Minal Aggarwal 1149 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 21 Next Minal Aggarwal 14 Mar 2021 · 1 min read जमीन के तहखाने में शिराओं में बहता लहू का दौरा आजकल कम है आसमान का रंग जमीन के तहखाने में कैद है बाहर से दिखने में ही महज लगता है घर का हर एक... Hindi · कविता 381 Share Minal Aggarwal 13 Mar 2021 · 1 min read पथरीली राहों पर चलते चलते बहुत कुछ दबा था भीतर बहुत भरी हुई थी कल बहुत दिनों बाद कुछ लोगों से कुछ दिल की बातें करी कुछ गंभीर विषयों पर चर्चा करी कुछ बिना बहस... Hindi · कविता 579 Share Minal Aggarwal 12 Mar 2021 · 1 min read कांटो का जंगल बादलों बेमौसम ही सही पर बरस जाओ मुझे घुटन हो रही है खुली जगह पर भी सांस अब तो नहीं आती हवाओं के दायरों को भी बढ़ाओ जो जिस्म से... Hindi · कविता 3 570 Share Minal Aggarwal 11 Mar 2021 · 1 min read दिल मेरा जल रहा दिल मेरा एक शमा सा जल रहा है आंसू मेरी आंख से एक मोम के कतरे सा पिघल रहा है यह दिल जल जायेगा आंसुओं का सारा दरिया बह जायेगा... Hindi · कविता 273 Share Minal Aggarwal 10 Mar 2021 · 1 min read सच की पाकीजगी सच को सबके समक्ष सच की सच्चाई सा ही प्रस्तुत करना सबसे कठिन कार्य है यह कार्य तब और मुश्किल हो जाता है जब सामने वाले सब झूठे हो और... Hindi · कविता 1 331 Share Minal Aggarwal 9 Mar 2021 · 1 min read रिश्ता निभाने की कला रिश्ता निभाने की कला अब समझ आई अपने को बिल्कुल पराया समझना है और बोलना ही नहीं है न हां करनी है न ना करनी है बस सिर झुकाकर हाथ... Hindi · कविता 2 478 Share Minal Aggarwal 8 Mar 2021 · 1 min read शबनम के दलदल में शबनम के दलदल में रेशम के कीड़े से उपज रहे हैं मैं खुद के लिए एक अजनबी बनती जा रही हूं मेरी जिन्दगी के हालात मुझे किसी नाग से डस... Hindi · कविता 2 3 346 Share Minal Aggarwal 7 Mar 2021 · 1 min read समझाना नहीं है समझ बहुत कुछ आ रहा है लेकिन मुझे किसी को कुछ समझाना नहीं है जब आज तक मेरे घरवाले मुझे ही नहीं समझे तो मुझे दुनिया से उपजी समस्याओं का... Hindi · कविता 2 1 386 Share Minal Aggarwal 6 Mar 2021 · 1 min read ऐसे प्यार का दामन हर पल तलवार से वार फिर जताना अपना अधिकार और प्यार ऐसे प्यार का दामन नहीं चाहिए जो सिर्फ कांटो से भरा हो एक भी फूल न कभी उपस्थित था... Hindi · कविता 1 409 Share Minal Aggarwal 5 Mar 2021 · 1 min read यादों के फूलों की टोकरी हर रात सपनों में आते हो सुबह के चेहरे पर सूरज की लाल किरणों की मद्धिम लालिमा पड़ते ही एक पेड़ की डाल पर बैठी चिड़िया से हवा में फुर्र... Hindi · कविता 468 Share Minal Aggarwal 4 Mar 2021 · 1 min read आजकल के बच्चे दवा है दुआ है भगवान का सिर पर हाथ भी है पर जिन बच्चों को अपनी कोख से जना उनका साथ नहीं है मेरे बच्चों ने जन्म दिया अपने बच्चों... Hindi · कविता 407 Share Minal Aggarwal 3 Mar 2021 · 1 min read उनके व्यक्तित्व का रंग सिर पर सवार किसी आसमान में छाए एक बादल के साये की तरह बिजली कड़क जाये और फटकर गिर जाये जमीन पर तो डरकर लिपट जायें पेड़ से उसके ही... Hindi · कविता 1 414 Share Minal Aggarwal 2 Mar 2021 · 1 min read दिल का