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1 Mar 2021 · 1 min read

कागज का टुकड़ा शिकायत लिखा

शिकायतों की फेहरिस्त
इतनी लम्बी है कि
याद भी नहीं रहती
अब तो
याद रखने के लिए
कागज के टुकड़ों पर
लिखना पड़ता है
उन्हें भी
कहीं रखकर
भूल जाती हूं
कोई कागज का टुकड़ा
शिकायत लिखा
मिल भी जाता है तो
उसे पढ़कर सुनाने के लिए
किसी सुनने वाले को ढूंढने के लिए
यत्न करना पड़ता है
और न मिले तो
फिर एक शिकायत
लिखने के लिए
कागज का टुकड़ा खोजना
पड़ता है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
212 Views
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