Rakmish Sultanpuri Language: Hindi 155 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Rakmish Sultanpuri 28 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल।इश्क़ मे यूँ ठोकरें खाये बहुत । ==================ग़ज़ल===================== इश्क़ मे यूँ ठोकरें खाए बहुत । दिल लगाकर हम तो पछताए बहुत । जिश्म की हरसूं सजी बाज़ार मे । बिक गया ईमान घबराए बहुत । मंज़िलें तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 307 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मेरे हमदम मेरी तनहाइयाँ फिर नापने निकले । =================ग़ज़ल================ मेरे हमदम मेरी तनहाइयाँ फ़िर नापने निकले । कि मेरे इश्क़ की गहराइयाँ फ़िर नापने निकले । सिसकती रूह की परछाइयाँ फ़िर नापने निकले । बिछा दिल रूप की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 469 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।बढ़ गया तब फ़ासला जब चाहने उनको लगा । =================ग़ज़ल================ बढ़ गया तब फ़ासला जब चाहने उनको लगा । कुछ मिला न फ़ायदा जब चाहने उनको लगा । थे नजरअंदाज तो वे ख़ुब शरारत कर रहे । ले रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 276 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।तब उसी तारीख़ से तेरा दिवाना जो गया । =============ग़ज़ल=================== ज़ब नज़र के ख़ंजरों का दिल निशाना हो गया । तब उसी तारीख़ से तेरा दिवाना हो गया । तू रुकी थी मुस्कुरायी खिलखिलाती हँस पड़ी । रात आयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 463 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।कि क़ातिल चैन से यारों हुक़ूमत पेश करते है । =================ग़ज़ल================ ज़िरह मुंसिफ़ वफ़ाई की ज़मानत पेश करते है । कि क़ातिल चैन से यारों हुक़ूमत पेश करते है । बहुत कम है बचे मुफ़लिश ख़ुदा को मानने वाले ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 528 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।यकीं मानो मुहब्बत की सभी क़ीमत चुकाते है । ================ग़ज़ल================= यकीं मानो मुहब्बत की सभी क़ीमत चुकाते हैं । नफ़ासत का ज़ख़म पाकर ग़मों मे मुस्कुराते है । सुना होगा दिवानों के पुराने क़हक़हे तुमने । हमारे दर्द के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 497 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।अब मेरी तस्वीर को यूं पा रहे पहचान कितने । ================ग़ज़ल================= बह गए आंखों से आंसू छल गए अरमान कितने । दिल्लगी मे आशियानें हो गए वीरान कितने । आशिक़ी मे मंजिलों का है पता कुछ भी नही पर ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 295 Share Rakmish Sultanpuri 28 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मेरे क़िरदार की दमदारियाँ फ़िर देखने निकले । =================ग़ज़ल================ मेरे हमदम मेरी तनहाइयाँ फ़िर नापने निकले । कि मेरे इश्क़ की गहराइयाँ फ़िर नापने निकले । सिसकती रूह की परछाइयाँ फ़िर नापने निकले । बिछा दिल रूप की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 424 Share Rakmish Sultanpuri 25 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।इश्क़ की आंधियों मे उड़ा ले गयी । ================ग़ज़ल================= इश्क़ की आंधियां मे उड़ा ले गयी । जिश्म को लूटकर बेवफ़ा ले गयी । रंग भी न रहा फूलों के पास अब । ख़ुशबुओं को उड़ाकर हवा ले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 291 Share Rakmish Sultanpuri 23 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।पर तुम्हारी आँख सा आइना कोई नही। @@@@@@@@ग़ज़ल@@@@@@@@ बाद जाने के तेरे आसरा कोई नही । इश्क़ मे डूबा मग़र फ़ायदा कोई नही । है बहुत से आइने अलगरज संसार मे । पर तुम्हारी आँख सा आइना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 494 Share Rakmish Sultanpuri 19 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।नमक जो देश का खाकर विदेशी पेश आता है । *****************ग़ज़ल**************** शराफ़त छोड़ कर सच की हँसी भरसक उड़ाता है । नकारा आदमी काबिज़ सभी का दिल दुखाता है । शहर मेरा सुधर जाए ख़ुदा ऐसी इनायत कर । यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 651 Share Rakmish Sultanpuri 14 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।