सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 31 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Sep 2020 · 1 min read मासूम बेटियाँ ********* मासूम बेटियाँ ******** **************************** फूल सी नाजुक मासूम होती हैं बेटियाँ कायनात पर नियामत होती है बेटियाँ संवेदनशील होता है स्वभाव निराला संयमित मान मर्यादित होती है बेटियाँ बेटों... Hindi · कविता 259 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Sep 2020 · 1 min read लग जा गले एक बार *गले लग जाओ एक बार** ********************* गिले शिकवे भूलो एक बार आ लग जाओ गले एक बार विरहा की मारी ,रस्ता देखे आ बुझा जा अग्न एक बार आधी बीती... Hindi · कविता 1 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2020 · 1 min read बेदर्दी बालमा ***** बेदर्दी बालम ***** ********************* बेदर्दी बालम जी कहाँ गए नहीं मिले हमें हम जहाँ गए छोटी सी बात बड़ी कर गए कर के दो दो हाथ कहाँ गए उनकी... Hindi · कविता 504 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2020 · 1 min read सिलसिले प्यार के **सिलसले प्यार के** ***************** सिलसिले हुए प्यार के प्यार में एतबार के आँखें दो से चार हों आ गए दिन बहार के अकेलापन भा जाए द्वार बन्द बाजार के चक्र... Hindi · कविता 1 349 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2020 · 1 min read काले घनेरे बादल *** काले घनेरे बादल *** ******************* आसमान में हैं छाये बादल काले घने और घनेरे बादल पानी लेने जा रहें हैं बादल पानी लेकर आ रहें बादल काली घटा में... Hindi · कविता 1 457 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Sep 2020 · 1 min read दास्तान इंसान की *****दास्तान इंसान की***** ************************ अजीब दास्तान है इंसान की सृष्टि के णहानायक महान की कथनी करनी में ना समरुपता खाता हैं वो. अपनी जुबान की जुबान में मिठास,दिल है खट्टास... Hindi · कविता 535 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Sep 2020 · 1 min read बालात्कार का दर्द *** बालात्कार का दर्द *** ********************* बालात्कार का दर्द, पीड़िता से कहीं ज्यादा, कौन समझ सकता है, जिसके शुद्ध तन को, अज्ञात, नापसंद वहशी, स्वेच्छा और अनुमति बगैर, नोच नोच... Hindi · कविता 1 1 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Sep 2020 · 2 min read परिवार नियोजन दास्तान *******परिवार नियोजन दास्तान****** ******************************** परिवार नियोजन योजना का है यह सार दशक अनुसार योजना का बदला आधार उन्नीस सौ सत्तर पूर्व योजना का था ये हाल हम दो और हमारे... Hindi · कविता 1 1 305 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Sep 2020 · 1 min read हलसी एक रामायण औषधि हँसी एक राम बाण सी औषधि ************************ जिंदगी जीने की न कोई अवधि हँसी एक राम बाण सी औषधि स्वार्थी जहां में रंज के ढ़ेर है हर्ष के पल रामबाण... Hindi · कविता 1 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Sep 2020 · 1 min read मिला चाय संग पकौड़ा ******* मिला चाय संग पकोड़ा ******* ********************************* मिल गया है जन जन को चाय संग पकौड़ा सीने पर रोज पड़ रहा सरकारी हथौड़ा खुद के वेतन बढा रहे चाहे फैला... Hindi · कविता 2 435 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Sep 2020 · 1 min read कर्मां दे मारे ***कर्मां दे मारे**** *************** रात अंबरा दे तारे गिनदे गिनदे हां हारे मुकियाँ मौज बहारां रोइए कर्मा दे मारे गूढा प्रीत दा हुलारा हैगा जीण दा सहारा टूट गइयां प्रेम... Hindi · कविता 1 198 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Sep 2020 · 1 min read साजन बिन सावन फीका ***सावन बिन सावन फीका*** ************************* आँखों में मस्ती माथे पर टीका तुम बिना साजन सावन है फीका रिमझिम बारिश मौसम है सुहाना खाली बाँहें ,यह कैसा सलीका शीत पवन का... Hindi · कविता 2 506 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Sep 2020 · 1 min read कैद परिंदा ****** कैद परिन्दा ***** ********************* खुली हवा में रहने दो जिंदा इंसान से कहे कैद परिंदा बंद पिंजरे में दम है घुटता हररोज रहे है पल पल