संजीव शुक्ल 'सचिन' Tag: कविता 319 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Aug 2018 · 1 min read प्रेम ईश प्रसाद है विधा ?..(चंचरी छंद ) ......... ???????? प्रेम ईश प्रसाद है -----^----^-------^----^----- प्रेम रुप भगवान। का, प्रेम रुप सम्मान का, प्रेम जीवन सार है, सुंदर विचार है। प्रेम बसे परमात्मा, हर्षित... Hindi · कविता 4 450 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 19 Aug 2018 · 1 min read सत्य को स्वीकार लो #चयनित_पगडण्डी ? #इसीलिए_खड़ा_रहा... ( हरिवंशराय बच्चन जी) #विधा ? छंद मुक्त कविता ????????? सत्य को स्वीकार लो ~~~√~~~√~~~√~~~ इसीलिए खड़ा रहा कि, सत्य को स्वीकार लो। पाप क्या और पुण्य... Hindi · कविता 4 247 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Aug 2018 · 1 min read राम नहीं आयेंगे राम नहीं आयेंगे!! **************** चलो सीये अब शस्त्र उठालो,राम नहीं अब आयेंगे। आ भी गये बलहीन राम, फिर कैसे तुझे बचायेंगे? छोड़ महावर अस्त्र संभालो, खुद हीं अपना लाज बचालो।... Hindi · कविता 2 473 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Aug 2018 · 1 min read मेरे पंख मेरे पंख ******** दिल्लगी कर गया दिल लगाया जो था। एक ही आँख म़े मुझको भाया जो था। प्यार उससे हुआ मन तभी मिल गया- मेरे सपने में हर दिन... Hindi · कविता 3 1 216 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Aug 2018 · 1 min read विपदा की घड़ी #विधा। ?छंद मुक्त ???????????? विपदा की घड़ी ****************** कभी कुछ थीं खुशियां घरों में हमारे, जीये जा रहे थे उसी के सहारे। विपदा ये कैसी प्रभु आज आई, प्रकृति ने... Hindi · कविता 2 386 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Aug 2018 · 1 min read वतनपरस्तों तुझे सलाम वतनपरस्तों तुझे सलाम *********************** वतनपरस्ती में दम निकले, सोचते हैं सिपाही। इनकी गाथा रुधिर से लिखूँ, रक्त बनेगी स्याही। वतन के खातिर मर मिटते है, सीने पे खा गोली। राष्ट्र... Hindi · कविता 2 331 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Aug 2018 · 1 min read भावभीनी श्रद्धांजलि ????#भावभीनी_श्रद्धांजलि ???? माँ सरस्वती के सपूत ,महान कवि ,ओजस्वी वक्ता, प्रखर वाणी के धनी भूतपूर्व प्रधानमंत्री #माननीय_श्री_अटल_बिहारी_वाजपेयी_जी ने आज शाम १६ अगस्त २०१८ को शाम 05.05 बजे अंतिम सांस ली।... Hindi · कविता 2 1 446 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Aug 2018 · 1 min read पुस्तक #विधा --- मन मनोरम छंद ????????? पुस्तक महिमा ************* याद दिलाते ये पन्ने, बचपन के वो पल नन्हें। कर्मन बोध जहाँ पाया, जीवन जीना तब आया।। ??? पुस्तक ही तो... Hindi · कविता 1 209 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Aug 2018 · 1 min read अमन चाहो विरोध करों! अमन चाहो विरोध करो (सार छंद) ❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄ नमन करो उनकी कुर्बानी, जिसने जान गवाई। आरक्षण की बलि - बेदी पर, स्वयं की बलि चढाई।। ????????? व्यर्थ न जाने देना यारों,... Hindi · कविता 183 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 Aug 2018 · 1 min read आरक्षण का विरोध अमन चाहो विरोध करो ❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄ याद करो उनकी कुर्बानी, जिसने जान गवाई। आरक्षण की बलि - बेदी पर, स्वयं की बलि चढाई।। ????????? व्यर्थ न जाने देना यारों, आज उनकी... Hindi · कविता 216 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Aug 2018 · 1 min read अब तो जागो! अब तो जागो ??????? मेधा का सम्मान बचाने रण करने को वीरों। कर जोड़ के करूँ मैं वीनती, उठो चलो रणधीरो।। ??????? आरक्षण है श्राप देश का, इससे इसे उबारे।... Hindi · कविता 455 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Aug 2018 · 1 min read देशी बनाम विदेश भोजन विधा-/---सार (ललित) छंद विषय ----- देशी बनाम विदेशी भोजन ?????????????? देशी और विदेशी भोजन ?????????????? भाया भोजन जबतक घर का, तबतक हुआ न रोना। फास्टफूड पे नजर पड़ी जब, पड़ा... Hindi · कविता 1 559 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Jul 2018 · 1 min read राधे गोपाल राधे गोपाला ????? हे गिरधारी गीरधर नागर मेरे कृष्ण मुरार मस्त महीना यह श्रावण का रीम झीम गीरत फुहार। . और न कोई तीजा होवे एक मैं एक गोपाल, रंग... Hindi · कविता 196 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Jul 2018 · 1 min read हे भोले दानी विधा----- मन मनोरम छंद ??????????? हे भोले दानी ???????????? उमा पति हे त्रिपूरारी, करो पार बेड़ा मेरा। कैलाशी हे असुरारी, मुझे सहारा है तेरा। करो कृपा भोले दानी, बनकर भक्त... Hindi · कविता 201 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Jul 2018 · 1 min read शिव महिमा शिव महिमा ? (सार छंद) *************************** ?????????? *************************** मन चाहा फल देने वाले, शिव शंकर अविनाशी। मानव त्रास हरण करते हो, हे घट - घट के वासी।। ??? बसहा की... Hindi · कविता 1 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Jul 2018 · 1 min read मेरे पंख विधा - राधिका छंद ??????????? मेरे पंख ******** मत कुतरो मेरे पंख , यहीं जीवन है। है पंख तो जीवन है, वरना मरण है। उनमुक्त गगन की चाह, सदा ही... Hindi · कविता 401 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Jul 2018 · 1 min read विनम्र श्रद्धांजलि आज का यह दिन मेरे जीवन में काला दिन बन कर आया , मेरे बचपन का लंगोटिया यार #मुनझुन_चौबे (सुधिर चौबे), जिसके संग एक से लेकर आठ तक की पढाई... Hindi · कविता 8 4 20k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Jul 2018 · 1 min read नाम, काम औ दाम नाम, काम औ दाम ******************* नाम काम औ दाम का जीवन यह बाजार है, एक दूजे के खातिर ही करते सब ब्यापार है। **** कोई भूखा नाम का कहीं ख़लिश... Hindi · कविता 454 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 15 Jul 2018 · 1 min read बेलगा सपने #विधा- तंत्री छंद ?????? मेरे बेलगाम सपने ~~~~~~~~~~~~ ~~~~~~~~~~~~ बेलगाम है, सपने मेरे, कस लगाम, अब मिलना क्या है। बेलगाम ही , चलते जाना, जीवन मे, अब रुकना क्या है।।... Hindi · कविता 232 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Jun 2018 · 1 min read विरह की बरसात #विधा --- राधिका छंद विरह की बरसात =====+++===== यह बीत रही है शाम, सुनो घर आओ। इन नयनन में तुम आज,अभी बस जाओ। यह नयना सुबह व शाम, ढूंढती तुमको।... Hindi · कविता 1 264 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Jun 2018 · 1 min read करनी का फल ओ३म् सरस्वत्यै नमः। ओ३म् हंसासनायै नमः। ????????? #दिवस - - - - #बुधवार #विधा - - - #कुकुभ_छन्द ? विषय - - - - ऐच्छिक ♦♦♦♦♦♦♦♦ हाल हुआ जो आज... Hindi · कविता 401 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 26 Jun 2018 · 1 min read नंदकिशोर #विधा - - - #राधिका_छन्द ? विषय - - - - ऐच्छिक ????????? है कैसा माखनचोर , यशोदा तेरा। है नयना प्यासी आज, दरश बिन मोरा। दर्शन दो मोहे आज,... Hindi · कविता 186 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Jun 2018 · 1 min read कल और आज कल और आज (भोजपुरी कविता) ???????? एगो वानर दूगो वानर , देखनी वानर तीन। विचारधारा में गांधी जी के,रहलन तीनों लीन।। रहलन तीनों लीन , बुराई बुरा बतावें। देखीं सुनीं... Hindi · कविता 305 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Jun 2018 · 1 min read भोग से योग की ओर #नमन_ख़याल_परिवार विधा ---- स्वतंत्र बोली --- ठेठ भोजपुरी ************************** सुख साधन पा गइल बाबू, भोगे लगल भोग। विषय विकार में लिप्त रह, तन के लागल रोग।। तन के लागल रोग,... Hindi · कविता 447 