Shashi kala vyas 664 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Shashi kala vyas 30 Aug 2023 · 1 min read राखी राखी राखी का त्यौहार आया ,मन में उमंग खुशियाँ ले आया। कुमकुम रोली अक्षत थाल ,सजाई प्यारी सी बहना, बाट जोह रही भईया की ,हाथों में मेहंदी रचाये सोलह श्रृंगार... Quote Writer 323 Share Shashi kala vyas 24 Aug 2023 · 1 min read *जीवन खड़ी चढ़ाई सीढ़ी है सीढ़ियों में जाने का रास्ता है लेक *जीवन खड़ी चढ़ाई सीढ़ी है सीढ़ियों में जाने का रास्ता है लेकिन सीधा नही है ,कभी ऊबड़ खाबड़ टेढे मेढे रास्ते मिलते हैं।नाकामयाबी हाथ लगे असफलता मिले तो मन में... Quote Writer 1 400 Share Shashi kala vyas 19 Aug 2023 · 1 min read *"हरियाली तीज"* *"हरियाली तीज"* सोलह श्रृंगार कर सखियो के संग , शिव गौरा पूजन मन में लाये उमंग , हरियाली तीज में छाए सतरंगी रंग , बरसे बदिरया छाये सतरंगी रंग ,... Quote Writer 457 Share Shashi kala vyas 19 Aug 2023 · 3 min read *"हरियाली तीज"* *"हरियाली तीज"* सावन मास व हरियाली तीज का बहुत महत्वपूर्ण संजोग है एक दूसरे के साथ में गहरा संबंध है और सावन मास के त्यौहार एक संगम जैसा है जो... Quote Writer 1 1 362 Share Shashi kala vyas 18 Aug 2023 · 4 min read *धन्यवाद* *"धन्यवाद"* शुक्रिया या धन्यवाद एक बहुत छोटा सा शब्द है लेकिन शुक्रिया अदा करने से शरीर में अंतरआत्मा में जो प्रबल शक्ति मिलती है वह किसी चमत्कार से कम नही... Hindi · आलेख 1 2 489 Share Shashi kala vyas 15 Aug 2023 · 1 min read 🇮🇳🇮🇳*"तिरंगा झंडा"* 🇮🇳🇮🇳 🇮🇳🇮🇳*"तिरंगा झंडा"* 🇮🇳🇮🇳 लहर लहर उड़ा , तीन रंग का तिरंगा , गणतंत्र दिवस आया , झंडा फहराइये। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 धरती अंबर झूमे , तिरंगा कभी न झुके , वीरों की... Quote Writer 418 Share Shashi kala vyas 6 Aug 2023 · 1 min read *मनुष्य शरीर* *पुरुष का वह शरीर कहा गया है इससे बढ़कर अशुद्ध ,पराधीन ,दुखमय और अस्थिर दूसरी कोई वस्तु नहीं है।शरीर ही सब विपत्तियों का मूल कारण है उससे युक्त हुआ पुरुष... Hindi 1 1 406 Share Shashi kala vyas 6 Aug 2023 · 1 min read *आत्मा की वास्तविक स्थिति* *आत्मा की वास्तविक स्थिति* चेतन बुद्धि ,इंद्रियां और शरीर से पार्थक्य अवश्य है। आत्मा नामक कोई पदार्थ निश्चय ही विद्यमान है; परंतु उसकी सत्ता में किसी हेतु की उपलब्धि बहुत... Hindi 156 Share Shashi kala vyas 6 Aug 2023 · 1 min read *आत्मा की वास्तविक स्थिति* *आत्मा की वास्तविक स्थिति* चेतन बुद्धि ,इंद्रियां और शरीर से पार्थक्य अवश्य है। आत्मा नामक कोई पदार्थ निश्चय ही विद्यमान है; परंतु उसकी सत्ता में किसी हेतु की उपलब्धि बहुत... Quote Writer 334 Share Shashi kala vyas 6 Aug 2023 · 1 min read मित्रता मित्रता कृष्ण सुदामा की मित्रता , अहंकार स्वार्थ से परे तृप्त हृदय प्रेम विश्वास। कंटक पथ दूरगामी पग पखार , आत्मीय मिलन अपनेपन का सुखद एहसास। अटूट बंधन में बंधे... Quote Writer 2 336 Share Shashi kala vyas 1 Aug 2023 · 1 min read हर दिन रोज नया प्रयास करने से जीवन में नया अंदाज परिणाम लाता हर दिन रोज नया प्रयास करने से जीवन में नया अंदाज परिणाम लाता है और यह कोशिश जारी रखें ताकि नए सिरे से विचार प्रगट हो सके और जीवन शैली... Quote Writer 1 1 369 Share Shashi kala vyas 28 Jul 2023 · 1 min read *शिवे भक्तिः शिवे भक्तिः शिवे भक्ति भर्वे भवे।