पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 210 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 7 Dec 2018 · 1 min read सियासत सिया सत के सत् की परिक्षा, वह मर्यादा प्रभु राम की। आज सियासत मिल कर भी, नही रही किसी काम की।। औरो खातिर जिनको पहले, न चाह थी निज आराम... Hindi · मुक्तक 3 315 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 5 Dec 2018 · 1 min read ईर्ष्या हाइकू किलकारियां लुप्त से बचपन ईर्ष्या का फंदा।। ©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप” (सर्वाधिकार सुरक्षित ०५/१२/२०१८ ) Hindi · हाइकु 3 231 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 5 Dec 2018 · 1 min read इंसा हाइकू सीमा से दूर पंक्षियां गगन में इंसा है बंधा।। ~:~ मान सम्मान कर दे अपमान आज का इंसा ~:~ स्वान , गन्दर्भ अजगर बना है ये हठी इंसा ~:~ है... Hindi · हाइकु 3 471 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 5 Dec 2018 · 1 min read ब्यथा हाइकू जल तरंग जिंदगी करे सौम्य बाढ़ की ब्यथा। ©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप” (सर्वाधिकार सुरक्षित ०५/१२/२०१८ ) Hindi · हाइकु 2 228 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 5 Dec 2018 · 1 min read पुष्प हाइकु पुष्प निष्प्राण भ्रमर परिजात बृष्टि की कथा।। ©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप” (सर्वाधिकार सुरक्षित ०५/१२/२०१८ ) Hindi · हाइकु 1 372 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 5 Dec 2018 · 1 min read हाँ वो किसान है। लाल बसुंधरा का वो, वसुधा की माटी में पला, नियति की मार झेल, पग पग पे है गया छला। भले छुब्ध है, लाचार है, सूखे से परेशान है, वो कर्मयोगी... Hindi · कविता 1 523 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Dec 2018 · 2 min read शादी की टॉफी शादी के ही बाद से तो, है मेरे बदले से अंदाज़, कभी तबियत नासाज़ कभी, मैडम है नाराज़। होनी अनहोनी नही, कुछ बात हुई थी फ़क़त, फिर लड़ने को तैयार... Hindi · कविता 1 327 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 2 Dec 2018 · 1 min read फैशनप्रथा फैशन में पहनावे का, ये क्यों बदला स्वरूप है, कल जो पहने मर्दाना, वो आज जनाना रूप है। पहले पुरुष के अंग वस्त्र तो, कम होया करते थे, चमक दमक... Hindi · कविता 1 320 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 29 Nov 2018 · 2 min read चुनाव चुनाव आ गया जी, चुनाव आ गया। चुनाव आ गया जी, चुनाव आ गया।। झूठे वादों का फिर से बहाव आ गया। चुनाव आ गया जी, चुनाव आ गया।। कल... Hindi · गीत 3 2 472 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Nov 2018 · 1 min read तेरे बिना जीना मुश्किल है।। ये सोच के रूह कांपता है, ये सोच के मन घबराता है। पर बोलने से डरता दिल है। तेरे बिना जीना मुश्किल है।। तूहि जीवन मे तुहि धड़कन में, बिन... Hindi · कविता 6 4 480 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Nov 2018 · 1 min read अब जिह्वा क्यों मौन है? छुब्ध संकुचित सी अधर में, कल जो कल-कल खेलती! उस चंचला की जाने कैसे, अब खो गयी अठखेलियाँ! नन्ही सी गुड़िया का पल में, बचपन मिटाता कौन है? ____________________अब जिह्वा... Hindi · कविता 6 4 275 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 20 Nov 2018 · 1 min read नोटा !! नोटा तो साजिश बनी, लेकर सकल विकार। खुद के मत नाही कटे, जनता करे पुकार।। जनता करे पुकार, यह 'चक्रव्यूह' ऐसा। खेल करे मति मार, कपट में 'कौरव' जैसा।। मतदाता... Hindi · कुण्डलिया 11 363 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 20 Nov 2018 · 1 min read साहित्यपीडिया तेरा आभार साहित्य जग के भटके, भौरों का आधार। बाग साहित्यपीडिया, हो तेरा आभार।। हो