Ranjana Mathur Language: Hindi 458 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read बंदिश बंदिश है न कोई रोक टोक न ही कोई जहरीला निवाला बुराइयों पर लगाए जो रोक वह है बंदिश नाम का ताला सही ढंग से इसे अपनाओ रखो न किसी... Hindi · कविता 482 Share Ranjana Mathur 18 Jan 2019 · 1 min read तन्हाइयाँ देखिये रोई बहुत शहनाइयाँ बहुत तड़पाएगी ये रुसवाइयाँ। नींद रातों को न अब मिलती गले आग दिल में लगा रही पुरवाइयाँ। सुबह की जो किरण पहली देख ली याद तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 460 Share Ranjana Mathur 18 Jan 2019 · 1 min read सूनी हवेली सूनी पड़ी ये हवेलियाँ बन्द पड़े ऊँचे ये द्वार मैं हूँ विरहन नार अकेली पिया गये करने व्यापार। करूं मैं निख शिख तक स्वर्ण गहनों का श्रृंगार बिन साजन व्यर्थ... Hindi · कविता 192 Share Ranjana Mathur 17 Jan 2019 · 1 min read तमन्ना दुनिया दर्दों की इक रवानी है हँस कर उम्र फिर भी बितानी है। दे दो मुस्कान तुम उस लब को भी जिसकी रोती - सी ज़िन्दगानी है। बन जा लाठी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share Ranjana Mathur 14 Jan 2019 · 1 min read तुम क्या जानो समझेगा वही इसको जो दीवाना किसी का कभी हुआ भी है भला ये जमाना किसी का। रहते हैं जो हवेलियों में ठाठ-बाट से उनको न सुहाता है गरीब खाना किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share Ranjana Mathur 13 Jan 2019 · 1 min read माँ तेरी याद मैं थक कर होती जब चूर, नींद भी होती कोसों दूर। तब तेरे हाथों की छुअन सी जैसे, बचपन में पहुंचा जाती है। तेरी लोरी की गूंज मीठी-सी, निंदिया अब... Hindi · कविता 257 Share Ranjana Mathur 13 Jan 2019 · 1 min read विश्वास विश्वास का नाम ही है जिन्दगी । अविश्वास है मृत्यु समान। एक सूक्ष्म सी सुन्दर डोर है विश्वास। कितनी सुदृढ़ है यह किसी को नहीं आभास। विश्वास का जिसको भी... Hindi · कविता 296 Share Ranjana Mathur 13 Jan 2019 · 2 min read प्रेम-एक अलौकिक अनुभूति। ईश्वर द्वारा प्रदत्त वह अलौकिक अनुभूति जो आदिकाल से प्राणी मात्र के पारस्परिक संबंधों को प्रगाढ़ करने में सबसे अधिक मजबूत डोर का कार्य करती आई है वह निश्चित रूप... Hindi · लेख 1 1 320 Share Ranjana Mathur 12 Jan 2019 · 1 min read धैर्य हौले हौले खेना प्राणी अपनी जीवन नैया हम हैं कौन चलाने वाले खेवनहार कन्हैया। धैर्य सदा तुम रखना संतोष कभी न खोना भैया चाहे मिले फूलों भरी राहें या कांटों... Hindi · कविता 555 Share Ranjana Mathur 12 Jan 2019 · 1 min read सीखा विवेकानंद से जो लगे हैं अपने उद्धारों में न घर ही उनका हुआ न घाट। करने वालों की हुंकार बहुत कर देंगे वे इक क्रांति विराट। बह जाएं बड़े-बड़े दिग्गज भी क्या... Hindi · कविता 194 Share Ranjana Mathur 12 Jan 2019 · 2 min read "क्षण भर जीवन मेरा परिचय।" वे अपना परिचय कुछ इसी तरह से दिया करते थे - - "मिट्टी का तन मस्ती का मन क्षण भर जीवन मेरा परिचय।" जी हाँ, मैं यह सुप्रसिद्ध कवि व... Hindi · लेख 833 Share Ranjana Mathur 12 Jan 2019 · 2 min read विवाह गीत आओ गजानन जी घर में पधारो जी सकल देवों के संग स्वागत तिहारो जी बाजे शहनाई गाओ मंगल बधाई बिटिया के ब्याह की शुभ घड़ी आई। दादा जी दादी जी... Hindi · कविता 657 Share Ranjana Mathur 11 Jan 2019 · 1 min read सफलता का रहस्य सौ बुराइयों के ऊपर सिर्फ एक अच्छाई हावी है। अंधेरों से भरा है जहाँ तो क्या उम्मीद