उमा झा 179 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read शराब की दुकान(व्यंग्यात्मक) शराब की दुकान (व्यंग्य व्यंजन ) सरकार से मिला एक फरमान, खुलेगी अब शराब की दुकान । नेता को आया सोते जागते सपना, शराब पीने वालों को न होते कोरोना... Poetry Writing Challenge-2 1 2 99 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 3 min read स्वर संधि की व्याख्या दो स्वर वर्णों की होती जब युगलबंदी, तब ही दिखती स्वर संधि । नवम, नागेन्द्र, बसुधैव, हिमालय, हैं कितने किसलय स्वर संधि के आलय । स्वर संधि के पांच भेद,... Poetry Writing Challenge-2 1 109 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read दूर करो माँ सघन अंधेरा दूर करो माँ सघन अंधेरा, जाने आया किस काल द्वार से, महाप्रलय, अट्टहास- अहंकार से, विध्वंस नृत्य किया घनघोर, क्रंदन, विलाप करता नित फेरा, दूर करो माँ सघन अंधेरा ।... Poetry Writing Challenge-2 86 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read आवाह्न स्व की!! आवाह्न स्व की! !!! हिन्दी दिवस का मचा है शोर, पढते- पढते हो गया संध्या से भोर, सच बता हे मनुज! क्या छलका नैना से नोर, क्या हुआ कभी, हृदय... Poetry Writing Challenge-2 120 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read बेगूसराय की हार-- बेगूसराय की हार हुई, या प्रकृति की अदृश्य मार पड़ी । कभी जल से भरा था यह क्षेत्र, आज बन गया क्षणिक इत्र, हम कैसे हैं स्वार्थी मित्र, मित्र हन्ता... Poetry Writing Challenge-2 76 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read है कौन सबसे विशाल बारंबार मन में उठता एक सवाल, है कौन सबसे विशाल? पूछा हमने शैल शिखर से, क्या है तू सबसे विशाल? कहा पर्वत हाँ दिखता हूँ विशाल, है पर इसका किस्सा... Poetry Writing Challenge-2 98 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read प्रकृति की गोद प्रकृति की गोद पूर्व काल से है उदघोषित, कभी न करना पर्यावरण प्रदूषित । वेद शास्त्र ऋचाएँ किया बखान, समझ वृक्ष पुत्र, हो कल्याण । हर एक वृक्ष है जीवन... Poetry Writing Challenge-2 56 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read समय की महत्ता समय किसी की ऊपज नहीं है, समय किसी से विवश नहीं है, समय का जिसने त्याग किया, जीवन भर जग का दुत्कार सहा, मत सोचो समय हमारे हाथों की कठपुतली,... Poetry Writing Challenge-2 52 Share उमा झा 19 Feb 2024 · 1 min read कब आओगे मनहर बसंत दिशा दिशा में है कोहरे का पहरा, निशदिन रहता चौकसी गहरा धूप बिचारी दिखा न पाए मुखरा ,सुनने वाला कौन है दुखरा, है जब सूरज नजर बंद, हो कैसे शीतलहर... Poetry Writing Challenge-2 1 162 Share उमा झा 19 Feb 2024 · 1 min read खा ले तितली एक निवाला खा ले तितली एक निवाला, आ जाएगा भालू काला- काला, चले रोप लें लम्बा पेड़, होगा उस पर टाॅफी- बिस्किट ढेर, होंगे इनके रेपर चमचम वाला, खा ले तितली एक... Poetry Writing Challenge-2 1 136 Share उमा झा 19 Feb 2024 · 1 min read भारत की --- हो अगर पुष्प खंडित भी कभी, सौरभ न खोना चाहिए, सदि-वदि के राग द्वेष में कांति न खोना चाहिए, जलती है जो अच्युत सी ज्योति, जग जन में भ्रांति न... Poetry Writing Challenge-2 1 66 Share उमा झा 16 Feb 2024 · 1 min read गणपति संगै रहबै यौ गणपति सगैं रहबै यौ मोर धिया के भाय बनिक विघन के रहबै यौ, गणपति संगै रहबै यौ। धिया निर्बुद्धि, बल के हीन, निर्बल बुझियो यौ, ऋद्धि- सिद्धि के स्वामी गजानन,... Maithili 1 106 Share उमा झा 16 Feb 2024 · 1 min read हे शारद देवी नमस्तुभ्यं जय भगवती देवी नमस्तुभ्यं हे ज्ञान प्रदायिनी नमस्तुभ्यं। जय भगवती देवी नमस्तुभ्यं हे ज्ञान प्रदायिनी नमस्तुभ्यं।।