PRATIK JANGID Language: Hindi 142 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 PRATIK JANGID 3 Apr 2020 · 1 min read तुम्हारी आदत मैं आज भी तुम्हें लिख रहा हूँ तुम्हारा मुस्कुराना और तुम्हारी जुल्फों का बार बार तुम्हारे चेहरे पर आकर मेरा उन्हें हटाना, तुम्हें परेशान करना मुझे आज भी पसंद हैl... Hindi · कहानी 2 491 Share PRATIK JANGID 3 Apr 2020 · 1 min read -: कुछ देर तो ठहरो :- -: कुछ देर तो ठहरो :- बड़ी जल्दी में रहते हो अक्सर तुम , कुछ देर बैठ भी जाया करो , हाँ मालूम है , बड़ी जिम्मेदारियां है तुम पर... Hindi · कविता 2 284 Share PRATIK JANGID 3 Apr 2020 · 1 min read नारी -: नारी :- दोस्ती समुंदर से करनी थी , और बहना नदी जैसा था उसे , भीड़ की शोर में गुम थी कब से वो , अब झरनों सा शोर... Hindi · कविता 2 568 Share PRATIK JANGID 3 Apr 2020 · 1 min read हर शक्स की एक कहानी है । हर शक्स की एक कहानी है , किसी की अधूरी किसी की पूरी जुबानी है , खाली सा है कोई शक्स मुझ में , बेरंग से हो गये है सपने,... Hindi · कविता 2 730 Share PRATIK JANGID 16 Jun 2019 · 1 min read पापा जैसी जिम्मेदारी बचपन में कितनी ज़िद्दी किया करते थे , कुछ को पूरा करते ओर कुछ को मजबूरियों के तंग जेबो में दबा लिया करते थे । हसना खेलना सब उनसे ही... Hindi · कविता 3 1 472 Share PRATIK JANGID 2 Jun 2019 · 1 min read चुपके से माना तुम आज भी उसे चुपके से देखते हो , फिर जरूर तुम अपने आप को उस गलती के लिए कोसते हो ।। वक्त रहते तुमने नहीं संजोया रिश्ते नातो... Hindi · मुक्तक 2 518 Share PRATIK JANGID 31 May 2019 · 1 min read बीती यांदे बीते दिनों को भलो कोन भुला पाएगा । जब जब याद करेगा , अंखियों में पानी भर आएगा । जवानी के गीत बुढ़ापे में गुन गुनाएगा । एक अरसा पहले... Hindi · कविता 3 505 Share PRATIK JANGID 31 May 2019 · 1 min read लेख -कभी जो मिलो , तो जाने की जल्दी ना करना । फ़ुरसत में तो हम भी नहीं होंगे , पर आंखो से ओझल हो जाएं तो फिर अफसोस मत करना... Hindi · लेख 439 Share PRATIK JANGID 6 May 2019 · 1 min read कभी हमारे शहर आओ तो मिल लिया करो कभी हमारे शहर आओ तो मिल लिया करना । यूं कब तक पुरानी बातों कि तकरार दिल में दबा कर रखोंगे । माना लड़कपन की थी वो गलतियां । क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 395 Share PRATIK JANGID 10 Feb 2019 · 1 min read एक मुलाकात अनजान रास्ते और एक मुलाकात । दो पल की बाते और जन्मों का साथ ।। बने होंगे ऐसे भी रिश्ते जो इस क़दर मिले होंगे । किसी डगर पर दोनों... Hindi · लेख 1 453 Share PRATIK JANGID 26 Jun 2018 · 1 min read एक वक्त आज फिर से तुम याद आये हो, बे वजह इतना क्यों मुस्कुराते हो , हाँ, तुमसे मिले अरसा हो गया है , पर सामने आने पर इतना क्यू घबराते हो... Hindi · लेख 1 497 Share PRATIK JANGID 19 May 2018 · 1 min read रूठ जाता हूं में खुद से खुद ही रुठ जाता हूं । जब खुद से ही खुद हार जाता हूं ।। निराशाएं मुझे घेर लेती है । जब में तन्हा रह जाता हूं... Hindi · लेख 1 304 Share PRATIK JANGID 2 May 2018 · 1 min read कैसे कहु कैसे में कहु तुझसे । कुछ बाते मुझमे ही दब सी रह गयी ।। जिक्र ना कर सका जिन बातों का । अब चहरे की रंगत बया कर रही ।।... Hindi · लेख 1 348 Share PRATIK JANGID 22 Mar 2018 · 1 min read शब्दो की माला में अक्सर कहानियो व कविताओं की माला में शब्दों को पिरो लिया करता । कही ये टूट कर