शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 1130 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 22 Next शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 23 Nov 2020 · 1 min read आत्मिक झरना उस उनींदी नींद के बस, मोह की दीवार पर क्यों, क्षणिक, व्याकुल संकुलों में, चेतना की शुद्ध मूरत, है समेटे अखिलता को, देखता शुभ चाँदनी, क्या सोचता है नर धनी... Hindi · कविता 2 453 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Oct 2020 · 1 min read उत्स जय का खोजता हूँ है मरण भी दूर मुझसे, ध्येय की है धरा निर्मल, मिट गए हैं द्वेष स्थिर, बस निशा बाकी है हल्की, कूँजती विजय-कोकिल की ध्वनि, रिस रही है मंद गति से,... Hindi · कविता 1 331 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 May 2020 · 1 min read अपनी पीड़ा किसे कहूँ शान्त पड़ गए चित्त चितेरे, भाषा की परिभाषा क्लान्त, भग्न देह पर शेष बचा है, यौवन ज्वर का एक प्रमाण, अगणित भूधर ख़ाक हो गए, इसे देखकर किसे सहूँ, हे... Hindi · कविता 1 585 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 May 2020 · 1 min read प्रिय! सिंह सा दहाड़ना स्वीकृति के रूष्ट राग में, संशय के जब द्वार खुले हों, अतुल, निरन्तर, अवरोधों के, सम्मुख हो पाषाण खड़े हों, भय सीमा में घिर जाने पर, अंतःकरण को पुकारना, प्रिय!सिंह... Hindi · कविता 1 1 305 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 May 2020 · 1 min read @@शब्द भूल गएँ हैं गीत@@ प्रेम पिघल जाता है जब, वसुधा पर दुःख अनन्त हों, रश्मि यहाँ जब रही अकेली, सतरंगी संगीत वह कहती, क्षीण-क्षीण जब हुआ हृदय है, रहा न निकट कोई भी मीत,... Hindi · कविता 1 519 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 May 2020 · 1 min read ###बन्धन थे वह टूट गए हैं### बन्धन थे वह टूट गए हैं, निष्ठुरता भी कहाँ ठहरती, संकल्पों की उठी अग्नि में, बुद्धि अपना हवन है करती, क्षुद्र संकटों से न घबराकर, निज कौशल की नाव बनाएँ,... Hindi · कविता 1 1 629 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Apr 2020 · 1 min read ##कब मिटेगी जीवन की कारा## संक्षिप्त जीवन की धुरी में, याद आते जो पुष्पपथ पर, दूर तक दिखता न कोई, हाय! यह कैसा समय है, हर दिशा है रिक्त सूनी, पर भरा है दुःख सारा,... Hindi · कविता 2 589 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Mar 2020 · 1 min read ️⭐अभी हार नहीं मानूँगा️⭐ सधे धैर्य से संयम रखकर, प्रतिक्षण पथ पर सम्भल सम्भलकर, हृदय में अप्रितम भाव जगाकर, युद्ध भूमि पर कण्टक क्यों न मिलें, विजय का अन्वेषण कर डालूँगा, अभी हार नहीं... Hindi · कविता 1 398 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 22 May 2019 · 1 min read परिणाम आ रहें हैं,परिणाम आ रहें हैं हाथों के इशारे कमल खिला रहे हैं, परिणाम आ रहें हैं,परिणाम आ रहें हैं। देखेंगे भैया पप्पू बाँहें हैं ऊपर करते, चुनाव हार कर वह इटली पसन्द करते, देखिये के... Hindi · मुक्तक 292 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 May 2019 · 1 min read जो प्रेम रँग में रँगा हुआ है नई प्रीति है नई उमंगें, अवसर का है 'भाव' समुन्दर, भाव जगे हैं हृदय नेत्र से, अब देखेंगे वह अनन्त पर, खोजेंगी हर एक नया ढंग, जग में देखेंगी वह... Hindi · कविता 246 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Apr 