सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 26 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Oct 2021 · 1 min read करवाचौथ गीत ******* करवाचौथ-गीत ******* *************************** औरतें हर्षित पुलकित हो जाती हैं, करवाचौथ का त्योहार मनाती हैं। निश दिन रह कर निर्जला व्रतधारी, पति हो दीर्घायु करती विनती सारी, सूर्योदय से पूर्व... Hindi · गीत 294 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Oct 2021 · 1 min read माहिया मधुशाला(माहिया) *************** 1 सुनहरी बालों वाली, मृग सी चाल चले, हो मेरी घरवाली। 2 जुल्फें हों घनी भारी, नजर नशीली सी, हृदय पर चले आरी। 3 गौरी - गौरी काया,... Hindi · कविता 305 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Oct 2021 · 1 min read जाम पीना आ गया **जाम पीना आ गया (ग़ज़ल) ** ************************** सर्द रात में भी पसीना आ गया। बड़े रंज में जाम पीना आ गया। जहाँ मौज भरती सदा से हाज़िरी, सप्त रंग वाला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 421 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Oct 2021 · 1 min read अलकें ************** दोहा *************** ********************************** 1अलक अलकें बिखरी गाल पर,करती फिरे शिकार। हुस्न के मस्तानों सुनो,कातिल रूप अपार।। 2 पलक खोलो तो पलकें ज़रा,खड़ा हुआ करतार। लगी हृदय में आग है,... Hindi · दोहा 349 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Oct 2021 · 1 min read प्रेम की बाजी हार गया प्रेम की बाजी हार गया (ग़ज़ल) ************************ दिल प्रेम की बाजी हार गया, हर बार डूबा ना उस पार गया। छोड़ा उसे जब से हमने सखा, सुंदर सलोना सा संसार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 178 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Oct 2021 · 1 min read प्यार जिस्मानी **** प्यार जिस्मानी (ग़ज़ल) *** ************************** प्यार हो गया जिस्मानी आजकल, राह भटकती जवानी आजकल। देख तो जरा बिगड़ती आबोहवा, रूह काँपती रुहानी आजकल। प्रेम जो नहीं टिका आधार पर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 374 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Oct 2021 · 1 min read चिट्ठियाँ ***** चिट्ठियाँ (ग़ज़ल) ***** ************************ हाथ लग गई पुरानी चिट्ठियाँ। जान से बहुत दुलारी चिट्ठियाँ। शाम को मिली गिरी थी कहीं से, स्वर्ण सी लगी सुनहरी चिट्ठियाँ। यार प्यार में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 414 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Oct 2021 · 1 min read यादें खट्टी मिट्ठी यादें ************* लो फिर आ गई, तेरी दर्द भरी याद, जब हाथ लग गई, वो प्रेमभरी चिट्ठिया, जो समेटे हुए थी, तेरा मेरा वाद विवाद, ओर मधुर संवाद,... Hindi · कविता 229 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Oct 2021 · 1 min read मतदान महादान ****मतदान -महादान *** ********************* जागो मतदाता जागो रे, लालच मन से त्यागो रे। मदारी आये खेल दिखाने, तमाशा देख कर भागो रे। तरह-तरह के लोभ भी देंगे, लोलुपता से दूर... Hindi · कविता 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Oct 2021 · 1 min read हमारा जहां ** हमारा जहां ** *************** तुम जहाँ मैं वहाँ, हो हमारा जहां। प्रेम मन - पटल पर, मिट न जाए निशां। खो गये तुम कहीं, तुम्हें ढूंढू कहाँ। तुम बिना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Oct 2021 · 1 min read जीना सीख लिया जीना सीख लिया (ग़ज़ल) ********************* तुम बिन जीना सीख लिया, गम को पीना सीख लिया। पग - पग मिलते घाव हमें, मर कर जीना सीख लिया। खोया हमने प्यार यहाँ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Oct 2021 · 1 min read मैं तुम हम ** मैं-तुम-हम ** ************** तुम बिना मैं नहीं, मैं बिना तुम नहीं। मैं -तुम से हम हैं, हम से मैं-तुम हैं। जब से मैं-तुम-हम, फिर है कैसा गम। हम ही... Hindi · कविता 244 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Oct 2021 · 1 min read दहशत फैला रहा *दहशत फैला रहा (ग़ज़ल)* *********************** दहशती दहशत फैला रहा, कुदरती कुदरत अब ना रहा। रोक उसको वो है