बिखर ना जाये इस ख़्याल से भी बहुत डरता हूँ । शब्दो... Hindi · कविता 1 329 Share PRATIK JANGID 8 Mar 2018 · 1 min read ये प्यार तुम समझती नही हो , या में समझा नही पता । ये किसी कशमकश है । में चाहकर भी तुझसे बहुत कुछ कह नही पता । शुक्र है तुम कही... Hindi · लेख 1 438 Share PRATIK JANGID 8 Mar 2018 · 1 min read ये सच है । कुछ बाते सच्ची है । कुछ अफवाएं है बदनामी की । ये तो कुछ लोगो की फितरत है । आग में घी डालने की । ना सच को सुनना पसंद... Hindi · लेख 1 289 Share PRATIK JANGID 6 Mar 2018 · 1 min read ये भुख हैं साहब तकलीफ पेट की चेहरे से बयां करनी पड़ती हैं। ये भूख है साहब हम जैसे को हर रोज़ ऐसे ही सहनी पड़ती हैं ।।हर दिन एक उमंग के साथ जाग... Hindi · लेख 1 280 Share PRATIK JANGID 8 Feb 2018 · 1 min read अब वो बात कहा रही....! अब रिश्तों में वो बात कहा रही । हर शाम सरहाने आकर कहानी सुनाकर सुलाए.. वो दादी कहा गयी। पापा की डाट पर माँ का आँचल अब कहा नसीब होता... Hindi · कविता 2 235 Share PRATIK JANGID 2 Feb 2018 · 1 min read अधूरी कहानी मैंने उस दिन अपनी कहानी पूरी लिख दी होती ।अगर तुम इस कदर रूठ कर नहीं गयी होती ।तुम्हरा इस तरह रूठ कर चला जाना ही मेरी अधूरी कहानी का... Hindi · कहानी 1 520 Share PRATIK JANGID 6 Jan 2018 · 2 min read एक मुलाकात बहुत टाइम से ना मिला उससे में । ओर ना कभी कोशिश की।उसे पाने की । कुछ उम्मीदे थी उसके आने की । ओर कुछ रुकावटे थी मेरे न मिल... Hindi · कहानी 1 487 Share PRATIK JANGID 29 Dec 2017 · 2 min read अन कहा सच (काल्पनिक) हा मेने ही कहा था कि मुझे तुमसे कभी बात नही करनी ।हा मेने ही कहा था कि में तुमको कभी याद नही करूँगा । शायद में ही गलत... Hindi · कहानी 1 437 Share PRATIK JANGID 11 Dec 2017 · 1 min read ये मेरा मन कहता है Tum achi ho ..ye me nahi khta mere undr se awaj aati he .....tum kbhi kbhi pgal lgti ho .....shayd ye pglpnti hi tumhri achayi ka reason he ....ye me... Hindi · लेख 1 478 Share PRATIK JANGID 21 Nov 2017 · 1 min read लफ्जो को समेटकर कुछ लिखूंगा । लफ्जो को समेटकर कुछ लिखूंगा । कभी गीत कविता एक नज़्म भी लिखूंगा । ऐसे ही नहीं पिरो लिए जाते गीत कविताओं नज्मों के धागों में शब्दों के मोती ।... Hindi · कविता 2 1 505 Share PRATIK JANGID 6 Nov 2017 · 1 min read कुछ ख्वाहिशें कुछ सपने चल तुझे कुछ छोटी छोटी ख्वाहिशें बताता हू। तेरे साथ की ताकि तू भी उन्हें लाइफ में याद रखती । 1 तेरे साथ एक long ड्राइव करनी थी तुझे हवाओं... Hindi · लेख 1 452 Share PRATIK JANGID 6 Jul 2017 · 1 min read न जाने कहा जाना हैं ट्रैन का सफर कितना अजीब होता है। ना । सब बेफ्रिक लोग अपबे ही सफर का मज़ा लेते हुए सफर करते है। किसी को ट्रैन में बाते करना पसंद है... Hindi · कहानी 1 300 Share PRATIK JANGID 23 May 2017 · 1 min read ऐ....ज़िन्दगी ज़िन्दगी में कुछ ना कुछ तो बेहतरीन जरूर कर लूंगा । ऐ…ज़िन्दगी देख मे तेरा कहा तक पीछा करता हु।। Hindi · लेख 1 263 Share PRATIK JANGID 14 May 2017 · 1 min read माँ झूट बोलती है । माँ झूट बोलती है । सुबह उठाने के लिए 7 बजे के time को 8 बताती है। शाम खाना खाते समय रोटी कम रहने पर मेरा पेट भर गया ये... Hindi · कविता 1 542 Share PRATIK JANGID 9 May 2017 · 1 min read चलो आज कही चलते है चलो आज कही चलते है । कुछ मेरी कुछ तुम्हरी सुनते है सुनाते है । इन डगर पर हाथो में हाथ पकड़कर कुछ गनगुनाते है । चलो आज कही घूम... Hindi · कहानी 1 330 Share PRATIK JANGID 4 May 2017 · 3 min read ये अनोखे रिश्ते ये हीचकिया भी ना न जाने किसकी यादो की दस्तक आज सुबह सुबह ही दे रही है. माँ कब से कह रही है की पानी पिले ।।