तेरा आभार बनें अब पत्थर हीरे, जैसे बदले रंग देख खीरे को खीरे। अब न रहता मलाल... Hindi · कुण्डलिया 8 2 306 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 19 Nov 2018 · 1 min read अब बनना चाहूँ मैं भी नेता ! बहुत हुई अब खिंचा तानी , खत्म हुई न मेरी परेशानी , करनी है अब तो मनमानी , छोड़ फौज का दाना-पानी , ये नौकरी न कोई सुख देता, झुठी... Hindi · कविता 9 2 336 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 14 Nov 2018 · 1 min read तौबा! तौबा ये शीत लहरी। अब तो कट-कटाते है दाँत, अधर भी कंप-कंपाती है, तौबा! तौबा ये शीत लहरी, तू कितना हमे सताती है। गर्म लिहाफो में वो ठुमके, सुविधाओ से भरपूर है जो, ठिठुर-ठिठुर... Hindi · कविता 16 685 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 13 Nov 2018 · 2 min read लेखनी किसने थमाया है। कैसे कहूँ बिपदा अपनी, मुझे किसने ये रोग लगाया है, सैनिक के हाथों खड्ग छुड़ा, लेखनी किसने थमाया है। कभी जिसके दहाड़ों से थर-थर, पर्वत के पसीने छूटते थे, कभी... Hindi · कविता 8 2 537 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Nov 2018 · 1 min read मेरी भोली ''माँ'' कभी वो व्रत करती है, तो कभी अरदास गाती है। मेरे खातिर न जाने वो, कितने तिकड़म भिड़ाती है।। वो रह उपवास निर्जला, जीवित्पुत्रिका निभाती है। मेरी भोली माँ मुझे... Hindi · कविता 26 21 632 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Nov 2018 · 1 min read सिखलाई जब तक ठोकर लगती नही, तब तक कुछ सीखना मुश्किल है। जब तक हम हार नहीं माने, तब तक नही जीतना मुश्किल है। है मुश्किल पर नामुमकिन नही, लाँघना पर्वत... Hindi · कविता 10 2 436 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 10 Nov 2018 · 1 min read दे पहला अधिकार हमें।। न कटुता तेरी क्रुद्ध करे, न कोई बाधा मार्ग अवरुध्द करे। काल भी थर-थर कांप उठे, जब वैरी संग हम युद्ध करें।। कालजयी हम वीर सिपाही, भाये इसका ही श्रृंगार... Hindi · कविता 11 10 269 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 1 Nov 2018 · 1 min read मेरी भोली “माँ” (सहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता) कभी वो ‘व्रत’ करती है, तो कभी ‘अरदास’ गाती है। मेरे खातिर न जाने वो, कितने तिकड़म भिड़ाती है।। वो रह ‘उपवास’ निर्जला, ‘जीवित्पुत्रिका’ निभाती है। मेरी भोली “माँ” मुझे... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 80 275 2k Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 26 Oct 2018 · 1 min read *प्रेम गीत* है आज इच्छा व्यक्त कर दूँ, दिल की समस्त उद् वेदना, कर लूँ कलमबद्ध आज अपने, मन की सभी संवेदना। . अपने शब्दों को पिरोकर, लयबद्ध गाऊँ मधुर संगीत, नए... Hindi · गीत 15 426 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 26 Oct 2018 · 1 min read जाने क्यूँ ? धुवें की अक्स बन अक्सर यादें क्यूँ झलकते हैं पुराने ज़ख्म भी नासूर बन कर क्यूँ उभरते हैं दबाएँ भींच कर मुश्किल से लब पे सिसकियां कितने मगर ये आँसु... Hindi · कविता 14 3 320 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read चाह ; कहा चाह मुझे मयखाने की कहा प्यास भरे पैमाने की सिर्फ वो बून्द आखरी दे देना जो मेरा गला तर कर जाए इतना न पिला ओ साक़ी मेरे की होश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 13 561 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read तेरी यादें तुझ जैसी तेरी यादें भी जालिम, तड़पाने चली आती है। जब देखती है तन्हाई में तो मुझको, सताने चली आती है।। गर कभी खुश हो भी लूं, जा भूले से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 284 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read यादें..! उनके जाने के बाद भी, उसके वफ़ा पे इतराते