सत्य कुमार प्रेमी 780 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। गज़ल 221/2121/1221/212 यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। हाथों में हाथ हों न हों पर दिल मिला रहे।1 गुलशन की रंग-ओ-खशबू बिखरती रहे सदा, हर फूल डाली पर यूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 33 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जो उसने दर्द झेला जानता है। गज़ल 1222/1222/122 जो उसने दर्द झेला जानता है। वो पल पल कैसे टूटा जानता है।1 ग़रीबी या अमीरी में पला जो, कहां मिलता है सोना जानता है।2 सफलता भी उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 38 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। मुक्तक तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। तू रहे साथ अगर तो कज़ा सी लगती है। ये सज़ा और कज़ा में फॅंसा हूॅं मैं या रब,... Hindi · मुक्तक 37 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। मुक्तक मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। पैसे वालों को भी यारो पैसे पर मरते देखा। मजबूरी तो मजबूरी है क्या क्या ये करवाती है। पर औरों की... Hindi · मुक्तक 37 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read हम न रोएंगे अब किसी के लिए। गज़ल 2122/1212/22(112) हम न रोएंगे अब किसी के लिए। है तेरी आरज़ू बस खुशी के लिए।1 तू है अनजान ये ही मान लिया। कौन रोता है अजनबी के लिए।2 प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 31 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 2 min read खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। गीत- जीवन क्या है समझ न पाए समझ रहे हैं खेल। खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। (कि भैया जीवन है ये रेल) मां की कोख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। गज़ल 1222/1222/1222/1222 सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। अभी भी ऐसा लगता है कि मां लोरी सुनाती है।1 किया इज़हार जिससे प्यार का इनकार ही पाया,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। 1222/1222/122 मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। सुखी हैं दुख की सोचा क्यों करें हम।1 कोई इंसान हो अपना पराया, किसी के साथ धोका क्यों करें हम।2 जहां मिलते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 32 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read 221/2121/1221/212 गज़ल 221/2121/1221/212 सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं। कितना कठिन है प्यार में झंझट तमाम हैं।1 टेडी बियर गुलाब कभी चॉकलेट लिए, सब घूमते हैं पीछे के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते। मुक्तक न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते। कभी वो दीन दुखियों के भी, सहचर हो नहीं सकते। बना सकते नहीं जब वो, किसी का क्या... Hindi · मुक्तक 34 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गज़ल अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गिरगिट भी देख करके उनको दंग हो गए।1 दिल में छुपा के रखते हैं न जाने कितने राज, दिल दिल नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 37 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है। मुक्तक 1222/1222/1222/1222 वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है। मैं हूं आजाद मुझको देश भी आजाद करना है। गुलामी में जनम पाया नहीं वो बस में था... Hindi · मुक्तक 34 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त। गज़ल 221/2121/1221/212 तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त। सबसे हसीन आपका हो खुशगवार दोस्त। हो जाए आपका तो रहे आपका ही बस, कितना भी चाहें लाख उसे बेशुमार दोस्त।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 42 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो। मुक्तक (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर) जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो। इस रथ की धुरी तुम्हीं हो, और रथवान तुम्हीं तो हो। शक्ति स्वरूपा... Hindi · मुक्तक 48 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read आओ प्यारे कान्हा हिल मिल सब खेलें होली, घनाक्षरी (छेड़-छाड़ मामले में दंड दिलवाऊंगी) आओ प्यारे कान्हा हिल मिल सब खेलें होली, प्यार मनुहार कर रंग मैं लगाऊंगी। बोले श्याम मैं न आऊं रंग से मैं घबराऊं, डर... Hindi · घनाक्षरी 1 43 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे। मुक्तक ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे। भंग में बहके हुए भंवरें गवाही दे रहे। आ गई होली यही अहसास सबको हो रहा। आसमां में रंग होली के... Hindi · मुक्तक 37 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। गज़ल 22/22/22/22/22/2 दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। फिर क्यों तुमने गले लगाया होली में।