डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Language: Hindi 105 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 21 May 2024 · 1 min read जीवन की दास्तां सुनाऊं मिठास के नाम में प्यार की बातें जो लफ्ज़ों में भर दूं, वो रोशनी और ख़ुशियों से तर कर दूं!! चराग़ बन जाऊँ तेरी ज़िंदगी के रास्ते में, हर गम को भगाकर बहुत दूर... Hindi · कविता 51 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 19 May 2024 · 1 min read मैं बन जाऊँ निगाह तुम्हारी मैं बन जाऊँ निगाह तुम्हारी, तुम ख़्वाब मेरे बन जाना!! मैं बन कर रहूंगा राज़ तुम्हारा, तुम हमराज़ मेरे बन जाना!! आँखें खोजती है तुम्हारा पता, बस तुम मंज़िल मेरे... Hindi · ग़ज़ल 42 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 May 2024 · 1 min read किसी का साथ देना सीखो किसी का साथ देना सीखो, धोखा तो आजकल सब देते हैं!! बुरा वक्त कभी बताकर नहीं आता, अच्छे वक्त में साथ तो सब देते हैं!! बेवजह किसी होठों की हसीं... Hindi · कविता 53 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 May 2024 · 1 min read मेरी बिटिया बड़ी हो गई: मां का निश्चल प्रेम मेरी बेटी बड़ी हो गई, साथ मेरे खड़ी हो गई!! बस डांट देती मुझे ऐसे, मेरी वो सहेली हो गई!! पहन लेती हूं मैं कुछ तो भी, बेतुके कपड़े, गहने,... Hindi · कविता 46 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 May 2024 · 1 min read विदा पल कहूं कैसे, बिटिया आती रहना कैसे मैं कह दूं, बेटी है परायी, बड़ी मन्नतों से परी सी है आई!! बेटी है तो घर में, रंगोली है सजती, बेटी है पायल, रूनझुन सी बजती!! मोती है,माला... Hindi · कविता 46 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read मेहनत करके आगे आए हैं, रुकेंगे थोड़ी मेहनत करके आगे आए हैं, रुकेंगे थोड़ी, खानदानी खून है, यूं झुकेंगे थोड़ी...!! आंखों में जूनून है, कुछ पाने का, पास पहुंचकर अपने लक्ष्य को छोड़ेंगे थोड़ी...!! ज़ालिम है ये... Hindi · ग़ज़ल 48 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read टुकड़े-टुकड़े दिन है बीता, धज्जी-धज्जी सी रात मिली टुकड़े-टुकड़े दिन है बीता, धज्जी-धज्जी सी रात मिली, जिसका जितना दामन था, उसको उतनी सौगात मिली!! बीते हुए उन सालों से पूछो, किसको कितना प्यार हुआ, थोड़ी ही खुशियों की... Hindi · ग़ज़ल 59 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read मौसम बहुत सर्द है, आओ कुछ ख़्वाहिशों को आग लगाई जाए!! दिन है तन्हा, रात है तन्हा, चलो कोई दर्द भुलाई जाए, मौसम बहुत सर्द है, आओ कुछ ख़्वाहिशों को आग लगाई जाए!! बिन तुम्हारे कभी नहीं आई, चलो मेरी नींद... Hindi · ग़ज़ल 79 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी जीने को कुछ वक्त बाकी है!! क्या बयां करूं, गर्दिश-ए-हालात में, ज़िंदगी जीने को कुछ वक्त बाकी है!! मैं सोचता बहुत हूं, मगर ये भी न सोचूं, अंधेरों में चराग़ जलाना अभी बाकी है!! मंजिलें कुछ... Hindi · ग़ज़ल 31 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read मुझे नाम नहीं चाहिए यूं बेनाम रहने दो मुझे नाम नहीं चाहिए यूं बेनाम रहने दो, मुझे मेरे प्रभु श्रीराम का गुलाम रहने दो!! कुछ भी नहीं चाहिये जीवन में, न धन न दौलत, बस मेरी जिह्वा पर... Hindi · कविता 47 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ, पर मानवता की डोर ना छूटे!! 