* *शिवे भक्तिः शिवे भक्तिः शिवे भक्ति भर्वे भवे।* *अन्यथा शरणम नास्ति त्वमेव शरणम मम।।* ' प्रत्येक जन्म में मेरी शिव में भक्ति हो,शिव में भक्ति हो,शिव के सिवाय दूसरा कोई... Quote Writer 3 1 1k Share Shashi kala vyas 26 Jul 2023 · 5 min read *सत्य* *"सत्य" सत्य जीवन का आधार है सत्य वचन बोलना सुनना यथार्थ है परमार्थ है। वास्तविक जीवन की पहचान सत्य की राह चलने वाला हर व्यक्ति विघ्न बाधा को पार करते... Hindi 2 2 353 Share Shashi kala vyas 20 Jul 2023 · 1 min read बालको से पग पग पर अपराध होते ही रहते हैं।उन्हें केवल माता के बालको से पग पग पर अपराध होते ही रहते हैं।उन्हें केवल माता के सिवा संसार में दूसरा कौन है ,जो उसे अपराध को सहन करता हो। और जब जब जीवन... Quote Writer 1 2 398 Share Shashi kala vyas 18 Jul 2023 · 1 min read *शिव शक्ति* *शिव शक्ति* जब तक ईश्वर की कृपा दृष्टि दया नहीं होती उसकी अविरल भक्ति भाव साधना शक्ति प्राप्त नही कर सकते हैं।जिस दिन ईश्वर के प्रति आस्था अटूट विश्वास श्रद्धा... Quote Writer 3 2 505 Share Shashi kala vyas 17 Jul 2023 · 1 min read *जब एक ही वस्तु कभी प्रीति प्रदान करने वाली होती है और कभी द *जब एक ही वस्तु कभी प्रीति प्रदान करने वाली होती है और कभी दुःख प्रदान करने वाली बन जाती है,तब निश्चय होता है कि कोई भी पदार्थ न तो दुखमय... Quote Writer 2 2 314 Share Shashi kala vyas 17 Jul 2023 · 1 min read हम जो भी कार्य करते हैं वो सब बाद में वापस लौट कर आता है ,चा हम जो भी कार्य करते हैं वो सब बाद में वापस लौट कर आता है ,चाहे वो माता पिता के साथ किया गया व्यवहार हो ,चाहे किसी भी व्यक्ति के... Quote Writer 320 Share Shashi kala vyas 11 Jul 2023 · 1 min read *मनुष्य जब मरता है तब उसका कमाया हुआ धन घर में ही रह जाता है *मनुष्य जब मरता है तब उसका कमाया हुआ धन घर में ही रह जाता है। भाई बंधु भी शमशान घाट तक जाकर लौट आते हैं,केवल मनुष्य के किए हुए पाप... Quote Writer 1 297 Share Shashi kala vyas 11 Jul 2023 · 1 min read "मैं तेरी शरण में आई हूँ" "मैं तेरी शरण में आई हूँ" जिंदगी के सवालों का जवाब मांगती, जो हकीकत में बयां ना हो सकी, वो फरियाद लेके आई हूं। मैं तेरी शरण में शीश झुकाने... Quote Writer 2 2 274 Share Shashi kala vyas 9 Jul 2023 · 1 min read *"शिव आराधना"* *"शिव आराधना"* शिव की महिमा जान , होगा बेड़ा पार। माला जप शिव जी का , हो जावोगे पार।। भोले बाबा दया कर , रोग शोक मिटाय। प्रभु की लीला... Quote Writer 1 1 516 Share Shashi kala vyas 4 Jul 2023 · 1 min read *"जन्मदिन की