लक्ष्मी सिंह 1025 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next लक्ष्मी सिंह 27 Jan 2024 · 1 min read सरहद विहग पवन स्वच्छंद है, और नदी की धार । खींच लिये खुद ही मनुज,सरहद की दीवार।। दो देशों के बीच में,खींची एक लकीर। जिसका सरहद नाम है,मानवता का पीर।। सरहद... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 123 Share लक्ष्मी सिंह 26 Jan 2024 · 1 min read गणतंत्र आज बहुत पावन दिवस, आया है गणतंत्र। अमर तिरंगा देश का,गाओ गौरव मंत्र।। आज दिवस गणतंत्र है, जिस पर हमको गर्व। देशभक्ति बलिदान की ,यह वीरों का पर्व।। हम सब... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 114 Share लक्ष्मी सिंह 24 Jan 2024 · 1 min read देश- विरोधी तत्व साँप-सपोलों की तरह, देश विरोधी लोग। करो शीघ्र उपचार कुछ, खतरनाक यह रोग।। खत्म जड़ों से कीजिये,देश विरोधी तत्व। धर्म जाति के नाम पर, मिटा रहे अपनत्व।। देश विरोधी तत्व... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 122 Share लक्ष्मी सिंह 24 Jan 2024 · 2 min read भारत और इंडिया तुलनात्मक सृजन भाव, ताल औ”राग से, निकला भारत देश। आज बना है इंडिया, बदल गया परिवेश।। देवों ने जिसको रचा, अपना भारत धाम। बदल दिया अंग्रेज ने, रखा इंडिया नाम।। भारत भावों... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 108 Share लक्ष्मी सिंह 30 Oct 2023 · 1 min read ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार। ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार। फिर भी जालिम ज़िन्दगी, नहीं मानती हार।। नहीं मानती हार,खेल है सब किस्मत का। किसने पाया पार,खुदा तेरी रहमत का। खुशी मिले या दर्द,ज़िन्दगी... Hindi · Quote Writer · कुण्डलिया · कोटेशन 4 369 Share लक्ष्मी सिंह 30 Oct 2023 · 1 min read छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं। छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं। मोहब्बत में मोहब्बत से मुँह मोड़ जाते हैं। किस्मत बडी जिद्दी रही हर मंज़र बदल डाला - वो इतने सलीके से... Hindi · Quote Writer · कोटेशन · मुक्तक 3 3 178 Share लक्ष्मी सिंह 27 Oct 2023 · 1 min read वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई, वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई, तुम्हें तो दौड़ना था, वक्त की रफ़्तार से। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 164 Share लक्ष्मी सिंह 26 Oct 2023 · 1 min read अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात। अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात। अंतहीन सीमा रहित,गम की गहन बिसात।। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन · दोहा 1 119 Share लक्ष्मी सिंह 25 Oct 2023 · 1 min read अकेलापन गहन अकेलापन अंदर है। गहन अकेलापन बाहर है। सौ-सौ विष का ज्वार उमड़ता- गहन अकेलापन विषधर है। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · मुक्तक 2 2 132 Share लक्ष्मी सिंह 6 Oct 2023 · 1 min read वर्षा ऋतु के बाद छाई हरियाली बहुत,वर्षा ऋतु के बाद। गूँज उठा चारों तरफ,अद्भुत मंगल नाद। बूँदें पड़ते ही धरा,देती जीवन दान। अंतर अंकुर फूटता,स्वंभू ब्रह्म समान। फैली मधुमय चाँदनी,नील गगन के तीर। बिखर... Hindi · दोहा 1 2 279 Share लक्ष्मी सिंह 3 Oct 2023 · 1 min read राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी प्यारे बापू का रहा, सीधा सादा वेश। राष्ट्र पिता के नाम से,जाने पूरा देश।। देश प्रेम के वास्ते, छोड़ें अपना ठाठ । सत्य अहिंसा शांति का, दिये सभी को पाठ।।... Hindi · दोहा 196 Share लक्ष्मी सिंह 27 Sep 2023 · 1 min read इश्क़ में कोई इश्क़ में कोई मेरे जज्बात को समझे,मेरे मन को जाने इतना ही काफी है। बाँकी हर बात की माफ़ी है। -लक्ष्मी सिंह Quote Writer 175 Share लक्ष्मी सिंह 26 Sep 2023 · 1 min read इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई। इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई। मेरी ज़िन्दगी में तेरी कमी रह गई। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 1 106 Share लक्ष्मी सिंह 26 Sep 2023 · 1 min read एक ख्वाब थे तुम, एक ख्वाब थे तुम, और कुछ भी नही। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 170 Share लक्ष्मी सिंह 26 Sep 2023 · 1 min read मैं ज़िंदगी भर तलाशती रही, मैं ज़िंदगी भर तलाशती रही, तूझे अपनी ज़िंदगी में। और उम्र खाक हो गई, ऐ खुदा! एक तुम्हारी ही बंदगी में। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 2 329 Share लक्ष्मी सिंह 21 Sep 2023 · 1 min read चौमासा विरहा चैत्र हृदय को चीरता,बढा रहा है पीर। पिया रहे परदेश में,कैसे पाऊँ धीर।। बना दिया है बावली,ये जालिम बैशाख। सुलग रहा है तन बदन,कहीं न कर दे राख।। जेठ जलाये... Hindi · दोहा 115 Share लक्ष्मी सिंह 17 Sep 2023 · 1 min read छलनी- छलनी जिसका सीना छलनी- छलनी जिसका सीना दर्द भरा है दिल में। मैंने अक्सर उसको देखा हँसते हर महफ़िल में।। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 2 118 Share लक्ष्मी सिंह 16 Sep 2023 · 1 min read मिलेट/मोटा अनाज मिलेट एक प्रकार का,है प्राचीन अनाज। छुपे हुए हैं स्वास्थ्य के, जिसमें सारे राज़।। कोदो कुटकी काँगणी,चीना रागी ज्वार। अब मिलेट के नाम से, आया है बाज़ार।। साँवा,कोदो, बाजरा,झंगोड़ा,जौ,ज्वार। इसको... Hindi · दोहा 2 1 297 Share लक्ष्मी सिंह 15 Sep 2023 · 1 min read हिन्दी ब्रह्म कमंडल से बही,हिन्दी की रसधार। वरदहस्त वागेश्वरी,वीणा की झंकार।। वंदनीय निज मात सम,ईश्वर की वरदान। भारतवासी के लिए,हिन्दी है अभिमान।। मात भारती भाल पर,शोभित शुभ श्रृंगार। कालजयी भाषा रही,हिन्दी... Hindi · दोहा 2 1 123 Share लक्ष्मी सिंह 14 Sep 2023 · 1 min read तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभाल कर। तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभाल कर। वरना दे देता मैं तुझे अपना दिल निकाल कर।। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 1 224 Share लक्ष्मी सिंह 4 Aug 2023 · 1 min read बादल आओ बादल आओ बादल। आकर नभ में छाओ बादल। प्यासी धरती तुझे पुकारे, छम-छम जल बरसाओ बादल। जीव-जन्तु सब तड़प रहें हैं सबकी प्यास बुझाओ बादल। ताल तलैया सूख रहें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · चौपाई · बाल कविता 5 8 340 Share लक्ष्मी सिंह 3 Aug 2023 · 1 min read बादल काले काले प्यारे बादल। नीर भरे कजरारे बादल। श्वेत रुई की फाहे जैसी, धुँधला धूम-धुआँरे बादल। इंद्रनील की माला डाले , मृदुल मनोरम सारे बादल। नील फर्श पर धना-धना-सा, बैठा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · चौपाई · बाल कविता 5 5 461 Share लक्ष्मी सिंह 1 Aug 2023 · 1 min read महादेव का भक्त हूँ महादेव का भक्त हूँ,पिया हलाहल रोज। नयनों में आँसू भरा,मुख मंडल पर ओज। दुख ताण्डव करता रहा,रही मुसीबत साथ। मगर शीश पर रख दिया, महादेव ने हाथ।। भोले भाले हैं... Hindi · दोहा 4 1 363 Share लक्ष्मी सिंह 25 Jul 2023 · 1 min read बरखा रानी बरखा रानी आ गई,कर सोलह श्रृंगार। बिजली की पायल पहन,करे मधुर झंकार।। काली चुनरी ओढ़ कर,बरसे धन बौछार। आगे आगे नाचती,गाती चले बयार।। इन्द्रधनुष का आभरण,बहुरंगा मनियार। नीलगगन में टाँक... Hindi · दोहा · बरसात 3 1 369 Share लक्ष्मी सिंह 19 