Suryakant Dwivedi 339 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Suryakant Dwivedi 17 Feb 2024 · 1 min read आप सुनो तो तान छेड़ दूं गीत आप सुनो तो तान छेड़ दूं, मन के गीत सुनाने को सर सर सर बहती है सरिता, मन के भाव जताने को चंदा ने चुनरी फहराई, तारों का मस्तक... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 121 Share Suryakant Dwivedi 17 Feb 2024 · 1 min read व्यंग्य क्षणिकाएं क्षणिकाएं इन आँसुओं को कौन समझाए अब ये टपकते नहीं सूखते हैं..... जब रोती भी हैं आंख रुमाल भीगता नहीं। 2 बहुत दिन से उनकी खैर खबर नहींं मिली अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 114 Share Suryakant Dwivedi 17 Feb 2024 · 1 min read दिन और रात-दो चरित्र चरित्र दिन और रात के चरित्र में कितना अंतर होता है.. दिन में दोस्त सभी रात में तन्हा होता है। उजली उजली बातें अपनी रहने दो कड़वी कड़वी बातें उनको... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 1 195 Share Suryakant Dwivedi 16 Feb 2024 · 1 min read हट जा भाल से रेखा गीत हट जा हट जा भाल से रेखा, ओ मेरी तकदीर देख लिया संसार यह तेरा, क्या किसकी तस्वीर।। लिख लिख काग़ज़ हम धर लेबे, जावें खुली किताब मोर पंख... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 147 Share Suryakant Dwivedi 16 Feb 2024 · 1 min read व्यंग्य क्षणिकाएं अनकही 1. बरसों से यह मकान खुला नहीं है चाट गई दीमक,कोई मिला नहीं है।। 2. संबंध कपूर है आरती तक जला फिर काफ़ूर है।। 3. बहुत दिनों से कोई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 172 Share Suryakant Dwivedi 16 Feb 2024 · 1 min read शब्दों की रखवाली है गीत शब्द हमारे मन का चित्रण शब्दों की हरियाली है जब भी शब्द झरे अधरों से शब्दों की रखवाली है ।। शब्द सुमन अर्पण यह जन का अभिलाषा उद्बोधन का... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 1 223 Share Suryakant Dwivedi 16 Feb 2024 · 1 min read हां राम, समर शेष है आज भी वही सागर है वही जिद रास्ता नहीं दूंगा युगों से यही तो हो रहा है कोई किसी को रास्ता नहीं देता मार्ग, पथ, रास्ता सबकी अपनी गति है...... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 209 Share Suryakant Dwivedi 16 Aug 2023 · 1 min read क्यों हवाओं को दोष देते हो क्यों.इन हवाओं को दोष देते हो... उदधि के सीने पर तो तुम ही तूफान लाये थे ज्वार भाटे के संग भी तुमको रोमांच भाये थे अब कहते हो हमसे तुम... Hindi · कविता 1 370 Share Suryakant Dwivedi 26 Jul 2023 · 1 min read प्यार और पंछी प्यारा प्यारा है यह पंछी, और पिंजड़ा धाम है कैसे कह दूं मैं तुम से, परतंत्रता परिणाम है जागे जागे रातभर जो, जुगनुओं की आस में कह रहा चंदा अकेला,... Hindi · गीत 178 Share Suryakant Dwivedi 26 Jul 2023 · 1 min read युगांतर युगांतर ******* सदियों के आँगन में कुछ हमने भी रोपा होगा सूरज को क़ैद किया होगा या चंदा से बैर किया होगा। नीलांचल से जब बिजली कौंधी होगी बादल फ़टे... Hindi · कविता 199 Share Suryakant Dwivedi 14 Jul 2023 · 1 min read आने घर से हार गया जीता जग सारा मैंने अपने घर से हार गया रोकर एक पिता यूं बोला चंदा से सूरज हार गया।। शब्द, शब्द से शब्द बड़े शब्द, शांत नि:शब्द खड़े नेह-प्यार के... Hindi · कविता 1 178 Share Suryakant Dwivedi 11 Jul 2023 · 1 min read नगमे अपने गाया कर नग़मे अपने गाया कर (गीत) कभी कभी तो आया कर कभी कभी तो जाया कर कहती विपदा, रात गई नग़मे अपने गाया कर।। अपने में ही मस्त रहा सपने में... Hindi · गीत 174 Share Suryakant Dwivedi 1 Jul 2023 · 1 min read बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार। बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार। तन-मन भीगा बूँद में, सजनी, साजन, प्यार यानी जीवन में प्रिये, रास रंग अनमोल जो जीता है प्रेम में, वह जाने त्योहार।। सूर्यकांत Quote Writer 326 Share Suryakant Dwivedi 23 Jun 2023 · 1 min read आ रही है लौटकर अपनी कहानी आ रही है लौटकर अपनी कहानी जो रही न पास अपने, वही जुबानी मुड़े हुए हैं पृष्ठ यहाँ, जीवन भर के कहे कली बस सुन लो, यही जवानी।। सूर्यकांत Quote Writer 405 Share Suryakant Dwivedi 18 Jun 2023 · 1 min read गरजता है, बरसता है, तड़पता है, फिर रोता है गरजता है, बरसता है, तड़पता है, फिर रोता है एक बाप के सीने में भी, क्या-क्या होता है।। सूर्यकांत Quote Writer 406 Share Suryakant Dwivedi 9 Jun 2023 · 1 min read संबंधों के नाम बता दूँ संबंधों के नाम बता दूँ आप कहो तो काम बता दूँ बिकने लगे हैं दिल के रिश्ते कैसे उनके दाम बता दूँ।। सूर्यकांत Quote Writer 400 Share Suryakant Dwivedi 26 May 2023 · 1 min read इस जग में हैं हम सब साथी इस जग में हैं हम सब साथी आओ पथ निर्माण करें तुम बन जाओ पावन गंगा हर हर हर सब,स्नान करें ।। सूर्यकांत Quote Writer 330 Share Suryakant Dwivedi 20 May 2023 · 1 min read *दो स्थितियां* *दो स्थितियां* एक हमारे ना होने से क्या होता है आती-जाती दुनिया सारी, क्या होता है यही नियम है जग का साथी, सबको जाना उड़ जाती मकरंद हवा में, क्या... Quote Writer 649 Share Suryakant Dwivedi 16 May 2023 · 1 min read कान्हा मन किससे कहे, अपने ग़म की बात । कान्हा मन किससे कहे, अपने ग़म की बात । है राधा सी जिंदगी, सुबक-सुबक कर रात ।। सूर्यकांत Quote Writer 411 Share Suryakant Dwivedi 1 May 2023 · 1 min read सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर दूर तलक मुझमें भरा, बस आँखों का नीर सर सर जब सरिता करे,कल कल होता नाद दिल के इस तूफान को, चीर... Quote Writer 418 Share Suryakant Dwivedi 29 Apr 2023 · 1 min read पीढियों के दोहे पीढियों के दोहे 1. बार बार मुख देखते, करते कंघी बाल। खेले, कूदे, संवरे, बदली-बदली चाल।। 2. सच सच तू दर्पण बता, कैसा मेरा रूप मैं छाया हूँ तात की,... Hindi · दोहा 179 Share Suryakant Dwivedi 27 Apr 2023 · 1 min read चातक तो कहता रहा, बस अम्बर से आस। चातक तो कहता रहा, बस अम्बर से आस। दो बूंदें हैं प्यार की, जन्म-जन्म की प्यास।। सूर्यकांत Quote Writer 176 Share Suryakant Dwivedi 27 Apr 2023 · 1 min read क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है इस जीवन की थाह नहीं है सूर, कबीर, मीरा तुलसी से बढ़कर कोई गवाह नहीं है।। सूर्यकांत Quote Writer 432 Share Suryakant Dwivedi 13 Mar 2023 · 1 min read बागों में जीवन खड़ा, ले हाथों में फूल। बागों में जीवन खड़ा, ले हाथों में फूल। पूरी उम्र गुजार दी, करते करते भूल उड़ा दिये सारे सफे, सत्य झूठ के राज़ एक सनद मानी गई,इस सन