'उस' ओर पहुंचने की चाहत में तुमसे तुम्हारा इस ओर ना छूटे!! हमारा उम्र भर का साथ जो ठहरा,... Hindi · ग़ज़ल · शेर 41 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read मेरी वो हसरत, जो हमेशा टूट जाती है मेरी वो हसरत, जो हमेशा टूट जाती है, मेरी क़िस्मत ही मुझसे यूं रूठ सी जाती है!! प्यार हो जाना, जैसे ख़ुदा की इबादत हो गई, इक ज़िंदगी से नई... Hindi · ग़ज़ल · शेर 34 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू, मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू, ख़्वाबों में बेचैन आंखें, बस अख़बार हो गई ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Hindi · Quote Writer · शेर 80 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है, इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है, वफ़ा में लौ-ए-दिल, बेवफ़ाई में सब्ज-किं-दिल जलता है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Hindi · Quote Writer · शेर 108 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read अरे! डॉक्टर की बीवी हो अरे! डॉक्टर की बीवी हो, दिल का इलाज़ मुझसे बेहतर जानती होगी ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Hindi · Quote Writer · शेर 96 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read मां तुम्हारे प्यार को कैसे बयां करूँ मां तुम्हारे प्यार को कैसे बयां करूँ, कौन से शब्द कहूँ, कौन सी छंद गढ़ूॅं!! जीवन के प्रथम पाठ सिखाई हो तुम, प्यार और धैर्य से राह दिखाई हो तुम!!... Hindi · कविता 34 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 8 May 2024 · 1 min read अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को, अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को, जब अपने ही दर पर वो वफ़ा को तरसते हैं ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Hindi · Quote Writer · शेर 1 110 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 8 May 2024 · 1 min read कमबख़्त ये इश्क़ भी इक आदत हो गई है कमबख़्त ये इश्क़ भी इक आदत हो गई है, उसके लिए तो पूरी ज़वानी ख़राब हो गई है!! सोचता हूं शबनमी होठों पे चिलमन रखूँ, हिज्र में भी उसकी सुकून-ए-दीदार... Hindi · ग़ज़ल 45 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 8 May 2024 · 1 min read शबनम शबनम उठा के देखो नज़रों की क़ायनात, कह रही है ये चाँदनी बस तुम्हारी ही बात!! हर सांवली सूरत में बसी ख़्वाब और वफ़ाएँ, जैसे ख़ुदा ने पूछी हो यूं... Hindi · ग़ज़ल 48 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read सुना है इश्क़ खेल होता है दिल रौशनी से भरा होता है, और जहान में रात होती है!! सच कहता तब मेरी उन दो, जुगनूओं से मुलाकात होती है!! दीवार-ए-दिल दर्द से भरा होता है, कागज-ए-नम... Hindi · ग़ज़ल 45 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read धड़कन-धड़कन साँस-साँस कुछ कहती है, धड़कन-धड़कन साँस-साँस कुछ कहती है, नन्हीं-सी एक खुशी साथ तुम्हारे रहती है!! चांदनी ज्यों ज्यों तेरी सूरत पे बरसती है, ये आंखें बस तेरी इबादत को तरसती है!! मैं तमाम... Hindi · ग़ज़ल 44 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read अजनबी सा सफ़र रात का सफ़र ये अजनबी सा सफ़र, जुगनूएं आवाज़ दे रहे कि रात हुई!! मुहब्बत की राहों में हम मिले न कभी, जानें अनजाने में फिर क्या बात हुई!! सितारों... Hindi · ग़ज़ल 45 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read तेरी वफाएं जब मेरा दिल तोड़ जाती है तेरी वफाएं जब मेरा दिल तोड़ जाती है, हवाएं तेरी खुशबू मेरे पास छोड़ जाती है!! अजीब हलचल मचा जाती है तेरी दस्तक, दीवार-वो-दर भी थोड़ी सहम सी जाती है!!... Hindi · ग़ज़ल 31 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read बहारों के मौसम में तेरा साथ निभाने चला हूं बहारों के मौसम में तेरा साथ निभाने चला हूं, मन मस्ती में प्यार भरे गीत गुनगुनाने चला हूं!! बारिश से मेरे हौसलों पर फर्क नहीं पड़ता, एक तेरी उम्मीद की... Hindi · ग़ज़ल 90 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read मेरी जानां शर्माती हुई जब वो बगल से चली जाती है, झिझक से मेरी जान निकल सी जाती है!! तेरा यूं शर्माना हमें जगाता रह गया शब