डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 358 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read गजल बहुत रंगीन दुनिया है,बहुत रंगीं नजा़रे हैं। मगर बुझने न पाएगी दिलों में जो शरारे हैं। तमन्ना है मेरे दिल में उसे हम कह ना पाएंगे। समझना तुम अगर चाहो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 16 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read सगीर की ग़ज़ल तेरी फुरक़त में शब गुजारी गई। दिल की फिर भी ना बेक़रारी गई। तेरा कुछ भी नही गया जा़लिम। प्यार में नींद तो हमारी गई। फेर लेते हैं वो नज़र... Hindi 1 16 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read गजल सगीर किसी भी शख्स का जब भी भरोसा टूट जाता है। फकत दिल ही नहीं, उसका जहां भी टूट जाता है। कोई रिश्ता किसी भी मंजिले मकसूद से पहले। चुकाता हूं... Hindi 1 18 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ गैरत मंदी में बहुत लोग नही कहते हैं। ज़रुरत मंदों को नही मिलता... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर मुझको छोड़कर जाने वाले,साथ अगर हो जाएगा। कच्चा पक्का ईंट इ़मारत फिर ये घर हो जाएगा। मेहनत मज़दूरी करके पाल रहा हूं बच्चों को। आज अभी है नन्हा पौधा कल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 2 20 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 30 May 2024 · 1 min read नौतपा गर्मी फैले चहूं ओर। सूरज बदले आपन ठौर। नौतपा 9 दिन पकड़े जोर। त्राहि त्राहि चारों ओर। प्रातः 10 से 3 घर में रहे। अल्फाहार करें, खूब जल पिएं। छत... Hindi 18 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 9 May 2024 · 1 min read खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता ख़यालो ख्वाब पर कब्ज़ा मुझे अच्छा नहीं लगता। मुखौटे में छुपा चेहरा मुझे अच्छा नहीं लगता। ❣️ मुहब्बत में कनीज़¹ और बादशाहत का दिली रिश्ता। कभी भी इश्क़ में शजरा²... Hindi · ग़ज़ल 32 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Apr 2024 · 1 min read गजल हम नहीं तो हमसे बेहतर कौन है? मुझसे बढ़कर तेरा दिलबर कौन है? किस लिए मायूस हो गमगीन हो, मुज़्तरिब हो,दिल का मुज़्तर कौन है? पूछते हो हाल, मुझ से... Hindi 1 42 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 17 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल हम नहीं तो हमसे बेहतर कौन है? मुझसे बढ़कर तेरा दिलबर कौन है? किस लिए मायूस हो गमगीन हो, मुज्तरिब हो दिल का मुज़्तर कौन है? पूछते हो हाल, मुझ... Hindi 29 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 16 Apr 2024 · 1 min read गजल आंसू है,गम है,यास दिले दर्द मंद है। जो कह न सके लफ्ज़,लिफाफे में बंद है। ❤️ रखते नही हैं ख्वाहिशें गिलमानो हूर की। मैं उसको हूं पसंद वो मुझको पसंद... Hindi 45 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Apr 2024 · 1 min read होली मुबारक बरस रहा है जो रंगों का प्यार होली में। उमड़ रहा है प्यार बे शुमार होली में। 🌹 तेरे दीदार की ख्वाहिश में दिल हमारा है। इसीलिए तो है दिल... Hindi 43 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 13 Mar 2024 · 1 min read उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे। उदास देखकर मुझको उदास रहने लगे। जो दूर रहते थे हमसे वह पास रहने लगे। 🌹 मेरे ख़यालों में रहती है मेरी होशरूबा। उसे जब सोच लिया बद हवास रहने... Hindi 81 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Mar 2024 · 1 min read एक तरफ तेरी रौनक एक तरफ है सारा गुलशन एक तरफ। सारे मंजर एक तरफ है तेरा यौवन एक तरफ। ❤️ चारों तरफ से घेर लिया है अब तो जि़म्मेदारी ने। सारा... Hindi 1 73 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दिल के हालात किसी से कभी कहता भी नहीं। सबसे अच्छा जिसे समझा है,वह अच्छा भी नहीं। ❤️ मशवरा सब ने दिया उससे दूर जाने का। ज़िंदगी में मेरे,कुछ उसके... Hindi 2 130 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 22 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत हक से करना प्यार में फरियाद मत करना। मुहब्बत में किसी भी शख्स को बर्बाद मत करना। ❤️ मोहब्बत के लिए इक फलसफा है याद रखना तुम। जिसे दिल... Hindi 1 90 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर रिश्तों में मुहब्बत के तिजारत नही करते। हम सिर्फ दिखावे की मुहब्बत नही करते। तू मांग मेरे हाथ को मां बाप से मिलकर। हम इश्क में अपनों से बगावत