Ashwani Kumar Jaiswal Language: Hindi 166 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Ashwani Kumar Jaiswal 19 Apr 2022 · 1 min read जिंदगी समंदर मचल जाते धारायें बदल जाती पराये कहां अपनो की नियत बदल जाती सुंदरता ढल जाती तस्वीरें धुंधला जाती जीवन नही रह जाता सांसे नही चल पाती कड़वी बातें मीठी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 361 Share Ashwani Kumar Jaiswal 16 Apr 2022 · 1 min read बेटी की मायका यात्रा घड़ियां खत्म हो गई इंतजार की खुशी के पल ठहरेंगे ये एहसास देखते ही आई रौनक चेहरे पर मन खुशी से झूमता ये एहसास हंसते मुस्कुराते बातें करते अपनी कहने... Hindi · कविता 3 8 728 Share Ashwani Kumar Jaiswal 13 Apr 2022 · 1 min read बदलते रिश्ते टूटता न बदलता रिश्ता खून का दिल से जुड़े इसी श्रेणी मे आते दोस्ती आशिकी दिल हार बैठे भी निभें ता उम्र चाहे छिपते छिपाते कोई रिश्ता खुद नही बदलता... Hindi · कविता 2 1 321 Share Ashwani Kumar Jaiswal 11 Apr 2022 · 1 min read एहसास मन छाया घनघोर अंधेरा है एहसास नही होता दिन मे उजाले का एहसास ख्वाहिशें न रहीं जुस्तजू खत्म हो गई जिंदा हूं मगर, नही जीने का एहसास खुशी के पल... Hindi · कविता 1 1 159 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Apr 2022 · 1 min read पड़ोस मे उथल-पुथल भारत के आसपास जिस ओर नजर जाती है परिस्थितियां बिगड़ी हुई नजर आती है पाकिस्तान मे राजनीतिक रस्साकशी श्रीलंका मे खाने के लाले और दवाईयों का टोटा अफगानिस्तान मे तालिबानी... Hindi · कविता 1 1 178 Share Ashwani Kumar Jaiswal 28 Mar 2022 · 1 min read गुमान हम सा न है कोई जमाने में छू न पाएगा कोई मेरा साया गुमान मुझे काबिलियत पर ना काबिल कहां टिक पाया बुलंदी का गुमान रेत मुट्ठी मे कैसे रोकोगे... Hindi · कविता 2 186 Share Ashwani Kumar Jaiswal 26 Mar 2022 · 1 min read झुक जाओ झुका हूं मै तुम भी झुक जाओ प्रेम मे प्रतिष्ठा प्रश्न मत उठाओ चूक हम से, दोनो हकदार हैं दोषी दोनो बने सच है बताओ गलत है तो है, चाहे... Hindi · कविता 3 1 294 Share Ashwani Kumar Jaiswal 26 Mar 2022 · 1 min read सुकून सुकून की तलाश मे दिल देने निकले दिल ले लो सुकून दे दो कहने निकले बस अगले मोड़ पर ये सुकून होगा चलते चले गये, दर्द सह के निकले इश्क... Hindi · कविता 2 1 444 Share Ashwani Kumar Jaiswal 23 Mar 2022 · 1 min read वक्त वक्त बेरहम बेदर्द करता मजबूर अनचाहा करने को नही करता इंतजार किसी का नही रूकता किसी के लिए नही फिक्र किसी की होता तो है सभी के पास सही इस्तेमाल... Hindi · कविता 1 1 239 Share Ashwani Kumar Jaiswal 23 Mar 2022 · 1 min read कश्मीर फाइल्स कश्मीर फाइल्स ने पूरे विश्व को सच दिखाया वर्ग विशेष को मिर्ची लग रही है कुतर्क ये केवल हिंसा दिखाती है अब भी कोई स्वीकार नही कर रहा मानवता पर... Hindi · कविता 2 194 Share Ashwani Kumar Jaiswal 16 Mar 2022 · 1 min read