चल रहा, फितरती फितरत में जा रहा। वो सदा समझे खुद को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 191 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Oct 2021 · 1 min read बिगड़ी आबोहवा ***बिगड़ी आबोहवा (ग़ज़ल)*** ************************** उठ रहा काला धुंआ आज कल, बुझ रहा जलता दीया आजकल। जाति तक सीमित है इंसान अब, देश की मजहब भाषा आजकल। है सभी की बिगड़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 176 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Oct 2021 · 1 min read ख्वाब ***** रमणीय ख्वाब ***** ********************** हम तुम्हे दिल में ही बसा लेते, अगर तुम रमणीय ख्याब होते। हम कभी पीते मय को नहीं हैं, हम नशीले नैनों में नवाब होते।... Hindi · कविता 1 1 493 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Oct 2021 · 1 min read तोता मैना तोता-मैना(माहिया) *************** 1 कंधे बैठा तोता, अबला से कहता, दिनभर मैं हूँ रोता। 2 तोते से वो बोली, क्या मैना रूठी, थी तेरी हमजोली। 3 चोंच भरी मय पी ली,... Hindi · कविता 200 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Oct 2021 · 1 min read हर रोज रावण आ रहा *हर रोज रावण आ रहा (ग़ज़ल)* ************************** हर रोज सामने रावण आ रहा, है ख़ौफ़ ही सदा मन में छा रहा। उस रोज था जलाया लंकेश को, फिर से कहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 203 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Oct 2021 · 1 min read पावन पर्व दशहरा **पावन पर्व दशहरा (चौपाई)** ************************* पावन पर्व दशहरा आया। खुशियों की झोली भर लाया।। छल - बल रावण सीता छीनी। सती सावित्री अबला दुख दीनी।। लंका पर थी चढ़ी चढ़ाई।... Hindi · कविता 212 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Oct 2021 · 1 min read प्रेमदीप ******* प्रेम का दीप ******* ************************ मिल कर प्रेम का दीप जलाएंगे नफरत को जड़ से हम मिटाएंगे माया मोह ठगनी कर बहिष्कार खुदगर्जियों को पथ से हटाएंगे प्रेम की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Oct 2021 · 1 min read ਮਾ ਕਾਂ ਦਰਬਾਰ ***** ਉਂਚਾ ਹੈ ਦਰਬਾਰ (ਮਾਂ ਕਿ ਭੇਂਟ) **** ******************************** ਸਬ ਤੋਂ ਉੱਚਾ ਹੈ ਸਿੰਹਾਸਨ ਮਾਂ ਸ਼ੇਰਾਵਾਲੀ ਦਾ, ਸਬ ਤੋਂ ਸੋਹਣਾ ਹੈ ਦਰਬਾਰ ਮਾਂ ਸ਼ੇਰਾਵਾਲੀ ਦਾ। ਮਾਂ ਬਿਨਾਂ ਜਗ ਤੇ ਬੱਚਿਆਂ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 221 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Oct 2021 · 1 min read माँ का दरबार ******************************** **** ऊँचा है दरबार (माँ की भेंट) ***** ******************************** सब तो उच्चा सिहांसन माँ शेरावाली दा, सब तो सोहणा दरबार माँ शेरावाली दा। माँ बिना बच्चयाँ दा जग ते... Hindi · गीत 380 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Oct 2021 · 1 min read बोलो जय जयकार मैया रानी की बोलो जय जयकार मैया रानी की ************************** बोलो जय जय कार मैया रानी की, करती है नैया पार मैया रानी की। बिगड़े कारज पल में है सँवारती, सुबह-शाम जो जन... Hindi · गीत 1 1 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Oct 2021 · 1 min read बदलता मौसम **बदलता मौसम (ग़ज़ल)** ********************** मौसम बदलता ही जा रहा, बादल गरजता ही जा रहा। है देख कर नंगा नाच वहाँ, आँचल सिमटता ही जा रहा। की कोशिशें हैं तम ने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 267 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Oct 2021 · 1 min read बसेरा जगत दो दिन का बसेरा है ********************* यहाँ कुछ भी नहीं तेरा है, जगत दो दिन का बसेरा है। मोह - माया में रहे खोया, रहता दिन में भी तू... Hindi · गीत 378 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Oct 2021 · 1 min read दो दिन का बसेरा ****सुन तो ज़रा (ग़ज़ल)*** *********************** दिल की है बात सुन तो ज़रा, आई बरसात सुन तो ज़रा। तारो ने भी दुहाई भरी, कातिल है रात सुन तो ज़रा। सोचो समझो... Hindi · गीत 212 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Oct 2021 · 1 min read सुन तो ज़रा ****सुन तो ज़रा (ग़ज़ल)*** *********************** दिल की है बात सुन तो ज़रा, आई