Rakmish Sultanpuri Language: Hindi 155 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read दोस्ती के लिए मै रुका रह गया । @ ग़ज़ल।दोस्तों के लिये मै रुका रह गया ।@ दोस्तों के लिये मै रुका रह गया । अश्क़ आंखों मे मेरे छुपा रह गया ।। इश्क़ मे बेक़सी की हवा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 184 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल।दोस्तों का जिंदगी भर दाखिला बढ़ता रहा । -----------फ़ासला बढ़ता रहा ------------ दोस्तों का ज़िन्दगी भर दाख़िला बढ़ता रहा । दास्ताँ सुनकर वफ़ा की हौसला बढ़ता रहा ।। फ़ायदे की लाख़ कोशिश मे गवाँ दी जिंदगी । उम्रभर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 331 Share Rakmish Sultanpuri 29 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल।हो गये अपने पराये लोग सब । ग़ज़ल । हो गये अपने पराये लोग सब । हो गये अपने पराये लोग सब । बेबसी मे है भुलाये लोग सब ।। प्यार मे दिल को बिछाना था उन्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share Rakmish Sultanpuri 29 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मुझे आज अपनी कहानी बता दो । ग़ज़ल -'मुझे आज अपनी कहानी बता दो' बह्र -122-122-122-122 (फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन) रदीफ़--दो क्वाफ़ी /काफ़िये--नफ़ा, दगा, हटा, सुना, शफा, वफ़ा, जला, कटा आदि ग़मों की बेमानी जफ़ाएँ भुला दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share Rakmish Sultanpuri 29 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मुझे हर शख़्स प्यारा है । ग़ज़ल। मुझे हर शक़्स प्यारा है ।। मापनी-1222 1222 1222 1222 किसे मांगू ख़ुदा से मैं यहाँ हर शक़्स मेरा है । जिसे मै रहनुमा समझा वही दिल का लुटेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share Rakmish Sultanpuri 29 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल।बन गया पत्थर ज़माना । ग़ज़ल (बह्र रहित) बन गया पत्थर ज़माना । दे रहा सबको यहाँ ख़ुशियों का इक घर ज़माना । बात जब आयी मिरी तो बन गया पत्थर ज़माना ।। मैं निखालिश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 205 Share Rakmish Sultanpuri 29 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मेरा यार मुझसे जुदा हो रहा है । गजल/मेरा यार मुझसे ख़फ़ा जो रहा है । वज़्न- १२२-१२२-१२२-१२२ मेरा जख़्म फ़िर से रवां हो रहा है । मेरा यार मुझसे ख़फ़ा हो रहा है ।। जिसे सब्र की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share Rakmish Sultanpuri 19 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल।हौसलें मेरी जिंदगी के । ग़ज़ल।हौसलें मेरी जिंदगी के।। हौसलें मेरी ज़िंदगी के थे नही कमजोर इतने ।। छा गये आंखों में आँसू आज क्यूँ घनघोर इतने ।। ऐ खुदा तू बुत बना बैठा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 258 Share Rakmish Sultanpuri 8 Mar 2017 · 1 min read फिर सात दोहे । बुधवार स्वतन्त्र दोहे --- ----------------फिर सात दोहे--------------- फूक फूक चलना सदा,, भूल एक पर्याप्त ।। राम मॄत्यु का कटघरा, चौतरफा है व्याप्त ।। विनय नम्रता सादगी ,सत्य सरस व्यवहार ।... Hindi · दोहा 1k Share Rakmish Sultanpuri 7 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मौत को आज़माता जा रहा हूं । --------------------------ग़ज़ल----------------------------- दर्द के क़ाबिल नही पर दर्द पाता जा रहा हूं । ऐ ख़ुदा तेरे प्यार में ग़म भुलाता जा रहा हूं ।। इल्म दुनियां के सितम पर अब मुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 318 Share Rakmish Sultanpuri 2 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल।ऐ ख़ुदा तू पथ्थरे दिल हो नही सकता। @ग़ज़ल@ नेक दिल ख़ून ए आँसू रो नही सकता कभी । ऐ ख़ुदा तू पथ्थरे दिल हो नही सकता कभी ।। ले रहा होगा मिरा तू इंतिहान- ऐ -सब्र का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 242 Share Rakmish Sultanpuri 28 Feb 2017 · 1 min read गीत।