संदेश सबको मैं झुका हुआ हूं तुम भी झुक जाओ प्रेम मे प्रतिष्ठा का प्रश्न मत उठाओ चूक दोनो ने की दोनो हकदार हैं दोषी दोनो बने दोनो तलबगार हैं गलत है... Hindi · कविता 2 1 531 Share Ashwani Kumar Jaiswal 15 Mar 2022 · 1 min read होली आर्य पुराण धार्मिक ग्रंथों मे होली ईसापूर्व अभिलेखों मे वर्णित होली ब्रज की लट्ठमार हरियाणा धुलेंडी पश्चिम ढोल यात्रा कुमाऊँ बैठकी मणिपुर याआ सांग, होती है होली बिहार फगुआ, मालवा... Hindi · कविता 2 1 232 Share Ashwani Kumar Jaiswal 11 Mar 2022 · 1 min read नये वाद का जन्म भाजपा की जीत का अर्थ जय पराजय अपनी जगह प्रजातंत्र जागरूक जनता मतदान सरकार सत्ताच्युत चार राज्यों मे भाजपा की पुनः वापसी अर्थ- आइए समझते हैं 2024 के लोक सभा... Hindi · कविता 5 2 416 Share Ashwani Kumar Jaiswal 10 Mar 2022 · 1 min read यूक्रेन रूस युद्ध और भारत भारत पर विश्व का दबाव रूस के विरूद्ध सख्त रूख अपनाये भारत ने निंदा तक नही की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और महासभा मे रूस के विरूद्ध प्रस्ताव मे मतदान... Hindi · कविता 1 1 192 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Mar 2022 · 1 min read अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पांच दशकों से मना रहे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस दिखावा मात्र है ये ईमानदार जवाब अब तक न मिल पायी समानता। डार्विन का सिद्धांत नेचरल सेलेक्शन शक्तिशाली ही हावी रहता दूसरा... Hindi · कविता 1 1 278 Share Ashwani Kumar Jaiswal 5 Mar 2022 · 1 min read कागज की कश्ती कौन गया और ये कौन आया दुनियां फानी यही समझ पाया आइना क्या दिखाएगा सूरत मेरी आंखो मे देख लो साया थोड़ा प्यार हमें भी करने दो गुनाह होगा उन्होने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 274 Share Ashwani Kumar Jaiswal 2 Mar 2022 · 1 min read हर खुशी मिल गई कहां थे तुम और कहां थे हम अंधेरे कामिल,रोशनी मिल गई गम बेकली उदासी चली गई तुम मिले, हर खुशी मिल गई गमगीन गुमसुम गुमशुदा हम तरसते लबों को हंसी... Hindi · कविता 2 1 302 Share Ashwani Kumar Jaiswal 1 Mar 2022 · 1 min read रंग केसरी छाया है जिस धरती पे जन्म लिया खेले मिट्टी मे पले बढ़े सौगन्ध हमे है मां तेरी गायें महिमा तेरा मान बढ़े न झुके शीश कटाना भाया है लाडलों पे रंग केसरी... Hindi · कविता 2 4 711 Share Ashwani Kumar Jaiswal 25 Feb 2022 · 1 min read नख-शिख हाइकु सघन केश काली घनघोर घटा मनभावन छटा उन्नत भाल चमके बिंदिया लाल करे कमाल नयन सीमा काजल रेखा पार मोहे अपार रक्त गुलाब मधु सम अधर ढायें कहर गोरी संदली... Hindi · हाइकु 4 4 550 Share Ashwani Kumar Jaiswal 23 Feb 2022 · 1 min read प्रेम-पत्र प्यार के अभिव्यक्ति की प्राचीनतम विधि प्रेम शब्दों मे कह के व्यक्त न हो पाता लिखकर कहना हो जाता था प्रसंशा सुंदरता वर्णन अनुनय विनय विरह व्यथा बेकली अब आन... Hindi · कविता 3 3 248 Share Ashwani Kumar Jaiswal 22 Feb 2022 · 1 min read राह तक रहे हैं नयना आंगन मेरा सूना तुम बिन अश्रु भरे मेरे नयना बंधन मुक्त हुआ फिर भी राह तक रहे हैं नयना घनघोर अंधेरे पथ पर यादों के झुरमुट साये मे फिर से... Hindi · कविता 2 4 305 Share Ashwani Kumar Jaiswal 21 Feb 2022 · 1 min read स्त्री-पुरुष स्त्री को मोहक स्वरूप पुरुष मोहित है वरदान आचार विचार वेशभूषा अन्तर रखे वर्ग की शान स्त्रियां भी होती मोहित मुखर नही जितना पुरूष धैर्य संयम लाज किंचित असंयमित बेकल... Hindi · कविता 1 2 188 Share Ashwani Kumar Jaiswal 20 Feb 2022 · 1 min read क्या हो गये हम धन की लालसा आधुनिकता का बवंडर कुविचारों की शरण मे चले गये हम दोस्ती विश्वास नही वफा की तलाश नही कामुकता को ओढ़ भोगी बन गये हम अकेलेपन का शिकार... Hindi · कविता 3 4 247 Share Ashwani Kumar Jaiswal 20 Feb 2022 · 1 min read इंतजार माना गुजारे साथ सुखद पल जिये कि जन्नत नशीन हो गये कशिश एक दूजे मे खो जाना वजहें ही कराती तेरा इंतजार खुशनुमा माहौल वस्ल की रात तेरा मुस्कुराना अदाओं... Hindi · कविता 3 4 258 Share Ashwani Kumar Jaiswal 17 Feb 2022 · 1 min read पुलवामा दिवस (वेलेंटाइन डे) मां भारती की करूण पुकार भूले हो न भूल पाओगे क्या प्रेम दिवस मनाओगे कैसे जख्म सह जाओगे मां करती पुकार क्रदंन सुन पाओगे लहू से धरती भीगी थी दाग... Hindi · कविता 3 4 207 Share Ashwani Kumar Jaiswal 16 Feb 2022 · 3 min read जूनियर का बर्थडे 26 जनवरी 2022 गणतंत्र दिवस 323 अम्बिका भवन थर्ड फ्लोर एपार्टमेन्ट ज्योतिष राय रोड कोलकाता - 53 ये मेरे बेटे का निवास है जहां चौथी बार प्रवास पर आया हूं।... Hindi · लघु कथा 4 4 407 Share Ashwani Kumar Jaiswal 14 Feb 2022 · 4 min read संस्मरण ईविनिंग-क्रूज, गंगा नदी कोलकाता जीवन अत्यंत कमअवधि वाला बहुमूल्य कालखंड है। जिंदादिल होके सभी के साथ हंसी खुशी जीवन यापन के साथ नये की खोज करना ही जिन्दगी है। कुछ... Hindi · संस्मरण 3 6 270 Share Ashwani Kumar Jaiswal 11 Feb 2022 · 1 min read लड़की हो पर्दे मे रहो मौलवियों का जारी फरमान सुनो- लड़की हो पर्दे मे रहो शिक्षण संस्थानों मे हिजाब स्कूल यूनीफॉर्म नकारते रहो राजनीतिक हथियार बनाते मुल्ला मौलवी भी कम नही अनेकमुस्लिम देशों मे खत्म... Hindi · कविता 3 3 214 Share Ashwani Kumar Jaiswal 10 Feb 2022 · 1 min read मनुष्यत्व मनुष्य देह प्रदान कर दी असीम अनुकम्पा तुम्हारी दया कर मनुष्यत्व भी दो अन्यथा देह बोझ हमारी पशुत्व पशु मे उचित पर मनुष्य मे मनुष्यत्व नही बुद्धि विवेक विचारशक्ति क्यों... Hindi · कविता 3 6 541 Share Ashwani Kumar Jaiswal 8 Feb 2022 · 1 min read मतदान पर्व आया मतदान पर्व उत्साह बढ़े आनंद मने आओ डालें अपना वोट मिलजुल के सब अपने आओ त्योहार मनायें डालें वोट हक न छोड़ें प्रजातंत्र की शान है ये मनचाही सरकार... Hindi · कविता 2 2 447 Share Ashwani Kumar Jaiswal 