1।। ब्रह्मानंदे विहारिणी माँ परब्रह्मकांति: धारिणी माँ। जगमात तु ब्रह्माणी हे ब्रह्मज्ञानं प्रदा मह्यम्।। 2।।... Sanskrit 1 106 Share उमा झा 15 Feb 2024 · 1 min read क्या बनाऊँ आज मैं खाना क्या बनाऊँ आज मैं खाना, मन को लगे जो अति सुहाना। घर में है रखा आलू, बैगन, गोभी, टमाटर, पालक साग, संग रखा है कई दाल का दाना, क्या बनाऊँ... Poetry Writing Challenge-2 115 Share उमा झा 15 Feb 2024 · 1 min read बोलो जय सिया राम नगर नगर में जाकर कह दो, ढोल नगाड़े बिगुल बजा दो, सब मिल सखियाँ मंगल गाओ, आऐंगे श्रीराम, बोलो राम राम, बोलो जय जय सिया राम। पावन धरणी निश्छल अंबर,... Poetry Writing Challenge-2 1 73 Share उमा झा 15 Feb 2024 · 1 min read आशीष तेरा जीवन हो सफल, यशगान करे सम्पूर्ण अचल। तू स्वस्थ रहे दीर्घायु रहे, काया रहे सदा निश्छल। जिस धरणी की तू ऋणी, कृतज्ञ पुष्प हर पांत खिलाती चल। ... Poetry Writing Challenge-2 1 151 Share उमा झा 1 Feb 2024 · 1 min read कतो बैसल छी भंग मतवाला, कतो बैसल छी भंग मतवाला, दिल भैर हम बौउवावै छी, हृदय हमर अछि चंचल दानी, तैं नै अहाॅं के पाबै छी। पुष्प धतूरा बेलपत्र हीन, अहिना जोल चरहाबै छी, हृदय... Maithili 1 113 Share उमा झा 30 Dec 2023 · 1 min read माँ गै करै छी गोहार अहि बेर जे किछ भेलै जननी, होए नै बारंबार, माय धिया के मध्य हे जननी, फेर नै बनबिहैं आरि, माँ गै करै छी गोहार। अपन व्यथा माँ किहियै ककरा, छोडि... Maithili 206 Share उमा झा 6 Oct 2023 · 1 min read सुख कखनौ नै पौने छी अश्मशान विहारिणी काली, चरण में शीश झुकौने छी, विपदा अछि विक्राल भयंकर, सुख कखनौ नै पौने छी । पुरूब जनम कि अही जनम के, पापी में हम अग्रणी छी, कहर... Maithili 2 166 Share उमा झा 25 May 2023 · 1 min read बुद्धि विवेक में कितना अंतर बुद्धि विवेक दो शब्द हैं सुन्दर, है पर दोनों में कितना अंतर । बुद्धि सदा स्व हित का जपता मंतर, विवेक होता परहित का बड़ा समंदर । स्वार्थपूर्ति बुद्धि का... Poetry Writing Challenge 1 167 Share उमा झा 25 May 2023 · 1 min read माँ बनना जब तक न मिलता नारी को संतान सुख, घर-परिवार सर्व समाज रहते विमुख। जाने किन किन बातों से करते तीक्ष्ण उपहास , रहता नयनों के इर्द-गिर्द आंसू का वास ।... Poetry Writing Challenge 2 163 Share उमा झा 25 May 2023 · 1 min read तुम्हारा ही पुकार है अखण्ड दीप ज्योत्सना, प्रकाश दिव्यमान है, धरा में अंधकार है, तुम्हारा ही पुकार है तुम्हारा ही पुकार है ,तुम्हारा ही पुकार है । उठो हे देवी सिन्धसुता, उठो हे देवी... Poetry Writing Challenge 1 121 Share उमा झा 25 May 2023 · 1 min read चिड़िया रानी दूर गगन की चिड़िया रानी, आकर पीलो थोड़ा पानी । दाना चुगते लगेगी प्यास, कहाँ भटकेगी दूर आकाश, बिन पानी क्या जीवन का आस, तन मन तेरा होगा हताश, है... Poetry Writing Challenge 2 298 Share उमा झा 18 May 2023 · 1 min read ढूंढें कहाँ जा अपनी पहचान हम ने सुना है इस दुनिया में, है मात-पिता का ऊँचा स्थान । पुत्र-पुत्री नेत्र हैं इनके,काटूँ किसको, दोनों ही इनके संतान । जब अपना सगा दिखे न कोई, आँचल... Poetry Writing Challenge 223 Share उमा झा 18 May 2023 · 1 min read जब लिखती हूँ मैं कविता जब लिखती हूँ मैं कविता, पग नूपुर नहीं, कंठहार नहीं गहनों से होती श्रृंगार नहीं, होती है शब्दों की रुनझुनता , जब लिखती हूँ मैं कविता । बसंत की स्नेहिक... Poetry Writing Challenge 151 Share उमा झा 18 May 2023 · 1 min read उपहार सुनो! शिष्य करते सम्मान यदि, मत दे वह उपहार कभी, जो उपज हुआ मन का मैला, गुरु शिष्य एक ही, दक्ष धरा के, एक पथ, एक दिशा के, एक लक्ष्य,... Poetry Writing Challenge 169 Share उमा झा 18 May 2023 · 1 min read गुरु वंदना वंदन करूँ गुरु श्रेष्ठ, प्रकृति हे तुम्हारी । तू आकर से सहित हो, आकर से रहित हो, हर रूप में उदित हो, हर कांति में निहित हो, बन कर विशाल... Poetry Writing Challenge 250 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read मैं विपदा की हूँ तरंग मैं विपदा की हूँ तरंग, जिस ओर चलूँ, जिस ओर मुरूँ, कायर की न भांति चलूँ, तनिक टूटते मेरे तन, कर देती मैं अंग भंग, राहों की हूँ पथिक मतंग,... Poetry Writing Challenge 141 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read जाग उठी धरती की ज्वाला जाग उठी फिर से धरती की ज्वाला, देख द्रोही होता अब क्या होने वाला । क्रांति की आंधी जब चलती है, सहस्र शिव की तांडव दिखती है । एक एक... Poetry Writing Challenge 142 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read मानव की चिढ तुझे मिली हरियाली डाली, मेरी प्रकाशयुक्त कोठरी भी काली। यह जग है मेरा साम्राज्य, हर छायाप्रति पर दिखे तुहीं आज । तुझे देख होती अति पीड़ा, बना रहूँ कबतक मैं... Poetry Writing Challenge 120 Share उमा झा 16 May 2023 · 2 min read मैं गुड्डी मन की मतवाली घटा भी मुझसे पूछे, कहो क्या राह तुम्हारी, हवा भी मुझसे पूछे, चलूँ क्या साथ तुम्हारी, खगवृंद बोले मुझसे , बन जा तू सखिया हमारी, उसके चित में मैं बसने... Poetry Writing Challenge 121 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read शिशु ------- हे जग के पालनहार प्रभु जन्म देकर तू क्या किया, स्नेह सुधा की गंग धार, बिन बताए मुझसे छीन लिया, मिलना था, जो माँ का आंचर नंगी धरती पर तू... Poetry Writing Challenge 76 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read बाल श्रमिक फटे अधर, नयनाश्रु लिये कहा बालमन, सुन माँ धरणी, सुन पिता गगन । है क्या मेरा निर्छिन्न अपराध अपार, श्रमिक पांत खड़ा हूँ विवश लाचार। हुई ईश्वर की ऐश्वर्यशक्ति आज... Poetry Writing Challenge 182 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read अर्थ बिना जीवन बेकार गुरूजी पुस्तक कांख दबाए, भूखे पेट अश्रुधार के मारे, जा पहुंचे धनपति के द्वार । मुट्ठी भर दाना दे कर, साथ कई शर्त लगाकर, किया धनपति उन्हे स्वीकार । मरता... Poetry Writing Challenge 130 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read कर्म बड़ा या भाग्य बड़ा कर्म बड़ा या भाग्य बड़ा, हे मनुज तु सोच जरा, जो नर भाग्यशाली होते हैं, सुख शांति का सोमरस पीते हैं, जग के सदा करणीय वो ही होते, उनका कथन... Poetry Writing Challenge 90 Share उमा झा 16 May 2023 · 2 min read गुड्डी की व्यथा हम थे सखी अदृश्य पवन के, हम गुड्डी थे निर्बंध गगन के। कौन अबोध बालक ने हमको, गगन समीर दिखाया । उसके दुर्बल कर से कट कर, मेरा तन उस... Poetry Writing Challenge 141 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read क्रांति की ज्वाला रे अभागे! शेर को कबतक पिंजरबंध रख पाओगे, महाकाल के गाल स्व संग प्रियजन के प्राण गवाओगे, है, था, रहेगा निःशंक गगन में वह उड़ने वाला, है वीर धरा का... Poetry Writing Challenge 200 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read शौर्य