रिश्ता सबसे गहरा दिल का रिश्ता एक धुएं सा उड़ गया एक पानी सा बह गया एक पहाड़ सा खामोश हुआ एक समय की धार सा हर एक बीतते पल के... Hindi · कविता 420 Share Minal Aggarwal 1 Mar 2021 · 1 min read दीपक को दीपक के पास तेल पड़ा था थोड़ा सा हाथ आगे बढ़ाना था दीपक में डालना था और उसे बुझने से बचाना था पर न हाथ किसी का बढ़ा न दीपक... Hindi · कविता 514 Share Minal Aggarwal 1 Mar 2021 · 1 min read कागज का टुकड़ा शिकायत लिखा शिकायतों की फेहरिस्त इतनी लम्बी है कि याद भी नहीं रहती अब तो याद रखने के लिए कागज के टुकड़ों पर लिखना पड़ता है उन्हें भी कहीं रखकर भूल जाती... Hindi · कविता 232 Share Minal Aggarwal 1 Mar 2021 · 1 min read कितना शुभ हो यह दिन भी कल के दिन जैसा है आने वाला दिन न जाने कैसा होगा हर एक दिन बीत जाये एक गुजरे हुए कल जैसा ही तो ऐसा होते रहना... Hindi · कविता 315 Share Minal Aggarwal 28 Feb 2021 · 1 min read अपने पराये होते हैं अपने पराये होते हैं पर कितने पराये उसकी कोई सीमा निर्धारित होनी चाहिए एक बेटा अपनी देवी जैसी शरीफ मां की शक्ल भी देखना न चाहे तो यह तो भगवान... Hindi · कविता 1 1 237 Share Minal Aggarwal 28 Feb 2021 · 1 min read मुलाकातों का दौर यह मिलना जुलना मुलाकातों का दौर आजकल के समय में कैसा है बिल्कुल रसहीन औपचारिकता से भरा एक बोझ जैसा कोई किसी से मिलना ही नहीं चाहता एक दूसरे की... Hindi · कविता 231 Share Minal Aggarwal 28 Feb 2021 · 1 min read प्रार्थना कोई प्रार्थना काम न आई तुम्हें बचा न पाई जीवनदान दे न पाई तुम्हारी रक्षा न कर पाई कोई प्रार्थना कुछ करेगी क्या जब एक जीवित इंसान को बचाया जा... Hindi · कविता 526 Share Minal Aggarwal 27 Feb 2021 · 1 min read भावना की तस्वीर चेहरे की नहीं आज मन के कैमरे में तुम्हारी भावना की तस्वीर उतारते हैं तुम्हारे चेहरे के भाव और तुम्हारी भावना का चेहरा एक दूसरे से बिल्कुल मेल नहीं खाते... Hindi · कविता 388 Share Minal Aggarwal 27 Feb 2021 · 1 min read एक मुस्कुराहट की लकीर मन अंदर तक भरा हुआ है हल्का महसूस होगा जो मैं भर भरकर तुम्हें गालियां दूं सामने पड़ते ही पर तुम्हारे होठों पर जबरदस्ती एक मुस्कुराहट की लकीर खींचनी पड़ती... Hindi · कविता 186 Share Minal Aggarwal 27 Feb 2021 · 1 min read किसी पत्थर को किसी पत्थर को हीरे की पहचान कैसे हो जो जमीन पर जगमगाते मिट्टी के दीयों की रोशनी से हो अंजाम उसे आसमान के चमकते सितारों के रोशन जहां की राह... Hindi · कविता 595 Share Minal Aggarwal 26 Feb 2021 · 1 min read मोहब्बत का सामान मंदिर में खुदा मस्जिद में भगवान दिखता है मुझे हर किसी के दिल में एक इबादत खाना और हर उस आराधना घर में मोहब्बत का सामान बंधा दिखता है। मीनल... Hindi · कविता 592 Share Minal Aggarwal 26 Feb 2021 · 1 min read छोटी सी एक बात वह मुझे पागल कह रहे हैं मैं उन्हें पागल समझती हूं अपने अपने खेल सब खेल रहे हैं सब हुनरमंद हैं यहां वह खुद को खिलाड़ी समझता है और मुझे... Hindi · कविता 1 2 365 Share Minal Aggarwal 26 Feb 2021 · 1 min read ऐसे में याद आता है खुदा मुंह से निकली आवाज कोई नहीं सुनता दिल की धड़कन कौन सुनेगा