5 Feb 2022 · 1 min read हे मां वर दे हे मां सरस्वती वर दे विद्या से भूषित होकर बुद्धि विकसित हो जाए गुरू से पा के ज्ञान मन की शुद्धी हो जाए हे मां वीणावादिनी वर दे वाणी मर्यादित... Hindi · कविता 2 2 250 Share Ashwani Kumar Jaiswal 26 Jan 2022 · 1 min read बिगड़ते बच्चे क्रोधी चिड़चिड़े आक्रामक बिगड़ते हुए बच्चों से त्रस्त अविभावक चिंतित करें क्या रहते मानसिक तनाव ग्रस्त कारण और निदान ढूंढ के हल निकालें न निकलेगा क्या एक ही संतान की... Hindi · कविता 2 2 255 Share Ashwani Kumar Jaiswal 22 Jan 2022 · 1 min read सीनियर सिटीजन चालीस पार हो गये सीनियारटी गर्भ मे आ गई युवावस्था गई सावधान उम्र सोंचने की हो गई शुरू करो फिक्र बच्चों की बने कैसे अपना आशियां जिम्मेदारी पूरी कर लो... Hindi · कविता 4 2 370 Share Ashwani Kumar Jaiswal 20 Jan 2022 · 1 min read प्रसन्नता क्या होती है प्रसन्नता ? कैसे पाई जा सकती ? अपना मूल्यांकन करो मानदंड अपने, तो खुदी बनी रहती दूसरों की अपेक्षाएं ही तो अप्रसन्नता का कारण होती। विचार करो... Hindi · कविता 3 2 210 Share Ashwani Kumar Jaiswal 19 Jan 2022 · 1 min read सूर्य अवतरण सूर्य देवता आ गये दिशायें प्रकाशित हुई गुंज हुई जीवन जागा तमी विनाशित हुई प्रातःप्रफुल्लित हरियाली बहती मंद पवन पंछी करें कलरव झूमे मतवाला मस्त मन केतकी गुलाब जूही चम्पा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 261 Share Ashwani Kumar Jaiswal 18 Jan 2022 · 1 min read सम्मान गणतंत्र दिवस समारोह 23 जनवरी 'पराक्रम दिवस' से प्रारंभ होगा ये नेता जी सुभाष चंद्र का जन्म दिवस है देश की स्वतंत्रता मे अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले का सच्चा... Hindi · कविता 3 260 Share Ashwani Kumar Jaiswal 17 Jan 2022 · 1 min read बच्चे अपना जीवन दिखता है बच्चे जब बच्चे होते है। खुश होते बच्चों के स॔ग जब वो होते छोटे किशोर लगता जैसे मेरे ही अंग होताधमाल मचता है शोर पापा जैसा... Hindi · कविता 5 6 457 Share Ashwani Kumar Jaiswal 15 Jan 2022 · 1 min read दुष्कर्म न्यायापालिका सर्वोच्च न्यायापालिका निष्पक्ष ये न केवल तथ्य बल्कि आम-जन का विश्वास कहीं और सुनवाई हो न हो कहीं और न्याय मिले न मिले न्यायालय मे सुनवाई होती है न्याय... Hindi · कविता 4 360 Share Ashwani Kumar Jaiswal 14 Jan 2022 · 1 min read कुछ मायने नही चल अकेला अगर हमसफर नही चलने का जज्बा ठहरने का नही चार कदम हौसला होते हैं चालीस रहबर मुस्कुराओ तिरछीनजर नही रुको नही चलते रहो बनेगा कारवां मंजिल मिलेगी और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 243 Share Ashwani Kumar Jaiswal 12 Jan 2022 · 1 min read खुदी बुलंद आज कुछ लिखा जाये कलम पकड़ कर हाथ मे दिमागी जोर डाला जाये भावनाओं को कुरेद कर अंदर से निकाला जाये आज कुछ लिखा जाये इश्क मुश्क मिलन जुदाई हुआ... Hindi · कविता 4 2 291 Share Ashwani Kumar Jaiswal 