2018 · 1 min read ✍✍काश्मीर का एक दरिंदा, नाजुक तन को कुचल गया✍✍ आह भी कैसे निकली होगी, उस बेटी से पीड़ा की, कोमल तन पर उस कुत्ते ने जंजीरों से क्रीड़ा की, तनिक भी रहम न उपजा दिल में,जो बालक पर ही... Hindi · कविता 1 265 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Mar 2018 · 1 min read ✍✍हरे जो मन की पीरों को, अगर कोई मित्र ऐसा हो✍✍ हरे जो मन की पीरों को, अगर कोई मित्र ऐसा हो, हृदय वेदना को जो दूर कर दे, अगर कोई मित्र ऐसा हो, समीप में बैठकर जो कभी-कभी गुफ़्तगू कर... Hindi · गीत 338 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 18 Mar 2018 · 1 min read ???हनुमत सहाय करो अब मेरी??? हनुमत सहाय करो अब मेरी, जन्म बीति रह्यो मेरो भगवन कब लो लगाऊँ टेरी, अँखियाँ बरसे पुनि-पुनि मेरी हरहुँ विपति प्रभु सिगरी, हाथ पसारूँ अरु का करि डारु परो रहो... Hindi · मुक्तक 305 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Mar 2018 · 1 min read ✍✍भई,शुद्ध वायु अब नहीं शहर में✍✍ वायु हुई विष से भी विषैली, साँसों में घुसती मृत्यु की थैली, प्रकृति बदलता पागल यह नर, बुरे नतीज़े न सोचे अक्सर, कैसे जिएंगे मृत्यु के घर में, भई,शुद्ध वायु... Hindi · कविता 599 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 15 Mar 2018 · 1 min read ??विचारों का प्रयोजन= सही व उचित निर्णय=उद्देश्य प्राप्ति?? प्रयोजन संग उठते विचार, मन को देते स्फूर्ति अपार, साहस संचय की करते पुकार, अगणित टक्कर दें बार-बार, मत सोचो ऐसे दीन वचन, क्षीण करें जो उद्देश्य तपन।।1।। मन के... Hindi · कविता 235 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Mar 2018 · 1 min read ****धीर धरो, मत व्याकुल हो**** लक्ष्य प्राप्ति की आशा में, जीवन संघर्ष की परिभाषा में, हिम सी शीतलता अपनाकर, ज्ञान का तेजस्वी दीप जलाकर, भ्रमित न हो, नहीं कायर हो, धीर धरो, मत व्याकुल हो॥1॥... Hindi · कविता 591 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 9 Mar 2018 · 1 min read ***होली के हुलारे रंग*** होली के हुलारे रंग, बरसेगें अंग-अंग, उल्लास के संग अरु प्रीति के आनन्द में, हर्ष की वेला में बरसे जब लाल रंग, लोगन के मुख को मिलाओ वानर संग में,... Hindi · मुक्तक 397 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Mar 2018 · 1 min read ✍✍मिलन ऐसा हो होलिका पर,द्वेष मिट जाएँ सभी के✍✍(होली की शुभकामनाओं सहित) मिलन ऐसा हो होलिका पर,द्वेष मिट जाएँ सभी के, प्रेम की गंगा बहे धरा पर, मैल मिट जाएँ सभी के, सुख की वर्षा हो गगन से,अवसाद अदृश्य हो जाएँ उर... Hindi · कविता 278 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Feb 2018 · 1 min read ??व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की?? व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की, धीर धरे जो विपति काल में हर प्रकार की, मार्ग उदय हो और लक्ष्य मिले, जो भ्रमित न हो, शुभ सोच... Hindi · कविता 1 346 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Feb 2018 · 3 min read प्रिया-प्रियतम संवाद केन्द्र बिन्दु---वही चिर परचित पकौड़ा (चाय-पकौड़ा श्रंखला कविता संख्या-03) प्रिया उवाच:- प्रिया ने बड़े प्रेम प्रियतम को पुकारा, आँखों से देकर तिरछा सा इशारा, बुरे वक्त में कौन किसका सहारा ? कुछ तो करो, अब होता न गुजारा, सरकारें... Hindi · कविता 367 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 11 Feb 2018 · 1 min read ✍चाय चाय करते रहे....