आइना उसको दिखाना चाहिए । ""'''''''''''''''''''""""""""""""""ग़ज़ल""""""""''''"'''"""""""""""" आग़ बदले की बुझाना चाहिए । हर किसी को मुस्कुराना चाहिए । नफ़रतों से ज़ख़्म ही मिलता सदा । रंजिशों को भूल जाना चाहिये । जिंदगी बस चार दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 377 Share Rakmish Sultanpuri 12 Sep 2017 · 1 min read नवगीत।रातों मन के अंधेरों मे तस्वीरें चलती रहती है । नवगीत रातों मन के अंधेरों मे तस्वीरें चलती रहती है ,,-2 शामों से ख़ामोशी ठहरी रहती है मेरे घर । फ़ैली रहती है रातों भर तन्हाई की चादर । सुबह... Hindi · गीत 432 Share Rakmish Sultanpuri 11 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।दग़ा देने मुहब्बत के बहाने लोग बैठे है । ================ग़ज़ल================= दुनियां के रिवाजों को भुलाने लोग बैठे है । नये ज़ख़्मो को देखो फ़िर दुखाने लोग बैठे है । ढहा रिश्तों कि दीवारें वफ़ा की खा रहें क़समें ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 349 Share Rakmish Sultanpuri 8 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।तू सुलगती आग़ तो शोला बना तैयार मै हूं । ================ग़ज़ल================= सोच मत लग जा गले से बेक़सक दिलदार मैं हूं । तू सुलगती आग़ तो शोला बना तैयार मैं हूं । हो गयी काफ़ी नशीहत दर्द गम तनहाइयाँ वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 769 Share Rakmish Sultanpuri 7 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मुझे हर दर्द मालुम है दवा पाने नही निकला । ================ग़ज़ल================ तनिक आया हूँ गर्दिश में हवा खाने नही निकला । ग़मो का लुफ़्त लेता हूँ वफ़ा पाने नही निकला । बड़े दिन बाद पाया हूँ दिवानों की कोई महफ़िल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 312 Share Rakmish Sultanpuri 5 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।जहां मे ज्ञान का पौधा सदा बोता रहा शिक्षक । ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ग़ज़ल ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, सजता राह जीवन की स्वंय खोता रहा शिक्षक । जहां मे ज्ञान का पौधा सदा बोता रहा शिक्षक । हमारी एक ग़लती पर हमे वो डांटने लगता ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 482 Share Rakmish Sultanpuri 5 Sep 2017 · 2 min read कविता। वही गुरु है अध्यापक है न कि कोई दग़ा पड़ाका । जीवन मे शिक्षक की अनिवार्यता , एवं शिक्षक के कार्य व्यवहार पर प्रश्न उठाने वालों के प्रति ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, कविता । ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, आई दिवाली दगा पड़ाका उठती डोली दगा पड़ाका रण... Hindi · कविता 291 Share Rakmish Sultanpuri 3 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।दर्द के ऐसे निवाले पल रहे है आजकल । ग़ज़ल । दर्द के ऐसे निवाले पल रहे है आज़कल । सादगी मे लोग बेशक़ ढल रहे है आज़कल । बेवफ़ाई पर यक़ीनन कर रहे है आजकल । झूठ की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 487 Share Rakmish Sultanpuri 3 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।गम से तेरे अभी तक रिहा न हुआ । ग़ज़ल /गम से तेरे अभी तक रिहा न हुआ । दर्द दिल का वही है दवा न हुआ । ग़म से तेरे अभी तक रिहा न हुआ । हो गयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 359 Share Rakmish Sultanpuri 2 Sep 2017 · 1 min read दोहे । चोटी कटवा भूत । दोहे शब्द शब्द की नाप से, भावों पर अनुबंध । दिन दिन यों बढ़ता गया, महक रही न गन्ध । शब्द कुसुम को गूंथता शब्दो पर नव छन्द । भाव... Hindi · दोहा 457 Share Rakmish Sultanpuri 1 Sep 2017 · 1 min read ?कविता?दुनियां बस एक तमाशा है । कविता । जीवन तो जिज्ञासा है । यह जीवन तो जिज्ञासा है । दुनियां बस एक तमाशा है । निज कर्मो की लगा बाजिया ,हम रहते है राम भरोसे ।... Hindi · कविता 356 Share Rakmish Sultanpuri 30 Aug 2017 · 1 min read ?ग़ज़ल? तेरे आग़ोश के शाये पुराने हो गए लेकिन । *ग़ज़ल ।दीवाने हो गये लेकिन।