रहें। मिलें यादों के हर ज़ख्म, हम सीने में सुलगाते रहें।। हर सिसकियाँ दबा ली, भींच कर के होंठो को यूँ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 13 2 490 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read मुझे पता न था...! इतनी खुशनुमा होगी मेरी ज़िंदगी मुझे पता न था...! छुपा है प्यार में खुदा की बन्दगी मुझे पता न था...! उनके पहलू में भूल जाऊँगा मैं अपने हर एक गम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 259 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read हँस लेता हूं !! मेरी उजड़ी हुई दुनियॉ में तम्मनाओं के तले कोई जब अपना लौ जलता है तो हँस लेता हूं !! कोई दुआ नही, फरियाद नही ना ही कोई सितम रहम जब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 255 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read मानवता . आज नर नराधम निज स्वार्थ में क्यो खो रहा है, बन पिशाचर लालसा में अपने मगन क्यो हो रहा है। . काँपती हुई इस धरा को क्यो देख इंसा... Hindi · कविता 11 268 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read ख़ोज एक दिन कहा युँ जोश में, की मैं शेर दिल इंसान हूँ। तबसे मुझसे जाने क्यूँ वो, हर पल डरे-डरे रहने लगे।। . चौंक जाते, देख मुझको, जब जाता उनके... Hindi · कविता 11 278 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read कीचड़ शैतानो की भी जात भली, इन नामकूल गद्दारो से। गन्दे की पैदाइश कीचड़ फेंके, मुल्क के पहरेदारो पे।। ©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप” (सर्वाधिकार सुरक्षित २४/१०/२०१८ ) _________________________________ Hindi · मुक्तक 11 258 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read जागीर हम मान ले उसे कैसे भला , अभिब्यक्ति पत्थर पीर है ? हम मान ले उसे कैसे अपना , खिंचे जो माँ के चीर हैं ? तुम कहो तो मान... Hindi · मुक्तक 11 439 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read ख़ुद्दारी खुद्दारी की कीमत को न, यूँ आंको दौलत से कभी, ख़ैरात में मिलने वाले वह, सोने का बर्तन नहीं लेते ! भले फांको भरी ज़िन्दगी में, करना पड़ जाए बसर,... Hindi · मुक्तक 11 426 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read विदाई अटल मौत के समय काल के, गाल में विघ्न जो डाल गया, स्वाधीनता जश्न के खातिर, यम के फाँसो को जो टाल गया, शीश झुके न झुके पताका, रहे कायम... Hindi · मुक्तक 11 264 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read वतनपरस्ती जिल्लतें जिंदगी भर सहे, इतने हम शर्मशार नही। खोद देंगे हम कब्र उनकी, इससे कोई इंकार नही।। ये वतनपरस्ती तो मेरे, खून के हर कतरे में हैं, अपनी ही माँ... Hindi · मुक्तक 11 429 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read आडम्बरी हाँथ थाम इंसान के, खूब बजाए ढोल। थे गुरु जी आडम्बरी, गधा शेर के खोल।। गधा शेर के खोल,भला कब तक छिप पावे। बकरा एक दिन तो, तले हँसिये के... Hindi · कुण्डलिया 11 2 326 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read मोहिनी बीन मन शोभीत करे, गम को कर गमहीन। माया, सत्ता, सुंदरी, दारू औ नमकीन।। दारू औ नमकीन, ने रचे अनोखे रश्म। चढ़ के वो मोहनी, सी करवा देती भस्म।। ब्यापक... Hindi · कुण्डलिया 11 3 584 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read फंदा बाबा हरते पाप को, सबके सर धर हाथ। दिखते सूरा सुंदरी, फॅसा गए निज माथ।। फॅसा गए निज माथ, चला गोरख धंधा। प्रीत सुंदरी मीत, बनती गले का फंदा।। काया... Hindi · कुण्डलिया 12 2 657 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read नशा उसके अंदाज़े इश्क़ का, नशा था कुछ अजीब सा। लोग होंठो से पिलाते है, वो आंखों से पिलाती थी। ©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप” (सर्वाधिकार