शुभकामनायें"* *"जन्मदिन की शुभकामनायें"* *ज* *जन्म सफल हो जीवन का हर सपना हो साकार। *न* *नत मस्तक से गर्व भरा हो हॄदय खुशियों से सरोबार। *म* मन आनंदित पुलकित सा जीवन... Quote Writer 2 2 387 Share Shashi kala vyas 3 Jul 2023 · 1 min read *"गुरू पूर्णिमा"* *"गुरू पूर्णिमा"* गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गुरु शब्द के बारे में गुरु जी के कहे गए शब्द - गुरु में दो अक्षर हैं गु + रु = गुरू... Quote Writer 1 459 Share Shashi kala vyas 1 Jul 2023 · 3 min read *श्रद्धा विश्वास रूपेण**"श्रद्धा विश्वास रुपिणौ'"* *श्रद्धा विश्वास रूपेण**"श्रद्धा विश्वास रुपिणौ'"* गुरुर्ब्रम्हा ,गुरुर्विष्णु ,गुरूर्देवो महेश्वरः , गुरुःसाक्षात परमं ब्रम्हा तस्मै श्री गुरुवे नमः। गुरु प्रत्यक्ष रूप से प्रमाण लिए नारायण का ही स्वरूप है जो हमारी... Quote Writer 3 1 451 Share Shashi kala vyas 11 Jun 2023 · 1 min read जब तक ईश्वर की इच्छा शक्ति न हो तब तक कोई भी व्यक्ति अपनी पह जब तक ईश्वर की इच्छा शक्ति न हो तब तक कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान बनाने या व्यक्तिगत जीवन जीने के लिए उनकी विधि विधान पर ही छोड़ दिया जाता... Quote Writer 534 Share Shashi kala vyas 5 Jun 2023 · 1 min read *"प्रकृति की व्यथा"* *"प्रकृति की व्यथा"* प्रकृति की व्यथा सुनो ....! ! जो कभी किसी से कुछ न पाती। वृक्ष फल फूल देता लेकिन कुछ ना कह पाती। उठ जाग रे मानव प्रकृति... Hindi 1 312 Share Shashi kala vyas 2 Jun 2023 · 3 min read *"सदभावना टूटे हृदय को जोड़ती है"* *"सदभावना टूटे हृदय को जोड़ती है"* जब कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान बनाने के लिए सामने वाले व्यक्ति की निस्वार्थ भाव से सेवा देखभाल करता है तो उसे किसी बात... Hindi 5 1 460 Share Shashi kala vyas 2 Jun 2023 · 1 min read *"मजदूर की दो जून रोटी"* *"मजदूर की दो जून रोटी"* मेहनतकश मजदूर कठिन परिश्रम करता , रोजी रोटी की जुगाड़ में पसीना बहाते मजूरी करता। अचानक आये ये आपदा से बिखर गया निसहाय खड़ा रहता।... Hindi 2 1 531 Share Shashi kala vyas 2 Jun 2023 · 1 min read *"रोटी"* *"रोटी"* चलते चलते वक्त का पहिया मानो जैसे थम सा गया है। दरबदर ठोकरें खाते हुए न जाने क्यों बिखर गया है। हौसले बुलंद हैं मगर हालातों से, लाचार बेबस... Quote Writer 2 339 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"तुम ही मेरा गुमान हो स्वाभिमान हो"* *तुम ही मेरा गुमान हो तुम ही मेरा अभिभान हो* पिता कर्म पिता धर्म पिता स्वर्ग , पिता सर्वश्रेष्ठ पूज्य देव तुल्य महान हो। मेरी प्रेरणा आदर्श उच्च विचारों की... Poetry Writing Challenge 1 227 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"भीगी पलकें क्यों छुपा रहे हो"* *"भींगी पलकें क्यों छुपा रहे हो"* नजरों से नजरें जब मिल गई , जुबां से कुछ ना बोल रहे हो। कुछ ना कहते फिर भी जाने क्यों , क्यों इतना... Poetry Writing Challenge 147 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 2 min read *"अन्नदाता"* *"अन्नदाता"* कृषि प्रधान भारत देश सोने की चिड़िया कहलाता। बंजर जमीन को उपजाऊ बनाके, बीज बोता सुनहरी फसल उगाता। सुबह सबेरे खेतों पे बैलों को बांधके, हल चला जुताई करने... Poetry Writing Challenge 2 315 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"कलम की ताकत"* *"कलम की ताकत"* लेखनी जब कलमकारों के हाथों में चलती , तब आग की लौ लपेटे एक चिंगारी सी जलती , अंतर्मन तरंगों में ज्वाला धधकती हुई , जब शब्दों... Poetry Writing Challenge 1 214 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"मेघ आए हैं देखो बन ठन के"* *"मेघ आये बन ठन के"* धरा ने ओढ़ ली चुनरिया दुल्हन बनके , व्योम दूल्हा बने हैं, देखो सेहरा पहन के। उमड़ घुमड़ कर बदरा छाये , चमक दामिनी चमकत... Poetry Writing Challenge 1 171 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"यूं ही कुछ नहीं होता जीवन में"* *"यूँ ही कुछ भी नही होता जीवन में"* अचानक *यूँ ही कुछ भी* हासिल नही होता, जीवन लक्ष्य बनाते हुए , जी जान से कड़ी मेहनत से , कुछ खोकर... Poetry Writing Challenge 3 1 614 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"ओ रे मांझी तू चल"* *"ओ रे मांझी तू चल"* दुर्गम पथ प्रदर्शक पथिक थक मत,ओ रे मांझी तू आगे बढ़ते चल..... सागर में उफनती लहरों के साथ में अपनी मंजिल तय करते चल... मीठी... Poetry Writing Challenge 4 2 302 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"कुदरत का करिश्मा है"* *कुदरत का करिश्मा"* कुदरत का ये खेल निराला , कहीं धरती हरीभरी हरियाली , कहीं सूखा प्रभावित बंजर भूमि, कहीं पानी भूकंप बाढ़ कहीं सूखी धरती , *कुदरत का करिश्मा... Poetry Writing Challenge 4 1 398 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"पावस ऋतु"* *"पावस ऋतु"* उमड़ घुमड़ गरजे मेघ , घनघोर घटा छाये। आसमान में लालिमा , मन हर्षित हो जाए। ****************** झूला डालो री सखी , सावन राजा आए। प्यारे गीत गाओ... Poetry Writing Challenge 1 346 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"बारिश का पानी"* *"बारिश का पानी"* बूंदो की पड़ी फुहार ,रिमझिम सा बरसता वो बारिश का पानी। तनमन को भिंगोने आया ,आँगन में टपकता वो बारिश का पानी। मन की उम्मीदों को जगाने... Poetry Writing Challenge 3 1 297 Share Shashi kala vyas 31 May 2023 · 1 min read *"नमामि देवी नर्मदे"* *"नमामि देवी नर्मदे"* नमामि देवी नर्मदे हर हर कहते तुम्हें नमन। शिव के पसीने से प्रगटी हो करें आत्मचिंतन।नर्मदा जल पवित्र पावन हो जाये जब दर्शन। सुख देने वाली जलधारा... Poetry Writing Challenge 2 2 441 Share Shashi kala vyas 31 May 2023 · 1 min read *"धधक रही हृदय में ज्वाला"* *"धधक रही हृदय में ज्वाला"* अनगिनत सवालों से जूझते हुए, अंतर्मन में धधक रही ये ज्वाला। ओ मानव निर्लज्ज , बेखबर प्रकृति से क्यों करता खिलवाड़ , यही तो है... Poetry Writing Challenge 2 1 254 Share Shashi kala vyas 30 May 2023 · 2 min read *"दोस्ती की अनोखी मिसाल"* ***"दोस्ती की अनोखी मिसाल "*** रामचरित मानस में एक चौपाई लिखी गई है ; *"धीरज ,धर्म ,मित्र ,अरु नारी ।