सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 25 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Nov 2021 · 1 min read मकां मेरे यार का *****मकां बना मेरे यार का (सजल)****** *********************************** 1212 2221 2212 222 मकां बना मेरे यार का हो मुबारक दिल से, जला अलख है प्यार का हो मुबारक दिल से। बड़े... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Nov 2021 · 1 min read क्या बात हुई क्या बात हुई (सजल) ***************** 1222 2112 बता क्या वो बात हुई, बिना तारों रात हुई। जला है दिलदार बहुत, कहीं घातक घात हुई। नहीं करना काम अभी, वही फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 302 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Nov 2021 · 1 min read खग व्योम ****** खग और व्योम (दोहावली) ****** ********************************** 1 नील व्योम है खिल उठा,खग करते हैं शोर। भू पर गाते - झूमते , नाच रहे हैं मोर।। 2 घन घोर घटा... Hindi · दोहा 496 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Nov 2021 · 1 min read नाम है बदनाम तेरा ********** नाम है बदनाम तेरा *********** ************************************* 1222 1222 1222 1222 बता मुझको ज़रा तुम तो भला क्या नाम है तेरा, सुना है हो रहा अब नाम ही बदनाम है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 197 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Nov 2021 · 1 min read हसरत छुपा सकते नहीं *हसरत छुपा सकते नहीं* ******************** हसरत छुपा सकते नहीं, दिल को दुखा सकते नही। है स्वार्थ की आंधी चली, रिश्ते निभा सकते नहीं। दिल में जहन में हैं पड़ी, यादें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 321 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Nov 2021 · 1 min read बाल दिवस की शुभकामनाएं बाल दिवस की शुभकामनाएं *********************** बाल दिवस की शुभकामनाएं, साथ खुशी से हम सब मनाएं। बच्चे होते सदा मन के सच्चे, भोले-भाले होते बहुत अच्छे, कभी न उन्हें कोई धमकाएं।... Hindi · गीत 337 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2021 · 1 min read नदी सा जीवन ***** नदी सा जीवन ***** *********************** जीवन नदी सा बहता रहे, गाथा जहां में कहता रहे। सब कुछ समेटे तल में सदा। यूं नीर फिर भी चलता रहे। ऊँचे पहाड़ों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 381 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2021 · 1 min read गुलाब हाइकु (गुलाब) 1 फूल गुलाब नहीं कोई जवाब टेढ़ा हिसाब। 2 गुलाबी रंग, बिगड़ते है ढंग चढ़ती भंग। 3 हुस्न शवाब, चढ़ता जाए जैसे नशा शराब। 4 कंटीले काँटे, चुभते... Hindi · हाइकु 1 1 484 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2021 · 1 min read दोस्ती दुश्मनी ** दोस्ती दुश्मनी से हारी** ********************* दोस्ती दुश्मनी से हारी है, भाग्य कर्म पर भी भारी है। करता सदा सेवा जो सबकी, लगता उन्हीं की ही बारी है। फैला जहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 525 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Nov 2021 · 1 min read मन बहुत उदास है ** मन बहुत उदास है ** ******************* मन बहुत ही उदास है, बात भी कुछ न खास है। इस अधूरे जहान में, आज कोई न पास है। खूब सब ढूंढ़ते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 318 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Nov 2021 · 1 min read ਸੁਣ ਗੱਲ **** ਸੁਣ ਗੱਲ **** **************** ਨੇੜੇ ਕੁ ਹੋ ਕੇ ਸੁਣ ਗੱਲ, ਆਜਾ ਮੇਰੇ ਨਾਲ ਚੱਲ। ਤੇਰੇ ਬਾਝੋਂ ਹੁਣ ਮੇਰਾ, ਸਰਣਾ ਨੀ ਇਕ ਪਲ। ਮੇਰੇ ਸਵਾਲਾਂ ਦਾ ਜੀ, ਤੇਰੇ ਕੋਲ ਹੀ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 232 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Nov 2021 · 1 min read सुन गल *****सुण गल****** ****************** नेड़े कु होके सुण गल, आजा मेरे नाल चल। तेरे बाझों हुण मेरा, सरना नी इक पल। मेरे सवालां दा जी, तेरे कोल ही है हल। कट्ठे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Nov 2021 · 1 min read नम आँखे **** आँखें नम क्यों है **** *********************** **** 222 222 22 **** *********************** जन जन की आँखें नम क्यों है, मन मे गहराया गम क्यों है। पग पग में काँटे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 393 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Nov 2021 · 1 min read यादों की बदली *यादों की बदली (सजल)* ********************* 2 2 2 2 2 2 2 2 ********************* यादों की बदली आती है, दिल को रहती तड़फाती है। मौसम तो आते - जाते हैं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 348 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Nov 2021 · 1 min read Sufferings are endless ***** Sufferings are endless ***** ********************************** Humen being are now restless, Circumstances are not harmless. How the life become a challenge, Life is becoming rapidly calmless. No one stake out... English · Poem 265 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Nov 2021 · 1 min read प्रेम सीमा *मनहरण घनाक्षरी* **************** **** प्रेम -सीमा*** **************** प्रेम की नहीं है सीमा, कोई चाहे न हो बीमा, शत्रु से वैर नहीं, होता जब भरोसा है। बेजुबान होते चाहे, जानवर प्यारे... Hindi · घनाक्षरी 2 1 283 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Nov 2021 · 1 min read नजर मिलाते रहो ****** नज़र मिलाते रहो ******* **************************** 2 2 2 1 2 2 1 2 2 1 2 नजरों से नजर तुम मिलाते रहो, कुछ सुन लो वचन कुछ सुनाते रहो।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Nov 2021 · 1 min read मेरा सतगुरु प्रगट होया **** सतगुरु प्रगट होया **** ************************ मेरा सतगुरु प्रगट होया, हमेश रहां गुरु च खोया। जिस दिन दा उस लड़ लगया, सारा दुख उस विच मोया। मैं तां गुर संग... Hindi · कविता 149 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Nov 2021 · 1 min read ਸਤਿਗੁਰੂ ਪ੍ਰਗਟ ਹੋਇਆ **ਸਤਿਗੁਰੂ ਪ੍ਰਗਟ ਹੋਇਆ ** ********************* ਮੇਰਾ ਸਤਿਗੁਰ ਪ੍ਰਗਟ ਹੋਇਆ, ਹਮੇਸ਼ ਰਹਾਂ ਗੁਰੂ ਵਿਚ ਖੋਇਆ। ਜਿਸ ਦਿਨ ਦਾ ਉਸ ਲੜ ਲੱਗਾ, ਸਾਰਾ ਦੁਖ ਉਸ ਵਿਚ ਮੋਇਆ। ਮੈਂ ਤਾਂ ਗੁਰੂ ਸੰਗ ਪ੍ਰੀਤ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 220 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Nov 2021 · 1 min read ख़ता है बता ख़ता है बता (सजल) **************** 2 2 1 2 2 1 2 **************** जी क्या ख़ता है बता, जो भी सजा है बता। गुमसुम हुए आप जो, कैसा नशा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Nov 2021 · 1 min read तेरी याद सताती है **तेरी याद सताती है ** ****************** 2 2 2 1 1 2 2 2 ***************** तेरी याद सताती है, जो दिन-रात रुलाती है। तेरे यार गिले - शिकवे, मेरा मूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Nov 2021 · 1 min read ਗੱਲ ਕੋਈ ਸਮਝ ਨਾ ਆਵੇ ****ਗੱਲ ਕੋਈ ਸਮਝ ਨਾ ਆਵੇ*** ************************** ਗੱਲ ਕੋਈ ਸਮਝ ਨਾ ਆਵੇ ਕੀ ਕਰਾਂ, ਸੁਣ ਮੱਥੇ ਤਿਊੜੀ ਚੜ੍ਹ ਜਾਵੇ ਕੀ ਕਰਾਂ। ਹੋ ਗਈ ਬੇਕਦਰੀ ਦੱਸ ਜੀਵਾਂ ਜਾ ਮਰਾਂ, ਨਿੱਕਲ ਗਤੇ ਮੰਜੇ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 238 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Nov 2021 · 1 min read छुपाना भी नहीं आता ** छुपाना भी नहीं आता (सजल)** ***************************** 1222 1222 1222 ***************************** मुझे दुख को छुपाना भी नहीं आता, कभी अपना बनाना भी नहीं आता। दुखाते हैं यहाँ दिल को जगत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 552 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Nov 2021 · 1 min read तेरी याद *तेरी याद (सजल)* **************** याद तेरी फिर आई, ऑंख मेरी भर आईं। रात बीती दिन आया, ना नजर तू पर आई। प्यार खोया है जबसे, साथ छोड़ा है जबसे, है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 341 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Nov 2021 · 1 min read भैयादूज **** भैया-दूज (गीत) **** ********************** भैया-दूज का पर्व निराला है, बहन को भाई बहुत प्यारा है। चाँद-सूरज अमर होते जैसे, बहन-भाई सकुशल रहें वैसे, भ्राता तो आँखों का तारा है।... Hindi · गीत 1 1 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Nov 2021 · 1 min read वियोग के दोहे ********* वियोग के दोहे ******** ***************************** 1 हृदय में है अगन लगी,भीगें दोनों नैन। जोगन मीरा प्रेम में,लूटा हिय का चैन।। 