(चाय-पकौड़ा श्रृंखला दोहा, कविता क्रमांक-02)✍ चाय चाय करते रहे,तन से निकली हाय, पकौड़ा अब तैयार हैं, तब तो छानो चाय।।1।। पकौड़ा बेचन में चला, मन में राखी खोट, लाभ हुआ या हानि हुई, न देंगे... Hindi · दोहा 1 1 809 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Feb 2018 · 1 min read ✍गरीब भी अमीर भी अब पकौड़ा खाएगा✍(चाय-पकौड़ा श्रृंखला कविता क्रमांक-01) चाय से जुड़े थे इसलिए कि जोश आएगा, काला धन था जो स्विस में वो भी आएगा, हाय! न सोचा था कि घर भी बिक जाएगा। गरीब भी अमीर भी... Hindi · कविता 543 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Feb 2018 · 1 min read ??अहो अहो नर क्या नहीं?अपना भाग्य विधाता है?? लक्ष्य अगर ऊँचा हो तो परिश्रम भी बनता है, क्या बंजर भूमि में कभी पुष्प नहीं खिलता है? पुष्प का ऐसे खिलना, जीवन का सिद्धान्त सिखाता है, अहो अहो नर... Hindi · कविता 345 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Feb 2018 · 1 min read ???ऋतुराज बसन्त को भयो आगमन??? ऋतुराज बसन्त को भयो आगमन, सुगन्ध भरी वायु बहाने लगी है। किसी कोटर से झाँकी दिखाती है शीत, आने जाने को नाटक रचाने लगी है। फूल पत्ती बिखेरें नवरंग भलो,... Hindi · मुक्तक 272 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Jan 2018 · 1 min read ✍✍आज इस प्यारे वतन पर जान भी मैं वार दूँगा✍✍ सुर भी जिस पर तरसते हैं,पुण्य कर लें, जन्म लेकर, नर नहीं पशु ही बना दो, आर्य भूमि पर, प्रभु आशीष देकर, उस विभु आशीष से, भारत माँ का श्रृंगार... Hindi · कविता 329 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Jan 2018 · 1 min read ??भाव में विचार में बने रहो हनुमान मेरे?? भाव में विचार में बने रहो हनुमान मेरे, मन की चलायता को दूरि करि डारो प्रभु। उर में बसो सिय राम रूप रंग लेके, कलुष मिटाय, धैर्य वीरता जगाओ प्रभु।।1।।... Hindi · मुक्तक 352 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Jan 2018 · 1 min read ??सिंह सा लड़ता रहूँगा लक्ष्य को पाने की हद तक?? सिंह सा लड़ता रहूँगा लक्ष्य को पाने की हद तक, इस गगन को नत करूँगा, जान तन में है मेरे जब तक, आदर्श का चोला पहनकर,लक्ष्य को मैं भेद दूँगा,... Hindi · कविता 2 624 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 9 Jan 2018 · 2 min read ??अनन्त श्री युक्त पूज्य गुरुदेव के नाम की व्याख्या?? पूज्य गुरुदेव के नाम की विशद व्याख्या का प्रयास मेरे द्वारा किया गया है। जिस पर मैं पहले कुछ पंक्तियाँ अपनी क्षमा प्रार्थना के लिए अर्पित करता हूँ। चूँकि गुरु... Hindi · मुक्तक 321 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jan 2018 · 1 min read ???रूप टपकते थे कभी जिनसे किसी....??? रूप टपकते थे कभी जिनसे किसी ज़माने में, सिकुड़ती खाल और झुर्रियाँ लिए मिलते हैं। क्या उन्हें नहीं पता था इस जिन्दगी का हश्र ? कि इस मिट्टी से उठे... Hindi · कविता 329 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Dec 2017 · 1 min read ✍✍ऐसे नवबर्ष हर वर्ष आते रहेंगे ✍✍(पाश्चात्य नववर्ष-2018 के शुभकामनाओं सहित) ऐसे नववर्ष, हर वर्ष आते रहेंगे, आनन्द के क्षण यूँ ही लाते रहेंगे, उन्हें हम न भूलें, जिन्हें तंग करता यह रूपया, व्यर्थ धन, नववर्ष पर, न खर्च करें कृपया... Hindi · कविता 390 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Dec 2017 · 2 min read ??