आपद काल परिखिये चारि ।"* अर्थात विपत्ति का ही वह समय... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता 6 3 326 Share Shashi kala vyas 30 May 2023 · 2 min read *"गंगा"* *"गंगा"* हिन्दू धर्म में गंगा नदी को पवित्र मानी जाती है देवी माँ के रूप में पूज्यनीय है।घर में प्रतिदिन पूजन में भी उपयोग किया जाता है गंगा नदी के... Hindi 2 244 Share Shashi kala vyas 29 May 2023 · 3 min read *"टूट चुकी हूं निखरना बाकी है"* *"टूट चुकी हूँ निखरना बाकी है"* जीवन पथ पर चलते चलते , न जाने ये कैसी आँधी की लहर छाई। न कोई सूचना ना कोई अंदेशा .. सौ साल बाद... Poetry Writing Challenge 2 1 121 Share Shashi kala vyas 29 May 2023 · 1 min read "*कभी तो खुली सी किताब हो जिंदगी"* *कभी तो खुली सी किताब हो जिंदगी* किताब के पन्नों को पलटते हुए निगाहें, थम सी गई ख्यालों में गुम हो गई जिंदगी। धड़कनें तेज हुई रिश्तों की दरकार से... Poetry Writing Challenge 1 1 292 Share Shashi kala vyas 29 May 2023 · 2 min read *"उन्मुक्त गगन"* *"उन्मुक्त गगन"* उमड़ घुमड़ कर घिर आए काले बदरा छाए, पवन अविरल उन्मुक्त चले झूमे नाचे गीत गाती। अठखेलियाँ करता मन बावरा ,कुदरत को देख मचलती। बादलों में लुकाछिपी चाँद... Poetry Writing Challenge 5 1 282 Share Shashi kala vyas 29 May 2023 · 1 min read "*खुशबू बता रही है वो रास्ते में है"* *"खुशबू बता रही है वो रास्ते में है"* मौसम परिवर्तन पत्ते झड़ते जाते , नव तरु पल्लव फिर से उग आते , हरियाली से चहुँ ओर फैल जाते , उपवन... Poetry Writing Challenge 2 1 277 Share Shashi kala vyas 28 May 2023 · 2 min read *आज फिर तेरी जरूरत है* *"आज फिर जरूरत है तेरी"* उदास अँखियाँ जब किसी को ढूंढती है, तेरे सिवा मेरे पास और कोई नजर नहीं आता है। बस मेरे कान्हा तेरा दर्शन ही मुझे बहुत... Poetry Writing Challenge 6 2 333 Share Shashi kala vyas 27 May 2023 · 1 min read *झूठी दुनिया झूठे लोग* *"झूठी दुनिया झूठे लोग"* झूठी शान शौकत दिखावटी अजीब से लोग, सारे रिश्ते नाते छूटे ,काम क्रोध मद मोह लोभ, सामने मीठी बातें करते ,पीठ पीछे बुराई करते लोग। झूठी... Poetry Writing Challenge 3 1 1k Share Shashi kala vyas 26 May 2023 · 1 min read "*तुम सांझ ढले चले आना"* *"तुम साँझ ढले चले आना"* सुबह सबेरे सूर्य उदित हो , काम की धुन में हड़बड़ी लिए हुए, खामोश निगाहें पलकें झुकी हुई , इधर उधर हलचल भगदड़ मची हुई... Poetry Writing Challenge 5 1 341 Share Shashi kala vyas 25 May 2023 · 2 min read *"जीवन पथ"* *"जीवन पथ"* जीवन पथ का पथिक हूँ मैं , हिम्मत से आगे घुटनों के बल बड़ती रही, आंधी आये या तूफानों में खड़ी रही, मंजिल तक पहुंचने को अडिग ही... Poetry Writing Challenge 4 1 198 Share Previous Page 4 Next