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*राजा रानी हुए कहानी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*मित्र हमारा है व्यापारी (बाल कविता)*
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*धरती हिली ईश की माया (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*अम्मा जी से भेंट*
Ravi Prakash
*सीढ़ी चढ़ती और उतरती(बाल कविता)*
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*जानो तन में बस रहा, भीतर अद्भुत कौन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*किसी को राय शुभ देना भी आफत मोल लेना है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*छलने को तैयार है, छलिया यह संसार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*स्वच्छ गली-घर रखना सीखो (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*ज्ञानी की फटकार (पॉंच दोहे)*
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गाँधीजी (बाल कविता)
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एसी कमरों में लगे तो, दीर्घ-आँगन पट गए (गीतिका )
Ravi Prakash
रहते हैं बूढ़े जहाँ ,घर के शिखर-समान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
*मॉंगता सबसे क्षमा, रिपु-वृत्ति का अवसान हो (मुक्तक)*
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*चटकू मटकू (बाल कविता)*
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*अग्रसेन ने ध्वजा मनुज, आदर्शों की फहराई (मुक्तक)*
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*फिर से जागे अग्रसेन का, अग्रोहा का सपना (मुक्तक)*
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*दादाजी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
Ravi Prakash
*जग से चले गए जो जाने, लोग कहॉं रहते हैं (गीत)*
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गीता मर्मज्ञ श्री दीनानाथ दिनेश जी
Ravi Prakash
*पानी सबको चाहिए, पक्षी पशु इंसान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आती रजनी सुख भरी, इसमें शांति प्रधान(कुंडलिया)
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नारी टीवी में दिखी, हर्षित गधा अपार (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
*खर्चा करके खुद किया ,अपना ही सम्मान (हास्य कुंडलिया )*
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*तिरंगा (बाल कविता)*
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*णमोकार मंत्र (बाल कविता)*
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*गणेश जी (बाल कविता)*
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*देना प्रभु जी स्वस्थ तन, जब तक जीवित प्राण(कुंडलिया )*
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*रद्दी अगले दिन हुआ, मूल्यवान अखबार (कुंडलिया)*
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*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
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*पेट-भराऊ भोज, समोसा आलूवाला (कुंडलिया)*
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*पैसा ज्यादा है बुरा, लाता सौ-सौ रोग*【*कुंडलिया*】
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*एकता (बाल कविता)*
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*इमली (बाल कविता)*
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*कभी बरसात है (घनाक्षरी)*
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*हमारे देवता जितने हैं, सारे शस्त्रधारी हैं (हिंदी गजल)*
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*रिश्वत ( कुंडलिया )*
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*साइकिल (कुंडलिया)*
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*माँ : 7 दोहे*
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दो शब्द
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*हुआ गणेश चतुर्थी के दिन, संसद का श्री गणेश (गीत)*
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*नव संसद का सत्र, नया लाया उजियारा (कुंडलिया)*
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*भर दो गणपति देवता, हम में बुद्धि विवेक (कुंडलिया)*
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*रोज बदलते अफसर-नेता, पद-पदवी-सरकार (गीत)*
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*हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है (मुक्तक)*
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*रोते बूढ़े कर रहे, यौवन के दिन याद ( कुंडलिया )*
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*एक अखंड मनुजता के स्वर, अग्रसेन भगवान हैं (गीत)*
Ravi Prakash
*गाड़ी तन की चल रही, तब तक सबको प्यार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
टाँग इंग्लिश की टूटी (कुंडलिया)
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