Comments (5)
18 Feb 2024 09:45 PM
माफ करें, मैंने अपनी तरफ से शेर में कुछ जोड़ दिया है।बहुत अच्छी रचना है।
18 Feb 2024 09:43 PM
सारे मंजर,उनकी यादें, उनका जलवा तेरे नाम
18 Feb 2024 09:41 PM
चाहत का इकलौता जजीरा,एक अकेला तेरे नाम
18 Feb 2024 09:37 PM
झील में खिलता फूल कमल का,हंस का जोड़ा तेरे नाम
thanks for appreciation