की एक किरण ही काफी है। हौसलों की ताकत से तो निराशा सदा... Hindi · कविता 228 Share Ranjana Mathur 11 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल - हैं बहुत हम तो खुशियों के दीवाने हैं बहुत। गम भुलाने के बहाने हैं बहुत। बैठिए नज़दीक किसी बुज़ुर्ग के खुशियाँ पाने के ठिकाने हैं बहुत। बिखरा है क्या रूप देखो हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 229 Share Ranjana Mathur 11 Jan 2019 · 1 min read "पाप-पुण्य " पाप-पुण्य का लेखा-जोखा प्राणी तेरा लिखा जाएगा। कर्म भले या बुरे जो करेगा दंड अवश्य ही तू पाएगा। यही है वह कथन जो हम आदिकाल से सुनते आए। किन्तु जो... Hindi · कविता 1k Share Ranjana Mathur 11 Jan 2019 · 1 min read झूठा दर्प बन हिमशिला वारि इठलाया हूँ मैं भी अब तुझ सा दृढ़ पाषाण देखकर यह शिला खंड उवाच्.. होकर मुझसा भी न हो सकता सुदृढ़ सदृश मेरे अडिग अविचल अटल होगा... Hindi · कविता 459 Share Ranjana Mathur 10 Jan 2019 · 1 min read क्या गाएं तेरी महिमा तुम समग्र सृष्टि निर्मात्री सकल विश्व की स्नेह दात्री हो तुम त्याग ममत्व की मूरत नारी तुम हो धरा सी धीर अविचल हो सुख दुःख में तुम हो सागर सी... Hindi · कविता 553 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल हम तो ग़म में भी खुशियाँ हज़ार देख लेते हैं हम तो सहरा में फसले बहार देख लेते हैं। नींद आती है तुमको तो महलों में यारों झोंपड़ी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 241 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल इस दिल ने किया प्यार पहली बार आप से हाल ए दिल नज़रें कह रही दिलदार आपसे। न तो तुम हमें न हम तुम्हें पहचानते ही थे नज़र नज़र में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 212 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read राष्ट्रप्रेम आओ हम उस सोन चिरैया का सबसे परिचय करवाएं गौरवशाली भारत के वैभव का परचम फिर लहराएं। अविच्छिन्न था देश हमारा सकल विश्व में था विख्यात उत्तुंग हिमालय किरीट सजे... Hindi · कविता 740 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 2 min read सहानुभूति है तुझसे आ ओ नवजात शिशु नव वर्ष आ(2) सुनी तेरी पहली किलकारी हर चेहरे पर मुस्कान खिली तू नव किसलय सा है न इक नवल कोंपल सा दुधमुहां है और है... Hindi · कविता 195 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल ताकत दुखी पर न आजमाया करो ज्यादती बेबसों पर न ढाया करो। दे सके रोशनी ख़ुद मिले ख़ाक में वो शमा हसरतों की जलाया करो। खिलखिलाता रहे नेकियों का जहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 227 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read "स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत " यह नारा दिया हमारे प्रधानमंत्री जी द्वारा और यह स्वच्छता संबंधी कार्य कलापों के परिदृश्य भी समय समय पर देखने को मिल रहे हैं परन्तु यह प्रयास तब तक अधिकांशतः... Hindi · लेख 428 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 2 min read पर्यावरण शहर की नाम गिरामी हस्तियों में से एक। अमर चंद जी गोयल । बंगले के आसपास की अच्छी खासी जगह दबा रखी है। बंगले के विस्तार हेतु पिछवाड़े गरीब विधवा... Hindi · लघु कथा 1 370 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 2 min read मर्म मोहल्ले के सारे पुरुष इसी बात से दुखी थे कि सवेरे - सवेरे से रतनी काकी के चबूतरे पर औरतें इकट्ठा हो अपनी पंचायत शुरू कर देती थीं जिसकी गहमा... Hindi · लघु कथा 1 1 378 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 1 min read जल पर हाइकू ?? 