मरता स्वेच्छाचारी बन... Hindi · कविता 1 508 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Sep 2020 · 1 min read शशिप्रभा सी चमकती शशिप्रभा सी चमकती ***************** शशिप्रभा सी चमकती, सफेद तुषार सी शीतल, सर्द समीर की आद्रता, जो निश्चला के तल पर, महीन जलकण या फिर, तुहिन से कणों स्वरूप, सुन्दर पावक... Hindi · कविता 1 236 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Sep 2020 · 1 min read पुरखे बने पीतर ****पुरखे बने पीतर**** ******************** धरती तज के हो गए तीतर घर के पुरखे बन गए पीतर पितृ पक्ष पर उन्हें याद करें आँखों से ओझल हुए पीतर दूसरी दुनिया के... Hindi · कविता 1 235 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Sep 2020 · 1 min read दुनिया कि दस्तूर निराला ****दुनिया का दस्तूर निराला**** *************************** दुनिया का यारों बहुत दस्तूर निराला कहीं छाया अंधियारा कहीं उजाला जो भी जिसे चाहे वो मिलता नहीं हैं जिसे जो भी मिले वो चाहता... Hindi · कविता 1 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Sep 2020 · 1 min read जीवं के विभिन्न रंग ****जीवन के विभिन्न रंग**** ************************ रंग बिरंगे फूलों सा है जीवन मौसम सा ढंग बदलता है जीवन धूप छाँव के साये जैसे दुख सुख बसंत और शिशिर जैसा है जीवन... Hindi · कविता 1 432 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Sep 2020 · 2 min read अधूरी प्रेम कहानी *********** अधूरी प्रेम कहानी ********** ************************************ यारों आज सुनाता हूँ मैं एक अधूरी प्रेम कहानी जिस पर भी ठुकती हो तो बताओ निज जुबानी बहु सुहाने लगते हैं वो जो... Hindi · कविता 1 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Sep 2020 · 1 min read गाँव की खुश्बू ******गाँव की खुश्बू******* *********************** गाँव की खुशबू रग रग समाई जहाँ पे देखूँ,दे पग.पग दिखाई पीपल,बरगद,नीम सघन छाया जहाँ पर प्यारा बचपन बिताया बाल सखा संग पींगें चढाई जहाँ पे... Hindi · कविता 1 231 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Sep 2020 · 1 min read हिन्द की हिन्दी हिन्द की हिन्दी (हाइकु) *************** 1 हिन्दी माँ बोली हिन्दुस्तान की शान है आन बान 2 है शहदीली रसभरी मीठी सी भरे जुबान 3 छंद शोभित अलंकारों से युक्त दोहा-चौपाई... Hindi · हाइकु 2 1 520 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Sep 2020 · 1 min read मधुरिम सी हिन्दी *मधुरिम सी हिन्दी (मनहरण घनाक्षरी)* ****************************** 8887....पदान्त गुरु ****************************** अंग्रेजी की सहचरी,रही मातृभाषा हिन्दी, दबी हुई है बोझ मेंं,माँ बोली मेरी हिन्दी। प्रचार प्रसार करो,मत धारो तुम चुप्पी, विकास विस्तार... Hindi · कविता 1 1 421 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Sep 2020 · 1 min read मधुरिम सी हिन्दी *मधुरिम सी हिन्दी (मनहरण घनाक्षरी)* ****************************** 8887....पदान्त गुरु ****************************** अंग्रेजी की सहचरी,रही मातृभाषा हिन्दी, दबी हुई है बोझ मेंं,माँ बोली मेरी हिन्दी। प्रचार प्रसार करो,मत धारो तुम चुप्पी, विकास विस्तार... Hindi · कविता 418 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Sep 2020 · 1 min read औरत की कहानी *******औरत की अहानी******** **************************** औरत तेरी आज भी है वही कहानी आँचल में दूध आँखों से बरसे पानी सदियों से चली आ रही वही दास्तानें न जाने कब होंगी ये... Hindi · कविता 1 621 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Sep 2020 · 1 min read हिन्दी दिवस प्रयोजन ****हिन्दी दिवस प्रयोजन***** ************************* अक्सर हम हिन्दी दिवस पर, या हिन्दी साप्ताहिक कार्यक्रम, अपनी कविताओं, रचनाओं और, पद्य गद्य की सारी विधाओं में, निज भावनाओं को कर व्यक्त, संगोष्ठियों, कवि... Hindi · कविता 1 463 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Sep 2020 · 1 min read हिन्दी हिन्द की पहचान *हिन्दी हिन्द की पहचान* ******************** मैं हिन्दी हिन्द की पहचान अपनों बीच बनी अंजान कहने मात्र मैं जन भाषा मुख पर मेरे न है मुस्कान भारतवर्ष की मातृभाषा किताबों