इक नयी पहचान दे दो । ।नवगीत।इक नयी पहचान दे दो । जल रहा है बिश्व सारा क्रोध में अभिमान में । फर्क घटता जा रहा अब जानवर इंसान में । मानवता के लिये निज स्वार्थ... Hindi · गीत 439 Share Rakmish Sultanpuri 22 Feb 2017 · 1 min read नेता। नेता। नेता नेता न रहे,,,,,,,,,,,रहा न वो जज्बात । राजनीति मे ढह गयी,, कुर्सी सँग औकात ।। नेता के भावुक वचन,,,,,,,,,,, लगे छुड़ाने दाग़ । भरे हौसला व्यर्थ में ,,,,,बिन... Hindi · दोहा 695 Share Rakmish Sultanpuri 21 Feb 2017 · 1 min read बसन्त के फूल फूल।पुष्प।प्रसून । सरसों उमड़ी खेत में, ,,,खिले बसन्ती फूल । तेरे मेरे प्यार का,,,,,,,,,,,, मौसम है अनुकूल ।। परसो पनपे पात संग,,,,,, पावन पुष्प प्रसून । पुलकित हो प्रभात में... Hindi · दोहा 311 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read ईर्ष्या दोहे।ईर्ष्या। ईर्ष्या दुख की बावली,,,,,,,जो उर रखो सजोय । मान हानि धन धर्म की,,,,, तन की दुर्गति होय ।। ईर्ष्या मन का रोग है,,,,,,,, करो त्वरित उपचार । देख विरोधी... Hindi · दोहा 2k Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read मतदान ।मतदान। नेता निर्छल कर्मठी,, योगी सरस् सुजान । देश गांव छवि देखकर,करें सभी मतदान ।। लालच धन डर धौस का दान नही है दान । प्रलोभन से हो तटस्थ, करें... Hindi · दोहा 323 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read मित्र। दोहे।। मित्र । जग में सच्चे मित्र से,,,,,,,,,,,मिलिए बारम्बार ।। हृदय निहित हर भाव का,,करे सफल उपचार ।। सच्चे उर से मित्रता ,,,,,,,,, उपजाती नित नेह। मिटे हृदय के सूल... Hindi · दोहा 342 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read गीत।दो दिन पहले और किसी से । *दो दिन पहले और किसी से ।* जबसे देखी सूरत तेरी जब से मिली निगाहें तब से सिर्फ तुम्हारा चेहरा और हॄदय मे आहे वह सुन्दरता मै क्या करता क्यों... Hindi · गीत 379 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read फिर तीन दोहे। फिर तीन दोहे - मन को पावन राखिये, तन सा निर्मल आप । धन का सदुपयोग कर,,,,,,,,,,दूर रहे संताप ।। निर्धन धन का लालची, भले कृपण कंजूस । धनी न... Hindi · दोहा 741 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read वो तीन दोहे। वो तीन दोहे-- रहे सजगता कर्म में ,,,,,भाव रहे निष्काम ।। रिस्तो में खुशियाँ रहे, जीवन के आयाम ।। लोभ क्षोभ मद मोह को,,, करने दो बिश्राम । मानवता का... Hindi · दोहा 439 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read नवगीत।अफवाहें उड़ती रहतीं है।। नवगीत।अफवाहें उड़ती रहती है । इस जीवन में सत्कर्मो का सदा करो निर्माण । सतपथ पर चलते रहना है बिना दिये प्रमाण ।। कठिन राह हो गहन अँधेरा सच्चाई जलती... Hindi · गीत 557 Share Rakmish Sultanpuri 15 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।लौटा हूं मुहब्बत की दवा लेकर। ग़ज़ल।।लौटा हूं मुहब्बत की दवा लेकर।। जफ़ा ग़मगीन महफ़िल से आया हूं मज़ा लेकर । गवां दी जिंदगी बेशक मुहब्बत की हवा लेकर ।। रहा बेफ़िक्र हरपल मै किस्मत के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share Rakmish Sultanpuri 13 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।बस बेवफ़ाई प्यार में। ग़ज़ल।। बस बेवफ़ाई प्यार में । मुश्किलों से मिल यहां पाती रिहाई प्यार में । दे रहे सब रहगुज़र मसलन दुहाई प्यार में ।। जो कभी नाकाम थे मंजिले उनको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share Rakmish Sultanpuri 11 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मौत भी अपमान की। ग़ज़ल।मौत भी अपमान की ।। खिल्लियां उड़ने लगी है ऐ खुदा ईमान की । जीत अब होने लगी है बेवज़ह बेईमान की ।। मुजरिमों के लिये है इज्जतें बेशक़ रिहाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 270 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मुहब्बत जब नजऱ आती । ग़ज़ल।। मुहब्बत जब नज़र आती ।। गवाही बेवज़ह निकली जमानत जब नजर आती । वफ़ाई की तमन्ना क्यों मुहब्बत जब नज़र आती ।। गुरु है वो , खुदा , रहबर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 468 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।