भर, नज़रे मिलते ही ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल 30 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read जादुई निगाहें भीगी भीगी जुल्फें हैं, या खुशबुओं का साया है!! चांदनी सा बदन, मखमली लिबास की काया है! ख़्वाब हो, या कोई हकीकत नहीं जानता, जैसे हसीं वादियों में जन्नत की... Hindi · ग़ज़ल 32 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read सुरमई शाम का उजाला है सुरमई शाम का उजाला है, चाँद छत पर निकलने वाला है चाँद मेरा है देख ले दुनिया, कोई इसमें न दाग़ काला है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Hindi · Quote Writer · मुक्तक 91 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read चांद निकलता है चांदनी साए को तरसती है साए पर सजी हुई चांदनी सी रात की है, चाँद ने आंखों में महके हुए सी बात की है!! हर सोच और ख़्वाब यहाँ मंज़र बन जाते हैं, दिल को... Hindi · ग़ज़ल 28 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read हम भी बहुत अजीब हैं, अजीब थे, अजीब रहेंगे, हम भी बहुत अजीब हैं, अजीब थे, अजीब रहेंगे, हम क़यामत तक बस इक दूजे के क़रीब रहेंगे ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Hindi · Quote Writer · शेर 109 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी, कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी, हर पत्थर दिल इंसा उतना भी बुरा नहीं होता है ©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस” Hindi · Quote Writer · शेर 86 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read आज गज़ल को दुल्हन बनाऊंगा आज गज़ल को दुल्हन बनाऊंगा, यूं शब्दों का हुनर आजमाऊंगा!! यूं शर्माएगी जब गज़ल घूँघट ओढ़े, उठते हुए स्वरों का समां चढ़ाऊंगा!! कविता की रानी बन उठेगी दुल्हना, हर कूदकों... Hindi · ग़ज़ल 35 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 2 min read मन की संवेदना: अंतर्मन की व्यथा दिल की धड़कनें तेज़ होती हैं, जब मन की संवेदना बढ़ती है!! भावनाओं का तूफान आता है, यूं शब्दों की बौछार बरसती है!! संवेदना बड़ी अनूठी सी राग है, दुःख-सुख... Hindi · कविता 50 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read ख़ामोशी यूं कुछ कह रही थी मेरे कान में, ख़ामोशी यूं कुछ कह रही थी मेरे कान में, बेबसी झलक रही थी किसी की मुस्कान में! ये अमीर-सेठ तो कमबख़्त कारोबारी ठहरे, थोड़ी हँसी बिक रही थी गरीब की... Hindi · कविता · बाल कविता 63 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read आकांक्षा की पतंग आकांक्षा की पतंग हो, वास्तविकता की डोर हो!! यूं अपनों का प्यार हो, खुशियों का शोर हो!! सपनों का आकाश हो, समरसता के तिल हो!! आत्मीयता का गुड़ हो, राष्ट्र... Hindi · कविता 38 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read आरक्षण: एक समीक्षात्मक लेख मैं सोच रहा एक लेख लिखूं, मैं भी लेखक बन जाऊं क्या, आरक्षण की लौ पर जलते, चिताओं की गाथा गाउं क्या!! जब था आरक्षण दिया गया, तब की स्थिति... Hindi · कविता · लेख 45 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read कब बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र हो जाए न जाने हम कुछ ऐसा कर जाए, तेरे सीने से लिपटकर सो जाए!! बेचैन है मेरी ये बाहें तुझे पाने को, जी भर जिए, पल भर में मर जाए!! ख़ामोशी... Hindi · ग़ज़ल 57 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read 🌳पृथ्वी का चंवर🌳 सत्य है! वृक्ष तू धरा का नव श्रृंगार है, हे पृथ्वी का चंवर, तेरी महिमा अपरंपार है!! मनस्वी तपस्वी सा, शीर्षासन किए खड़ा है, तेरी कृपा दृष्टि से ही, जलदों... Hindi · कविता 31 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read पिता एक उम्मीद है, एक आस है पिता एक उम्मीद है, एक आस