इस दुनिया की भीड़ में शोर है इतना कि हर आवाज दब गई है ऐसे में याद आता... Hindi · कविता 271 Share Minal Aggarwal 25 Feb 2021 · 1 min read सजा कोई गुनाह नहीं किया कभी पर सजा एक बहुत बड़े गुनहगार सी दे रही है यह जिन्दगी या हो सकता है यह सजा बहुत कम हो मुझे अंदाजा नहीं है... Hindi · कविता 495 Share Minal Aggarwal 25 Feb 2021 · 1 min read बेसुरा लोग मौके तलाशते हैं कि एक खामोश तार को कैसे छेड़े तालाब के शांत पानी में कंकड़ फेंके और उसकी चुप्पी तोड़ें मकसद किसी को खुश करना नहीं बल्कि परेशान... Hindi · कविता 1 398 Share Minal Aggarwal 25 Feb 2021 · 1 min read मेरी प्यास का दरिया मेरी प्यास का दरिया सूखता ही नहीं आसमान बरसता रहता है और यह लबालब गले तक भरता रहता है सावन सूख भी जाये पर यह नहीं सूखता है बादल न... Hindi · कविता 2 345 Share Minal Aggarwal 24 Feb 2021 · 1 min read कलम को स्याही में भिगोकर कलम को स्याही में भिगोकर कुछ लिखा इस्तेमाल तो किया छींटे मारकर हवाओं में उड़ाया तो नहीं यह जिन्दगी किसी के काम आ जाये तो मुझे लगेगा कि मैंने इसे... Hindi · कविता 301 Share Minal Aggarwal 24 Feb 2021 · 1 min read बसना चाहे जहां खुदा दामन साफ था उस पर छींटे पड़े पर वह धुल गया बादलों के पीछे से बाहर निकले चांद सा फिर चमक गया पाक साफ दिल होना चाहिए यह जिस्म की... Hindi · कविता 254 Share Minal Aggarwal 24 Feb 2021 · 1 min read लड़की को लड़की को तो लोगों ने एक कागज का टुकड़ा समझ लिया है उस पर जो जी में आया वह लिखा, कुरेदा, घिसा और फाड़कर कचरे के डिब्बे में फेंक दिया... Hindi · कविता 383 Share Minal Aggarwal 23 Feb 2021 · 1 min read यह प्यार यह प्यार है तो सच में एक बहुत ही मुश्किल चीज एक दिल में हरदम पनपती फड़फड़ाती सांस लेती ख्वाहिश तो है पर घर के कमरे में दीवार के किसी... Hindi · कविता 294 Share Minal Aggarwal 23 Feb 2021 · 1 min read नदी और जंगल नदी आज कुछ सहमी हुई है एक शीतल हवा के झोंके सी यह बह भी हौले हौले रही है कहना कुछ चाह रही है लेकिन इसे भी शायद नहीं पता... Hindi · कविता 274 Share Minal Aggarwal 23 Feb 2021 · 1 min read बागों की सैर आज दिल बागों की सैर ही क्यों करे जा रहा है नहीं चाहता कि आज शाम हो और सूरज ढले वह जी भर टहलने के बाद चहल कदमी करने के... Hindi · कविता 401 Share Minal Aggarwal 22 Feb 2021 · 1 min read उपहार हाथ बढ़ाकर फूल तोड़ने की चेष्टा करी तो कांटा भी चुभ गया जीवन में एक सुख के साथ एक दुख भी हमेशा उपहार में मिला। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार... Hindi · कविता 1 187 Share Minal Aggarwal 22 Feb 2021 · 1 min read जीवन का स्केच जीवन का स्केच बहुत बड़े कागज पर बहुत बड़ा बनाया बहुत सारे रंग भरे फिर भी एक मुकाम ऐसा आ ही गया कि वह सारे रंगों से भर गया और... Hindi · कविता 1 324 Share Minal Aggarwal 22 Feb 2021 · 1 min read गूंज बिना आवाज किये भी एक गूंज होनी चाहिए जो लौटकर न आये जो मेरी छत की मुंडेर से उड़ा परिंदा बिना उसे आवाज लगाये लौटकर आ जाता है वह दिल... Hindi · कविता 291 Share Minal Aggarwal 21 Feb 2021 · 1 min read उम्मीद खुद कड़वा