जगदीश लववंशी Language: Hindi 531 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next जगदीश लववंशी 14 May 2023 · 1 min read माँ से बढ़कर नहीं है कोई माँ से बढ़कर नही है कोई , माँ को नमन करें सब ईश। माँ ही लक्ष्मी, दुर्गा, सरस्वती, माँ में समाए है जगदीश।। माँ धरती पर स्वर्ग है, माँ पुण्य... Poetry Writing Challenge 1 569 Share जगदीश लववंशी 3 May 2023 · 1 min read सुख दुःख आते है सुख दुःख नित, जीवन है संघर्ष। खड़े रहो डटकर सभी, आएगा फिर हर्ष।। राहें खुद मिलती नहीं, जब तक हो न प्रयास । छोड़ दीजिए आप अब, खाली... Hindi 386 Share जगदीश लववंशी 23 Apr 2023 · 1 min read पुस्तक -------------------------------------------------------------- जब तुम होती हो मेरे साथ, कट जाता है फिर मेरा एकांत। पढ़कर तुम्हारे हर पन्ने को, मन हो जाता है मेरा शांत।। खो जाता हूं तुम्हारे शब्दों में,... Hindi 330 Share जगदीश लववंशी 12 Mar 2023 · 1 min read रंग पंचमी आज रंग की पंचमी, उड़ता रंग गुलाल । इधर उधर सब तरफ है , रंगो का भूचाल।। नाच रहें है लोग सब, धूम मची चहुँओर । रंग बिरंगे दिख रहे,... Hindi 374 Share जगदीश लववंशी 9 Mar 2023 · 1 min read !!! हार नहीं मान लेना है !!! हताश नहीं होना है, निराश नहीं होना है, यह अंतिम अवसर नहीं, फिर से प्रयास होना है, कोई काम कठिन नहीं, और यह अंतिम दिन नहीं, संघर्ष की हर राह... Hindi 224 Share जगदीश लववंशी 8 Mar 2023 · 1 min read आई होली झूम के आई होली झूम के, नाचो गाओ यार। मित्रों से मिलकर गले, स्नेह पाओ अपार।। आया होली पर्व है, रंगो का त्यौहार। उड़ता रंग गुलाल है, खुशियां मिले अपार।। धूम मची... Hindi 2 317 Share जगदीश लववंशी 26 Feb 2023 · 1 min read हम उनसे नहीं है भिन्न उनके बिना गुजर रहे है दिन, वो हमसे आजकल है खिन्न, उन्हें कौन यह बात समझाए, हम उनसे नहीं है कभी भिन्न, याद उन्हें करते है हर पल, मन में... Hindi 214 Share जगदीश लववंशी 20 Feb 2023 · 1 min read फिर भी करना है संघर्ष ! चाहे जीवन में कष्ट हो, खुशियां सारी नष्ट हो, अपने भी जब रुष्ट हो, तन नहीं हष्ट पुष्ट हो, फिर भी करना है संघर्ष, जीना है हमको लिए हर्ष, आएंगे... Hindi 1 364 Share जगदीश लववंशी 16 Feb 2023 · 1 min read कर ले कुछ बात होने को है रात, कर ले कुछ बात, फिर न खुलेंगे नयन, लाख करना तू जतन, बहुत हूं मैं परेशान, फिर भी लिए मुस्कान, करता हूं तेरा इंतजार, तू ही... Hindi 1 206 Share जगदीश लववंशी 14 Feb 2023 · 1 min read /// जीवन /// जीवन में बहुत मोड़ है, शूल भरे यहाँ के रोड़ है, सुख दुःख का जोड़ है, स्वार्थ की यहां दौड़ है, मतलब का मीठा जहर है, बरस रहा बन कहर... Hindi 2 360 Share जगदीश लववंशी 8 Feb 2023 · 1 min read अब सुनता कौन है ईश्वर तेरे जगत के, बड़े निराले खेल। खूब पनपता झूठ है, सूखे सच की बेल।। सीख लिया रहना यहां, धारण कर के मौन। सच के मीठे बोल को, अब सुनता... Hindi 255 Share जगदीश लववंशी 1 Feb 2023 · 1 min read आँसू तन में जब पीड़ा हुई, मन में उठी पुकार। आंखों की तुम राह से, बहने लगते यार।। सुख हो या फिर दुःख हो, तुम न छोड़ते साथ। मेरे नयनों में... Hindi 1 252 Share जगदीश लववंशी 30 Jan 2023 · 1 min read उठ जाओ भोर हुई... उठ जाओ भोर हुई, जग में हुई हलचल। कोई तुम्हे याद करें, जीवन में