1 दुश्मन से तुम दोस्त बने दिखलाने को, झूठा इक मंजर दिखलाया होली में।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 37 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। मुक्तक ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। सुबह तक देख लेना, कहानी और होगी। अंधेरी रात में सबकुछ बदल जाएगा यारो, जो देखी भूल जाओ, बतानी और होगी।... Hindi · मुक्तक 36 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। गज़ल 22/22/22/22/22/2 दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। फिर क्यों तुमने गले लगाया होली में।1 दुश्मन से तुम दोस्त बने दिखलाने को, झूठा इक मंजर दिखलाया होली में।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। मुक्तक ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। सुबह तक देख लेना, कहानी और होगी। अंधेरी रात में सबकुछ बदल जाएगा यारो, जो देखी भूल जाओ, बतानी और होगी।... Hindi · मुक्तक 30 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो। गज़ल 221/1222/221/1222 आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो। जुल्फों के घने बादल, अब खुल के बरसने दो। जीवन का सबक यारो, ये याद रखो हरदम, गिरता जो सॅंभलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 39 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आइना देखा तो खुद चकरा गए। गज़ल आइना देखा तो खुद चकरा गए। अपना चेहरा देखकर घबरा गए।.. मतला छोड़कर उनको हम आगे आ गए। अपनों को हम किसलिए बिसरा गए।...हुस्ने मतला भूख के मारे थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read होली पर बस एक गिला। ग़ज़ल होली पर बस एक गिला। वो क्यों मुझसे नहीं मिला। खोले थे दिल के दरवाजे, उसने रक्खा बंद किला।। हम दोनों तो एक से हैं, गांव शहर औ'र एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 37 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा। ग़ज़ल 221/2122/221/2122 कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा। जां का हमारी दुश्मन, जाने जिगर हमारा।1 दरिया ए इश्क में हम, कुछ इस तरह फॅंसे है, छूटा इधर किनारा, छूटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 38 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है। गज़ल 2122/1122/1212/222 प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है। जीत में हार हो तो हार की जरूरत क्या है।1 शब्द भी तीर कमानों की तर्ह होते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। गज़ल 22/22/22/22 कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। कुछ हल्की कुछ गहरी बातें।1 बातें तो बातें होती हैं, कुछ सच्ची कुछ झूठी बातें।2 आपस में मिलकर करते हैं, कुछ सोची कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 36 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read खुले आम जो देश को लूटते हैं। मुक्तक खुले आम जो देश को लूटते हैं। वही अब निगेहबान भी बन रहे हैं। जिन्होंने दिये दर्द ही जिंदगी में, वहीं दर्द की अब दवा बेचते हैं। .........✍️ सत्य... Hindi · मुक्तक 41 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read ये बता दे तू किधर जाएंगे। गज़ल 2122/1122/22(112) ये बता दे तू किधर जाएंगे। हम मुसाफिर हैं गुजर जाएंगे।1 देख लेंगे जो मुझे आईने, टूटकर खुद ही बिखर जाएंगे।2 मुझको मरना भी अगर होगा कभी, तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 36 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। गज़ल - 221/2121/1221/212 दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। फिर से बहार आई है पोते की जन्म पर।1 दादा खुशी से झूमते, दादी भी नाचती, अब बट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 40 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। गज़ल- 212/212/212/212 करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। झूठ को सच बताकर वो छलता रहा।1 वो अमीरों को अपना बनाता रहा। जो था मुफलिस वो बेमौत मरता रहा।2 सबको सपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 35 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read राग द्वेश से दूर हों तन - मन रहे विशुद्ध। कुण्डलिया छंद राग द्वेश से दूर हों तन - मन रहे विशुद्ध। जप - तप संयम ज्ञान दो शान्ति दूत हे बुद्ध। शान्ति दूत हे बुद्ध शान्ति की खोज करूं... Hindi · कुण्डलिया 38 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं। मुक्तक तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं। ऐसा लगता है जहां से बेगाने लगते हैं। ख़्वाब में और कोई होता है, नाम गुदवा के तुम्हारा दिखाने लगते हैं। .........✍️... Hindi · मुक्तक 34 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम। गज़ल 221/2121/2221/122 सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम। सच में ये बात है सही मुॅंह बंद रखो तुम।