बरसात सुन तो ज़रा। तारो ने भी दुहाई भरी, कातिल है रात सुन तो ज़रा। सोचो समझो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 281 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Oct 2021 · 1 min read किनारा भी नही आया किनारा भी नहीं आया 1222 1222 (ग़ज़ल) ****************** यहाँ कोई नहीं आया, कसम से ही नहीं आया। जहां भी देख कर हारे, बकाया भी नहीं आया। सभी से पूछ कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 172 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Oct 2021 · 1 min read आये मैया के नवराते **आये मैया के नवराते (भेंट)** ************************* आये - आये हैं मैया के नवराते, घर-घर मे हो रहें हैं खूब जगराते। माँ शेरांवाली जगदम्बे महामाई, कर शेर की सवारी मैया है... Hindi · गीत 1 342 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Oct 2021 · 1 min read सुन्दर सजा दरबार **सुन्दर सजा दरबार (माँ की भेंट)** ***************************** सुन्दर सजा है दरबार मैया रानी का, फल-फूलों भरा दरबार मैया रानी का। दुर्गा माता के नौ नवरात्रे हैं आए, देवी रूपों से... Hindi · गीत 2 1 255 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Oct 2021 · 1 min read गुमशुदा सी गुमनाम है जिंदगी *गुमशुदा सी गुमनाम जिंदगी (ग़ज़ल)* ****************************** गुमशुदा सी गुमनाम है जिंदगी, ग़मज़दा सी अब आम है जिंदगी। कब मिला है इंसाफ दिल को भला, अब यहाँ तो हररोज बदनाम है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 343 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Oct 2021 · 1 min read दुश्मन घर बुला रहा है दुश्मन घर बुला रहा है (गज़ल) ************************ दुश्मन घर में क्यों बुला रहा है, हिसाब बाकी जो चुका रहा है। सुना चलेगा चाल यार कोई, करीब सीने से लगा रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 192 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Oct 2021 · 1 min read ਮੇਰੇ ਦਿਲ ਦੇ ਹੁਜ਼ੂਰ ***ਮੇਰੇ ਦਿਲ ਦੇ ਹੁਜ਼ੂਰ (ਭਜਨ)*** ************************** ਮੇਰੇ ਦਿਲ ਦੇ ਹੁਜ਼ੂਰ ਰੁਸਵਾਂ ਹੋ ਗਿਐ, ਦੂਰ ਨਜ਼ਰਾਂ ਤੋਂ ਹੁਜ਼ੂਰ ਪਰਾਂ ਹੋ ਗਿਐ। ਕੀ ਕਰਾਂ ਮੈਂ ਨਾ ਵਸ ਮੇਰਾ ਚੱਲਦਾ, ਵਾਂਗ ਫਮੁੜੇ ਫਿਰਾਂ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 1 1 280 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Oct 2021 · 1 min read मेरे दिल के हुजूर *** मेरे दिल दे हुजूर (भजन)*** ************************** मेरे दिल दे हुजूर रुसवां हो गए, दूर नजरां तों हुजूर परां हो गए। की करां मैं ना वस मेरा चलदा, वांग भमूड़े... Hindi · गीत 317 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Oct 2021 · 1 min read ਚਿੜੀਆਂ ਦਾ ਚੰਬਾ ** ਚਿੜੀਆਂ ਦਾ ਚੰਬਾ ਕੁੜੀਆਂ ਦਾ ਠਿਕਾਣਾ ** ********************************* ਚਿੜੀਆਂ ਦਾ ਚੰਬਾ ਹੁੰਦਾ ਕੁੜੀਆਂ ਦਾ ਠਿਕਾਣਾ, ਮਾਰ ਉਡਾਰੀ ਪਲ਼ ਵਿਚ ਹੁੰਦਾ ਝੱਟ ਉੜ ਜਾਣਾ। ਕੋਈ ਕਦੇ ਨਹੀਂ ਵਿੱਖਦਾ ਸਿਰ ਦਾ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 1 1 286 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Oct 2021 · 1 min read चिड़ियाँ दा चंबा ********************************* ** चिड़ियाँ दा चंबा कुड़िया दा ठिकाना ** ********************************* चिड़ियाँ दा चंबा हुँदा कुड़िया दा ठिकाना, मार उडारी पल विच हुँदा झट उड़ जाना। कोई कड़े वी नी विखदा... Hindi · गीत 1 415 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Oct 2021 · 1 min read मौत मुनासिब नहीं है मौत मुनासिब नही है (भजन) *********************** मौत मुझको मुनासिब नहीं है, मौत की वजह वाजिब नहीं है। क्या करें अपनों ने ठुकराया, दर - चौखटों से दूर भगाया, प्रेम भाग्य... Hindi · गीत 1 180 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Sep 2021 · 1 min read बंद ना हो आना जाना बंद ना हो आना-जाना(ग़ज़ल) *********************** सुन ज़रा दिल का अफसाना, लो ज़रा दिल का नजराना। ना मिली हम को राहत भी, प्यार का भुगता हर्जाना। तुम बताओ चाहत अपनी, छोड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 389 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Sep 2021 · 1 min read वीर शहीद भगत सिंह * वीर शहीद भगत सिंह (गीत) * ************************** भगत सिंह लाल