पल पल।। रवि भी ले रथ चला, पंछी लगे चहचहाने। आओ देखें यह नजारे, लग रहे... Hindi 1 385 Share जगदीश लववंशी 28 Jan 2023 · 1 min read रात है यह काली रात है यह काली, और नैन बरस रहे। सत्य सुनने को नहीं खाली, हम कहने को तरस रहे।। आग लगा कर वो हंसते है, और हम खा रहे है गाली।... Hindi 1 256 Share जगदीश लववंशी 24 Jan 2023 · 1 min read जीवन अनमोल है। गहन वन में खड़ा हूं अकेला, दिख नहीं रही है भोर की बेला, चारों तरफ कैसा यह विष फैला, प्रेम स्नेह का नहीं जग में मेला, जब अपने भी हो... Hindi 3 273 Share जगदीश लववंशी 10 Jan 2023 · 1 min read जंगल की सैर हम सब मिलकर फिर चले, करने जंगल सैर। पंछी कलरव कर रहे, बतख रही है तैर।। देखी हम सबने नई, भारत की तस्वीर। पशु पक्षी जंगल सड़क, देखा बहता नीर।।... Hindi 1 500 Share जगदीश लववंशी 31 Dec 2022 · 1 min read नई सुबह नव वर्ष की नई सुबह नव वर्ष की, लेकर आए हर्ष। बीते खुशियों से भरा, आने वाला वर्ष।। अपने अपने रंग में, रंगा यह नव वर्ष। डूबा सारा जगत है, मना रहा है... Hindi 4 2 365 Share जगदीश लववंशी 20 Dec 2022 · 1 min read बोली है अनमोल सोच समझकर बोलिए, बोली है अनमोल। मीठे मीठे बोल से , सदा अमृत रस घोल।। जीवन में भरते नहीं, कटु बोली के घाव। सोच समझकर बोलिए, तुम बोली के भाव।।... Hindi 1 231 Share जगदीश लववंशी 10 Dec 2022 · 1 min read भोजन अपने हाथ का भोजन अपने हाथ का, देता बहुत सुकून। बन जाता भोजन सदा, होना एक जुनून।। भोजन अपने हाथ का, खाकर रहें निरोग। रूखा सूखा भी लगे, जैसे छप्पन भोग।। भोजन अपने... Hindi 1 179 Share जगदीश लववंशी 25 Nov 2022 · 1 min read सुबह - सुबह की सैर सुबह - सुबह की सैर से, मिलता है आनंद। आलस तन का भागता, मन होता स्वच्छंद।। शुद्ध हवा हमको मिले, तन मन रहे निरोग। जब नियमित व्यायाम हो ,आए कभी... Hindi 1 102 Share जगदीश लववंशी 19 Nov 2022 · 1 min read गांव चलिए जरुर !!!! गांव चलिए जरुर !!!! मिलती रोटी बाजरा, लहसुन चटनी संग। स्वाद बड़ा अनमोल है, मन में भरे उमंग ।। आम नीम बरगद लगे, पीपल और खजूर। पग पग पर... Hindi 2 171 Share जगदीश लववंशी 10 Nov 2022 · 1 min read हर युग में जय जय कार सुंदर छवि श्री राम की, रग रग में श्री राम। राम नाम पल पल भजूं, बोलो जय श्री राम।। धनुष बाण है हाथ में, कंधे पर तूणीर । बैठे प्रभु... Hindi 2 195 Share जगदीश लववंशी 7 Nov 2022 · 1 min read मन को भाए है प्रभु इतना कीजिए, सुखमय हो संसार। किसी आंख में फिर बहे, कभी न अश्रु की धार।। देख दृश्य संसार का, मन होता बेहाल। रोज हो रहे हादसे, आती मौत... Hindi 3 137 Share जगदीश लववंशी 5 Nov 2022 · 1 min read आओ प्रेम से मुस्कुराए आना जाना चलता रहता, यह जीवन पानी सम बहता, आज यहाँ कल वहाँ, यही रीत, बढ़ते रहो यही जग कहता, सुख दुःख तो आते जाते है, कभी हँसी कभी खुशी... Hindi 2 156 Share जगदीश लववंशी 22 Oct 2022 · 1 min read धन तेरस समुद्र मंथन जब हुआ, प्रकटे धनवंतरी भगवान। हाथों में ले अमृत कलश, चिकित्सा का दिया वरदान।। पावन माह था कार्तिक का, तिथि थी कृष्ण त्रयोदशी । तब से शुरू धन... Hindi 3 222 Share जगदीश लववंशी 5 Oct 2022 · 1 min read विजय पर्व है दशहरा विजय पर्व है दशहरा, खुशियों का त्यौहार। जीत धर्म की है सदा, जाता अधर्म हार।। जिसने भाई से रखा, सदा कपट का जाल। ऐसे