माँ सर्वश्रेष्ठ धन?? बड़ा बन-ठन के निकला था मार्ग पर। ग्रामीण परिवेश में पला बढा था झनुआ। अतः उस पर शहरी सोच का अभाव था।बहुत खुश था कि शहर पहुँच कर खूब पैसे... Hindi · लघु कथा 312 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 24 Dec 2017 · 1 min read ✍?हौंसले पस्त हों जाए तो बल............✍? हौंसले पस्त हों जाए तो बल के क्षण याद करो। ख़ुद को जिन्दा करने के लिए, खुद से ही बात करो।।1।। कमज़ोर बनाती है ज़माने में बुरे लोगों की सोहबत,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Dec 2017 · 1 min read ✍✍गम्भीर शब्द गूँजते✍✍ गम्भीर शब्द गूँजते, विवेक को हैं ढूँढते, प्रसंग तो यहाँ वहाँ, उसे तो ढूँढते कहाँ, सत्य के उस आधार में, ईश के रूप साकार में, जीवनवृत्त तो बहुत बड़ा, ज्यों... Hindi · कविता 251 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Dec 2017 · 1 min read ✍प्रबुद्ध नर हुँकार भर ✍ निराश मानव में मेरी यह कविता निश्चय ही उत्साह का प्राकट्य करेगी- जय हनुमान प्रबुद्ध नर हुँकार भर, वीरता को पार कर, परिश्रम की आँधियों में, निराशा को तार-तार कर... Hindi · कविता 1 304 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 6 Dec 2017 · 1 min read ****निर्भीक पथिक= सदा विजय**** निर्भीक पथिक कंटक पथ पर बढ़कर संत्रस्त नहीं होता है, क्षुधा भी उसका करती क्या ? जब वह लक्ष्य साध लेता है, कंटक पथ परवर्तित हो जाता है फूलों की... Hindi · कविता 512 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Nov 2017 · 1 min read ✍✍याद= आत्मा की पुकार या मोह की दीवार✍✍ छिड़ गई छिड़ गई वो बात जो मुझे याद न थी, आ गई उनकी वो याद जो मुझे याद न थी।।1।। फाँसला-ए-ग़म है बड़े दूर का हम में उनमें, फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 338 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 20 Nov 2017 · 2 min read ***माँ पद्मावती=बलिदान की सजीव मूर्ति**** तिमिरा रजनी भी जिस माता के शौर्य गीत को गाती है, जिस वसुधा पर उत्सर्ग किया वह पुण्यभूमि कहलाती है, गाथा सुनकर उस माता की,मृत उर में रोमाञ्च कूँद जाता... Hindi · कविता 607 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Nov 2017 · 1 min read ??श्रीश्री बाबा नीम करौरी स्तुति(तोटक छ्न्द में)?? जय लक्ष्मण दास नमामि हरे, जय लीला कृपा आगार हरे। जय जन्म सिद्ध सर्व व्याप्त, परम प्रेम जय जय अच्युत। हनुमत स्वरुप जय श्री मान, जय श्रीबासक जय कृपानिधान। हे... Hindi · कविता 1k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Nov 2017 · 1 min read ***तिनके के बोल, ये मानव आँखें खोल*** तृण कहता अजब कहानी, खुद की पीड़ा, खुद की जुबानी, मुझमें नर में अन्तर कैसा, जो नर हो पशुबुद्धि जैसा, मैं तो पेट भरूँ पशुओं का, करता छाया हर घर-घर... Hindi · कविता 374 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Nov 2017 · 1 min read ?? चलो बढ़े भारत माता सिर मुकुट सजा दें?? ज्यों विपिन में सिंह गर्जना होती है, ज्यों फणि पर मणि कान्ति चमकती है, स्वश्रम से कुछ ऐसे ही निज संस्कृति पर दीप्ति सजा दें, चलो बढ़े भारत माता सिर... Hindi · कविता 300 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Oct 2017 · 2 min read मेरा विद्यालय-शिक्षा का बदलता स्वरुप साम नाद का वह स्वर जो अरण्य से कानों में आता था, तत्व ज्ञान विज्ञान की शिक्षा को जो हमको सिखलाता था, ऐसी बहुमुखी शिक्षा का कत्ल भला क्यों कर... Hindi · कविता 9k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Oct 2017 · 1 min read ??