नही... Poetry Writing Challenge-2 58 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तुमसे कब बे खबर रहा हूं मैं। सिर्फ रश्के सफर रहा हूं मैं। मैं कहानी का इक्तीबास सही। तज़किरे में मगर रहा हूं मैं। सच बताऊं,जो मान जाओ तुम। बिन... Poetry Writing Challenge-2 103 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तड़प दिल में,ज़ुबां पे तिश्नगी¹,आंखो में पानी है। बहुत मासूम सा है इश्क़, ये पागल जवानी है। बहुत मुश्किल है इज़हारे मुहब्बत²,जां फिशानी³ है। तजस्सुस⁴ उसकी है,और बात भी मुझको... Poetry Writing Challenge-2 61 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर बे वजह बे सवाल रहता हूं। सोच कर बे खयाल रहता हूं। अपनी शर्तों पर जी रहा हूं मैं। इसलिए बेमिसाल रहता हूं। मैं मोहब्बत का एक परिंदा हूं। इश्क... Poetry Writing Challenge-2 64 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर कभी सपना कभी शीशा कभी दिल टूट जाता है। उसे जितना मनाता हूं वह उतना रूठ जाता है। ❤️ यहां जम्हूरियत के नाम पर हर बार चुनते हैं। मगर जो... Poetry Writing Challenge-2 51 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तुम्हारे बिन किसी से राज साझा हो नही सकता। ज़माना सारा मिल जाए,पर तुमसा हो नहीं सकता। ❤️ किसी भी बे वफा से कोई रिश्ता मत निभाना तुम। जो तेरा... Poetry Writing Challenge-2 63 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आपकी चाहत, मोहब्बत,उंसियत का है असर। आपने हमको दिया उस अहमियत का है असर। ❤️ जल उठी शमआ मोहब्बत की तो दिल रोशन हुआ। तब्दीलियां मुझ में, तेरी ही शख्सियत... Poetry Writing Challenge-2 1 93 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर वह एक शख्स जो देकर गया गुलाब मुझे। उसी का प्यार मयस्सर है बे हिसाब मुझे। ❤️ जो डूबा रहता है मस्ती में हर घड़ी हर पल। पिला दे साकी... Poetry Writing Challenge-2 1 53 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर वह एक शक्स जो देकर गया गुलाब मुझे। उसी का प्यार मयस्सर है बे हिसाब मुझे। ❤️ जो डूबा रहता है मस्ती में हर घड़ी हर पल। पिला दे साकी... Poetry Writing Challenge-2 1 117 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अहसास नहीं होता उसे अब कमर का दर्द। महसूस जिसने कर लिया है सारे घर का दर्द। बेटी चिमट गई मेरे सीने से आके जब। खुशियों में फिर बदल गया... Poetry Writing Challenge-2 83 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर उम्र के मोड़ पे इस पीर का रोना आया। अब बुढ़ापे में इस तकदीर पे रोना आया। ❤️ काम था जिसको मिला मुल्क की हिफाज़त का। उसकी टूटी हुई शमशीर... Poetry Writing Challenge-2 76 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर करते हैं शबो रोज तमाशा मेरे आगे। चलता नही है ज़ोर किसी का मेरे आगे। ❤️ हिर्स ओ हवस का नही कायल है मेरा दिल। चलता नही किसी का भी... Poetry Writing Challenge-2 1 94 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर ख़्वाब भी ऊंचे रहें, मंज़िल की तैयारी रहे। कामयाबी के लिए कोशिश बहुत सारी रहे। ❤️ इक न इक दिन दूर हो जायेगी सारी मुश्किलें। शर्त ये है बिन रुके... Poetry Writing Challenge-2 65 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर खुशी में भी हम अपने आंसुओं के साथ रहते हैं। मुकम्मल हम नही हैं खा़मियों के साथ रहते है। लगाकर आग बस्ती में, दिलासा बाद में देना। यह किस्से क्यों... Poetry Writing Challenge-2 71 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read सगीर गजल रात भर तुम को जगाने का सबब है कोई। दिल मेरा कहता है आंखों में तलब है कोई। 💖 आंच आती है तेरे हु़स्न की बेताबी से। ऐसा लगता है... Poetry Writing Challenge-2 67 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर गरीबों की शिकायत लाजमी है। अभी भी दूर उनसे रोशनी है। ❤️ अपना अपना सिर्फ करना। बताओ यह भी कोई जिंदगी है। ❤️ फरिश्ते सब लिख रहे है। सभी के... Poetry Writing Challenge-2 63 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर हम हिंदी भाषी बने आओ ले संकल्प। हिंदी के समतुल्य में, नही कोई विकल्प । ❤️ अन्य सभी भाषा पढ़ें और बने विद्वान। हिंदी यदि आती नहीं, तो समझो है... Poetry Writing Challenge-2 1 56 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर सत्य अहिंसा योग का हम सभी संज्ञान लें। और विवेकानंद के आदर्श को पहचान लें। ❤️ यह धरा पुलकित हुई अवतरण उन का हुआ। योग के इस संत का मर्म... Poetry Writing Challenge-2 53 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत में असर पड़ता है। ❤️ खुशु खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो... Poetry Writing Challenge-2 90 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आज सारे हिसाब कर दूंगा। तुझको मैं लाजवाब कर दूंगा। 