जन का जानिए, रावण जैसा हाल।।... Hindi 2 2 227 Share जगदीश लववंशी 1 Oct 2022 · 1 min read !!!!!! नवरात्रि का त्यौहार !!!!! आया है नवरात्रि का, यह पावन त्यौहार। धूम धाम चहुँओर है, गूंज रहे जय कार।। जगमग करती रोशनी, शंख ध्वनि का तेज। माता सिंह सवार है, जगमग करती सेज।। नौ... Hindi 1 483 Share जगदीश लववंशी 25 Sep 2022 · 1 min read बेटी से मुस्कान है... बेटी मेरा मान है, बेटी ही सम्मान। बेटी से संसार है, बेटी से मुस्कान।। बेटी लक्ष्मी रूप है, बेटी है वरदान। बेटी देती है सदा, जीवन में पहचान।। बेटी खुशियों... Hindi 2 443 Share जगदीश लववंशी 14 Sep 2022 · 1 min read हिंदी का गुणगान हिंदी भाषा मधुर है, जिसमे प्रेम अपार। सागर जैसा झलकता, शब्दों का भंडार।। हिंदी सुधा समान है, करती दूर अज्ञान। हर दिल में हिंदी बसी, हिंदी है वरदान।। हिंदी मेरा... Hindi 2 437 Share जगदीश लववंशी 4 Sep 2022 · 3 min read !!!! मेरे शिक्षक !!! !!!! मेरे शिक्षक !!! माता,पिता और परिवार जन के बाद जिन्होंने हमे अक्षर ज्ञान कराया, अनुशासन सिखाया, वो हमारे शिक्षक है। आज उन्ही देव तुल्य शिक्षकों के आशीर्वाद से हम... Hindi 2 2 319 Share जगदीश लववंशी 4 Sep 2022 · 1 min read काम का बोझ बोझ काम का बढ़ रहा, होती रोज थकान। बीत गए दिन बहुत से, बिन देखें मुस्कान।। नित नित पड़ती डांट है, चाहे कर लो काम। काम ख़त्म होता नहीं, हो... Hindi 3 618 Share जगदीश लववंशी 1 Sep 2022 · 1 min read श्री गणेशाय नमः प्रथम पूज्य है देवता, नमन करें संसार। हर बाधा दूर करते, भरे ज्ञान भंडार।। जयति जयति जय हो गजानन, शुभकर्ता दुःख हर्ता गौरी नंदन, रिद्धि सिद्धि बुद्धि के हो दाता,... Hindi 5 2 543 Share जगदीश लववंशी 28 Aug 2022 · 1 min read फिर भी नदियां बहती है कितना कुछ सहती है, फिर भी नदियां बहती है, देती है हम सबको जीवन, भुलाकर सब अपना दोहन, खोद डाला हमने उनका सीना, रेत मिट्टी कंकड़ सब कुछ छीना, फिर... Hindi 3 256 Share जगदीश लववंशी 27 Aug 2022 · 1 min read तेरे बिना सूनी लगती राहें तेरे बिना सूनी लगती राहें, तुझको ही ढूंढती निगाहें, अधूरी अधूरी सारी चाहते, तुझे ही रब से हम मांगते, तुझसे ही है मेरा सबेरा, तुझमे ही है मेरा बसेरा, खुशियां... Hindi 2 264 Share जगदीश लववंशी 21 Aug 2022 · 1 min read मित्र मिलन जब भी हम मिलते है, दिल खोलकर हंसते। बचपन के दिन याद कर, बचपन में फिर विचरते।। कितना समय गुजर गया, फिर भी लगते हम बच्चे। जब मिलकर बाते होती,... Hindi 1 394 Share जगदीश लववंशी 16 Aug 2022 · 1 min read पेड़ पौधों के बीच में पेड़ पौधों के बीच में, आए हम जंगल पार। चुराकर कुछ लम्हें, लाए मस्ती अपार।। बारिश की बूंदे गिरती, रिमझिम हुआ सावन। उछल कूद करते सभी, होकर आनंद मगन।। देखें... Hindi 3 287 Share जगदीश लववंशी 12 Aug 2022 · 1 min read आया रक्षा बंधन आया रक्षा बंधन त्योहार, सज गए है सब बाज़ार, रंग बिरंगी कितनी प्यारी, देखो राखी बहुत सारी, खरीद रही है सभी बहने, पहन कर वो सुंदर गहने, खाली रहें न... Hindi 2 346 Share जगदीश लववंशी 7 Aug 2022 · 1 min read मित्र सुख दुःख में साथ खड़ा, देता तन मन से सहयोग। जब कोई राह न दिखती, मित्र बनाता सुखद संयोग।। जिसके साथ हम भूल जाए, घर परिवार की सब उलझन। कुछ... Hindi 2 1 238 Share जगदीश लववंशी 30 Jul 2022 · 1 min read आओ हम पेड़ लगाए, हरियाली के गीत गाए आओ हम पेड़ लगाए, हरियाली के गीत गाए, हरियाली हर मन को भाती, छोटे बड़े सबको खूब सुहाती, हरियाली से आती खुशहाली, कोई कोना रहे न फिर खाली, कब होगा... Hindi · Poem 1 236 Share जगदीश लववंशी 16 Jul 2022 · 1 min read मां के तट पर मां रेवा के तट पर, मिले शांति सुकून। जब बैठूं मां के पास, मन में खिले प्रसून।। रोज लगी भाग दौड़, खत्म न होता काम। बीत रही है तेरी मेरी,... Hindi 1 301 Share जगदीश लववंशी 20 Jun 2022 · 1 min read जीवन साथी जीवन के सफर में, साथ मिला तुम्हारा। घर में खुशियाँ आई, चहके आँगन हमारा।। जब से थामा हाथ, जीवन पथ हुआ सरल। हँसते हँसाते दिन बीते, यादगार बने हर पल।।... Hindi · कविता 2 1 437 Share जगदीश लववंशी 10 Jun 2022 · 1 min read मन को मत हारने दो संकट कितना बड़ा हो, चाहे जिद पर अड़ा हो, मन को मत हारने दो, जीत उसी की जो लड़ा हो, समय के साथ चलना है, नहीं किसी को छलना है,... Hindi · मुक्तक 3 1 473 Share जगदीश लववंशी 9 Jun 2022 · 1 min read मंदिर सुबह शाम मंदिर चले, लेने प्रभु का नाम। जीवन होगा धन्य है, बन जायेंगे काम।। थोड़ा - थोड़ा समय दे, करें ईश गुणगान। मन की पीड़ा सब मिटे, बनी रहे... Hindi · दोहा 1 256 Share जगदीश लववंशी 3 May 2022 · 1 min read अपने मन की मान अपने मन की मान, मत रख कच्चे कान, सत्य असत्य पहचान, अपने पराये को जान, छोड़ चलना भेड़ चाल, अपनी राह खुद निकाल, अपने कदम तू संभाल, जला ले ज्ञान... Hindi · कविता 1 363 Share जगदीश लववंशी 19 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता मेरे भगवान है ------------------------------------------------- मेरे पिता मेरे भगवान है, इन लबो की वो मुस्कान है, यह जीवन उनका वरदान है, उनके चरणों में मेरा जहान है, हृदय में सदा वो बसते है, मेरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 6 297 Share जगदीश लववंशी 2 Apr 2022 · 1 min read चैत्र मास आया है चैत्र मास, है पावन और खास, महीना है यह प्रथम, हर लेता है सारा तम, फसले हुई सब तैयार, भर गए अन्न से भंडार, हो रही जय जय... Hindi · कविता 399 Share जगदीश लववंशी 22 Mar 2022 · 1 min read मित्रों का साथ जब मित्र हो संग। खिल जाते नवरंग।। प्रसन्न हो जाता मन। पतझड़ लगे सावन।। हर पल बने सुहाना। मौसम होता मस्ताना।। जब मिल जाते है यार। खास हो जाता त्यौहार।।... Hindi · कविता 376 Share जगदीश लववंशी 18 Mar 2022 · 1 min read होली का पावन पर्व ------------------------------------------------------- होती है जय सत्य की, अटल सत्य यह जान। भक्तो के रक्षक सदा, होते है भगवान।। दहन हुआ है होलिका, बचें रहें प्रहलाद। देख दृश्य यह सब करें, खुशियों... Hindi · दोहा 1 441 Share जगदीश लववंशी 15 Mar 2022 · 1 min read ईश्वर सर्व समर्थ कहीं ख़ुशी कहीं गम, यह जीवन का खेल। कभी बिछड़ना होता, और कभी बनता मेल।। कभी होंठो पर हँसी, कभी होते नम नैन। कभी आनंद अपार, कभी मन होता बेचैन।।... Hindi · कविता 248 Share जगदीश लववंशी 13 Mar 2022 · 1 min read रिश्ता तेरा मेरा यह रिश्ता, बड़ा ही है गहरा। खुशियाँ समाए न, जब देखूँ तेरा चेहरा।। पास तेरे यूँ बैठकर, मिलता बहुत सुकून। मन के इस मंदिर में, खिल जाते है... Hindi · कविता 2 471 Share Previous Page 2 Next