2 प्रीत में है मगन हुई,भूल गई संसार। पागल... Hindi · दोहा 1k Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Nov 2021 · 1 min read जाम पीने का क्या फायदा *जाम पीने का क्या फायदा* ************************ जाम पीने का क्या है फायदा, चढ़ती कम कहीं उतरती ज्यादा। नशा मुहब्बत का उतरता नहीं, बस इश्क करने का हो कायदा। कोई कुछ... Hindi · कविता 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Nov 2021 · 1 min read खफ़ा ही रहा **** खफ़ा ही रहा (गजल) **** *2 1 2 2 1 2 2 1 2 2 1 2* ************************** दर हमारा सनम यूं खुला ही रहा। नींद में भी तुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Nov 2021 · 1 min read कौन कहाँ से आई ** कौन कहाँ से आई ** ******************* तुम कौन , कहाँ से आई, रातों की नींद उड़ाई। शान्त बह रहा था सागर, प्रवाह की गति बधाई। कलरव से गूँजता गगन,... Hindi · कविता 212 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Nov 2021 · 1 min read माटी के दीप जलाओ *माटी के दीप जलाओ* ****************** माटी के दीप जलाओ, दीवाली खूब मनाओ। घर - घर मे दीप जले हैं, घी से भर दीप जलाओ। भाई-भाई प्रेम करो जी, आपस मे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 161 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Nov 2021 · 1 min read दीवाली की हार्दिक बधाई *दीवाली की हार्दिक बधाई* ********************** दीवाली की हार्दिक बधाई, खाओ मिल कर सारे मिठाई। माता - लक्ष्मी मिलता सहारा, सुख-समृद्धि पूंजी भी बढाई। आपस मे बांटों तोहफ़े सब, खुश दिखतें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Nov 2021 · 1 min read घर घर दीप जले मनहरण - घनाक्षरी *************** **घर-घर दीप जले* **************** घर - घर दीप जले, खुशियों के पल मिले, सभी के मन खिले, आई आज दीवाली है। गुलाब सा दिल खिला, रोम... Hindi · घनाक्षरी 1 545 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Nov 2021 · 1 min read कोई काम न आया **** कोई काम न आया ***** ************************* चाहे अपना हो चाहे पराया, मौके पर कोई काम न आया। हर कोई अपना मतलब साधें, बंटते नफे में आधे - आधे, कभी... Hindi · गीत 178 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Nov 2021 · 1 min read तू ही खास आजकल तू ही तो है खास आजकल ********************** तू ही तो है खास आजकल, दिल जो तेरे पास आजकल। हाथों को यूं देखकर जुड़े हुए, लगता हूँ मैं दास आजकल। बदली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 131 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Nov 2021 · 1 min read लो फिर आई है दीवाली लो फिर आई है दीवाली ******************* लो फिर आई है दीवाली, सूखी फ़ीकी है दीवाली। रंगों बिन है आलम सूना, सूनी - सूनी है दीवाली। अंधेरे में डूबा जीवन, तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 167 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Nov 2021 · 1 min read हरियाणा सरजमी ******* हरियाणा सरजमी ******* ***************************** हरियाणा सरजमीं दिल से सलाम है, विश्व पटल पर सदा चमकता नाम है। पंजाब जन्मभूमि जननी से जन्मा था, 1 नवंबर 1966- पूर्ण राज्य बना... Hindi · गीत 195 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Oct 2021 · 1 min read यारो मिल जाय जरा *यारो मिल जाओ ज़रा* ******************* यारो मिल जाओ ज़रा, महफ़िल में आओ ज़रा। भूले - बिसरे हम यहाँ, यादों में ढूढों ज़रा। अफ़साने वो प्यार के, गीतों में गाओ ज़रा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Oct 2021 · 1 min read हाल मेरा गरीब हाल मेरा गरीब (ग़ज़ल) ****************** वो बहुत खुशनसीब है, जो हृदय के करीब है। सामना