दुलारे भारत के, रहोगे आँख के तारे भारत के। छोटी उम्र में काम बहादुरी के, चढ़ती जवानी दाम आज़ादी... Hindi · गीत 360 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Sep 2021 · 1 min read खता हम से **खता हम से (ग़ज़ल)** ******************** हो गई क्या खता हम से, क्यों हुए हो खफ़ा हम से। क्यों नज़र है झुकी तेरी, ऑंख तो भी मिला हम से। मत छुपा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 241 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Sep 2021 · 1 min read If U Want Success If you doth want success in life Be trust in God besides hard work Control doth whole unwanted desires Having high thinking with simple living Not hurt anyone with intention... English · Poem 1 1 327 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Sep 2021 · 1 min read चूड़ियाँ नहीं हथकड़ी हैं ***** चूड़ियाँ नहीं हथकड़ी हैं **** **************************** चूड़ी नहीं यह प्यार की हथकड़ी है, पहनकर जिसको सुंदर स्त्री खड़ी है। हाथों में खन -खन जब खनकती है, प्रीतम की जान... Hindi · गीत 1 184 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Sep 2021 · 1 min read आदमी आदमी का दुश्मन *** आदमी आदमी का दुश्मन (गजल) *** ****** 221 212 221 212 212 ***** ********************************** आदमी आदमी की जान का दुश्मन हो गया, जो प्रेम से भरा था खोखला बर्तन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 416 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Sep 2021 · 1 min read गौरी राह निहारे दर पर बैठी गोरी राह निहारे (विरह-गीत) ******************************* दर पर बैठी गोरी राह निहारे, पिया जी अब तक क्यों नहीं घर पधारे। चिंता में लीन नार कुछ नहीं बोलती, विचारों... Hindi · गीत 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2021 · 1 min read जय माता शेरांवाली ***** शेरांवाली माँ (भेंट) ****** *************************** शेरांवाली शेर पर सवार आई है, पीछे-पीछे भक्तों की कतार आई है। ऊंचे पर्वत हैं निवास मैया रानी का, जन गण मन में वास... Hindi · गीत 184 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2021 · 1 min read बन्ना-बन्नी *** बन्ना-बन्नी (गीत) *** ******************** बन्नी को है बन्ना मिल गया, हीर को रांझा मिल गया। चोरी - चोरी नजरें मिली, लाखों में हैं खुशियाँ मिली, जैसे किनारा मिल गया।... Hindi · गीत 1 496 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2021 · 1 min read शेरांवाली माँ की भेंट ***** शेरांवाली माँ (भेंट) ****** *************************** शेरांवाली शेर पर सवार आई है-2 पीछे-पीछे भक्तों की कतार आई है-2 ऊंचे पर्वत हैं निवास मैया रानी का-2 पहाड़ों से शीतल सी बयार... Hindi · गीत 1 1 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2021 · 1 min read वैष्णो मैया ******* वैष्णो मैया (भेंट) ****** *************************** वैष्णों मैया मूर्त बड़ी प्यारी - प्यारी, जगत में महिमा है तेरी न्यारी-न्यारी। त्रिकुटा गिरींद्र निराला सुंदर धाम है, गरूड़ वाहिनी वैष्णवी को प्रणाम... Hindi · गीत 1 1 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Sep 2021 · 1 min read माड़े नसीबा तो हारे माड़े नसीबां तो हारे **************** गल सुण नी मुटियारे, मरदे न तेरे ते कुँवारे। जिंद जान तैथों वारी, खड़े हुण तेरे ही द्वारे। सदा खुलियाँ न बाहाँ, खुले न छत... Hindi · गीत 217 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Sep 2021 · 1 min read ਮਾੜੇ ਨਸੀਬਾਂ ਤੋਂ ਹਾਰੇ ਮਾੜੇ ਨਸੀਬਾਂ ਤੋਂ ਹਾਰੇ **************** ਗੱਲ ਸੁਣ ਮੁਟਿਆਰੇ, ਅਸੀਂ ਹਾਂ ਤੇਰੇ ਸਹਾਰੇ। ਆਸ ਲਾਈ ਤੇਰੇ ਕੋਲੋਂ, ਖੜੇ ਹਾਂ ਤੇਰੇ ਦਵਾਰੇ। ਹੈ ਖੁੱਲੀਆਂ ਨ ਬਾਹਾਂ, ਖੁੱਲੇ ਛੱਤ ਤੇ ਚੁਬਾਰੇ। ਮੱਤ ਮਾਰ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 1 1 318 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Sep 2021 · 1 min read यार दो चार हैं **** यार दो चार हैं (ग़ज़ल) **** **** 212 212 212 212 **** *************************** यार दो चार हैं ताश ही चाहिए, जाम तैयार है खास ही चाहिए। साथ हो हमसफर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 459 Share Previous Page 26 Next