बहुत बहुत बधाई हो आपको… ?
बहुत बहुत बधाई आपको आदरणीय सादर नमन
आपको भी बधाई हो आनन्द जी?
जी सादर आभार
समस्त पाठक जन का ह्रदयतल से बहोत बहोत धन्यवाद, (जिन्होंने वोट दिया उनका भी जिन्होंने वोट नही दिया उनका भी) आप सबका स्नेह व आशीर्वाद यूहीँ बना रहे?।
सहित्यपीडिया के इस मंच को सादर नमन जिसके आयोजन से आज इतने कलम के धनी से मुखातिब होने का हमे अवसर मिला ।।
?धन्यवाद?
सादर नमन
?
Congrats ji
आपको भी, मुबारकां।।
सुंदर भाव ।कृपया एक नजर मेरी लिखी कविता पर भी डालिए यदि पसंद आए तो वोट कीजिए।voted
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ईश्वर की अनुपम सौगात है माँ,
सृष्टि के कण-कण में व्याप्त है माँ |
चाहो तो दिल चीर कर दिखा दूँ,
हर स्पंदन में संव्याप्त है माँ |
हृदय का हर स्पंदन जिसका ऋणी हो उस माँ पर कुछ लिखना, उसके असीम व्यक्तित्व को शब्दों में सीमाबद्ध करना बिलकुल असंभव है | आपके प्रयास को मैं नमन करता हूँ | मेरा भोट स्वीकार करें |
आपका ये आशीर्वाद शिरोधार्य आदरणीय?
294 वाँवोट मेरा
आभार?
अपनी सुंदर रचना पर 292 वां वोट स्वीकार करे भाई
आपके आशीर्वाद का स्वागत?
शुक्रिया आपका 291 वा वोट स्वीकार करे।
धन्यवाद मान्यवर?
290 वोट
आभार?
I have voted 287
धन्यवाद महोदय?
जी वोट कर दिया है 286 नंबर पर
हृदयतल से धन्यवाद?
283मेरा वोट स्वीकार कीजिए। आप भी मुझे वोट देकर कृतार्थ कीजिए
क्षमा मान्यवर, परन्तु आपका वोट अभी तक काउंट नही हुआ है।।
बड़ी आत्मीयता से लिखी है आपने रचना,बधाई
२83वां वोट मेरा
आभार आदरणीय?
282वाँ वोट मेरा आपको ।
स्वीकृति महोदया?
281..My vote for you
Thanx a lot
सुप़भात बहुत बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति है आप की मेरी वोट स्वीकार करें।
हृदयतल से स्वागत?
बहुत खूब….
धन्यवाद।?।
???
???
आपका वोट नहीं मिला आदरणीय
पुनः जाँच करें आदरणीय????
?
अंत और आगाज वही है।
कण कण मे वह बसी हुयी है।
वेदपुराणों ने यश गाया।
ऋषि मुनियों ने इसको ध्याया ।
शब्द नहीं वाणी में मेरी।
कैसे माँ महिमा गान करूँ ?
है सम्पूर्ण शब्द माँ जग में।
व्यापी वह सम्पूर्ण जगत में।
(रागिनी गर्ग रामपुर यूपी )
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Competition Name: साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता- “माँ”
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वाह वाह सर