कर सके न हम, देखता वह अजीब है। जिंदगी आज ख़ास है, खुल गया ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 319 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Oct 2021 · 1 min read Fit and fine **** Fit And Fine *** ********************* Hello, how are you? Almost fit and fine. Please take water, No,like to have wine. Do you like sweets, Will take after dine. Face... English · Poem 231 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Oct 2021 · 1 min read अज़नबी *** अज़नबी (ग़ज़ल) *** ********************* अज़नबी ख़ूब तुम छाये हो, प्रेम संदेश तुम लाये हो। तुम पराये यहाँ दिखते हो, कौन से देश से आये हो। भँवरे की तरह भरमाया,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Oct 2021 · 1 min read Lustful bad desire Lustful Bad Desire ******************* Saying all is well, Looking as satire, Fault in thoughts, Reason arising fire. Pulling leg behind, Getting steps tire, Not profit no loss, On duty being... English · Poem 1 275 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Oct 2021 · 1 min read Heart is broken *** Heart is broken ** ********************** No need of any token, When heart is broken. Sword seems useless, While words spoken. All go through in vain, Fruits are more rotten.... English · Poem 348 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Oct 2021 · 1 min read तुम भी मजा चखना **तुम भी मजा चखना** ******************** नहीं कोई मिला अपना, नहीं पूरा हुआ सपना। मुझे कुछ भी नहीं दिखता, हमें दिल में सदा तकना। बहारों से भरा मौसम, ज़रा तुम भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Oct 2021 · 1 min read निर्दोष बिन दोष फंस रहा *निर्दोष बिन दोष फंस रहा* *********************** खामोश हैं लोग ना वश रहा। निर्दोष बिन दोष है फंस रहा। ना सामने से करे कोई वार भी, है नाग काला यहाँ डस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 169 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Oct 2021 · 1 min read Life is so precious Life is so precious, ******************* Life is so seriius, Please be serious. Do not bother dear, Do not be hilarious. Take step carefully, Winds are furious. Noesis is strength, Always... English · Poem 517 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Oct 2021 · 1 min read मेहरबानी होगी **** मेहरबानी होगी (ग़ज़ल) ***** ***************************** तुम हो जाओ मेरी मेहरबानी होगी, मैं - तुम ना हो देरी मेहरबानी होगी। टूटे मन जीवन में फिर से ना है जुड़ते, हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 181 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Oct 2021 · 1 min read Keep the life in motion Keep The Life in Motion ************************* Sensitivity of emotions Keep the life in a motion Happiness and sadness Important life's notions Having no way to survive Just to have precautions... English · Poem 394 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Oct 2021 · 1 min read जाति-जहर जाति-जहर ************ मार्केट में आ गया, बिल्कुल पुराना पर नया-नया, काम करता है झट पहर, नाम उसका जाति-जहर, बेशक नहीं है विष में कोई मेवा, परन्तु बहुत ही है यह... Hindi · कविता 1 225 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Oct 2021 · 1 min read कौन थी वो ** कौन थी वो ** ************** कौन थी वो, सब कुछ जान कर भी, मौन थी वो, प्यार जताना भी नहीं, चाहती थीं वो, चाह कर भी प्रेम छिपाना नहीं,... Hindi · कविता 1 187 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Oct 2021 · 1 min read भर्या की दारू दवाई ***** भर्या ही दारू-दवाई ****** ************************** सुनो-सखी करवाचौथ पर्व आया है, मेरे मन में फिर से डर समाया है। पतिदेव तन-मन स्वामी हो दीर्घायु, बाल भी बांका न हो लगे... Hindi · कविता 220 Share Previous Page 25 Next