मगर मे हु की... Hindi · कहानी 1 457 Share PRATIK JANGID 28 Apr 2017 · 2 min read डिअर डेयरी से मेरी बात dear diary में तुमको यह बताना चाहता की तुमको मेने बनाया ताकि में तुमसे बात कर सकु ! जो जी चाहे लिख सकता हु ! तुम मेरे best friend की... Hindi · लेख 1 352 Share PRATIK JANGID 19 Apr 2017 · 3 min read एक कहानी आज बरसो बाद अपने शहर अपने गाँव जाने की खुशी ओर माँ से मिलने की उत्सुकता मे पता ही नही मेने अपनी माँ ओर छोटे भाई ओर चुटकी के लिए... Hindi · कहानी 1 400 Share PRATIK JANGID 7 Apr 2017 · 1 min read वो एक सीधी सी लड़की..... वो चुप थी । तालाब की तरह। फिर लहरों की तरह बहने लगी ।। वो खुश थी । फूलो की तरह । फिर काटो की तरह सबको चुभने लगी।। वो... Hindi · लेख 1 440 Share PRATIK JANGID 30 Mar 2017 · 1 min read उलझन मेरी बातो को इस कदर ना समझना की मे तुमको उलझा रहा हु । बस इतना समझ लेना खुद उलझा हुआ हु। तो खुद को सुलझा रहा हु ......।। Hindi · कविता 607 Share PRATIK JANGID 22 Mar 2017 · 1 min read इम्तेहान जिंदगी की जंग में हर कदम हर मोड़ पर इम्तेहान होता हैं ! तब जाकर किसी शख्स का सपना साकार होता हैं !! यु ही नहीं बदल जाती वक्त के... Hindi · कविता 265 Share PRATIK JANGID 21 Jan 2017 · 1 min read "लाडली बिटिया " हर कदम पर माँ बाप का सहारा बन जाती हे ! हर घर आगन को रोशन का जाती हे जहाँ में वो लाडली “बिटिया“ कहलाती हे ........!! बेटी होने के... Hindi · कविता 1k Share PRATIK JANGID 31 Dec 2016 · 1 min read WELCOME 2017 अरसा हो गया मुझे बदले , अब तो मुझे बदलने दो ! कभी पन्ना बदला करता था , अब तो मुझे पूरा बदलने दो ! फिर आऊंगा इसी तरह ,... Hindi · कविता 294 Share PRATIK JANGID 17 Nov 2016 · 1 min read एक अजनबी हमसफर बनने वाला हे ! कुछ पल का साथ अब हर पल का होने वाला हे ! देखते ही देखते एक अजनबी हमसफर बनने वाला हे ! छोडूगा न कभी साथ तेरा यह भी खुद... Hindi · कविता 451 Share PRATIK JANGID 15 Nov 2016 · 2 min read मुझे याद हे मुझे याद हे जब तुम मेरा हाथ मांगने आये थे I थोडा घबराये और कितना शरमाये थे I बाते करने में भी तुम कितना हिचकाये थे जब में चाय की... Hindi · कहानी 352 Share PRATIK JANGID 1 Oct 2016 · 1 min read में भी कुछ करना चाहता हु में भी कुछ करना चाहता हु , इक हुनर में भी सीखना चाहता हु, कुछ बंदिशे मुझे रोके रखती हे बस इन बंदिशों से निकलना चाहता हु, में भी इन... Hindi · लेख 1 455 Share PRATIK JANGID 23 Sep 2016 · 1 min read ये आंखे अन कहे शब्दों को बयां कर जाती हें I एक अजनबी से ये आंखे न जाने क्या कह जाती हैं I इक रिश्ता सा बन जाता हें उस अजनबी से... Hindi · कविता 236 Share PRATIK JANGID 23 Sep 2016 · 1 min read बेताब कलम कलम भी चलने को बेताब हे . और लब्ज होटो से फिसलने को , अब तो कागज़ का पन्ना भी थम सा गया हे कलम की नोक को चूमने को... Hindi · लेख 520 Share PRATIK JANGID 22 Sep 2016 · 1 min read आज जो यु मिले हो तुम , थोडा अपने से लगे हो तुम आज जो यु मिले हो तुम , थोडा अपने से लगे हो तुम ये ख़ामोशी कुछ कहना चाह रही हो, जेसे फिर से गुम होना चाहती हो तुम ! आज... Hindi · लेख 289 Share Previous Page 3