पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 210 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 27 Sep 2018 · 1 min read तसल्ली हर आरज़ू का पर यूँ , हमने कतर दिया, की ज़िन्दगी में हमने, ऐसा सफर लीया। न ख्वाहिशो को कोई, वाजिब सा घर दिया, बस राह अजनबी सा, इक ऐसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 502 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 6 Apr 2018 · 1 min read वंसज वो ‘पन्ना धाय’ भी रही नही, ना ‘सबरी’ का वो प्रेम रहा। ‘रैदास भक्त’ की भक्ति का, ना कोई नियति नेम रहा।। ‘निषाद राज’ की काया क्यो, कलुषित दुबिधा झेल... Hindi · कविता 11 475 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Feb 2018 · 1 min read हलाहल राग न नवचेतना जाग लिखूँगा न बलिदानी त्याग लिखूँगा, है मेरा मन ब्यथित मैं आज, "हलाहल राग" लिखूँगा। लुटेरे है जो बैठे बीच हमारे, सफेदपोशों के भेषो में, करें वो पथ... Hindi · कविता 11 306 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Feb 2018 · 1 min read आधुनिकता है गर्व हमे क्यो खुद पे इतना, क्यूँ इस जन्म पे अभिमान है। हैं चिरंजीवी जग में हमीं या, हमारा सरपरस्त भगवान है।। आधुनिक संसाधनों से, न हमे कभी परहेज... Hindi · कविता 11 250 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Feb 2018 · 1 min read आग लोग पूछते है कि क्यों तुम, आग लिखते हो, सरहिंद के माटी का क्यो, अनुराग लिखते हो, प्रियतमा के प्रेम में कोई, प्रेमगीत लिखते, पर जले सीने का क्यो, ये... Hindi · कविता 11 528 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Feb 2018 · 1 min read बँटवारा सच है की इस मिट्टी में मिल गयें, खून कई बलिदानो का। जो अपने हिस्से का सारा, आसमान भी दे कर चले गए।। चूका न सकेँगे मर के भी कर,... Hindi · कविता 11 469 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Feb 2018 · 1 min read ख्वाहिशे बिन बोले जब घर आऊंगा, तो तुम चौंक उठोगी, इतने अरसे से जो तुझको, ऐ हमसफ़र नही देखा। जबसे बिछड़ा हुँ तबसे, ख्वाबों में ही हुई गुफ़्तगू, एक तेरे सिवा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 491 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Feb 2018 · 1 min read नापाक मेहबूबा आज़माईश की बहोत पर, तौबा न हुआ उन इश्क़ का, जो कहि बातें वहि सुन, दिल उसपे अमल कर लीया। सरफ़रोशी के जद में फिर, घिर गए कुछ इस कदर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 303 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 10 Feb 2018 · 3 min read फीका त्योहार ! सुबह-सुबह सुदूर पहाड़ियों पर फैला श्वेत बर्फ को निहारते हुए कश्मीर के सीमावर्ती इलाके में तैनात फौजी पांडेय जी कहवा की चुस्कियां लगा ही रहे थे कि पास पड़े फोन... Hindi · कहानी 12 1 827 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 9 Feb 2018 · 9 min read 🥗फीका 💦 त्योहार 💥 (नाट्य रूपांतरण) (प्रथम दृश्य) 🏂🏔️⛷️🗻🏕️🌄🏕️🗻🏂🏔️⛷️ ☎️ट्रिन… ट्रिन….ट्रिन … ट्रिन…. 📞👮-हेल्लो.. 📱👩-हाँ जी, गोड़ लागत हइ, बहोत बहोत बधाई हो ! 📞👮-खुश रह, पर आज ये सुबह सबेरे बधाई, किस बात की। 📱👩-अजी... Hindi · कहानी 11 1k Share Previous Page 5