1. मरुधरा में बहुत दूर तक दुर्लभ जल ?? 2. सुदूर गांव नारी के श्रम से ही मिलता पानी ?? 3. एक कटोरा पानी हो छत पर पंछी हैं... Hindi · हाइकु 1 1 461 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 2 min read गुलाम समीर शहर के सबसे मशहूर स्कूल में पढ़ता था और पढ़े भी क्यों न नगर के अरबपति व्यवसायी "मित्तल ग्रुप" के मालिक अमर मित्तल की इकलौती संतान जो था। पापा... Hindi · कहानी 255 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 2 min read नीम का पेड़ भूतपूर्व मेयर मि. गोयल का शहर में दबदबा है। बंगले के आसपास की अच्छी खासी जगह दबा रखी है। बंगले के विस्तार हेतु पिछवाड़े गरीब विधवा की झोंपड़ी तोड़ दी।... Hindi · लघु कथा 264 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 2 min read नींव का पत्थर "पापा कल, 15 अगस्त है हमारी स्वतंत्रता प्राप्ति का दिन। " नन्हा बिट्टू पिता से बोला। "पापा पता है हमें नेताओं ने आजादी दिलाई है तभी तो ये सरकार बनाने... Hindi · लघु कथा 265 Share Ranjana Mathur 4 Jan 2019 · 1 min read अन्तर्यामी "तू तो बड़ा है अन्तर्यामी सब कुछ जाने तू भगवान्। तू है परमपिता मेरा प्रभु मैं हूँ प्रभु तेरी ही संतान। तेरी ही भक्ति करती हूँ मैं तू बन जा... Hindi · कविता 220 Share Ranjana Mathur 4 Jan 2019 · 1 min read सिंदूर एक नन्ही - सी डिबिया सिंदूर की अद्भुत चमत्कार की पिटारी नारी सौभाग्य और स्वास्थ्य की इसमें तो समाई है सारी दुनिया। सिन्दूर की रक्तिम आभा द्विगुणित करे नारी का... Hindi · कविता 244 Share Ranjana Mathur 4 Jan 2019 · 1 min read अंदाज़ हर फूल का रंग जुदा है हर शै का आगाज़ अलग है किसी के मन तृष्णा व्यापे कोई है ममता की खान किसी की तिक्त कठोर है वाणी किसी के... Hindi · कविता 243 Share Ranjana Mathur 4 Jan 2019 · 2 min read बिखर गये सपने "मैं यहाँ मर रहा हूँ और तुझे पढ़ने की पड़ी है" मोहनलाल जी ने सुमित की सारी किताबें गुस्से में आकर फेंक दीं। वार्ड के सभी मरीज देखते रह गए।... Hindi · कहानी 217 Share Ranjana Mathur 4 Jan 2019 · 2 min read वक्त की साज़िश पिता की मृत्यु के बाद 12 वर्ष तक मांँ को संभाला तथा छोटे भाई व बहन को खुद की संतान से बढ़कर परवरिश दी सौरभ ने। सद्चरित्र व सुसंस्कृत सुदर्शन... Hindi · लघु कथा 1 1 1k Share Ranjana Mathur 1 Jan 2019 · 2 min read हाथी के दांत "नमस्ते जी! कहाँ से आ रही हैं सास बहू घूम कर।" "अजी बहू को डाक्टर के पास ले गयी थी मिसेज सिंघल।" "ओ... क्या कोई गुड न्यूज है जी ?"... Hindi · लघु कथा 410 Share Ranjana Mathur 1 Jan 2019 · 1 min read आया नया साल भारत की संस्कृति में सन्निहित पुरातन ग्रन्थों के अनुसार पावन मास चैत्र पक्ष शुक्ल प्रथमा आता नव वर्ष हमारा और है कहा गया किया था विधाता ने भी इस पुनीत... Hindi · कविता 225 Share Ranjana Mathur 30 Dec 2018 · 1 min read अभिनंदन नव वर्ष का गमन को उद्यत है वर्ष-2018 देखो नवागन्तुक वर्ष-2019 कर रहा है प्रतीक्षा उसका स्थान ग्रहण करने के लिए जाते-जाते शब्द बीते वर्ष के "मेरे थे कई रंग और बू कहीं... Hindi · कविता 411 Share Ranjana Mathur 30 Dec 2018 · 1 min read प्रकाश पर्व एक दीप माटी का तू प्रज्ज्वलित कर ला उजास है यह माटी धरा की तेरी इसीलिए