज़रा-सी धूप ही तो बर्फ़ को पिंघला यहाँ देती करे जो दंभ... Hindi 2 88 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Aug 2023 · 1 min read चिराग को जला रोशनी में, हँसते हैं लोग यहाँ पर। चिराग को जला रोशनी में, हँसते हैं लोग यहाँ पर। जले स्वयं का फिर क्यों रोना, नीति दोगली कीचड़-सम।। ख़ून दूसरों का चूस रहा, इंसान नहीं वह 'प्रीतम'। सत्य कहूँ... Quote Writer 2 375 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Aug 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल मुहूर्तों की ज़रूरत ही नहीं है दिल जहाँ मिलते मुहब्बत हो ज़मीं बंज़र में भी हैं गुल यहाँ खिलते/1 हँसो दिल से मनाओ पर्व पर तुम वक़्त मत देखो... Hindi 1 89 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Aug 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल मुहब्बत की लबों पर रब सदा मुस्क़ान लिख देना जिऊँ मैं देश की खातिर यही अरमान लिख देना/1 क़दम पीछे हटाना ख़ून में शामिल नहीं मेरे ज़रूरत हो वतन... Hindi 1 151 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Aug 2023 · 1 min read घरौंदा इक बनाया है मुहब्बत की इबादत लिख। घरौंदा इक बनाया है मुहब्बत की इबादत लिख। इसे मत तोड़ देना यार चिड़िया से शिकायत लिख।। बड़े अरमान सपने हैं जुड़ा विश्वास हर घर में रहे हर घर सलामत... Quote Writer 2 2 802 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Aug 2023 · 1 min read ग़ज़ल पुराने घर में यादों के फसाने पढ़ रहा हूँ मैं मुहब्बत के हिफाज़त के तराने पढ़ रहा हूँ मैं/1 खिलौने टूट कर भी आज बचपन को दिखाते हैं जिन्हें छूकर... Hindi 1 107 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Aug 2023 · 1 min read सबक ज़िंदगी पग-पग देती, इसके खेल निराले हैं। सबक ज़िंदगी पग-पग देती, इसके खेल निराले हैं। कभी ख़ुशी कभी दिखाए ग़म, रंग सभी मतवाले हैं।। इंद्रधनुष-सी कभी ज़िंदगी, बदरंग कभी लगती है। पल में शोला पल में शबनम,... Quote Writer 2 368 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल करो पहचान ख़ुद की तुम सजाओ बाद में सपने नहीं पूरे कभी होते किसी की दाद में सपने/1 तरीक़ा जोश होना होश देता कामयाबी है मिले शोहरत सुनो यारों... Hindi 100 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Aug 2023 · 1 min read ग़ज़ल #ग़ज़ल सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा। जमीं इसकी गगन इसका सभी आँखों का है तारा।। नहीं हिम्मत किसी की है उठाकर आँख जो देखे। चटा दें... Hindi 1 204 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Aug 2023 · 1 min read कविता : छलक न जाए गगरी विषय : छलक न जाए गगरी छलक न जाए गगरी ग़म की। आज परीक्षा मेरे दम की।। दर्द बताकर सबको अपना। तोड़ूँ कैसे उनका सपना।। अग्नि हृदय की छिपा जलूँगा।... Hindi 2 72 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Aug 2023 · 1 min read कविता : संगति और जोश कविता : संगति और जोश संगति असर करे इतना, बदल ज़िंदगी जाती है। विजय पराजय की डोर यही, देती और छुड़ाती है।। भूल बुराई गले लगाना, आफ़त ही बन जाता... Hindi 2 96 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Aug 2023 · 1 min read _कविता : कौन साँस सुख की भरता?_ कविता : कौन साँस सुख की भरता? क्षांत बनो घीया हृदय नहीं, निशि-वासर काँत करोगे। तिल्लाना छेड़ो प्रेमभरा, घुप-संकट शांत करोगे।। नाकुल सीधा सत्य दिखाए, बुद्धि संकरा हरता है। घृणा... Hindi 301 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jul 2023 · 1 min read कविता : फ़ितरत वक़्त बदलता दशा बदलती, फ़ितरत नहीं बदलती है। जो जैसा है वैसा रहता, नहीं ज़रा-सी ग़लती है।। चाँद चाँदनी सूर्य रोशनी, भूलें नहीं कभी देना। मेघ बरसते नदियाँ बहती, समझ... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 4 2 119 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Jul 2023 · 1 min read कविता : भावनाओं में बहता मन कभी भावनाओं में बह मन, नहीं बुद्धि की सुनता है। उसे सही जो भी लगता है, उसे ख़ुशी से चुनता है।। लाभ-हानि नहीं देखता है, कदर प्रेम से करता है।... Hindi 1 2 175 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Jul 2023 · 1 min read कविता : दो लफ़्ज़ों में दो लफ़्ज़ों में कहदे ऐसा, सौ लफ़्ज़ों में कहा न जाए। दिल में उतरे बात सीख दे, जीवन भर भी भूल न पाए।। शब्दों का ज़ादू ही तो है, सबको... Hindi 2 217 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Jul 2023 · 1 min read कविता : आशा का दीपक आशा का दीपक जला रहे, तभी चेहरा खिला रहे। परिवर्तन प्रकृति का नियम है, माने लेकर सिला रहे।। कुछ भी हो सकता करने से, नहीं फ़ायदा डरने से। चला उसे... Hindi 2 2 114 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jul 2023 · 1 min read अंतिम युग कलियुग मानो, इसमें अँधकार चरम पर होगा। अंतिम युग कलियुग मानो, इसमें अँधकार चरम पर होगा। दंभ लिए ज्ञानी मानव भी, सदाचार रहित परम हर होगा।। वशीभूत स्वयं भावना के, पाप करेगा मानव छल बल से। संतोष... Quote Writer 2 362 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jul 2023 · 1 min read कविता : संघर्ष संघर्ष करो फल तुम पाओ। कभी नहीं पर तुम घबराओ।। बाधाएँ तो आएँ जाएँ। साहस से पर मुँह की खाएँ।। डरकर पीछे कभी न हटना। अटल अडिग हो चलते चलना।।... Hindi 2 278 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jul 2023 · 1 min read कविता : चलते-चलते यूँ ही चलते-चलते यूँ ही यारों, एक ख़्याल मन में आया है। खुलके जी लूँ यहाँ ज़िंदगी, ये धूप-छाँव-सी माया है।। भौतिकता एक छलावा है, क्यों करते लोग दिखावा हैं? मुझको भी... Hindi 1 307 Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 Jul 2023 · 1 min read कविता : क़ुर्बानी और क़ुर्बान क़ुर्बानी हो देश पर, हो जाओ कुर्बान। बनकर एक शहीद तुम, करो वतन का मान।। ऋण मिट्टी का जो चुके, हँसके देना प्राण। देश मान में है छिपा, हम सबका... Hindi 87 Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 Jul 2023 · 1 min read कविता : कृष्णा की पुकार सुनो कृष्णा की पुकार सुनो, जानो गीता का सार। दिल से फिर पालन करो, महकाओ हर घर-द्वार।। फल कर्मों का मेल है, देना इनपर तुम ध्यान। यही बनें प्रारब्ध भी, चलो... Hindi 210 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 Jun 2023 · 1 min read कविता : उदयकाल दृश्य मनोहर उदयकाल का, स्वर्ग धरा पर है लाए। जीव-जगत् में चहल-पहल हो, कली-कली है खिल जाए।। शीतल पावन पवन चले है, सुरभि चमन में भर जाती। सूर्य-लालिमा नीलगगन को,... Hindi 1 83 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Jun 2023 · 1 min read कविता : निकल भँवर से आनंद पाओ इंसान फँसा दुनिया के भँवर में। योद्धा बन जीते जीवन समर में।। पार उतरता तीर लिए नज़र में। बड़ा हौंसला होता इस असर में।। माया मनको ठगती है यहाँ पर।... Hindi 70 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Jun 2023 · 1 min read कविता : हरि दर्शन बिन हरि दर्शन बिन चैन नहीं है, रहता हृदय उदास। खोज़ रही हैं प्यासी आँखें, मिले दीद उल्लास।। रोम-रोम में भाव मिलन का, प्रभु तेरा मैं दास। आठों याम नाम सिमरन... Hindi 1 118 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jun 2023 · 1 min read कविता : रिश्तों को समझिए रिश्तों को समझिए और तुम, जीवन ख़ुशहाल बनाओ। इन्हें प्रेम से सींचो प्रतिपल, चाहत के रंग लगाओ।। मतभेद चले मनभेद नहीं, सोचो समझो समझाओ। कभी न टूटे उस बंधन में,... 2 75 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jun 2023 · 1 min read कविता : शेरोंवाली माँ माँ दुर्गा अष्टभुजाधारी। मन को भाए सिंह सवारी।। अग्नि सूर्य अरु चंद्र तुम्हारे। नैन त्र्यम्बके तीन सँवारे।। महिषासुर को मार गिराया। नाम तभी माँ दूर्गा पाया।। भक्तजनों की रक्षा करती।... Hindi 2 56 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jun 2023 · 1 min read कविता : तुमसे रोशन सभी नज़ारें मन व्याकुल और कंठ है अवरुद्ध, अब तुम ही राह दिखाओ। मालिक हो दाता हो प्रभु तुम नेक, मेरा विश्वास बढ़ाओ।। हार चुका हूँ जग के छल से आज, अब... Hindi 87 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jun 2023 · 1 min read कविता : योग हमेशा करते रहना योग हमेशा करते रहना। स्वस्थ रहोगे सच है कहना।। आलस त्यागो ज़ल्दी जागो। नींद लिए ख़ुद से मत भागो।। बीमारी नजदीक न आए। प्रातः योग सब दूर भगाए।। मुखमंडल पर... Hindi 58 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Jun 2023 · 1 min read जड़ता है सरिस बबूल के, देती संकट शूल। जड़ता है सरिस बबूल के, देती संकट शूल। चेतनता खिले गुलाब-सी, ख़ुशबू दे अनुकूल।। रहो हमेशा गतिमान तुम, फूलो फलो जहान। कार्य करो सब शुभ नेक तुम, जीवन बने महान।।... Quote Writer 250 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Jun 2023 · 1 min read प्रार्थना : मैं चंदन बन जाऊँ करो कृपा प्रभु रात-दिन, मैं सज्जन बन जाऊँ। असर न विष का हो कभी, मैं चंदन बन जाऊँ।। नितदिन तेरा ध्यान हो, इच्छा एक यही है; संग रहूँ बस सत्य... Hindi 2 88 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Jun 2023 · 1 min read कविता : रिश्तों में बिखरा हुआ रिश्तों में बिखरा हुआ, मगर धूप-सम निखरा हुआ। जीवन चलता है यहाँ, रंग-बिरंगा सँवरा हुआ।। रिश्ते नाजुक हैं सभी, छेड़ो न कभी तुम भूलकर। विश्वास भरो प्यार से, खो जाएँ... Hindi 1 315 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Jun 2023 · 1 min read कविता : महिमा कथा पुराण की प्रातः वंदना करो सदा ही, शाँत काँत मन होगा। मंगलमय दिन बीते पूरा, हर क्षण पावन होगा।। बुद्धि-शुद्धि करने वाली है, वांछित फल देती है। महिमा कथा पुराण की सुनो,... Hindi 2 2 87 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Jun 2023 · 1 min read कविता : आँखें श्रद्धा प्रेम आदर है, दिल के भाव सारे हैं। पढ़कर देखिये इनको, क्या-क्या ये सँवारे हैं।। अनुभव का खज़ाना है, पूजा और मंदिर है। मोती चाह के इनमें, आँखों में... Hindi 2 190 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Jun 2023 · 1 min read दोहे : प्रभात वंदना हेतु प्रथम पुरुष भगवान है, जग जिसका दरबार। मानव कठपुतली बना, चले उसी अनुसार।। माया उसकी भक्त है, करे मनुज लाचार। जो इससे बचकर चला, वह भव-सागर पार।। उसने रचे प्रपंज... Hindi 2 334 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Jun 2023 · 1 min read गीतिकाव्य : योग तन-मन करे निरोग ये, दूर भगाकर रोग। पौ-फटते ही कीजिए, खुली हवा में योग।। परम शाँति आनंद, योग करके मिलते हैं। उजड़े गुलशन घोर, सुरभि लेकर खिलते हैं।। मुखमंडल देता... Hindi 124 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Jun 2023 · 1 min read कविता : झूठ याद झूठ को रखना पड़ता, पोल कभी भी खुल जाए। झूठ गिराती अंतर्मन से, ये मुख का रंग उड़ाए।। चढ़े एक बार काठ हांडी, कथन हमेशा याद रखो; विश्वास टूटकर... Hindi 1 362 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Jun 2023 · 1 min read कविता : पिता कविता : मेरे पिता बड़ा पिता से नहीं धरा पर, जीवन देकर दी मुस्क़ान। कभी भूल इच्छाएँ अपनी, दिए मुझे हर मीठे गान।। जैसे पुस्तक मार्ग दिखाए, रही पिता की... Hindi 1 172 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Jun 2023 · 1 min read कविता : भरोसा क्या है? कविता : भरोसा क्या है? जीने का एक सहारा है, लगता जग उजियारा है। करो भरोसा ख़ुद पर पहले, फिर नजदीक किनारा है।। हार नहीं मानोगे जब तक, हासिल सब... Hindi 98 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Jun 2023 · 1 min read कविता : कुदरत कविता : कुदरत कुदरत के खेल निराले हैं, कहीं अँधेरे कहीं उजाले हैं। ये सोच कर्म करते जाओ, अपने दिवस बदलने वाले हैं।। समय भाग्य कुदरत के वश में, अपने... Hindi 1 106 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Jun 2023 · 1 min read कविता : सजा दो घर कविता : सजा दो घर को आज सजा दो घर को इतना, खिलता गुलज़ार नज़र आए। सुरभियुक्त हो कोना-कोना, स्नेह प्रेम प्यार नज़र आए।। कोई आनेवाला है घर, स्वागत करके... Hindi 74 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Jun 2023 · 1 min read कविता : उदय कविता : उदय सूर्य उदय तब समझिये, जीवन का अनमोल। मन उर्जा से तृप्त हो, कहे सुहाने बोल।। आत्मसात हर क्षण करो, मिले बड़ा आनंद। प्रेमभाव बढ़ने लगे, लिखो मिलन... Hindi 83 Share Previous Page 5 Next