हाई स्कूल।।... Quote Writer 339 Share Suryakant Dwivedi 11 Mar 2023 · 1 min read गीत शब्द गीत शब्द हमारे मन का चित्रण शब्दों की हरियाली है जब भी शब्द झरे अधरों से शब्दों की रखवाली है ।। शब्द सुमन अर्पण यह जन का अभिलाषा उदबोधन का... Hindi · गीत 319 Share Suryakant Dwivedi 7 Mar 2023 · 1 min read फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार। फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार। बस कविता में रह गए, होली के क़िरदार।। सूर्यकांत Quote Writer 2 426 Share Suryakant Dwivedi 7 Mar 2023 · 1 min read पथ से कैसे हार मान लूँ *गीत* मैं जीवन की अभिलाषा हूँ कैसे मैं मझधार मान लूँ मैं राही हूँ पगडंडी का पथ से कैसे हार मान लूँ झंझावातों की बस्ती में बदले बदले चेहरे सबके... Hindi · गीत 107 Share Suryakant Dwivedi 24 Feb 2023 · 1 min read साँसों का संग्राम है, उसमें लाखों रंग। साँसों का संग्राम है, उसमें लाखों रंग। लड़ते सारे शौक से, अपनी-अपनी जंग। चक्र-व्यूह में हों सभी, द्वार भले ही बंद। क्यों हारें हम हौसला, कृष्ण हमारे संग। सूर्यकांत Quote Writer 1 342 Share Suryakant Dwivedi 23 Feb 2023 · 1 min read इतनी फुर्सत है कहां, जो करते हम जाप इतनी फुर्सत है कहां, जो करते हम जाप अपने अपने कर्म हैं, अपने अपने ताप देख ईश कहने लगे, सुन धरती का हाल मुँह पर सबके राम है, मन में... Quote Writer 536 Share Suryakant Dwivedi 16 Feb 2023 · 1 min read *धूप में रक्त मेरा* *धूप में रक्त मेरा* हर किरण के संग कदा यह रक्त भी तपा होगा बहा होगा पसीना फिर सूरज तब खिला होगा। जाने कितने पलों को मैंने,मिट्टी में गूँधा होगा... Hindi · कविता 269 Share Suryakant Dwivedi 10 Feb 2023 · 1 min read ** ** 🙏🙏 बदल गया दौरे जहां, बदल गए दस्तूर । सिमटा एक क़रार में, चुटकी भर सिंदूर।। सूर्यकांत Quote Writer 339 Share Suryakant Dwivedi 9 Feb 2023 · 1 min read सच की पेशी झूठ के सामने आ गया सच झूठ ने अंगड़ाई ली सच की हँसाई हुई झूठ पर आवरण था सच का व्याकरण था झूठ ने साबित कर दिया सच झूठा है...... Hindi · कविता 255 Share Suryakant Dwivedi 7 Feb 2023 · 1 min read उधारी जीवन कुछ उधार था जीवन पर चुका दिया हमने भी क्या क्या बिता दिया।। सूरज, चाँद, सितारे ये रश्मि ये अँगारे सभी तो अपने थे पेट की भूख ने भी क्या-क्या... Hindi · कविता 102 Share Suryakant Dwivedi 7 Feb 2023 · 1 min read एक था वृक्ष सम्वेदना के पुष्पों की क्या है व्यथा सूखे वृक्ष पर सुनो कलरव की कथा।। नींव ने यह सोचकर दरख़्त महान किये चूमेंगे आकाश यह सपने जहान किये। आशाओं के बोझ... Hindi · कविता 194 Share Suryakant Dwivedi 5 Feb 2023 · 1 min read बेटों की बात बेटों की बातें ----------- चलो आज बेटों पर लिखते हैं उनके कमरे को देखते हैं..... सुना है..... आवारा है निखट्टू है पढ़ता नहीं बस, खेलता है हां, कभी कभी किताबों... Hindi · कविता 124 Share Suryakant Dwivedi 28 Jan 2023 · 1 min read दोहा कुर्सी मुक्तक एक हैं, दोनों के पद चार। एक शोभित छंद करे, दूजी दे सरकार।। सूर्यकान्त Hindi · दोहा 198 Share Suryakant Dwivedi 28 Jan 2023 · 1 min read हट जा हट जा भाल से रेखा गीत हट जा हट जा भाल से रेखा, ओ मेरी तकदीर देख लिया संसार यह तेरा, क्या किसकी तस्वीर।। लिख लिख काग़ज़ हम धर