उद्घोष चेत धरा के रिपु समस्त! यह हिन्दुस्तान नहीं, जम्बूद्वीप का अभियान है । हम सत्य अहिंसा के परिचायक, शान्ति धरम के हम हैं नायक, एक और सुन, शौर्य पराक्रम भी... Poetry Writing Challenge 171 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read शिशु और चंद्रमा एक नन्हा शिशु सोया था, माँ के आँचल में खोया था । स्व चेतना में भरकर उमंग, खेल रहा था नव उदित चंद्रमा के संग । अनायास पड़ोसन द्वार लगाई,... Poetry Writing Challenge 197 Share उमा झा 16 May 2023 · 2 min read फूल सी बच्ची थी वह एक फूल सी बच्ची, मृदुल कोमल भाव की सच्ची । पिता से पाया था बस देह, मिला नहीं कभी मन का नेह । बेटी बनना उसके लिए था... Poetry Writing Challenge 187 Share उमा झा 15 May 2023 · 1 min read सुन मानव ! हे मानव नीरस पथ पर क्यों भटक रहा, तेरी जीवनधारा कंकड़ पत्थर से क्यों अटक रहा, तू जिस जीवन को अपना माना है, बता तू उस पथ को कितना जाना... Poetry Writing Challenge 235 Share उमा झा 14 May 2023 · 2 min read प्रगति बन गई प्रकृति की सौतन भाव भंग लिपटी एक अलबेली, अवतरित हुई प्रगति नार नवेली । करने मानव को निज ओर आकृष्ट, तरल स्नेह की करती हुई वृष्टि । अनुजा भान प्रकृति उसे स्वीकार किया,... Poetry Writing Challenge 1 116 Share उमा झा 14 May 2023 · 1 min read हे जन्मदात्री करूँ क्या तुझको अर्पण ?? हे जन्मदात्री करूँ क्या तुझको अर्पण, तु पीपल की छाया हो माँ , तु आदिशक्ति की काया हो माँ, प्रकृति की हो हर दशा मनोरम, परब्रह्म धरा की कांति हो... Poetry Writing Challenge 98 Share उमा झा 14 May 2023 · 2 min read सुन री तितली *तु मन की अति प्यारी, चंचल हृदय आंखों वाली, चल आज कर हंसी-ठिठोली, सुन री तितली। देख जग में आया नया बसंत, लेकर सृष्टि की खुशियाँ अनंत । छुलूॅं जब... Poetry Writing Challenge 209 Share उमा झा 20 May 2022 · 1 min read रे आंधी! तू ------ रे आंधी! तू किछ नै करमें, अहिना जेमें बाधक ओर, ज्ञानदीप छै हाथ में हमरो, तें नै हमरा ककरो डोर। रे आंधी! तू किछ नै करमें-----। बुझलौं हम छी भगजोगनी... Maithili · गीत 6 10 362 Share उमा झा 12 May 2022 · 1 min read पिता पूज्यनीय पिता को श्रद्धांजलि है अर्पित, जिसने किया संतान के लिए सर्वस्व समर्पित। पर कहाँ होते हर संतान भाग्यशाली, जिन्हें मिलती स्नेह पिता की भर भर थाली। है यदि माँ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 16 498 Share उमा झा 13 Apr 2022 · 1 min read आवेदन पत्र सेवा में, श्रीमन्त: महोदया: समस्त साहित्य ज्ञानोदया: विषय- प्रतिक्रिया कर पाने की है गुहार, विनय है हे साहित्य पीडिया परिवार, मान्यवरा:, सविनय निवेदन है हमारी, दूर करें विघ्न बाधा सारी।... Hindi · कविता 5 2 234 Share उमा झा 28 Mar 2022 · 1 min read कब सुनोगी माँ काली कब तक दुर्भाग्य का रहेगा धाक, उड़ता है नित नूतन मजाक। कह क्या न तुझसे आश करूँ, नीरस पथ पर यूँ हीं दिन रात चलूँ। किस शिखर पर जा बैठी... Hindi · कविता 4 6 257 Share उमा झा 26 Mar 2022 · 1 min read अहां दिअ उवारी क्षमा करु हे जननी, अज्ञान छल माँ भारी। हम दीन छी भिखारी ,अज्ञान के पूजारी। माँ के शरण में एलौं, कुंठित ठार भेलौं, किछ सुछि नै रहल छै, माँ के... Maithili · गीत 1 1 422 Share उमा झा 11 Mar 2022 · 1 min read मंत्र जपू मंत्र जपू, मंत्र जपू, मंत्र जपू माय के, मंत्रक प्रभाव सों, एति माँ काली, रोग-शोक छुटि जैत, दुनिया जंजाल के , मंत्र जपू, मंत्र जपू, मंत्र जपू माय के ।... Maithili · कविता 3 1 330 Share Previous Page 2 Next