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jun 2018 · 1 min read दुखद देखता हूँ मैं जिधर बस कोलाहल और क्रन्दन है सुखे अश्रुधार नयन के खेत पडा कोई बंजर है। भाव शुन्य स्वप्नो का आलम बदहाली का मंजर है मरणाशन है पडा... Hindi · कविता 463 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 13 Jun 2018 · 1 min read दर्द दिल की दर्द दिल की वो क्यों जगा देते हैं पहले दर्द फिर वही क्यों दवा देते हैं.... Hindi · कविता 334 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jun 2018 · 1 min read बोलो भगवन क्या जाता? बोलो भगवन क्या जाता? ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ गर मैं भी विद्यालय जाता , बोलो तेरा क्या जाता मैं भी थोड़ा सुख जो पाता बोलो तेरा क्या जाता। मैं भी तो एक नन्हा... Hindi · कविता 204 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jun 2018 · 1 min read शतरंज सी है जिन्दगी ❆ शतरंज सी है ज़िन्दगी ************************* जिन्दगी शतरंज जैसी बन गई आज यह शह - मात में ही ढल गई, हम बने प्यादे सभी बिसात के जिन्दगी बस दांव अपना... Hindi · कविता 355 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read रूगी छंद *आज का छंद*? *रूगी छंद* *********** शिल्प - २१२ २ ************* जै गणेशा। हरो क्लेशा।। ध्यान बाटो। विघ्न काटो।। साथ दीजो। ध्यान कीजो।। काम मेरो। ध्यान तेरो।। है प्रयासा। हर... Hindi · कविता 225 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read संध्या काल संध्या काल ************ अस्तांचल गामी हुआ सूरज आज की शाम, क्षितिज हवाले कर गया चन्द्र देव के नाम। गर्मी - धूप से अब मिला तनिक हमें आराम, निकल पड़े परिवार... Hindi · कविता 176 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read जवान हिन्द के जवान हिन्द के ************** हिन्द के जवान हो वीर तुम महान हो राष्ट्र को आतंक से आज अब बचाइये। वीरता अदम्य है वीर आप धन्ध है शत्रु के शीश को... Hindi · कविता 1 1 217 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read कठिन श्रम लोहार, लोहारीन ********************** बनें तेग तलवार , पीटती लोहा नारी। कठिन श्रमों का दान , बनें खुरपी व कुदारी।। रहे उम्रभर साथ , गरीबी बनकर आरी। श्रमरत दिवस व रात,... Hindi · कविता 226 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read प्यारी साँझ #प्यारी_साँझ ********************* साँझ रोज ही आती हमें बताती इस जीवन में कुछ भी चिरस्थायी नहीं कभी सुख कभी दुख निरंतर चलते रहेंगें हम रंगमंच कर्मी हैं नये किरदार मिलते रहेंगे... Hindi · कविता 268 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read दादी नानी की वो कहानी दादी नानी की वो कहानी ************************ दादी वाला राजा आया और नानी वाली रानी, दोनों जन संग - संग कैसे देखो भरते है पानी। राजा खाता भात रात का और... Hindi · कविता 494 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read मरा जा रहा हूँ मरा जा रहा हूँ ************** प्रिय मुझसे तेरा यूं मुंह का फुलाना, नखरे दिखाना यूं रूठ के सो जाना, गजब ढा रहा है, गजब ढा रहा है। न हँसना तनिक... Hindi · कविता 444 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read माँ कहती माँ कहती ************************ माँ कहती प्रयास करो तुम, सीढ़ी हम बन जायेंगे। बिटिया मेरी चाँद से ऊपर , तुझको हम ले जायेंगे। जीवन में वो हर एक सपना, खुली आँख... Hindi · कविता 383 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read अहीर छंद ============= मन के ताले खोल। मुख से कुछ तू बोल।। करना है कुछ काम। जग में होगा नाम।। ================ दिन भर खेले खेल। निकल रहा है तैल।। करें नहीं आराम।... Hindi · कविता 834 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read व्यथा बृद्ध श्रमिक की कोई न समझ पायेगा ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ इनके इस श्रम पर मैं क्या कहूँ क्या शब्द इन्हें नाप सकेंगे ? क्या इनकी भावनायें भाँप सकेंगे? हम इन्हें देख दो बातें कह देंगे... Hindi · कविता 353 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 May 2018 · 1 min read मरा जा रहा हूँ मरा जा रहा हूँ ************** प्रिय मुझसे तेरा यूं मुंह का फुलाना, नखरे दिखाना यूं रूठ के सो जाना, गजब ढा रहा है, गजब ढा रहा है। न हँसना तनिक... Hindi · कविता 545 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 May 2018 · 1 min read सालगिरह मुबारक शादी की सालगिरह मुबारक हो ??????????⛅⛅ यह प्रेम खिले ऐसे हीं सदा हम देते आज बधाई हैं, यह जीवन इतना सरल सखे जैसे कोई मधुर मिठाई हो। दामपत्य रहे हर... Hindi · कविता 446 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 May 2018 · 1 min read रूगी छंद *रूगी छंद* *********** शिल्प - २१२ २ ************* जै गणेशा। हरो क्लेशा।। ध्यान बाटो। विघ्न काटो।। साथ दीजो। ध्यान कीजो।। काम मेरो। ध्यान तेरो।। है प्रयासा। हर हताशा।। हो सबेरा।... Hindi · कविता 441 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 May 2018 · 1 min read संध्या भ्रमण संध्या काल ************ अस्तांचल गामी हुआ सूरज आज की शाम, क्षितिज हवाले कर गया चन्द्र देव के नाम। गर्मी - धूप से अब मिला तनिक हमें आराम, निकल पड़े परिवार... Hindi · कविता 407 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 May 2018 · 1 min read मुझसे क्या वो कहना चाहें.? मुझ से क्या वो कहना चाहे.? ************************ इतने दिन जो समझ न पाया खत ने की भरपाई है, वो मुझसे क्य कहना चाहे बात समझ अब आई है। रोज सबेरे... Hindi · कविता 189 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 May 2018 · 1 min read रेल की बोगी (हास्य) भारतीय रेल की बोगी आपने भोगी की नहीं भोगी? क्या कमाल एहसास है मन कहता मुसीबत का फरमान है चढने से लेकर उतरने तक क्या चहल पहल व रेला है... Hindi · कविता 383 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 May 2018 · 1 min read दीपक और इंसान दीपक और इंसान **************** दीपक और इंसान निर्मित एक समान पर अलग अलग पहचान एक सृजन ईश्वर का किन्तु प्रभुताई से कोसो दूर स्वार्थपरता में चूर दूजा सृजन मानव का... Hindi · कविता 197 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 May 2018 · 1 min read भगवान तुम्हारा क्या जाता भगवान तुम्हारा क्या जाता ***********?*********** इस वसुधा का मालिक तू ही, जग का तू पालनकर्ता। कहते हैं भगवन तुझे सब , तू हीं सबका दुखहर्ता। सुख के बदले ही देते... Hindi · कविता 373 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 May 2018 · 1 min read संस्कार श्यामल वर्ण हैं दोनों भैया। मुख पे तेज सजाय रहे, राम लखन सी सुन्दर जोड़ी, मन्द - मन्द मुसकाय रहे। हाथन को लिए लकुटी कमलीया, कंधन झोली बंधाय रहे। ब्रह्मचर्य... Hindi · कविता 492 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 May 2018 · 1 min read मानवीय चिंतन मानवीय चिंतन ************** सोच रहा हूँ आज - अभी, अम्बर को गले लगाऊँ मैं गगन में हैं जितने भी तारे, तोड़ धरा पर लाऊँ मैं। मार्ग कठिन हो चाहे जितना,... Hindi · कविता 381 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 May 2018 · 1 min read जीवन संगीत जीवन संगीत ************** सुंदर सुमन के उपवन में मधुपों का गुंजन करना नीले नभ में निर्भीक हो पंछी का कलरव करना इससे भी संगीत निकल कर आता है मानव जीवन... Hindi · कविता 203 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 May 2018 · 1 min read मजदूर दिवस पर विशेष मजदूर ??? शिव शंकर के जैसे हर दिन विष का पान है करता वह, परिस्थिति हो चाहे जैसी हर विपदा से लड़ता वह। कड़ी धूप में धू... Hindi · कविता 192 Share Previous Page 3 Next