सुरक्षित २४/१०/२०१८ ) _________________________________ Hindi · तेवरी 13 2 291 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read बहाना हम तो बरसो से ही कई गम छुपाये बैठे है। वो तो एक बहाना है की - पीने के बाद हमे कुछ याद नही रहता।। ©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप” (सर्वाधिकार... Hindi · तेवरी 12 2 522 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read ज़िद अभी तो इन्तेजा ही की थी, और अभी ज़िद आप कर बैठे। इतनी जल्दी हक़ जताने का, क्या खूब अंदाज़ पाया है ।। ©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप” (सर्वाधिकार सुरक्षित २४/१०/२०१८... Hindi · तेवरी 12 499 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read #बेतकल्लुफ़_हुस्न 005 #बेतकल्लुफ़_हुस्न 005 नही चाहिए हमको ज्यादा, बस प्यार तुम्हारा काफी है। होता रहे नजरो में प्रतिपल, दीदार तुम्हारा काफी है।। तुझपे मर मिटने का तो, अधिकार हमारा काफी है। तेरे... Hindi · मुक्तक 11 2 289 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read #बेतकल्लुफ़_हुस्न 004 #बेतकल्लुफ़_हुस्न 004 मुझे तो फख्र है खुद पे, की तू मुझे प्यार करती है, मुझे तो नाज़ है खुद पे, जो तू ये एतबार करती है। मगर अफशोस ! तेरे... Hindi · मुक्तक 12 221 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read #बेतकल्लुफ़_हुस्न 003 #बेतकल्लुफ़_हुस्न 003 तूने दी थी जो कसम जानम, देख मर के भी उसे निभाये हैं, तेरी चाहत में ओे सनम जी, फ़र्ज़ हम अपना नही भुलाये हैं। तूने वादा लिया... Hindi · मुक्तक 11 426 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read #बेतकल्लुफ़_हुस्न 002 #बेतकल्लुफ़_हुस्न 002 वो मेरा इंतजार करते रहें, हम भी इंतेज़ार करते रहें। वो जां निशार करते रहे, हम भी जां निसार करते रहें। पर हाय ऐ किस्मत कमीनी, न था... Hindi · मुक्तक 11 301 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Oct 2018 · 1 min read #बेतकल्लुफ़_हुस्न 001 #बेतकल्लुफ़_हुस्न 001 बेतकल्लुफ़_हुस्न की मैं, क्या कदर कर पाऊंगा ? इश्क के बगिया में बोलो, कैसे वसर कर पाऊंगा ? उल्फत की बाते पत्थर से दिल, कौन चाहेगा उलझना, छोड़... Hindi · मुक्तक 11 357 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 Oct 2018 · 1 min read सल्फास हर नज्म यूहीँ दिल के, अहसास सी होती है। कुछ रंग मोहब्बत के, सल्फास सी होती है।। जीने के वजह कोई, मरने की वजह कोई। कुछ सांस से होते है,... Hindi · गीत 13 369 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 Oct 2018 · 2 min read गीतों की दुनियाँ में........ गीतों की दुनियाँ में, मैं हुँ अकेला, नही कोई साथी, मेरा इस सफर में। अकेला ही मैं तो, चला जा रहा हूँ, अनजाने से, एकांकी डगर में।। नही कोई साधन,... Hindi · गीत 11 618 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 21 Oct 2018 · 2 min read इज़्ज़त उन्हें बख्शिश कर।। है इल्तेज़ा बस इतनी सी, गर ये तुझको कबूल हो, माफ़ करना मेरी गलती, जो कोई कहीं से भूल हो। हो भविष्य तेरा सफल, बर्तमान उनका सशक्त हो, हर शूल... Hindi · कविता 10 455 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 10 Oct 2018 · 1 min read मतलबी आज लिखूँगा मतलब की बातें, नही बोलना क्यों मैं मतलबी हुँ। है हर शख्स फँसा उसी दायरे में, गर मतलब नहीं तो अजनबी हुँ।। है बाप से मतलब, पूत से... Hindi · कविता 11 538 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 28 Sep 2018 · 1 min read मेरे जिंदगी की चाहत..!.. मेरे जिंदगी की चाहत, पल भर जरा ठहर। अभी तो कदम बढ़े है, आगे कारवां जुड़ेगा।। मेरे जिंदगी की चाहत..!.. बसे प्रेम की वो दुनिया, सपनो का वो महल, अभी... Hindi · गीत 11 281 Share Previous Page 4 Next