हनुमनू निक ताको मेरी ओर?? हनुमनू निक ताको मेरी ओर, राम चरन सुनिबे को रसिया, पुलके अंग अंग छोर, ज्ञानिन में श्रेष्ठ हो बजरंग अचरज लीला तोर, पवन तनय के मुख कूँ ताकें मेरी अँखिया... Hindi · कविता 275 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 19 Oct 2017 · 1 min read ??विश्व धरा के जन जन को दीपोत्सव मंगलमय हो ?? धवल प्रकाश विखेरे दीपक धरनी पर, अलंकार ज्यों शोभित होते तरुणी पर, नव तरुणी सी शोभा लेकर अपनी पावन संस्कृति हो, विश्व धरा के जन जन को दीपोत्सव मंगलमय हो... Hindi · कविता 276 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Oct 2017 · 1 min read ‼‼ बजरंगी मेरे मन की पीर हरो ‼‼ सभी सुहृदों को हनुमत जन्म महोत्सव की अग्रिम शुभ कामना, हनुमान जी सभी सद्बुद्धि देवें तथा रघुपति चरणों में प्रेम बृद्धि करें। जय हनुमान बजरंगी मेरे मन की पीर हरो,... Hindi · कविता 665 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Oct 2017 · 1 min read ??बन्शी धुनि कबहुँ परेगी कान?? बन्शी धुनि कबहुँ परेगी कान, भ्रमर गूँज सुनिबे में आवे, ताते बडहिं न मान, योग न बनहिं न भजन बनावहिं कैसेहुँ धरहुँ जापे सान, क्षण-क्षण बीते भारी विपति में, काज... Hindi · कविता 386 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Oct 2017 · 1 min read ✍✍✍हौंसले सहस्त्र होंगे, जब ध्येय की हक़ीकत होगी✍✍✍ हौंसले सहस्त्र होंगे, जब ध्येय की हक़ीकत होगी, श्रम बिन्दु जब दृश्य होंगे, विजय भी सजीव होगी, विजय ख़ुशी की महक, सुगन्धित इत्र सी लगेगी, प्रश्न चिन्ह भी हट जाएगा,... Hindi · कविता 326 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Oct 2017 · 1 min read ***हनुमत दूरि करो कठिनाई *** हनुमत दूरि करो कठिनाई, निशि दिन ध्यावत टेरि लगावत अश्रु गिरे झरराई, क्रूर निरशिया घेरे मोकूँ टेढि मार्ग उपजाई, ध्यान धरूँ प्रभु रघुवर को तबहुँ नहीं कदराई, भेद उपाजै मन... Hindi · कविता 521 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 29 Sep 2017 · 1 min read ***हिन्दी भारत की शान है***(कुछ मुक्तक) हिन्दी दिवस पर कुछ मुक्तक बने, जो रह गए थे, जो निम्नवत हैं। मुक्तक संख्या-01 संस्कृति का अवगाहन हिन्दी,भारत की शान है हिन्दी, उद्यम और बलिदान है हिन्दी,साहस का संचार... Hindi · कविता 501 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 20 Sep 2017 · 2 min read ****तूफान भी क्यों न रुक उठेगा?**** प्रायः देखा गया है कि परिश्रमी व्यक्तियों को अचानक निराशा घेर लेती है। सामाजिक विद्रुप का सामना भी उस व्यक्ति को करना पड़ता है,ऐसे व्यक्ति को शायद मेरी छोटी सी... Hindi · कविता 519 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Sep 2017 · 2 min read ****कौन भला विश्वास करेगा**** निम्नवत पहले दो पदों में मासूम गोल कपोल बच्चे प्रद्युम्न के लिए, जिसे जाने क्यों अकारण मार दिया जाता है। (उस अबोध को भावभरी श्रद्धांजलि) इस सन्देश के साथ कि... Hindi · कविता 511 Share Previous Page 22 Next