* तेरे आग़ोश के शाये पुराने हो गये लेकिन । उसी मदहोश हरक़त मे दिवाने हो गये लेकिन ।। बहुत चाहा किसी के संग चलू मै... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share Rakmish Sultanpuri 30 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल।चरागे उल्फ़त जला हुआ है । ग़ज़ल।चरागे उल्फ़त जला हुआ है । ग़मो का आलम सजा हुआ है । चरागे उल्फ़त जला हुआ है । बुझी हुई सी शमा रुकी है । उदास आलम पड़ा हुआ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 277 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल।वतन के सिपाही वतन याद रखना । ,,,,,,,,,,,,,,ग़ज़ल/,,,,,,,,,,,, ख़ुदा के लिए ये वचन याद रखना । वतन के सिपाही वतन याद रखना । तिरंगा हमारा बड़ा ही निराला । सदा गर्व से ये वज़न याद रखना ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 289 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल।वतन के सिपाही वतन याद रखना । ,,,,,,,,,,,,,,ग़ज़ल/,,,,,,,,,,,, ख़ुदा के लिए ये वचन याद रखना । वतन के सिपाही वतन याद रखना । तिरंगा हमारा बड़ा ही निराला । सदा गर्व से ये वज़न याद रखना ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read दुनिया मे सरदार तिरंगा भारत का । ,,,,,,,,,,,,,,,ग़ज़ल,,,,,,,,,,,,,,,, दुनियां मे सरदार तिरंगा भारत का । घर घर का त्योहार तिरंगा भारत का । आओ मिलकर गान करें जय भारत की । देता सबको प्यार तिरंगा भारत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 402 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read आपका भी दिल दुखाना पड़ गया । @ ग़ज़ल/दिल दुखाना पड़ गया ।@ जिंदगी मे आपको भी आजमाना पड़ गया । बेबसी मे आपका भी दिल दुखाना पड़ गया । लग गये आने कहर बन वक़्त के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 308 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read झुक न पायेगा कभी झंडा वतन का । ---- ------------ग़ज़ल---------------- झुक न पायेगा कभी झंडा वतन का । है जवां हर नागरिक बंदा वतन का । मात देगे दुशमनों की चाल को अब । ले चुके हम खून... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 559 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read जिंदगी मे हर किसी को आजमाया न गया । ग़ज़ल ।जिंदगी मे हर किसी को आजमाया न गया । आंसुओं का दौर था वो पर रुलाया न गया । जिंदगी मे हर किसी को आजमाया न गया । बेमज़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 532 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read ख़ुदी को प्यार मे झोंका नही था । ग़ज़ल ख़ुदी को प्यार मे झोंका नही था । ख़ुदी को प्यार मे झोंका नही था । सही है जख़्म भी खाया नही था ।। इरादे आपके बेशक़ सही थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 383 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read जफ़ा ऐ इश्क का किस्सा सुनाते रह गए सबको । ग़ज़ल। किस्सा सुनाते रह गए सबको । कुरेदा जख़्म महफ़िल मे दिखाते रह गए सबको । जफ़ा ऐ इश्क़ का किस्सा सुनाते रह गए सबको ।। सकूनत की दवा ख़ातिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 292 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read मैं तो शायद बदल गया हूं । मै तो शायद बदल गया हूं पर तुझमे जज़्बात नही है ।। और आंधियां ग़म की सहता इस दिल के हालात नही है ।। यादों मे तन्हाई ना हो ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read हाल कैसे कहे अनकही दोस्ती । हाल कैसे कहे अनकही दोस्ती । उम्रभर हाशिये पर रही दोस्ती ।। सब्र हमने जफ़ाएँ किया है बहुत । दर्द उनको मिला तो ढही दोस्ती ।। वरना झूठे रहे मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 273 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read मुझको खुद का प्यार समझ ले । मुझको ख़ुद का प्यार समझ ले । बिन कांटो का हार समझ ले ।। टूट गया तो गया काम से । इकतारा का तार समझ ले । दिल को तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 264 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read दिवाने हो गये लेकिन । *ग़ज़ल ।दीवाने हो गये लेकिन।* तेरे आग़ोश के शाये पुराने हो गये लेकिन । उसी मदहोश हरक़त मे दिवाने हो गये लेकिन ।। बहुत चाहा किसी के संग चलू मै... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 344 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read ढूढ़ता कौन है जिंदगी को कभी । ढूढ़ता कौन है जिंदगी को कभी ।। वक़्त मिलता नही आदमी को कभी ।। ज़ख़्म गैरो के नासूर करता रहा । चाह इसको नही सादगी को कभी ।। शौक़ का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 611 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read आपने आपसे टूटता रह गया ग़ज़ल *आपने आपसे टूटता रह गया ।* आपने आप से टूटता रह गया ।। उम्रभर जिंदगी ढूढ़ता रह गया ।। आदमी जो मिला दोस्ती मे मुझे । दर्द देकर मुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read चाहत मे किसी के खोने से । ग़ज़ल *चाहत में किसी की खोने से ।* चाहत मे किसी के खोने से । दिल सोच तु पहले रोने से ।। एतबार न करना लोगों पर । बस प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read लिख रहा हूं इक ग़ज़ल ले वज़्न तेरे प्यार का । ग़ज़ल।लिख रहा हूं इक ग़ज़ल दर्द से बोझिल मिला है दिल मिरे अशरार का । लिख रहा हूँ इक ग़ज़ल ले वज़्न तेरे प्यार का ।। तन्हा तन्हा हो गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 329 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read फिर पांच दोहे । बादल/ घन मेघ सूरज डूबा था नही,,,,,,,दोनों मद मे चूर । भिगो रहे थे धूप को, बादल निष्ठुर क्रूर ।। बादल पंछी बन चुने,,,,,,,,, तारे सारी रात । आसमान की... Hindi · दोहा 1 624 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read दोस्तों ने सभी फ़ासला छोड़कर । ग़ज़ल दोस्तों ने सभी फ़ासला छोड़कर । दर्द बेशक़ दिया दायरा छोड़कर । इश्क़ भी हाशिये पर रुका रह गया । जख़्म रोने लगा आसरा छोड़कर । शख़्स रोता रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 223 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read क्या प्रेम है जहां मे करके दिखा दिया । ग़ज़ल क्या प्रेम है जहाँ मे करके दिखा दिया । होता अमर है कैसे मरके दिखा दिया ।। यहाँ लोग जी रहे है इश्क़ की बदौलत । राँझा ने उम्रभर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read वो बारह दोहे । बारह दोहे तिल तिल गर्मी बढ़ रही , पल पल लगे थकान ।। उमस सताये रात दिन , ,,,आफ़त मे है जान ।। भौतिकता से है सजी , जीवन एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 331 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read तगादे आ रहे घर तक @ग़ज़ल ।तगादे आ रहे घर तक ।@ लिया क़र्ज़ा रक़ीबों से अमादे आ रहे घर तक । ग़रीबी की दशा देखो तगादे आ रहे घर तक ।। ख़बर उनको मिली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 528 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read मुहब्बत मे मुहब्बत का हि मंजर तक नही आया । ग़ज़ल ।। मुहब्बत मे मुहब्बत का हि मंज़र तक नही आया । थका मै ढूढ़ मंजिल को मेरा घर तक नही आया ।। मिली सौगात दिल की है यहां सबको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 456 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read जिंदगी मेरी अर्पण वतन के लिये । ग़ज़ल ज़िन्दगी मेरी अर्पण वतन के लिए ।। जान जाये तो अरि के दमन के लिए ।। सांस चाहे भले हो मिरी आखिरी । मै जिऊंगा निख़ालिश चमन के लिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 208 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read इश्क़ मे लगने लगी हैं बोलियां । ग़ज़ल।इश्क़ मे लगने लगी है बोलियां ।। प्यार मे आयी ग़मो की आधियां । हो गयी वीरान दिल की बस्तियां ।। आँशुओ के ढेर पर सोना पड़ा । काम न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 191 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read बड़ी तकलीफ़ पाया हूं यह पर मुस्कुराने मे । ग़ज़ल -यहाँ पर मुस्कुराने मे तलाशे इश्क़ मे निकला जफ़ा के आशियाने मे । बड़ी तकलीफ़ पाया हूं यहाँ पर मुस्कुराने मे । मिली जो मतलबी दुनियां तराशेगी मुहब्बत को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read दिल तुम्हारा मुझे भ गया है ग़ज़ब । ग़ज़ल। दिल तुम्हारा मुझे भा गया है ग़ज़ब । इक नशा प्यार का छा गया है ग़ज़ब ।। भर खिली आँख मे तेरी तस्वीर है । तन शरारा सुकूँ पा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 331 Share Previous Page 2 Next