Jul 2023 · 1 min read पंचतत्व धूमकेतु,धनरस,धरा,अंबर और बयार। पंचतत्व के रूप में, ईश्वर का उपहार।। पंचतत्व से है बना,जग के सकल पदार्थ। भव बंधन को खोलता,परम पूण्य परमार्थ।। पंचतत्व मिलकर बना,मनुज तूम्हारा देह। पंचतत्व में... Hindi · दोहा 4 1 535 Share लक्ष्मी सिंह 14 Jul 2023 · 1 min read अति वृष्टि अति वृष्टि में सृष्टि फँसी,जग में हाहाकार। आई विपदा की घड़ी,पड़ी प्राकृतिक मार।। पहले प्यासी मृत धरा,थी सूखे की मार। अब बरसी है क्रोध में,करने लगी प्रहार।। होती रहती रात... Hindi · दोहा · बरसात 4 1 472 Share लक्ष्मी सिंह 9 Jul 2023 · 1 min read बच्चों के साथ बच्चा बन जाना, बच्चों के साथ बच्चा बन जाना, और बड़ों के साथ बड़ा। इतना आसान नहीं है, हर किरदार में उतरना खड़ा।। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 4 4 534 Share लक्ष्मी सिंह 9 Jul 2023 · 1 min read बुरा वक्त आप बुरे हो नहीं,अभी तो बुरा वक्त है । धैर्य धारण कीजिये,ये वक्त यदि सख्त है। छोड़ दुनिया की फिकर, खुद से प्यार कीजिये- नारी रूप तो सदा,खुद में ही... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 5 1 500 Share लक्ष्मी सिंह 9 Jul 2023 · 1 min read मैं और मेरी फितरत रही फितरत हमारी ये कि,मैं चुपचाप रहती हूँ। दिया जो ज़िन्दगी हँसकर,सितम संताप सहती हूँ। पचा लेती ज़हर सारे,सुधा में ढाल देती हूँ। अँधेरा हो जहाँ दीपक,जतन से डाल देती... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · विधाता छंद 10 12 181 Share लक्ष्मी सिंह 8 Jul 2023 · 1 min read हँसने-हँसाने में नहीं कोई खामी है। हँसने-हँसाने में नहीं कोई खामी है। हँसी तन मन की विटामिन है। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 1 229 Share लक्ष्मी सिंह 7 Jul 2023 · 1 min read फितरत सियासत की रही फितरत बदलने की,भरी छल से सियासत है। अदब से पेश आते हैं,कुशल कौशल नजाकत है। अजब फितरत सियासत की, हमेशा खेल खेले है। भरोसा क्या करें इन पर, झमेले... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गीत · विधाता छंद 7 10 229 Share लक्ष्मी सिंह 5 Jul 2023 · 1 min read फितरत रही अच्छी बुरी दोनों,यहाँ इंसान की फितरत। मगर दम तोड़ देती है,हृदय में पल रही हसरत। मुनाफा देखकर बनते,कई रिश्तें जमाने में, अजब अंदाज़ लोगों का, जहाँ मतलब वहीं शिरकत।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · विधाता छंद 9 5 205 Share लक्ष्मी सिंह 22 Jun 2023 · 1 min read योग धर्म आस्था से प्रथम,बना योग विज्ञान। योग विधा में थे निपुण,शिव शंकर भगवान।। शिव शंकर के बाद ही,हुआ योग प्रारंभ। वैदिक कालों से रहा,विदित वृहत स्तंभ।। गीता वेद पुराण में,भरा... Hindi · दोहा 2 3 312 Share लक्ष्मी सिंह 21 Jun 2023 · 1 min read योग आज विश्व को चाहिए,ऐसा एक विज्ञान। हितकारी सबके लिए,योग शक्ति संधान।। सामाजिक कल्याण की,एक विधा है योग। भौतिकवादी दौड़ में,जिससे रहे निरोग।। योग एक तकनीक है, मन को करे ससक्त।... Hindi · दोहा 5 4 172 Share लक्ष्मी सिंह 20 Jun 2023 · 1 min read चश्मा धीरे-धीरे आ गई,जीवन की वो शाम। बिन चश्मा होता नहीं,मुझ से कोई काम।। मुझ से कोई काम,न होता लिखना पढ़ना। उमर नजर का दोष,धुंधला सब कुछ दिखना। हर्ष और संघर्ष,चले... Hindi · कुण्डलिया 4 288 Share लक्ष्मी सिंह 18 Jun 2023 · 1 min read पिता पिता पिता सूर्य के उस प्रकाश के समान हैं, जिससे हमारा पूरा जीवन जगमगाता है। पिता हमारे भाग्य विधाता हैं। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 2 261 Share लक्ष्मी सिंह 13 Jun 2023 · 1 min read लक्ष्य लक्ष्य हीन है जो मनुज, पड़े उसे क्या फर्क। रहा भटकता दर बदर, बेमतलब का तर्क।। यूँ ही अपनी जिंदगी, करो नहीं तुम व्यर्थ। उस मकसद को ढ़ूंढ़ लो, जिसका... Hindi · दोहा 6 6 273 Share लक्ष्मी सिंह 12 Jun 2023 · 1 min read रुचि पूर्ण कार्य असल जिंदगी में हमें,तब आता आनंद। जब करते हैं हम वही,जो होता हमें पसंद।। कभी खत्म होती नहीं,पा लेने की दौड़। सोच-समझ कर कीजिये, पहले खुद पर गौर। लाभ कमाने... Hindi · दोहा 3 4 305 Share लक्ष्मी सिंह 12 Jun 2023 · 1 min read तुम से सिर्फ इतनी- सी इंतजा है कि - तुम से सिर्फ इतनी -सी इंतजा है कि - इस एक जन्म में मेरा साथ निभा देना। हो सके तो- मेरी खूबियों और खामियों को अपना बना लेना। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 2 514 Share लक्ष्मी सिंह 12 Jun 2023 · 1 min read तुम सात जन्मों की बात करते हो, तुम सात जन्मों की बात करते हो, अब तो रिश्ते सात दिन भी नहीं टिकते हैं। लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 2 399 Share लक्ष्मी सिंह 12 Jun 2023 · 1 min read आप वही करें जिससे आपको प्रसन्नता मिलती है। आप वही करें जिससे आपको प्रसन्नता मिलती है। कुछ और पा लेने की दौड़ कभी खत्म नहीं हौती है। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 2 325 Share लक्ष्मी सिंह 7 Jun 2023 · 1 min read जल से निकली जलपरी जल से निकली जलपरी, श्वेत सुनहरा रंग| अंग-अंग जादू भरा,मादकता के संग।। मुख रंजित ज्यों चंद्रमा,काया कनक किशोर। रजत किरण की रश्मियाँ, छिटक रही चहुँ ओर।। मुदित मदिर मंदाकिनी,उज्ज्वल स्वर्ण... Hindi · दोहा 2 2 453 Share लक्ष्मी सिंह 7 Jun 2023 · 1 min read जलपरी सच में होती जलपरी,या होती है ख्वाब। लेकिन इसकी बात तो,करते कई किताब।। दंतकथा में जलपरी,काल्पित जलीय जीव। रूप लावण्य से भरा,है सौन्दर्य अतीव।। कलाबाजियों से भरी,अद्भुत आकर्षक रूप। बीच... Hindi · दोहा 2 4 512 Share लक्ष्मी सिंह 4 Jun 2023 · 1 min read जो पड़ते हैं प्रेम में... जो पड़ते हैं प्रेम में,उसे कहाँ है चैन। हाय नींद आती नहीं,जगते सारी रैन।। अपना मन छलता रहा,छल कर किया तमाम। बेचैनी दिन रात की,मिले नहीं आराम।। आँखों में आराध्य... Hindi · दोहा · प्रेम 2 2 195 Share लक्ष्मी सिंह 3 Jun 2023 · 1 min read सुख दुःख मनुष्य का मानस पुत्र। सुख दुःख मनुष्य का मानस पुत्र। मन से जुड़ा है इसका हरएक सुत्र। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 455 Share लक्ष्मी सिंह 3 Jun 2023 · 1 min read जो ख्वाब में मिलते हैं ... जो ख्वाब में मिलते हैं ... वो नशीब में नहीं मिलते हैं.. -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 277 Share लक्ष्मी सिंह 2 Jun 2023 · 1 min read हथेली पर जो हथेली पर जो खिचीं है लकीर। क्या बतलाती है, सब की तकदीर? —लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 314 Share लक्ष्मी सिंह 1 Jun 2023 · 1 min read सोशलमीडिया जादू सोशल मीडिया, फँसा हुआ इंसान। अगर दिया है फायदा,काफी है नुकसान।। अब तो सोशल मीडिया,लगता सबसे खास, बूढ़े बच्चे सब यहाँ,करते टाइम पास। घर बैठे ही कर रहें,इस दुनिया... Poetry Writing Challenge · दोहा 2 515 Share लक्ष्मी सिंह 31 May 2023 · 4 min read सोशलमीडिया की दोस्ती विद्या नाम की एक लड़की सातवीं कक्षा में पढ़ती थी। वह बहुत प्रतिभाशाली होने के साथ-साथ बुद्धिमान भी थी। लॉकडाउन के दौरान उसको ऑनलाइन क्लास के लिए एक मोबाइल फोन... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता 4 6 194 Share लक्ष्मी सिंह 30 May 2023 · 1 min read तेरे संग मैंने तेरे संग मैंने जीना हँसना सीख लिया है, तुझ से अलग अब मेरा बजूद कहाँ है -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 469 Share Previous Page 2 Next