Comments (4)
19 Feb 2022 06:29 PM
अच्छी लगी रचना । आखरी पैरा पढ़कर आँखे भर आई ।
Ashwani Kumar Jaiswal
Author
28 Feb 2022 11:45 AM
हार्दिक धन्यवाद प्रिय श्वेता जी
Antarman ko chhu gai
आपने स्वयं को रचना से जोड़ा हार्दिक आभार