🌹 दूध का दूध पानी का पानी। झूठ सब बेनकाब कर दूंगा। 🌷 जो भी रखते हैं नफरतें उनको। पेश... Poetry Writing Challenge-2 53 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️ सुर्ख गुलाबों का गुलदस्ता आ जा तुझको पेश करूं। सारी बगिया सारा बगीचा सारा दरीचा... Poetry Writing Challenge-2 1 85 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं। वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो... Poetry Writing Challenge-2 53 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर 2122 1122 1122 22/112 बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक।... Poetry Writing Challenge-2 2 101 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ गैरत मंदी में बहुत लोग नही कहते हैं। ज़रुरत मंदों को नही मिलता... Poetry Writing Challenge-2 2 100 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। मैं तुझको हासिल कर लूंगा। तू भी इसकी तैयारी रख। जो तेरा... Poetry Writing Challenge-2 1 106 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आप मुरझाए हैं, क्यों सूखे गुलाबों की तरह। किस लिए गुस्सा उतर आया अजाबों की तरह। 🌹 पाए तकमील नहीं पहुंचा मुहब्बत क्योंकर। इसलिए मैं हूं अधूरा मेरे ख्वाबों की... Poetry Writing Challenge-2 58 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 14 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल आप मुरझाए हैं, क्यों सूखे गुलाबों की तरह। किस लिए गुस्सा उतर आया अजाबों की तरह। 🌹 पाए तकमील नहीं पहुंचा मुहब्बत मेरा। इसलिए मैं हूं अधूरा मेरे ख्वाबों की... Hindi 1 89 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Feb 2024 · 1 min read दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। । दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। मैं तुझको हासिल कर लूंगा। तू भी इसकी तैयारी रख। जो तेरा... Hindi 1 65 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 9 Feb 2024 · 1 min read तू ही मेरी चॉकलेट, तू प्यार मेरा विश्वास। तुमसे ही जज्बात का हर रिश्तो का एहसास। तुझसे है हर आरजू तुझ से सारी आस।। सगीर मेरी वो धरती है मैं उसका एहसास। तू ही मेरी चॉकलेट, तू प्यार मेरा विश्वास। तुमसे ही जज्बात का हर रिश्तो का एहसास। तुझसे है हर आरजू तुझ से सारी आस।। सगीर मेरी वो धरती है मैं... Hindi · ग़ज़ल 72 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 24 Jan 2024 · 1 min read बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️ 2122 1122 1122 22/112 बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक।... Hindi 63 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 22 Jan 2024 · 1 min read अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो मचाने लगते हैं। अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं। वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो... Hindi 86 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 21 Jan 2024 · 1 min read राम राम मिलेंगे सबको गले लगाने से। राम मिलेंगे शबरी का झूठा खाने से। राम मिलेंगे पितृ भक्ति और मर्यादा से जीने में। राम मिलेंगे भक्ति भावना बजरंगी के सीने में।... Hindi 1 89 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 20 Jan 2024 · 1 min read मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️ मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️ सुर्ख गुलाबों का गुलदस्ता आ जा तुझको पेश करूं। सारी बगिया सारा बगीचा सारा दरीचा... Hindi 5 121 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 16 Jan 2024 · 1 min read मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️ मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां... Hindi 64 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 14 Jan 2024 · 1 min read नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है। नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो... Hindi 100 Share Page 1 Next