बोल दूसरे से उम्मीद बांधते हैं कि वह मीठा बोले शिकायतों की फेहरिस्त इतनी लम्बी है तो फिर एक नीम के पेड़ के पास बार बार आकर उससे... Hindi · कविता 200 Share Minal Aggarwal 21 Feb 2021 · 1 min read जिन्दगी इतने इम्तिहान मत ले जिन्दगी इतने इम्तिहान मत ले एक हद तो तय कर अपनी कहीं तो रुक थम जा और सांस ले मैं कहां कहीं भागी जा रही हूं मेरी किस्मत इतनी अच्छी... Hindi · कविता 1 3 248 Share Minal Aggarwal 21 Feb 2021 · 1 min read पत्थर के बुत पत्थर की हवेली में रहते रहते पत्थर के बुत बन गये इसमें रहने वाले कुछ लोग हालात की मार आंसुओं को भी सुखा देती है कई बार जख्मों को भी... Hindi · कविता 1 373 Share Minal Aggarwal 20 Feb 2021 · 1 min read बरसों से सोयी नहीं रात भर मैं सोयी थी या जग रही थी कि सुबह उठने पर ऐसा लग रहा है जैसे बरसों से सोयी नहीं किसी से स्नेह करना और इतना फिक्रमंद होना... Hindi · कविता 2 286 Share Minal Aggarwal 20 Feb 2021 · 1 min read अमीर गरीब गरीब के पास पैसा नहीं पर दिल है आत्मा है अमीर के पास धन है पर न दिल है न आत्मा है कोई मुसीबत में होता है या मरता है... Hindi · कविता 1 275 Share Minal Aggarwal 20 Feb 2021 · 1 min read यह दर्द न हो तो यह दर्द न हो तो मैं कुछ और बेहतर कुछ अलग कुछ सुलझा हुआ सोच पाऊं कह पाऊं लिख पाऊं लेकिन यह दर्द न हो तो कोई बताये भला कि... Hindi · कविता 297 Share Minal Aggarwal 19 Feb 2021 · 1 min read समय समय रुकता नहीं भागता जाता है पीछे छोड़ता जाता है कुछ यादें कुछ पल चिन्ह कुछ पद चिन्ह कुछ प्रश्न चिन्ह इन्हें पतझड़ में पेड़ से गिरे सूखे पत्तों सा... Hindi · कविता 1 2 221 Share Minal Aggarwal 19 Feb 2021 · 1 min read अभिलाषा खुद के लिए मेरी कोई अभिलाषा नहीं लेकिन इस दुनिया का हर व्यक्ति, हर जीव प्रकृति की तरह ही खुश रहें, फूले फले और हरदम आगे बढ़े यह आशा तो... Hindi · कविता 2 240 Share Minal Aggarwal 19 Feb 2021 · 1 min read हे वंदनीय नारी हे वंदनीय नारी तू बड़ी बलशाली छलनी करते तेरे बदन को चलते चारों ओर से कटु वचनों के तीर तिरस्कार की मार दुत्कार ग्रीवा पर चले आरी दोधारी तलवार पर... Hindi · कविता 2 271 Share Minal Aggarwal 19 Feb 2021 · 1 min read अनुराग दिल में अनुराग का राग हो तो पांव के नीचे जमीन और बाहों में आसमान हो यह प्रीत का गीत जब कोई गाये तो सुने हर कोई मन से भाये... Hindi · कविता 2 214 Share Minal Aggarwal 19 Feb 2021 · 1 min read मेरा दोस्त गुलाब किसी बाग में घूमने जायें और गुलाब देखने को न मिले तो फिर वहां देखा ही क्या पाया ही क्या घर से उठकर बाग तक गये भी और फूलों के... Hindi · कविता 466 Share Minal Aggarwal 19 Feb 2021 · 1 min read सुबह रात को सुबह का सुबह को दोपहर का दोपहर को सांझ का सांझ को भी रात का इंतजार रहता ही है यह तो जीवन का चक्र है खुद ब खुद... Hindi · कविता 1 2 380 Share Minal Aggarwal 19 Feb 2021 · 1 min read चांद के संग हर रात चांद के संग एक सपनों सी सुंदर कहानी लिखूं सुरमई मधुरता की तर्ज पर जिन्दगी एक सुहानी रचूं पलकों की चिलमन से लटक जाऊं और चांदनी की रोशनी... Hindi · कविता 248 Share Previous Page 21 Next