10 Jan 2022 · 1 min read विश्वास विश्वास पर टिकी दुनियां कई पहले काम फिर पैसे कर्मी को रहता भरोसा पूरा करेगें काम मिलेगें पैसे संशयी व्यक्ति सोंच कुंठित संकुचित दायरे मे रह जाता विश्वास जरूरी मधुरता... Hindi · कविता 4 4 313 Share Ashwani Kumar Jaiswal 8 Jan 2022 · 1 min read पत्नी का आभार राजा की तरह रक्खा घर बाहर देश परदेश सिर ऊँचा छाती चौड़ी बनते रहे आम से खास परिवार बच्चे रिश्ते नाते सब पत्नी की रही देन सुविधा-असुविधा का रक्खा ध्यान... Hindi · कविता 6 10 234 Share Ashwani Kumar Jaiswal 5 Jan 2022 · 1 min read काफिले रूकते नही काफिले रूकते नही बढ़ते कदम थमते नही अनिलकुमारगुप्ता'अंजुम' की सर्वश्रेष्ठ रचनायें पढ़ो तो जानो आंतरिक गुण पवित्र मन झुकते नही। साहसिक मानवतावादी कदमों को रोकोगे क्या चल पड़े प्रकाश उन्मुख... Hindi · कविता 6 5 254 Share Ashwani Kumar Jaiswal 3 Jan 2022 · 1 min read मौका मौके तो मौके होते हैं खास न आम होते हैं, हम मौका देखके करें बात, तो चौका होते है। हर पल मौके होते हैं हर घड़ी साथ होते है, तुम... Hindi · कविता 3 5 401 Share Ashwani Kumar Jaiswal 2 Jan 2022 · 2 min read नव वर्ष हाड़ कंपाती ढंड, ठिठुरता मानव, प्रकृति स्पंदनविहीन कैसे हो सकता है नव वर्ष और उत्सव। मकर संक्रांति फिर वसंत पंचमी, उसके बाद शिवरात्रि तब होलियान संवत्सर, युगादि नया संवत्सर बिहान।... Hindi · लेख 4 3 438 Share Ashwani Kumar Jaiswal 2 Jan 2022 · 1 min read आशियाना किसे फुर्सत क्यों कोई किसी को महसूस करे अपने गम हैं क्या कम जो गैरों का ख्याल करे अकेला-पन मेरे अंदर बाहर भीड़ मे शामिल समझे जायें सबकेसाथ एकांत मुझ... Hindi · कविता 1 6 352 Share Ashwani Kumar Jaiswal 29 Dec 2021 · 1 min read साल नये खुशियां लाओ बड़ा रंगीन रहा ये- साल, हर शै ने दिखाए कमाल। जिंदगी से खुद हो रुबरू, संभले - जब हुए बेहाल। शामे गम वस्ल की रात, मिले जो समझो निहाल। गुलशन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 221 Share Ashwani Kumar Jaiswal 28 Dec 2021 · 1 min read जाता हुआ वर्ष जाते हुए वर्ष के अंतिम सप्ताह चलो कर लें साल का आकलन, ले गये एक और वर्ष मेरी उम्र का बंद हुआ जैसे सिक्के का चलन। दिया जो तुमने भुला... Hindi · कविता 3 2 380 Share Ashwani Kumar Jaiswal 27 Dec 2021 · 1 min read महोत्सव आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे उत्सवधर्मिता के संक्रमण से गुजर रहे, आपदा को अवसर बनाने मे महारथ भ्रष्टाचार की गंगा का उद्गम खोज रहे। विधायिका कार्यपालिका न्यायपालिका चौथे पत्रकारिता... Hindi · कविता 2 11 183 Share Ashwani Kumar Jaiswal 26 Dec 2021 · 1 min read गीतिका करीब इतनी कि फासले न रहे फासले इतने कि दूरियां न रहे दिन हवा रात धुआं शाम नदारत जब से वो लम्हे दरमियां न रहे लगा कई बार फासले मिट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 382 Share Previous Page 2 Next