Dr.Pratibha Prakash 133 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Dr.Pratibha Prakash 8 Jul 2023 · 1 min read फितरत अजीब इल्म की रिवायतें बदली इन्सान की फितरत बदल गई न पूजा न इवादत न कोई रिश्ता बचा सजदा भी अब सौदे की बात बन गई न खौफ खुदा का... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 13 983 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत क्या थी आदमी की फितरत कभी अब देखो क्या हो गई है इन्सान में थी इंसानियत जो आज जाने कहाँ खो गई है पहले पड़ोस खास होता था और... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गजल 16 8 959 Share Dr.Pratibha Prakash 30 Jun 2023 · 1 min read कहती गौरैया क्यों भूल गए मोहे मेरे भैया मैं तो तेरे आंगन की गौरैया बच्चों का मन बहलाती इधर उधर फुर्र हो जाती बनाओ इमारत चाहे ऊंची खिड़की एक रखो तो छोटी... Hindi · गीतिका 15 5 736 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read वन्दे मातरम गूँजे कण कण भारत भू का वन्दे मातरम महक उठे वन उपवन मिलके वन्देमातरम शस्य श्यामला भू हरियाली परम्परा समृद्धिशाली राष्ट्र प्रेम की गाथा गाते हर मधुवन की हरेक डाली... Poetry Writing Challenge · कविता 22 9 481 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read सजदा तेरे सजदे में सर झुका तो सुकूँ आया तेरी चौखट पे मैंने अपना जहाँ पाया तू ही मालिक इस सारी कायनात का तुझसे हटकर न मैने कोई वजूद पाया।। नूरानी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 18 5 228 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read मिलन चाह लिये मिलन की तुमसे करती रोज निहार जब भी दूँ सन्देश तुम्हें मिलता जाए इनकार मिल जाए इनकार व्यथित तब मन हो जाता पल भर तो कुछ समझ न... Poetry Writing Challenge · गीत 20 3 184 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 2 min read गौरैया आज सुबह प्रार्थना के बाद जब विश्राम के लिये चली तो पंखुरी की चीं ची ने मुझे आवाज़ दी आँख में आँसू थे मैंने पूछा क्या हुआ ? जो उसने... Poetry Writing Challenge · कविता 17 6 286 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read नग्नता को रोकना होगा नग्नता को रोकना होगा.......... यदि संस्कृति बचाना चाहते हो यदि भारतीयता बचाना चाहते हो तो नग्नता को रोकना होगा.......... आध्यात्म को समझना होगा समाज में सौहार्द चाहते हो परिवार में... Poetry Writing Challenge · कविता 24 5 849 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read ललकार आर्यावर्त सप्त, सैन्धव, भारत खंडे, भारत कहलाया है इसकी पावन माटी को माता कहकर बुलाया है चरण पखारे लहराता सागर, हिम श्रंग ने मुकुट सजाया है पश्छिम में भू स्वर्ण... Poetry Writing Challenge · गीत 17 3 246 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read सीख नहीं सीख बुरी कोई पर सब बेटियों के लिए क्यों है नहीं रीत बुरी कोई फिर बेटियों के लिए क्यों है विवेकपूर्ण परिधान हो है सही ये बात पर नियंत्रित... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 311 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता नील गगन से विशाल, हिमालय जैसा भाल सुमेरु कन्धे साधे वसुधा के जीवन की ताल मेरे पिता.... संवेदनाओं को कहां कह पाते गिरा पलक को अश्रु छिपाते मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता 17 3 395 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Apr 2017 · 3 min read शिक्षा की करुण पुकार आयोजन। शिक्षा की पुकार दिनांक 8अप्रैल 2017 लघुकथा शिक्षा की करुण कथा कल रात शिक्षा एक शिक्षक को साथ लेकर मेरे पास आई और अपनी व्यथा सुनाने लगी ,आप भी... Hindi · लघु कथा 17 343 Share Dr.Pratibha Prakash 1 Apr 2017 · 1 min read तेरी मोहब्बत तेरी वेखुदी ने मुझे न जाने कहाँ पहुँचाना है जान गया हूँ कि अब ये दिल वेगाना है बड़ रहा है ज्यों ज्यों दर्दे जिगर मेरा लग रहा इश्क ने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 1 703 Share Dr.Pratibha Prakash 22 Mar 2017 · 1 min read जल जलदिवस आयोजन प्रथम प्रयास जल ईश्वर ने जब दृष्टि रची तो पंच तत्व विस्तार किया पृथ्वी के तिहाई हिस्से पर जल जीवन आधार दिया करें यदि इतिहास अवलोकन जल ने... Hindi · कविता 16 589 Share Dr.Pratibha Prakash 21 Mar 2017 · 2 min read निरीह गौरया आज सुबह प्रार्थना के बाद जब विश्राम के लिये चली तो पंखुरी की चीं ची ने मुझे आवाज़ दी आँख में आँसू थे मैंने पूछा क्या हुआ ? जो उसने... Hindi · कविता 16 420 Share Dr.Pratibha Prakash 11 Feb 2017 · 1 min read दरश बिन तुमसे बिछुड़े मोरे प्रभ जी भई छः मासी की रैन दरश बिन दूखन लागे नैन,दरश बिन दूखन लगे नैन जल बिन जैसे मीन अधीरा बिन सावन जैसे रोये पपीहा जैसे... Hindi · गीत 16 1 346 Share Dr.Pratibha Prakash 3 Feb 2017 · 1 min read बसंती पुरवइया चली बसन्ती पुरवइया और बाग हुआ मतवाला नन्ही कपोलों से सज गया, तरुवर का पत्ता डाला करे अलाप की कोयल तैयारी, छाने लगी नव हरियाली खिले सरसो के संग सुमन,... Hindi · गीत 16 434 Share Dr.Pratibha Prakash 21 Jan 2017 · 1 min read बेटियां ? जीवन को जीवन बनाती बेटियां बेटो का जीवन सजाती है बेटियां इस सृष्टि को सतत बनाती बेटियां फिर क्यों कोख में मारी जाती बेटियां घर को वास्तव घर बनाती बेटियां... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 18 1 1k Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jan 2017 · 1 min read तलाश हाज़िर हूँ अपनी छोटी सी कोशिश के साथ वक़्त वेवक्त चौक में दौड़ती थी जो शाम अब हर रोज वही मैं शाम तलाशती हूँ जो बस् गया मेरे वजूदो ज़हन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 430 Share Dr.Pratibha Prakash 20 Aug 2016 · 1 min read साक्षी और संधू हमे आप पर गर्व है साक्षी संधू हमें तुम पर गर्व है छोटे छोटे गांव से,छोटे छोटे राज्य से नारी को पुकारती,जय हो भारत माँ भारती जयति जय माँ भारती जय हो भारत भारती शक्ति... Hindi · कविता 16 1 565 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Aug 2016 · 1 min read आओ स्वतंत्रता दिवस मनाएं आओ स्वतंत्रता दिवस मनाएंआओ स्वतंत्रता दिवस मनाएं लालकिला पर तिरंगा फहराएं मातृ भूमि पर हो गए शहीद जो वीर सपूतों की गाथा को गायें झाँसी की रानी वो मस्तानी मंगल... Hindi · कविता 15 10 510 Share Dr.Pratibha Prakash 9 Aug 2016 · 1 min read जय जवान जय किसान राष्ट्र कहे सुन ओ जवान जय जवान जय किसान हैं हिम