Rakmish Sultanpuri Language: Hindi 155 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read वक्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी ( नवगीत) नवगीत-25 आधुनिकता वक्त पाकर देख दर्पण मुस्कुराती । वक़्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी आँसू बहाती । जंगलों का काफ़िला अब ख़ौफ़ से सहमा हुआ है ले प्रगति की नव... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 259 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहां (नवगीत) नवगीत 24 पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहाँ । खुशिओं की वाट लगी दर्द भाव खाता है सच के दरवाजे पे झूठ मुस्कुराता है कर्मो की फसलों को... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 218 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत) नवगीत _23 राजनीति अब धुत्त पड़ी है नेताओं के तलवे चाटे । श्रमिक भूख से तड़प रहे है खाते कूड़ेदान पराठे । औंधे मुँह गिर पड़ी शराफ़त मंहगाई मुँह बाए... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 446 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत) नवगीत_22 --------- एक अँधेरा सा छा जाता है परिवर्तित व्यवहारों में । द्वंद्व अनेकों पलते देखे, संवेदनहीन विचारों में । स्वार्थ लिए निजता बढ़ती है लघुता विस्तृत हो जाती सम्बन्धों... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 296 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read आज गरीबी की चौखट पर (नवगीत) नवगीत _21 आज गरीबी के चौखट पर चित्त पड़ी है क्यों महँगाई । जीवन जीने की प्रत्याशा क्षुब्ध कहीं आँखें मलती है छोड़ शहर के संसाधन सब मजबूरी पैदल चलती... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · रकमिश सुल्तानपुरी 253 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read हूं नही कवि व्यर्थ अपनी लेखनी (नवगीत? नवगीत 20 हूँ नही कवि व्यर्थ अपनी लेखनी किस पर चलाऊं । सोचता हूँ शांति की छाया कहीं से ढूढ़ लाऊं । भाव में नित लिप्त होकर ठूँठ सी दमदार... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 194 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read निर्भय सोती रही जिंदगी (नवगीत) नवगीत–19 निर्भय सोती रही जिंदगी मौत यहाँ सिरहाने बैठी । जागरूकता खाली पन में पीट रही है रोज ढ़िढोरा आलस की चादर में लिपटा छिछलेपन ने खींस निपोरा पुनः व्यस्तताएं... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 185 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read आदमी की क्रूरता में कौन सा रस है(नवगीत? नवगीत18 आदमी की क्रूरता में कौन सा रस है ? देख जग की रीति इन आँखों में पावस है । रुग्णता से हार जाती तीक्ष्ण क्षमताएँ, आदमी को तोड़ देती... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत · रकमिश सुल्तानपुरी 248 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read कंटकों के मार्ग पे चल (नवगीत) नवगीत –17 वंचनाओं को मिला पथ दो दिनों का हर्ष बोता । कंटकों के मार्ग पे चल गुण दुःखी आँसू सँजोता । जिंदगी की दौड़ में सब बीत जाता वक्त... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 163 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read अनुमानों पर जीवन शैली (नवगीत) नवगीत –16 लक्ष्य निरन्तर धूमिल करती फैल निराशाएँ मटमैली कब तक चलती रहे अकेले अनुमानों पर जीवन शैली कर्मो के अवलम्ब ढहे है निश्चित्ताएँ दूर खड़ी हैं पगुराते अवसर से... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 158 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read जिन लोगों ने दर्द (नवगीत) नवगीत_15 जिन लोगों ने दर्द छुआ है , उनमें तुम हो, उनमें मैं हूँ । हरे घाव को तृप्त कर गई ये सन्ध्या की धूप बुढ़ापी नमी दे गई नम... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 228 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read लाद ले जाती गरीबी (नवगीत) नवगीत _14 -------------- जीर्ण वस्त्रों में छिपाकर हुक़्म पा धनवान का । लाद ले जाती ग़रीबी ढेर कूड़ेदान का । तंग बचपन की गली में ठोकरों से डगमगाई । धूप... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 322 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read वक्त को जिसने न समझा (नवगीत) नवगीत_13 वक़्त को जिसने न समझा वक़्त पीछे पड़ गया फिर । वक़्त ने उसको लताड़ा और आगे बढ़ गया फिर । उम्र की राहों पे दौड़ी घट रही नित... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · गीत · नवगीत 227 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read जिंदगी है कुछ नही बस(नवगीत) नवगीत _12 एक मुट्ठी भर समय है रेत सी फिसलेगी मानी जिंदगी है कुछ नही बस मात्र दो दिन की कहानी आ गया संसार में इक जीवधारी ज्ञात होकर खिलखिलाई... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 125 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read आश दे तो आशना दे (नवगीत) नवगीत_11 आश दे तो आशना दे । देव ! ऐसा ताप न दे । सभ्यताओं को निगलने आज विपदाएं चल पड़ीं हैं व्योम तक ले दुष्ट छमताएँ धर्म चुप है... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 196 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read आज धूप का चौथा दिन है । (नवगीत) नवगीत एक महीना बारिस खा गई आज धूप का चौथा दिन है । रिमझिम -रिमझिम टपटप- टपटप वर्षा के पदचाप निरन्तर दिनकर सुनता चुपके-चुपके सोया रहता है अपने घर नाले... Poetry Writing Challenge · Kavita · Rakmish Sultanpuri · गीत · नवगीत 124 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read चर्चाएं आपस में करते नभ के दोनों (नवगीत) नवगीत चर्चाएं आपस में करते नभ के दोनों छोर निलय में । पुरवाई की विरह– वेदना सुनता है सागर पछुआ की लपटें दहती हैं तपता खूब दिवाकर प्यासी– प्यासी नदियां... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 163 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read आज के रिश्ते हुए हैं रोडलाइट (नवगीत) नवगीत_8 ---------------------- आज के रिश्ते हुए हैं रोड लाइट । व्यस्त निजता में यहाँ इंसान साये के स्वार्थ उपजा जल गए रिस्ते किराये के हो गए हैं पास तारों से... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 73 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read सन्नाटे गांवों में पसारे (नवगीत) नवगीत _7 ------------ सन्नाटे गाँवों में पसरे कोलाहल है नदी किनारे वक़्त काटता दर्जी बनकर जीवन को नित लेकर कैंची और बुढ़ापा खोल रहा है निजकर्मो की रोज़ अटैची होमवर्क... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 230 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read देख चुप खुद मौन मुझसे प्रश्न कोई (नवगीत) नवगीत –6 _______ शांत रहता हूँ कभी जब धैर्य मेरा टूटता है । देख चुप खुद मौन मुझसे प्रश्न कोई पूछता है । कौन सी तेरी व्यथा जो धूप सी... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 252 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read सच का कोई मूल नही है (नवगीत? नवगीत –5 सच का कोई मूल नही है। __________________ धूप सेंक कर झर जायेगा सच कनेर का फूल नही है । झाँक रही पूरब से संध्या भावी का आश्वासन पाकर... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 1 121 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read स्वप्न केवल स्वप्न बनकर हो गया बेकार तो (नवगीत) नवगीत–4 स्वप्न केवल स्वप्न बनकर हो गया बेकार तो । एक पग तुमको बढ़ाना है दृढ़ विश्वास रखकर हारना क्यों चाहता तू लक्ष्य के नज़दीक आकर मानता हूँ थक गया... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 280 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read बादलों ने नभ निलय में ( नवगीत) नवगीत –3 ------- बादलों ने नभ, निलय में इन्द्रधनुषी रँग भरे क्यों ? सह थपेड़े मौसमों के ,फ़ूल सरसों के झरे क्यों ? आह में तप सतपथों पर तीव्रगति से... Poetry Writing Challenge · नवगीत 257 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read सहज प्रेम से दूर आदमी (नवगीत) नवगीत-2 सहज प्रेम से दूर आदमी लिए स्वयं की बात अड़ा है । दुनिया की इस चकाचौंध में हमने देखे खूब मुखौटे राह भटकते मिले नयनसुख अंधे रखते है कजरौटे... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 103 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read कल से धोती अम्मा जी की (नवगीत? नवगीत –1 धोती कल से अम्मा जी की ____________________ बाथरूम में रखी बाल्टी घर के कूड़ेदान सरीखी निरमा -निरमा खेल रही है धोती कल से अम्मा जी की । नाती... Poetry Writing Challenge · गीत · नवगीत 179 Share Rakmish Sultanpuri 11 Nov 2022 · 1 min read सुखमय यादें रह पाती क्या ? कविता कविता सुखमय यादें रह पाती क्या ? दुःख की पीड़ा सह जाती क्या ? जीवन पथ कितने दिन का ? ओझल होता तिनका-तिनका ; निर्झर सुख की बरसात गयी ।... Hindi · कविता 126 Share Rakmish Sultanpuri 27 Sep 2022 · 1 min read नशा ए इश्क़ ये छोड़ा न जाए. गजल ग़ज़ल नशा ए इश्क अब छोड़ा न जाए । जमाने से मगर उलझा न जाए । बड़ी मासूम हैं उसकी अदाएं, कि मुझसे और अब देखा न जाए । गरीबों... Hindi · ग़ज़ल · गीतिका गजल रूहानी 155 Share Rakmish Sultanpuri 23 Jul 2022 · 1 min read कविता –सच्चाई से मुकर न जाना जीत मिलेगी तह तक जाना । सच्चाई से मुकर न जाना ।। कुछ सुखभरी सुहानी यादें बेबस दुखियों की फ़रियादें है धूमिल कुछ रूप अनोखे मुस्कानों में पलते धोखे जीवन... Hindi · कविता 251 Share Rakmish Sultanpuri 28 Jun 2022 · 1 min read खुदा तो हो नही सकता –ग़ज़ल ==================ग़ज़ल=============== मिले जो फूल के बदले मै कांटें बो नही सकता । भरे है आँख मे आँसू मग़र मै रो नही सकता । ये दुनिया है करेगी ही सितम इसको... Hindi · ग़ज़ल 4 1 233 Share Rakmish Sultanpuri 20 Jun 2022 · 1 min read खुदा मुझको मिलेगा न तो (जानदार ग़ज़ल) $$ ग़ज़ल $$ ख़ुदा मुझको मिलेगा न तो पत्थर ही सही लेक़िन । इबादत दिल से करता हूँ मैं अक़्सर ही सही लेक़िन । तेरे हाथों में देखा कल ख़ुदी... Hindi · ग़ज़ल 1 244 Share Rakmish Sultanpuri 30 May 2022 · 1 min read नभ के दोनों छोर निलय में –नवगीत नवगीत चर्चाएं आपस में करते नभ के दोनों छोर निलय में । पुरवाई की विरह– वेदना सुनता है सागर पछुआ की लपटें दहती हैं तपता खूब दिवाकर प्यासी– प्यासी नदियां... Hindi · कविता 2 262 Share Rakmish Sultanpuri 28 Apr 2022 · 1 min read हर एक रिश्ता निभाता पिता है –गीतिका पिता गीतिका ------------------------ हमें पाठ सच का पढ़ाता पिता है । कि हर एक रिश्ता निभाता पिता है । वो देता है हर एक प्रश्नों का उत्तर , जो दुनिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 12 15 675 Share Rakmish Sultanpuri 18 Feb 2022 · 1 min read ग़ज़ल–तेरे मेरे इश्क़ की ग़ज़ल तेरे मेरे इश्क़ की कुछ सुर्ख़ियाँ हैं आज भी । आशिक़ी में दर्दोंगम की आंधियाँ हैं आज भी । ज़िंदगी में उम्र की कुछ सख़्तियाँ हैं आज भी ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 212 Share Rakmish Sultanpuri 17 Jul 2021 · 1 min read दर्द ए रकमिश darde Rakmish कहूँ क्या दर्द ए रकमिश जमाने की नवाज़िश है । हमारे इश्क़ से नफ़रत हमारे ग़म पे बंदिश है । कोई पत्ता शज़र से टूटकर यूँ ही नही गिरता ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 291 Share Rakmish Sultanpuri 29 Jun 2021 · 1 min read दर्द के शहर में "ग़ज़ल" दर्द के शहर में इक घर तलाश लेता हूँ । रातों को ख़्वाब का बिस्तर तलाश लेता हूँ । इश्क़ में एकतरफ़ा यार जब हुआ तन्हा, मैं मेरे दर्द का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 317 Share Rakmish Sultanpuri 17 May 2021 · 1 min read सो गए नभ के सितारे । नवगीत । नवगीत बादलों की ओढ़ चादर सो गए नभ के सितारे । अनवरत बूंदों की रिमझिम वृक्ष -सम्पुट -शोर को सुन घोसलों से चोंच भरकर अम्बु छकते हैं चिरंगुन घन लिए... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 4 364 Share Rakmish Sultanpuri 16 May 2021 · 1 min read हुआ बेमज़ा है मज़ा आज मुझसे -ग़ज़ल ग़ज़ल हुआ बेमज़ा है मज़ा आज मुझसे । किसी ने कहा अनकहा आज मुझसे । जिसे इश्क़ की ए बी सी डी सिखाई, वही कर रहा है दग़ा आज मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 446 Share Rakmish Sultanpuri 7 Mar 2021 · 1 min read तेरे मुस्कान के दम पर ,,,ग़ज़ल ग़ज़ल यहाँ हर आदमी लालच में सारा काम करता है । ज़माने में शराफ़त से कहाँ व्यापार चलता है । हरिक क़िरदार बैठा है यहां छुपकर मुखौटे में , न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 591 Share Rakmish Sultanpuri 4 Mar 2021 · 1 min read झूठी शम्मा यार जलाने से अच्छा । ग़ज़ल खट्टा हो व्यवहार जमाने से अच्छा । अपना यूँ क़िरदार छिपाने से अच्छा । जलता है परवाना तो जल जाने दो , झूठी शम्मा यार जलाने से अच्छा ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 530 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2021 · 1 min read अपने दिल से पूछो ग़ज़ल ग़ज़ल ज़ख़्म,तन्हाई ,जुदाई , सब किया है आपका । आप अपने दिल से पूछो मामला है आपका । सिर्फ़ तन्हाई के बदले क्या मिला है इश्क़ में, ख़ार,ख़ंजर,दर्द,नफरत तो दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 403 Share Rakmish Sultanpuri 2 Feb 2021 · 1 min read आँसुओं ने ख़त लिखा $$ ग़ज़ल $$ देख दिल पर ज़ख्म गहरा हसरतों ने ख़त लिखा । आज फिर मुझको मेरी तन्हाइयों ने ख़त लिखा । उम्र गुज़री तड़पती यूँ करवटों में रात भर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 48 556 Share Rakmish Sultanpuri 31 Jan 2021 · 1 min read राष्ट्र वन्दना राष्ट वन्दना गीत ????????-?????????? हे विश्वश्रेष्ट ! हे राष्ट्ररूप ! हे देश तुम्हारा वंदन है । हे देव तेरा साकार रूप में बार -बार अभिनन्दन है । तुम एक वेश... Hindi · गीत 1 2 245 Share Rakmish Sultanpuri 13 Feb 2020 · 1 min read गजल --मेरा शहर देखा नही $$ ग़ज़ल $$ जब तलक चेहरे को तुमने भर नज़र देखा नही । तब तलक तो मुस्कुराने का असर देखा नही । देख ली तुमने मुहब्बत की सभी सरगोशियाँ ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 536 Share Rakmish Sultanpuri 10 Nov 2018 · 1 min read माँ-ममता की निधि "माँ" -ममता की निधि कुछ आँसू ममता के होंते कुछ खुशियो के ढ़र जाते है । कुछ तखलीफो के सागर में मिलकर मोती बन जाते है । फिर भी लाती... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 30 677 Share Rakmish Sultanpuri 7 Oct 2018 · 1 min read ग़ज़ल-इलाज़ रो रहा कहीं हक़ीम खुद बीमार हैं $$$$$$$$$$$ग़ज़ल$$$$$$$$$$$$ कुढी हुई है सभ्यता कमी रही विचार की । चली हुकूमतें यहाँ तभी तो दाग़दार की । सदा डरी है सत्यता बुरा बड़ा बना रहा । बुराइयों में दब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 433 Share Rakmish Sultanpuri 17 Apr 2018 · 1 min read ख़ुदी रो रहा हूँ रुलाता किसे मै । ©©©©©©©©ग़ज़ल©©©©©© ख़ुदी रो रहा हूँ रुलाता किसे मै । लगी चोट दिल पर बुलाता किसे मै । मुझे खाये जाती है बेरोजगारी । ग़रीबी का क़िस्सा सुनाता किसे मै ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 344 Share Rakmish Sultanpuri 2 Mar 2018 · 1 min read गीतिका।मिलन का आ गया अपने पुनः त्योहार आँगन मे । ===================गीतिका=================== मिलन का आ गया अपने पुनः त्योहार आँगन मे । मिटा नफ़रत गले मिलकर करेंगें प्यार आँगन मे । बड़ा प्यारा निराला है हमारा पर्व होली का । अमीरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 433 Share Rakmish Sultanpuri 23 Feb 2018 · 1 min read गीतिका।कपट हीन निःस्वार्थ हो जीवन का आधार । क़ुदरत के अनुरूप ही आप करें व्यवहार । कपट हीन निःस्वार्थ हो जीवन का आधार । सुख की छणिकाएँ ज़रा दुःख के रूप अनेक । घट बढ़ सकता भाग्य पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 329 Share Rakmish Sultanpuri 22 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल।घरौंदा प्यार का ऐसे ही खण्डर तो नही होता । ==================ग़ज़ल===============≠===== गिरेंगे सूख जाएंगे समंदर तो नही होता । ये आँसू भी यहाँ सबको मयस्कर तो नही होता । ग़मो की आँधियाँ गुज़री हुई होंगी तुम्हारे घर । घरौंदा प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 402 Share Rakmish Sultanpuri 18 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल।एक दिन अपने घरौंदे को शहर कर देखिये । -----------------ग़ज़ल---------------- राहे रंजिश छोड़ दिल का घर बसर कर देखिए । सुर्ख़ होठों पर किसी के तो फिसलकर देखिए । ख़ुद व ख़ुद मिट जाएगी ऐ दोस्त ये दुश्वारियाँ ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 469 Share Page 1 Next