है, परिवार की हिम्मत और विश्वास है!! बाहर से सख्त अंदर से नर्म है, उसके दिल में दफन कई मर्म हैं!! पिता ज़मीर है... Hindi · कविता · ग़ज़ल 246 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read यूं आंखों ही आंखों में शरारत हो गई है, यूं आंखों ही आंखों में शरारत हो गई है, लगता है अब तुमसे मोहब्बत हो गई है!! कुछ ख़फ़ा सी है मुझसे, तेरी निगाहें ग़ालिबन, बोझल पलकों से आंसुओं की... Hindi · ग़ज़ल 37 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी तो फ़क़त एक नशा-ए-जमज़म है तेरी यादों में बस इतना खोए रहते हैं, बिस्तर पर तन्हा तन्हा सोए रहते हैं!! याद आते हैं तेरे मेरे गूफ्तगू के वो अल्फाज़, शब-ए-फुरकत में बस पागल से हुए... Hindi · ग़ज़ल 30 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read शर्माती हुई जब वो बगल से चली जाती है शर्माती हुई जब वो बगल से चली जाती है, झिझक से मेरी जान निकल सी जाती है!! तेरा यूं शर्माना हमें जगाता रह गया शब भर, नज़रे मिलते ही ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल 33 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read मिट्टी का एक घर मिट्टी का एक घर है मेरा, बरसात की चाहत रखता हूं!! कलेजा देख तो मेरा, मैं इसी तरह हर रोज़, मुसीबतों का सामना करता हूं!! आंखें ज़रूर नम हो जाती... Hindi · कविता · ग़ज़ल 46 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read भगवान शिव शंभू की स्तुति 🌺हर हर महादेव🔱🌺 शिव अमृत की पावन धारा, धो देती है हर कष्ट हमारा!! शिव का पाठ सदा सुखदाई, शिव के बिना है कौन सहाई!! शिव की निशदिन कीजो भक्ति,... Hindi · कविता 41 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी चलती है ज़िंदगी चलती है, एक धड़कन के वास्ते!! घड़ियां चल रही है, अपने समय के रास्ते!! मुद्दतों बाद एक मुस्कान, वो भी लाख शर्तों के साथ!! ये प्यार ना होगा कम,... Hindi · Quote Writer · कविता 165 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read नर्म वही जाड़े की धूप सूरज कुछ शर्माता, थोड़ा सा सकुचाता, धरती पर देरी से आता, बाहें अधखुली सी खोल कर मुस्काता!! धरती की बैचेनी पर घबराता, बिखरा कर कुछ किरणें अपनी, स्वप्न मृदुल कर... Hindi · कविता 1 33 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read "मेरे मन की बगिया में" ऐसे उतरता है तेरा ख़्याल, मेरे मन की बगिया में!! चाँदनी ज्यों उतरती है, हौले-से घर के आँगन में!! बस वैसे ही कभी मालती-सा, महक उठता है तन-मन मेरा, जैसे... Hindi · कविता 40 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read "जिंदगी की बात अब जिंदगी कर रही" जिंदगी की बात अब जिंदगी कर रही, किस कारण हमसे इतनी बंदगी कर रही!! इस क़दर उलझे हैं हम इन भंवर जालों में, अच्छे काम करके भी हमें शर्मिंदगी कर... Hindi · कविता · ग़ज़ल 37 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read "तितली जैसी प्यारी बिटिया": कविता उड़ती हुई तितली के, जैसी आजाद हो तुम, खिलते हुए फूलों के, जैसी खूबसूरत हो तुम!! घाट की प्यारी हवा की, महकती एहसास हो तुम, पत्तों पर इतरती-इठलाती, वो ओस... Hindi · कविता 37 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read हम तो ऐसे नजारों पे मर गए: गज़ल हम तो ऐसे नजारों पे मर गए, आप बिलावजह बादलों से डर गए!! गम आए करीब हमने भाव नहीं दिया, मस्तियां बिखेरी हम जिधर भी गए!! समझ गए भाव जी... Hindi · ग़ज़ल 27 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read मुझे पति नहीं अपने लिए एक दोस्त चाहिए: कविता (आज की दौर की लड़कियों को समर्पित) मुझे पति नहीं अपने लिए एक दोस्त चाहिए, जिसके बराबर चल सकूं वो हमसफ़र चाहिए!! अमीर लड़के के सोने की पिंजरे में कैद नहीं होना, ना ही चाभी की जीती... Hindi · कविता · ग़ज़ल 39 Share Previous Page 2 Next