1 मुंह खोलने की सोचते तो उनका है संदेश, है खैरियत... Hindi · मुक्तक 30 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही। मुक्तक प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही। रात में दिन में सपनों में आता वही। कोशिशें लाख कीं नाम उसका न लें, पर जुबां क्या करे आ ही जाता... Hindi · मुक्तक 1 2 43 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या। मुक्तक यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या। यूं ही सपनों में भी कोई आता है क्या। दिल से दिल का है रिश्ता बना आपसे, वर्ना दिल में कोई... Hindi · मुक्तक 36 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी। गज़ल 221/2121/1221/212 आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी। जनता भी ताव में है जपो राम राम जी।1 सस्ती हरेक चीज के वादे हवा हुए, कुछ है नहीं जवाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं। मुक्तक छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं। पर अकेले जिंदगी कटती नहीं। चार दिन के बाद दिल कहता चलो, फिर से अपने दर पे चलते हैं वहीं। .........✍️ सत्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 44 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए। मुक्तक उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए। उलझी हुई जुल्फों से ही मसले सुलझ गए। जो भी घनेरी जुल्फों के साए में आ गये, वो सारे शख्स इनकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 30 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read अन्तर्राष्टीय मज़दूर दिवस अन्तर्राष्टीय मज़दूर दिवस एक गलती तेरी, दुनिया ने सताया मुझको। या खुदा तूने क्यों, मजदूर बनाया मुझको। ........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Quote Writer 49 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आप पाएंगे सफलता प्यार से। गज़ल 2122/2122/212 आप पाएंगे सफलता प्यार से। मत डरो बस जिंदगी में हार से। आपको ही चोट आएगी सुनो, सिर न टकराना कभी दीवार से। देखने में काठ का लट्ठा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 43 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो। गज़ल 221/2121/2121/212 महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो। हॅंस कर सभी से दर्द को छुपा रहा था वो।1 हैं मुश्किलें उसी की तो उसी को झेलना, औरों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 37 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। मुक्तक हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की सिल्ली... Hindi · मुक्तक 44 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। मुक्तक हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की सिल्ली... Hindi · मुक्तक 30 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। गज़ल 2122/2122/2122/212 हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 39 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। गज़ल 2122/2122/2122/212 मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। दोस्तों जब से मुझे भी मुस्कुराना आ गया।1 मुझको हर इक शख्स घर का देखता हरदम खुशी, क्योंकि मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 37 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read प्यार चाहा था पा लिया मैंने। गज़ल 2122/1212/22 प्यार चाहा था पा लिया मैंने। खुद से ही दिल लगा लिया मैंने। 1 बेसबब ही किसी की उल्फत में, दर्द ओ गम भी उठा लिया मैंने।2 मांगने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 29 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। ग़ज़ल- 25 गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। मौत से ही जिंदगी है जिंदगी कहने लगी।1 तुम उतर जाओ गले तो चैन कुछ आ जाएगा। ओस... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 26 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। गज़ल- 24 याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। या लिखी थीं जो कभी वो चिट्ठियां रह जाएंगी।1 जाति धर्मों में अभी तक हम सभी जकड़े हुए, तोड़ दो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 28 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे। गज़ल- 23 ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे। अगर ज़रा सा भी देख लेगी तो सारी दुनियां जलेगी मुझसे। कसम खुदा की न जी सकूंगा अगर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 40 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा। गज़ल-22 मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा। तुम्हारा जिक्र होगा जब हमारा नाम आएगा।1 हमीं तुम्हीं रहेंगे यार लोगों की जुबान पर, कोई हमें कोई तुम्हें... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 32 Share Previous Page 2 Next