लेबे, जावें खुली किताब मोर पंख... Hindi · गीत 176 Share Suryakant Dwivedi 25 Jan 2023 · 1 min read वीर गाथा क्या सुनाएं उठती-गिरती लहरों पर आओ कोई गीत लिखें तुम अपनी व्यथा कहो हम अपनी कथा कहें.. क्या सुनाएं तुमको गाथा क्या बताएं अभिलाषा रिक्त-सिक्त वसंत खड़ा है कहें किससे... Hindi · कविता 1 221 Share Suryakant Dwivedi 23 Jan 2023 · 1 min read बताओ न बताओ न तुम उजले हम उजले कौन है काला, बताओ न तुम वाकिफ हम वाकिफ क्या है राज, बताओ न तुम सत्यनिष्ठ हम सत्यनिष्ठ कौन है झूठा, बताओ न तुम... Hindi · कविता 81 Share Suryakant Dwivedi 20 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक *मुक्तक* कुछ यादों के झीने परदे, कुछ यादें बाकी हैं सांसों के इस महासमर में, कुछ बातें बाकी हैं उठा रक्खा है सिर पर देखो, ये चींटी पहाड़ सा पूछ... Hindi · मुक्तक 335 Share Suryakant Dwivedi 20 Jan 2023 · 1 min read मेरुदंड यह मेरुदंड है न! जिस पर हम खड़े हैं वह टूट गया है.. हमसे रूठ गया है शरीर का बोझ सहन नहीं होता अनवरत अघात अनवरत पक्षघात अनवरत पीड़ा, यह... Hindi · कविता 2 283 Share Suryakant Dwivedi 13 Jan 2023 · 1 min read सच सच बोलो दिल पर रखो हाथ और सच-सच बोलो किसने बहती नदी में यहां,कंकड़ नहीं फेंके।। भीड़, हिंसा, दमन, तंज मान, मर्यादा, लाज, शर्म आलोचनाओं का अमृत यहां किसने नहीं पीया? उठा-पटक... Hindi · कविता 1 331 Share Suryakant Dwivedi 11 Jan 2023 · 1 min read पिता की पराजय पिता की पराजय ************ आज आँखे चमकी गोद में था जो बेटा आज जवान हो गया कंधे तक आ गया अब और आगे निकल गया छोटा हुआ बाप मगर क़िरदार... Hindi · कविता 3 2 229 Share Suryakant Dwivedi 8 Jan 2023 · 1 min read आशा निराशा *आशा* बदल बदल कर करवटें, ले सपनों की आस। आ रहा सूरज कोई, भरने को उच्छवास।। *निराशा बदल-बदल कर करवटें, करती नींद कमाल। सपनों की इस सेज पर, कुछ दिन... Hindi · दोहा 199 Share Suryakant Dwivedi 3 Jan 2023 · 1 min read दोहा साँसों की है पोटली, उसमें रंग हजार। ज्यूँ सरसो के खेत में, पीले पुष्पाहार।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 156 Share Suryakant Dwivedi 28 Dec 2022 · 1 min read दोहा माँ है ऐसी साधना, मन्त्र, जाप संकल्प। अक्षत, रोली तात है, युग युग नहीं विकल्प।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 1 175 Share Suryakant Dwivedi 27 Dec 2022 · 1 min read मुक्तक बिकने को आओ तो खरीदार नहीं मिलता चाहो यहां खरीदना, बाजार नहीं मिलता नाजुक जनाब, दौर है, और दाम बेहिसाब लगा रहे हैं बोलियां, खुद्दार नहीं मिलता।। सूर्यकांत Hindi · मुक्तक 171 Share Suryakant Dwivedi 26 Dec 2022 · 1 min read दोहा आये हम दुआओं से, गए दवा के साथ। साँसों में सपने जड़े, खाली सबके हाथ।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 131 Share Suryakant Dwivedi 22 Dec 2022 · 1 min read पतंग गीत इक पंतग है जीवन अपना बस धागों से सैर जाये उड़ती जब यह यारा सब मांगे हैं खैर अभी अभी अंबर चूमा था लेकर नई उड़ान हाथों में थी... Hindi · गीत 171 Share Suryakant Dwivedi 22 Dec 2022 · 1 min read दोहा बेटी बेटी कोमल फूल सी, है बगिया की शान बसती उसके नेह में, बस बाबुल की जान।। सूर्यकान्त द्विवेदी Hindi · दोहा 99 Share Previous Page 4 Next