डी. के. निवातिया 412 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next डी. के. निवातिया 22 Apr 2023 · 1 min read निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर, निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर, जिसकी मंजिल मालूम फिर भी ढूंढ़ता उम्रभर ! ! डी के निवातिया Quote Writer 604 Share डी. के. निवातिया 25 Mar 2023 · 1 min read नजदीक होकर भी बहुत दूर होते है *** नजदीक होकर भी बहुत दूर होते है, जिंदगी में लोग कितने मजबूर होते है ! दिखने में सब साथ नजर आते है मगर, सब अपनी-अपनी मस्ती में चूर होते... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 1 119 Share डी. के. निवातिया 6 Mar 2023 · 1 min read पीकर भंग जालिम खाई के पान, पीकर भंग जालिम खाई के पान, लेकर आयो जे रंग अबीर गुलाल, तन-मन रंगा रंग गया अंग-अंग, जोरा जोरि करके कर गया तंग, जंग पे जंग कराये गयो रे बालम... Quote Writer 501 Share डी. के. निवातिया 6 Mar 2023 · 1 min read ऐसे रंग लगाए गयो रे, मोहे बालम सांवरिया, ऐसे रंग लगाए गयो रे, मोहे बालम सांवरिया, अरे होली में हुड़दंग मचाये गयो रे सांवरिया !! पीकर भंग जालिम खाई के पान, लेकर आयो जे रंग अबीर गुलाल, तन-मन... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · हास्य 282 Share डी. के. निवातिया 8 Feb 2023 · 1 min read इजाज़त इजाज़त घुटनो पर बैठकर मैं तुम्हारा हाथ मांगता हूँ, गर दो इजाज़त उम्र भर का साथ मांगता हूँ ! ! डी के निवातिया Quote Writer 269 Share डी. के. निवातिया 8 Feb 2023 · 1 min read रोज डे पर रोज देकर बदले में रोज लेता है, रोज डे पर रोज देकर बदले में रोज लेता है, काग़ज़ी फूलों में भी वो सुगंध खोज लेता है ये कैसा आशिकी-ऐ-दौर है जिसमे, कहीं, किसी की जान जाती है... Quote Writer 221 Share डी. के. निवातिया 7 Jan 2023 · 1 min read सादगी - डी के निवातिया घर का साज-ओ-सामान मांग उधार ले जाए, महलो के सपनें दिखा लूट घरसंसार ले जाए, इतनी सादगी भी खुदा न किसी को बख्शे, कोई कपड़ो संग संग चमड़ी उतार ले... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक 1 161 Share डी. के. निवातिया 7 Jan 2023 · 1 min read वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती, वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती, आजकल सच्चाई और उसूलो की कदर नहीं होती ! घर, साज-ओ-सामान का बंटवारा हुआ तो ये जाना, खाली बड़ा दिल रखने... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 267 Share डी. के. निवातिया 24 Dec 2022 · 1 min read हे, मनुज अब तो कुछ बोल, हे, मनुज अब तो कुछ बोल, *** *** *** मसल रहे है, कुचल रहे है, पंख कलियों के जल रहे है, उजड़ रहा है यह हरा भरा, चमन अमन का... Hindi · कविता · गीत 1 187 Share डी. के. निवातिया 16 Dec 2022 · 1 min read आखों में इतना पानी है इस ज़िन्दगी की भी कितनी अजीब कहानी है, चाहत होती है जिस चीज़ की वो ही बेगानी है, मुस्कुराते हम इस दुनिया को हंसाने के लिए, वरना दुनिया डूबा दूँ... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक · शेर 246 Share डी. के. निवातिया 15 Dec 2022 · 1 min read आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है, रईसों के बाजार में ग़रीब बिक रहा है ! किसान बिक रहा, जवान बिक रहा है, पटवारी के हाथो से जरीब बिक... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 2 142 Share डी. के. निवातिया 14 Dec 2022 · 1 min read स्वाद अच्छा है - डी के निवातिया चूम कर मेरे गाल कुछ यूँ बताया उसने, स्वाद अच्छा है मीठा तेज जताया उसने ! चाय पीता है कोई चुस्की ले-लेकर जैसे, मिलकर इस तरह बहुत सताया उसने !!... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक · शेर · हास्य 160 Share डी. के. निवातिया 13 Dec 2022 · 1 min read अधूरी रात अधूरी रात *** एक रात, उतरी थी उंगली उस बंजर मन के रेगिस्तान में, जिसमे धधक रही थी ज्वाला समर्पण की मगर, छू नहीं पाई थी, उस पुष्प को जो... Hindi · कविता · कोटेशन 1 235 Share डी. के. निवातिया 12 Nov 2022 · 1 min read सिंदूर की एक चुटकी सिंदूर की एक चुटकी ने, रंग दिया मुझे, सिर्फ तन ही नहीं मन भी रंग दिया, बांध कर सात वचनो में मुझे बाँध दिया सम्पूर्ण, नख से लेकर शिखर तक... Hindi · कविता · कोटेशन 164 Share डी. के. निवातिया 7 Nov 2022 · 1 min read कड़वी गोली या मीठी बोली एक तरफ डाक्टर की गोली, एक तरफ है मित्रो की टोली, देखना असर ज्यादा किसका कड़वी गोली या मीठी बोली !! ! डी के निवातिया Hindi · कविता · कोटेशन 1 2 160 Share डी. के. निवातिया 15 Oct 2022 · 1 min read अब कितना कुछ और सहा जाए- .... अब कितना कुछ और सहा जाए, होठो कब तक हाथ रखा जाए ! तुम ही बतला दो मेरे आका मुँह खोले या मौन रहा जाए ! साहिब पूछ रहे... Hindi · Poem · Quotation 2 2 504 Share डी. के. निवातिया 20 Aug 2022 · 1 min read प्यार करते हैं जी जान से - डी के निवातिया प्यार करते हैं जी जान से, मगर जताना नहीं आता, बस इतना पता है हमको तुम बिन रहना नहीं आता। ! डी के निवातिया Hindi · कविता · कोटेशन 1 175 Share डी. के. निवातिया 12 Aug 2022 · 1 min read हर घर तिरंगा प्यारा हो - डी के निवातिया हर घर तिरंगा प्यारा हो , घर घर तिरंगा प्यारा हो, फ़क़त इतना तो याद रहे, हर पल उतना प्यारा हो पंद्रह अगस्त के बाद ना, ये पड़ा सड़क किनारा... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका 1 429 Share डी. के. निवातिया 12 Aug 2022 · 1 min read विचित्र प्राणी - डी के निवातिया इस दुनिया का सबसे विचित्र प्राणी, मनुष्य है इस धरा पर, जो स्त्री पर तंज कसता है लेकिन, माँ के लिए भावुक, बेटी के नाम पर संवेदन, बहन पर आक्रामक... Hindi · कविता · कोटेशन 1 298 Share डी. के. निवातिया 11 Aug 2022 · 1 min read राखी त्यौहार बंधन का - डी के निवातिया राखी त्यौहार बंधन का *** चन्दन का न वंदन का, राखी त्यौहार बंधन का ! बहना का, ना भाई का, ये त्यौहार सच्चाई का ! भई रोली का न मोली... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 382 Share डी. के. निवातिया 30 Jul 2022 · 1 min read कण कण तिरंगा हो, जनगण तिरंगा हो कण कण तिरंगा हो, जनगण तिरंगा हो हर मन तिरंगा हो, हर तन तिरंगा हो !! जवानो के खून की, रवानी कहती है, किसानो के खेत की हराली कहती है,... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 3 2 997 Share डी. के. निवातिया 28 Jul 2022 · 1 min read शिक्षा पर अशिक्षा हावी होना चाहती है - डी के निवातिया शिक्षा पर अशिक्षा हावी होना चाहती है, ! शिक्षा पर अशिक्षा हावी होना चाहती है, विराजमान सत्ता में भावी हों चाहती है, युगो युगो में जो कभी संभव न हो... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक 1 666 Share डी. के. निवातिया 27 Jul 2022 · 1 min read सजा मुस्कराने की क्या होगी - डी के निवातिया सजा मुस्कराने की क्या होगी, बता रजा ज़माने की क्या होगी, अगर मैं रो भी लूँ कुछ देर तक, तुझे वजह बताने की क्या होगी !! ! डी के निवातिया Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक 250 Share डी. के. निवातिया 23 Jul 2022 · 1 min read कलयुग की माया हे ! कलयुग की माया ! जो थे मानव मर्यादित, उनको अपना हथियार बनाया, भक्त बन राम को पूजा, फिर उन को ही व्यापार बनाया, जो थे कपटी कलुषित, लोभी... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत 1k Share डी. के. निवातिया 15 Jul 2022 · 1 min read जिंदगी की फरमाइश - डी के निवातिया जिंदगी की फरमाइश ! जिंदगी की फरमाइश यही कुछ ख़ास कर मेहनत पर जोर दे मुफ्त की न आस कर मत बैठ भरोसे किस्मत के कुछ न होगा, चमकेगा सितारा... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक 2 2 687 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2022 · 1 min read याद बीते दिनों की - डी के निवातिया याद बीते दिनों की *** बिताई न जाए रात बीते दिनों की, छुपाई न जाए बात बीते दिनों की, लौटकर न आएंगे फिर से वो दिन, मिटाई न जाए याद... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक 2 1k Share डी. के. निवातिया 11 Jul 2022 · 1 min read आँखों में पूरा समंदर छिपाये बैठे है, आँखों में पूरा समंदर छिपाये बैठे है, ! आँखों में पूरा समंदर छिपाये बैठे है, हम अपनी ही दुनिया लुटाये बैठे है, वादा किया था रोशन तुम्हे करने का इसलिए... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक 3 2 252 Share डी. के. निवातिया 9 Jul 2022 · 1 min read अब उठना होगा - डी के निवातिया अब उठना होगा ! बहुत सो चुका मैं मुझे अब उठना होगा, शिद्द्त से काम में फिर से जुटना होगा, आजमा चुका इस दुनिया को अच्छे से, खुद के लिए... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · मुक्तक 1 182 Share डी. के. निवातिया 9 Jul 2022 · 1 min read मिलना सीखो - डी के निवातिया मिलना सीखो ! जो खिल नहीं सकते उनके लिए खिलना सीखो, जो चल नहीं सकते उनके लिए चलना सीखो, जरुरी नहीं है, सब तुम जैसे हो इस दुनिया में जो... Hindi · कविता · कोटेशन · गीतिका · मुक्तक 1 133 Share डी. के. निवातिया 9 Jul 2022 · 1 min read मजबूर कर दूंगा - डी के निवातिया मजबूर कर दूंगा ! खुद को तेरी दुनिया से दूर कर दूंगा, यादों को तेरी मैं चकनाचूर कर दूंगा पल पल तरसेगी, मुहब्बत को मेरी, मैं, तुझको इतना मजबूर कर... Hindi · कविता · कोटेशन · गीतिका · मुक्तक 163 Share डी. के. निवातिया 9 Jul 2022 · 1 min read दुनिया छोड़ सकते है - डी के निवातिया दुनिया छोड़ सकते है ! उफनती हुई लहरों का रुख मोड़ सकते है, हम फूल की चोट से पत्थर तोड सकते है, यकीन न हो तो तू आजमाकर देख लेना,... Hindi · कविता · कोटेशन · गीतिका · मुक्तक 172 Share डी. के. निवातिया 7 Jul 2022 · 1 min read आज नहीं तो कल होगा - डी के निवातिया आज नहीं तो कल होगा ! ज्यों ज्यों जग पाप बढ़ेगा कलयुग का प्रताप बढ़ेगा, अधर्म का युग भावी होगा, हैवान सर पर हावी होगा असत्य परिपूर्ण शिक्षा होगी सच... Hindi · कविता · गीतिका 4 6 2k Share डी. के. निवातिया 4 Jul 2022 · 1 min read दिन बड़ा बनाने में दिन बड़ा बनाने में ! साहस जुटाना होता दिल कड़ा बनाने में, मिटटी को मथ-मथ कर, घड़ा बनाने में, यूँ ही नहीं आती है बहारें इस जिंदगी में रात खर्चनी... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 2 4 368 Share डी. के. निवातिया 25 Jun 2022 · 1 min read भूल जा - डी के निवातिया भूल जा ! जो हुआ, सो हुआ, भूल जा अच्छा था, या बुरा भूल जा !! वक्त कब ये किसी का रहा, आज उस का रहा भूल जा !! जिंदगी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 2 1 340 Share डी. के. निवातिया 18 Jun 2022 · 1 min read जुबान काट दी जाएगी - डी के निवातिया जुबान काट दी जाएगी, ! सच बोलॉगे तो जुबान काट दी जाएगी, सजा ऐ काला पानी की बांट दी जाएगी, सोच समझकर हिलाना अपने लबों को, वरना तुम्हारी भी श्रेणि... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक · शेर 2 641 Share डी. के. निवातिया 11 Jun 2022 · 1 min read गिरते-गिरते - डी के निवातिया गिरते-गिरते हम कहाँ से कहाँ आ गए गिरते-गिरते, जग सारे में सारे छा गए गिरते-गिरते !! ! काबिल जरा न थे जो जहन्नुम के भी, जन्नत यहां पर पा गए... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · नज़्म · शेर 1 2 580 Share डी. के. निवातिया 2 Jun 2022 · 1 min read सार नियति का शेष यही है, कभी चला ना कभी चलेगा, सदा रहा ना सदा रहेगा, कब तक दानव जग छलेगा अंत समय पर हाथ मलेगा ! बल सदा ना रहा किसी का रक्त यहां पर... Hindi · कविता 4 4 276 Share डी. के. निवातिया 31 May 2022 · 1 min read कूटकर चले गए - डी के निवातिया कूटकर चले गए ! आये थे माली बनकर, चमन लूटकर चले गए, देख उन के घड़याली आंसू हम भूलकर चले गए, जिन पे किया दिल ने भरोसा वो जख्म ऐसा... Hindi · मुक्तक 1 2 213 Share डी. के. निवातिया 30 May 2022 · 1 min read भेड़ को शेर बनाने में गूंगा बहरा बन बैठ गया अपने मयखाने में, काम काज सब ठप्प पड़ा गूंगे को मनाने में, हाथी,घोड़े,भालू,गीदड़, आँख मूँद सब बैठे है, सारे बन्दर लगे हुए है भेड़ को... Hindi · मुक्तक 1 177 Share डी. के. निवातिया 3 May 2022 · 1 min read पिता - नीम की छाँव सा - डी के निवातिया पिता एक विश्वास *** घर आँगन में नीम की छाँव सा, जीवन सागर में बहती नाव सा, किसान बन घर परिवार सींचता, इंजन बन घर की गाडी खींचता, बच्चो का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 28 50 1k Share डी. के. निवातिया 2 May 2022 · 1 min read पिता एक विश्वास - डी के निवातिया पिता एक विश्वास *** घर आँगन में नीम की छाँव सा, जीवन सागर में बहती नाव सा, किसान बन घर परिवार सींचता, इंजन बन घर की गाडी खींचता, बच्चो का... Hindi · कविता 9 10 1k Share डी. के. निवातिया 12 Apr 2022 · 1 min read कामयाबी ... जरुरी नहीं जिंदगी में हर काबिल इंसान को कामयाबी मिले, हमने कई हंसो को दाना पानी और कौंवों को मोती चुगते देखा है ! डी के निवातिया Hindi · कोटेशन 5 2 406 Share डी. के. निवातिया 9 Apr 2022 · 1 min read नादानी - डी के निवातिया नादानी ! तेरी हर इक हसीं मुस्कान पर मुझ से ये नादानी हो जाती है, तुझे देखते ही बोलने से पहले, मेरी जुबान लड़खड़ा जाती है !! ! डी के... Hindi · शेर 2 522 Share डी. के. निवातिया 31 Mar 2022 · 1 min read सच्चा उसका प्यार निकला - डी के निवातिया सच्चा उसका प्यार निकला *** छोड़कर गया तन्हा बड़ा बेदरदी मेरा यार निकला, वो झूठा ही सही मगर सच्चा उसका प्यार निकला, इस तरह से लिखा था एक एक लफ्ज... Hindi · मुक्तक 2 1 180 Share डी. के. निवातिया 28 Mar 2022 · 1 min read पानी बहुत है - डी के निवातिया पानी बहुत है *** सब की जिंदगी में बसी कहानी बहुत है, यह जिंदगी-ऐ-दास्तान बेगानी बहुत है, दिल के सूखे दरिया को समन्दर कर दूँ, मेरी इन आँखों में अभी... Hindi · मुक्तक 1 1 195 Share डी. के. निवातिया 26 Mar 2022 · 1 min read रोटी - डी के निवातिया रोटी *** कोई मरता है, कोई किसी को मारता रोटी के लिए, दिन-रात हर इंसान, दौड़ता-भागता रोटी के लिए, फिर भी किसी किसी को यह नसीब नहीं होती, जो, दर-दर... Hindi · कविता 2 2 172 Share डी. के. निवातिया 25 Mar 2022 · 1 min read रेखा रेखा *** दो अक्षर चार मात्राओ से निर्मित नाम के अनुरूप अत्यंत गूढ़ अर्थ समेटे स्वंय में, अत्यंत सरल, सामान्य लेकिन निर्भर आकृति पर, कभी सीधी सपाट, तो कभी आडी... Hindi · कविता 251 Share डी. के. निवातिया 22 Mar 2022 · 1 min read हँसो तो -डी के निवातिया हँसो तो हँसो तो किसी को हँसाने के लिए, रोना नहीं किसी को रुलाने के लिए, कभी झुकना भी पड़े तो झुक जाना, किसी अपने रूठे को मनाने के लिए... Hindi · कविता 2 2 489 Share डी. के. निवातिया 21 Mar 2022 · 1 min read अजीब रिश्ता - डी के निवातिया अजीब रिश्ता *** अजीब रिश्ता बन जाता है कुछ लोगो के साथ, अजनबी होते हुए भी, अपने से लगने लगते है !! दिल जानता है ख्वाब मुक़्क़मल हो नहीं सकते,... Hindi · कविता 1 2 161 Share डी. के. निवातिया 21 Mar 2022 · 1 min read नज्म अधूरी रहती है - डी के निवातिया नज्म अधूरी रहती है *** वायदे जब तक पूरे न हो हर कसम अधूरी रहती है दो दिल जब तक न मिले हर रस्म अधूरी रहती है, शेर कितने भी... Hindi · मुक्तक 3 2 327 Share Previous Page 3 Next