तक... Hindi · कविता 2 505 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Sep 2020 · 1 min read अजनबी शहर *******अजनबी नगर******** ************************* आज फिर उनसे मिल गई नजर हैं अपना लग रहा अजनबी नगर है हाथ न आएगा जो पल है गुजरा वापिस लौट जाओ यही हसर है कोशिशें... Hindi · कविता 2 228 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Sep 2020 · 1 min read मोहब्बत रंग ******* मोहब्बत रंग ******** ************************* ये मोहब्बत क्या रंग लाएगी आखिर हमें कब तक तड़फाएगी आँधियाँ साथ ले जाएं सब कुछ ये क्या निशान छोड़ कर जाएंगी दुनियां होती दिल... Hindi · कविता 1 383 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Sep 2020 · 1 min read प्रेम पवन *******प्रेम पवन****** ******************** प्रेम पवन प्रबल चल पड़ी प्रेमियों संग है चल पड़ी जो उसकी राह में आया बाँह पकड़ के है चल पड़ी कोई भी न बच पाया है... Hindi · कविता 2 249 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Sep 2020 · 1 min read आभार ***** काव्य निलय ***** ********************* पद्य में होता गद्य का विलय छंदमुक्त कविता बिना लय शब्दों और भावों का संचय मनोभाव का काव्य निलय जब मन में आते सुंदर भाव... Hindi · कविता 2 1 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Sep 2020 · 1 min read अनकहे शब्द *****अनकहे शब्द****** ********************* लिख दो तुम बातें अनकही जो मुंह से अब तक न कही तेरे चेहरे को हम पढ़ पाएंगे मनोभावों को खोल जाएंगे तेरे अनकहे शब्दों की गठरी... Hindi · कविता 2 206 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Sep 2020 · 1 min read किसानों पर लाठीचार्ज ***** किसानों पर लाठीचार्ज ****** ***************************** धरने पर बैठे थे बेचारे मजबूर किसान मांगे सरकार से मनवाने को किसान धरनास्थल पर था शान्तिपूर्वक धरना आवाज सियासत तक पहुंचाने किसान कृषक... Hindi · कव्वाली 2 305 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Sep 2020 · 1 min read यादें **** यादें **** ************ यादें आती हैं बहुत सताती है बीती वो घड़ियाँ बहुत रुलाती हैं सारी वो बातें याद कराती है साथी जो छूटे स्मरण लाती है सूखे जीवन... Hindi · कविता 1 2 266 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Sep 2020 · 1 min read हिन्दी मेरे देश की आशा हिन्दी मेरे देश की आशा ******************* हिन्दी मेरे देश की आशा अंधकारमय घोर निराशा हिंदुस्तान में बोली जाती जन जन की है मातृभाषा अभिव्यक्ति का है संप्रेषण मीठी मीठी मधुरिम... Hindi · कविता 1 3 666 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Sep 2020 · 1 min read जनभ ******जनभाषा हिन्दी****** ************************ हम तो हैं हिन्दी देश के वासी अंग्रेजी भाषा अभिलाषी अंग्रेजी बनी प्रतिष्ठा सूचक अपमानित मातृभाषा प्यासी विदेशी भाषा स्वदेशी हुई जनभाषा बन गई परदेसी शिक्षण अधिगम... Hindi · कविता 1 1 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Sep 2020 · 1 min read सफर कट जाएगा ******** सफर कट जाएगा ********* ******************************** आहिस्ता आहिस्ता यह सफर कट जाएगा हमराही मिल गया तो ये हिज्र मिट जाएगा सोचता हूँ कभी, यह क्यों, कब ,कैसे हुआ जो भी... Hindi · कविता 2 180 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Sep 2020 · 1 min read अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहते *अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहिए* ******************************** वसुंधरा पर उत्तम यह काम होना चाहिए अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहिए ज्येष्ठ की तपती दोपहरी में जले तन बदन... Hindi · कविता 1 1 409 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Sep 2020 · 1 min read दो नैन कजरारे ******* दो नैन कजरारे ****** ************************** ताकतें रहते तेरे दो नैन कजरारे जाने कब वो आएंगे प्रियतम हमारे दिन बीते,मास बीते,बीत गए वर्ष रे आँखें तरस गई आ भी जाओ... Hindi · कविता 2 417 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Sep 2020 · 1 min read खामोशी ********* खामोशी ******** ************************* जब