प्रकाश की कर रही आस माटी का कर्ज चुका निज द्वार के आगे इक... Hindi · कविता 225 Share Ranjana Mathur 29 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल कभी-कभी कलियाँ भी खिलाता है बियाबां कभी-कभी सहरा भी बना करता है खियाबां कभी-कभी। जो हौसलों में होंगी तेरे गर बुलंदियाँ आंधियों में भी चिराग जले हैं कभी-कभी। है बाजुओं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 259 Share Ranjana Mathur 29 Dec 2018 · 2 min read "निष्ठुर " निष्ठुरों की नगरी यह जग निष्ठुरों का है रेला यहाँ न एक निष्ठुर है अकेला यहाँ है निष्ठुरों का मेला। हो रहा है प्यारी प्रकृति का निर्दयता से दोहन न... Hindi · कविता 278 Share Ranjana Mathur 26 Dec 2018 · 1 min read आजमा कर तो देखो बियाबां में कलियाँ खिला कर तो देखो चिराग़ आंधियों में जलाकर तो देखो। उन ज़ख्मों पे क्या टिक सकेंगी निगाहें कभी दुख के नज़दीक जा कर तो देखो। किसी दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 274 Share Ranjana Mathur 26 Dec 2018 · 1 min read फिर जल उठी मानवता जहाँ होती नारी की पूजा वहांँ रमते हैं देवता, था वह भी युग जब भारत में यह सुस्वर था गूंजता। कितनी भयावह विकृति आज इस समाज में आई है, देवीस्वरूपा... Hindi · कविता 307 Share Ranjana Mathur 25 Dec 2018 · 1 min read तुलसी विवाह ???? वृन्दा से किया छल देने देवों को संत्राण। थे छद्म रूपी विष्णु गये पति के रण में प्राण। दिया क्रुद्ध हो कर वृंदा ने विष्णु को यह श्राप हो... Hindi · कविता 1 458 Share Ranjana Mathur 25 Dec 2018 · 1 min read उपहार सत्कर्मों के बदले रे बन्धु मनुज जीवन इक उपहार। कहते हैं कई-कई जन्मों के संचित पुण्य का है यह सार। देकर हमें मानव योनि प्रभु दिखलाता है यह संसार। सत्कर्मों... Hindi · कविता 1 344 Share Ranjana Mathur 25 Dec 2018 · 1 min read जोकर इंतजार के पल खत्म..... आ रहे है नाटक के प्राण ...... जी हाँ! मशहूर जोकर मधुकर जी.... " और मधुकर बने महेश के लिए नाट्य भवन तालियों की गड़गड़ाहट से... Hindi · लघु कथा 254 Share Ranjana Mathur 25 Dec 2018 · 1 min read भोर की चहक ऊषा नववधु ओढ़े लालिमा की चूनर टंका गोटा किरण रवि रश्मियों का जड़े हैं नगीने ओस के फैलाए आँचल सरिता रूपी जिसका न ओर-छोर सुर जल तरंगिणी का करता कल-कल... Hindi · कविता 612 Share Ranjana Mathur 25 Dec 2018 · 1 min read संघर्ष करके मंथन जीवन समुद्र का मथ कर गरल अन्तर्विरोध रूपी मंजुल अमिय ग्रहीत कर के प्राप्त कर ले मनुज तू उत्तुंग शिखर जीवन रूपी हिमाद्रि का। कभी सवार हो संघर्ष... Hindi · कविता 347 Share Ranjana Mathur 24 Dec 2018 · 1 min read सुन लो गुहार नष्ट कर दिये वन तूने मिटा दिए वृक्ष खत्म किया हरियाली का घेरा कहीं कटती रैन कहीं कटता सवेरा अब तो हर मकान की मुंडेरों पर हर छत बालकनी में... Hindi · कविता 1 403 Share Ranjana Mathur 24 Dec 2018 · 1 min read जन्मदिन मुबारक राजदुलारों ??????? ??????? तुम्हारा आना इस घर में जैसे ईश्वर की आशीषें। या परमेश्वर ने डाली हों मेरी झोली में बख्शीशें। छुओ क्षितिज की ऊंचाई हर खुशी तुम्हें हो हासिल। कामयाबी... Hindi · कविता 1 211 Share Ranjana Mathur 24 Dec 2018 · 1 min read नाम बड़े और दर्शन छोटे आज समाज में खूब चल रहे ऐसे नकली सिक्के खोटे जिनके के लिए कहा जा सकता नाम बड़े और दर्शन छोटे। हाथ जोड़कर वोट मांगते उस वक्त तो जुड़ जाता... Hindi · कविता 318 Share Previous Page 5 Next