से शीतल सूर्य समान मातृभूमि के तुम अभिमान कर्मठता 'बा'और 'भावे' की तुमसे अर्थ 'लाला' बलिदान तिलक, सुभाष,आज़ाद की... Hindi · कविता 15 2 725 Share Dr.Pratibha Prakash 9 Aug 2016 · 1 min read याद करो कुर्बानी [8/8, 6:09 PM] Dr Pratibha: आओ याद करें क़ुरबानी खोये हमने जो बलिदानी स्वप्न संजोया अखण्ड भारत ऐसे महापुरुष त्यागी ज्ञानी लड़े स्वतंत्रता की खातिर चढ़े शूली गए काला पानी... Hindi · कविता 14 3 780 Share Dr.Pratibha Prakash 4 Aug 2016 · 1 min read हुंकार कई छिपे गद्दार कन्हैया से घर में कई ज़ाकिर कई मीर है कहीँ सत्ता लोलुप आँखों में लालच की दिखती लकीर है तक्षशिला को खो दिया कुछ जे.एन.उ.के आकाओं ने... Hindi · मुक्तक 13 1 471 Share Dr.Pratibha Prakash 2 Aug 2016 · 1 min read वो वैश्या मैंने एक वैश्या को देवी से ऊपर देखा एक पण्डित को उसके कदमो में गिरते देखा समझ न आया फिर भी लेकिन दृश्य ये देखा मैंने एक वैश्या को ............... Hindi · कविता 13 2 691 Share Dr.Pratibha Prakash 1 Aug 2016 · 1 min read घुटती सिसकियां ------ घुटती रहेंगी आखिर कब तक सिसकियाँ दरवाजो में लुटती रहेगी कब तक नारी वासना के गलियारों में भ्रूण हत्या दहेज हत्या ग्लैमर के नंगे चौबारे में राजधानी की डीलक्स... Hindi · कविता 12 3 758 Share Dr.Pratibha Prakash 1 Aug 2016 · 1 min read सबक सबक रोज ज़िन्दगी देती है हमें मिलती नहीं दोस्ती कहती है हमे जो मित्र दोस्त हमराही कहते रहे आज नज़र भर न देख पाते है हमे अनजानी सी दीवार देखती... Hindi · मुक्तक 11 485 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read संगीत दिवस सारा दिन हुई योग की चर्चा आओ अब गीत शारदे गा लें संगीत की बज उठे तरंगे उमंगो में सरगम सजा लें गीतिका वरखा सुनाए साज़ बूंदों का बजा लें... Hindi · कविता 11 587 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read झुलस धरती के झुलसते आँचल को अम्बर ने आज भिगोया है झूम उठे वायु संग तरुवर बूंदों में शीत पिरोया है ये महज़ एक झांकी है सोचो हमने क्या खोया है... Hindi · कविता 11 584 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read अफ़सोस अफ़सोस जताने ये मन निकला क्यों ज्ञान में खोखलापन निकला हम करते रहे श्रेष्ठ सिद्ध स्वयं को मन से न अहम का घुन निकला परिवार बिना माने अबला ये कैसा... Hindi · कविता 11 2 422 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read हमें सबक रोज ज़िन्दगी देती है हमें मिलती नहीं दोस्ती कहती है हमे जो मित्र दोस्त हमराही कहते रहे आज नज़र भर न देख पाते है हमे अनजानी सी दीवार देखती... Hindi · मुक्तक 12 648 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jul 2016 · 1 min read दर्द मालूम है उसे कहाँ होता है वो ज़ालिम वहीँ पर चोट देता है बनके समझदार हमेशा ही करीने से मेरा दिल तोड़ देता है हंसकर फिर मुझसे वो पूछता है... Hindi · मुक्तक 11 808 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jul 2016 · 1 min read पतन हमारा आध्यात्म कमजोर हुआ हमारी संस्कृति अपंग होने लगी फिर सभ्यता खोने लगी नारी तब रोने लगी। पतन फिर होने लगा मार्ग पथभ्रष्ट हो गया इंसान जब बिकने लगा बेमौत... Hindi · कविता 11 652 Share Previous Page 3