दिल मे छा जाती है मदहोशी मुखड़े पर आ जाती है खामोशी शब्दों का छूट जाता है संग साथ जज्बात नजर आते बन खामोशी नशा... Hindi · कविता 3 1 292 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Sep 2020 · 1 min read जीवन का आधार पिता जी ** जीवन का आधार पिताजी ** ************************** मेरे जीवन का आधार पिताजी सदा करता रहूँ मैं सत्कार पिताजी निज आमोद तज घरबार संभाले परिवार के हैं कर्णधार पिताजी सुबह से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 289 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Sep 2020 · 1 min read राह और राही *** राह और राही *** ****************** पथ का सिंगार है राही चलता रहे अथक राही राहों पर बढ़ता राहगीर मंजिल पर पहुंचता राही पथभ्रमित हो जाए तो भटकता सदा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 508 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Sep 2020 · 1 min read बेकाबू संवेनं *बेकाबू संवेनाएँ* *********(***** है बरसात बरसती झम झम झम झम भीगते हैं गोरी के गोरे गोरे अंग अंग शीत स्वाति बूँद से महकते तन बदन लाल अंगारों सम दहकते अंगप्रत्यंग... Hindi · कविता 1 305 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Sep 2020 · 1 min read हमसफर ** हमसफ़र ** ************ चाँदनी रात में चमकता चाँद आया है नजर देखते ही चाँद खो गई नजर न अगर मगर चल रही वहाँ शीत मंद मंद हल्की पवन हिलोरे... Hindi · कविता 1 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Sep 2020 · 1 min read सच्चा नेता ********* सच्चा नेता ******** ************************** संकटमोचक बन कर दुख हर लेता जन गण मन का है वो सच्चा नेता पलभर में जनता की बात को जाने दुख की घड़ी में... Hindi · कविता 1 568 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Sep 2020 · 1 min read गुरु शिष्य का है भाग्य विधाता गुरु शिष्य का है भाग्य विधाता *********************** जग में सबसे श्रेष्ठ है यह नाता गुरु शिष्य का है भाग्य विधाता भटके हुए राह के राहगीरों को सीधी और सही राहें... Hindi · कविता 1 700 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Sep 2020 · 1 min read किसको जिम्मेदार कहोगे किसको जिम्मेदार कहोगे ? ********************* झूठे कसीदे कब तक पढ़ोगे किसको जिम्मेदार कहोगे सरकारी वादे हुए चकनाचूर जनता के सेवक बने हुजूर कब तक तुम इंतजार करोगे किसको जिम्मेदार कहोगे... Hindi · कविता 2 1 309 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Sep 2020 · 1 min read समाज सेविका सुक्खी देवी *समाज सेविका सुक्खी देवी की पुण्यतिथि* ********************************** आओ श्रद्धा सुमन अर्पित करें मिलकर आज सुक्खी देवी की प्रथम पुण्य तिथि आई आज सरल,सहज,मृदुल स्व्भावी थी वो मिलनसार त्याग बलिदान की... Hindi · कविता 2 192 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Sep 2020 · 1 min read गुरुवर चरण वंदन ****गुरुवर चरण वंदन**** ********************** प्रभु सम गुरुवर चरण वन्दन कोटि कोटि करते अभिनंदन किन शब्दों में करूँ शुकराना तुम सा नहीं जीवन में दर्शन कुदरत से भी ऊँचा है दर्जा... Hindi · कविता 2 1 471 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Sep 2020 · 1 min read शिक्षक मेरा अभिमान ******* शिक्षक मेरा अभिमान ******* ******************************** गुरु बिना गति नहीं कह गए लोग विद्वान शिक्षक सम्मान कीजिए,जग में ऊँची शान शिक्षक दर्जा होता है देवी देवताओं समान अज्ञानी को तराश... Hindi · कविता 1 1 284 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Sep 2020 · 1 min read मेरे मंजिल नगमें प्रेमिल ********* मेरी मंजिल है तेरा दिल बदले चाहे राहें हर पल तुम तो मेरे हो संगदिल प्रेम तुम्हारा अंदर निश्चल मतवाले हम नहीं बुजदिल मस्ताने हुए ढ़ूंढ़ते है... Hindi · कविता 1 187 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Sep 2020 · 1 min read बलजिंद्र सिंह डिप्टी कमांडेंट बलजिंद्र सिंह को जन्मदिवस बधाई *********************** कक्हेड़ी गाँव का मान सम्मान CRPF की हैं आन बान शान सुन्दर कद काठी का नौजवान डिप्टी कमांडेंट है पद सौपान हरफनमौला... Hindi · कविता 1 179 Share Previous Page 31 Next