बिंदास है कुहरा। ग़ज़ल।विंदास है कुहरा। आलम ठंडी का आसपास है कुहरा । अपनी इस जवानी में विंदास है कुहरा ।। कुछ समय के लिये आ जाती निशाँ उतरकर । कभी हम पसन्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 198 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।ख्वाहिशें तमाम न थी । ग़ज़ल ।। ख्वाहिशें तमाम न थी ।। जिंदगी थी रेत सी बन्दिसे तमाम न थी । प्यार के आग़ोश में ख्वाहिशे तमाम न थी ।। कट गये वो दर्द के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read तब खुद को मैंने समझाया । नवगीत।तब खुद को मैंने समझाया।। यह जीवन है इक पगड़न्ड़ी काली रात घनेरी । खुद की मानो भरो हौशला कभी करो न देरी ।। हर सिक्का वह खोटा निकला जिसपर... Hindi · गीत 483 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read नेता।कुण्डलिया नेता नेता हमको चाहिए,,,,,,,कर्मठ सुधी समूल । जनता की दुविधा सुने, न्याय करे अनुकूल। न्याय करे अनुकूल,,,,,भूल से करे न चोरी । रंग गिरगिटी छोड़,,,,,रहे जनता की ओरी । राम... Hindi · कुण्डलिया 278 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read पीली सरसों पीली सरसों बिहँस उठी पंख पसार कर पीली सरसों इठलातीं है नवल किसलय तितली मन फैला कुहरा दिनकर ठहरा ऋतु बसन्त ©राम केश मिश्र Hindi · हाइकु 373 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read वो आठ दोहे । जीवन नौका जग जलधि, आशा की पतवार । भांप भवँर में डगमगी, ,,,,,,,चुप है खेवनहार ।1। दिन है सच का आवरण , रजनी झूठ प्रतीक । सुबह शाम है दोगले... Hindi · दोहा 417 Share Rakmish Sultanpuri 24 Jan 2017 · 2 min read यह पहली तस्वीर तुम्हारी ।। नवगीत।यह पहली तस्वीर तुम्हारी।। इन पलकों को छावों में उत्प्रेरित मन भावों में उभरते गये फूल पर फूल पर सबको जाता हूँ भूल जो लगती है दिल को प्यारी ।... Hindi · गीत 437 Share Rakmish Sultanpuri 24 Jan 2017 · 1 min read ख्वाहिशें तमाम न थी । ग़ज़ल ।। ख्वाहिशें तमाम न थी ।। जिंदगी थी रेत सी बन्दिसे तमाम न थी । प्यार के आग़ोश में ख्वाहिशे तमाम न थी ।। कट गये वो दर्द के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 372 Share Rakmish Sultanpuri 10 Jan 2017 · 2 min read नवगीत।बेटी घर की सुंदरता है । नवगीत।। बेटी घर की सुंदरता है ।। (बेटियां) ईश्वर की अनुपम रचना है प्रकृति का उत्तम उपहार सतरंगी खुशियों वाली वह भर देती जीवन में प्यार रूप सलोने बोल तोतली... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1 942 Share Rakmish Sultanpuri 1 Jan 2017 · 1 min read नवगीत।मानव आदमखोर हो गया। नवगीत। मानव आदमखोर हो गया ।। झूठा लम्पट बन रहा, लूटे देश समाज । स्वार्थ सँजोता दूर से ,बन बैठा है बाज ।। सत्यवादिता थी घूँघट सी जरा हटी क्या... Hindi · गीत 251 Share Rakmish Sultanpuri 4 Dec 2016 · 1 min read तेवरी। नोट के बदलते तेवर। तेवरी ।नोट के बदले तेवर ।। राजनीति है झूठ की । आँधी आयी लूट की । महिमा अपरंपार है ।। बदला लो अब ओट का । घाव लगे हर चोट... Hindi · तेवरी 315 Share Rakmish Sultanpuri 3 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल।मुहब्बत वो नही होती। ग़ज़ल। मुहब्बत वो नही होती ।। वफ़ा में इश्क़ में बंदिश इनायत वो नही होती । मिले जो मांगकर चाहत मुहब्बत वो नही होती ।। किसे परवाह है दिल में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share Rakmish Sultanpuri 3 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल।मुहब्बत आप करते हो । ग़ज़ल।मुहब्बत आप करते हो।। यकीं माने तो क्यों माने मुहब्बत आप करते हो । मुहब्बत वो नही जिसकी हिफ़ाजत आप करते हो ।। तेरे जज़्बात तक मुझको बड़ी तकलीफ़ देते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 292 Share Rakmish Sultanpuri 15 Aug 2016 · 2 min read जय हो (कविता) ।।जय हो (कविता)।। भारत माता की सेवा में जिसने सब कुछ त्यागा ।। ताकि देश हमारा सोये रात रात भर जागा ।। इक ही धन ही सिर्फ अमन ही उनका... Hindi · कविता 513 Share Rakmish Sultanpuri 7 Jul 2016 · 1 min read ग़ज़ल।शिक़ायत अब नही होती। ग़ज़ल।शिक़ायत अब नही होती ।। वफ़ा के नाम पर बिल्कुल नफ़ासत अब नही होती । कोई दिल तोड़ जाये तो शिकायत अब नही होती ।। मुझे मालुम है पत्थर दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 270 Share Rakmish Sultanpuri 1 Jul 2016 · 1 min read ग़ज़ल।क्यों ज़मीं से आस्मां मिलता नही । ग़ज़ल।क्यों ज़मीं से आस्मां मिलता नही । दूरियों का जख़्म अब भरता नही । क्यों ज़मीं को आसमां मिलता नही ।। ढल रही है उम्र बेसक बेखबर । चाह का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 225 Share Rakmish Sultanpuri 30 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।करे जज़्बात की ख़िदमत वही इंसान होता है । ग़ज़ल। करे जज़्बात की खिदमत वही इंसान होता है ।। लगाकर तोड़ देना दिल बड़ा आसान होता है । करे जज़्बात की खिदमत वही इंसान होता है ।। वफ़ा के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 375 Share Rakmish Sultanpuri 24 Jun 2016 · 2 min read कविता।तुमको इक दिन आना है । गीत।तुमको इक दिन आना है ।। विश्वासों की पृष्टिभूमि पर प्रेम का महल बनाया हूँ भावों की नक्कासी करके दुनियां को झुठलाया हूँ फिर भी ख़ाली ख़ाली सा यह नीरस... Hindi · कविता 499 Share Rakmish Sultanpuri 19 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।यहा सब दिल के सौदागर। ग़ज़ल।यहा सब दिल के सौदागर। हुआ बदनाम है साहिल हिफ़ाजत कौन करता है । यहाँ सब दिल के सौदागर मुहब्बत कौन करता है ।। लुटेरे रहनुमां निकले वफ़ाई की नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share Rakmish Sultanpuri 17 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।इशारों से समझ लेंगें। ग़ज़ल।इशारो से समझ लेंगे । झुकी नजरों की बेचैनी निखारों से समझ लेंगे । तेरे ख़ामोश अधरों को इशारों से समझ लेंगें ।। ये मत समझो कि नाज़ुक़ मैं बेगाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 293 Share Rakmish Sultanpuri 17 Jun 2016 · 1 min read गीतिका।सब कुछ तमासा हो गया। गीतिका।सब कुछ तमासा हो गया ।। आदमी खुदगर्ज़ प्यासा हो गया । आजकल सब कुछ तमासा हो गया ।। फ़र्ज की होती नही परवाह अब । घूस खाना अब बताशा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 210 Share Rakmish Sultanpuri 17 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।मेरी आदत तो नही । ग़ज़ल।मुँह छिपाना मेरी आदत तो नही । बेजुबां बन सर कटाना है शहादत तो नही । ज़ालिमों सा मुँह छिपाना मेरी आदत तो नही । लाख़ हो बंदिश सज़ा ऐ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 559 Share Rakmish Sultanpuri 17 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।ये मुहब्बत तो नही। ग़ज़ल।ये मुहब्बत तो नही । आपसे बेहतर कोई भी खूबसूरत तो नही । तुम वफ़ा ही करोगे ये हक़ीक़त तो नही ।। जिंदगी के मोड़ पर मिल गये तो क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 474 Share Rakmish Sultanpuri 16 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।तुम्हारे प्यार की दुनिया दिवानी अब नही होती । ग़ज़ल।तुम्हारे प्यार क़ी दुनिया दिवानी अब नही होती। अधूरे रह गये किस्से कहानी अब नही होती । तुम्हारे प्यार की दुनिया दिवानी अब नही होती ।। दिलों को तोड़कर बेसक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 625 Share Rakmish Sultanpuri 15 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।मेरे एहसास की दुनिया बसाओ तो तुम्हे जाने। ग़ज़ल।मेरे एहसास की दुनिया। चलो रश्मे मुहब्बत को निभाओ तो तुम्हे जाने । मेरे एहसास की दुनिया बसाओ तो तुम्हें जाने ।। वही ज़ुल्फ़ों की शाया है वही है झील... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1k Share Previous Page 3 Next