ओमप्रकाश भारती *ओम्* Language: Hindi 108 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Jun 2021 · 1 min read विरहन प्रियतमा मेरे पिया गए सागर पार , जाने कब आएंगे इस पार । आ गई बरखा बहार , बहे सुहानी मधुर बयार । मेरे पिया ..... मैं विरहन दर्शन की प्यासी... Hindi · कविता 5 368 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 20 May 2021 · 1 min read सावन आया हुई वर्षा , मन हर्षा ,देख मौसम मन भावन का । बूँदें पड़ी , लगी झड़ी ,आया महीना सावन का ।। उजली लड़की , बिजली कड़की , नाच उठा मन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 12 420 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 12 May 2021 · 1 min read नवयुग नवयुग में तकनीकी ने , किया है बंटाधार । नई पीढ़ी मौज करे , बूढ़े रोयें जार-जार ।। मनमानी वे कर रहे , सुनें न उनकी बात । उम्मीदों पर... Hindi · कविता 4 4 422 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 6 May 2020 · 1 min read जन्मदात्री माँ माँ वही है जिसके कदमों में बसता है सारा जहां । कहां भटकता है मनवा तू स्वर्ग तो है सारा यहां ।। जिसने नौ दस मास तुझे अपनी कोख में... Hindi · कविता 6 3 547 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 6 May 2020 · 1 min read लाकडाउन रुखी सुखी खाय के जीवन रहें बिताय । घर से बाहर न निकलें ईश्वर तुम्हें सहाय । बदल गई है दिनचर्या सुबह देखो रामायण । भोजन करके रात में फिर... Hindi · दोहा 3 409 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 May 2020 · 1 min read कर्मवीर को ना रोक ये कर्मवीर, ये धर्मवीर , ये महावीर , करके निरोग घर भेज रहे। सेवा अहर्निश,नहीं करें हिश,लेकर विश,एकाकीपन में देख रहे ।। करें जागरूक,तपती धूप,त्यागें भूख,सामाजिक दूरी बनाए रखें ।... Hindi · कविता 5 2 514 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Apr 2020 · 1 min read मौसम और जलवायु भाई यह मौसम है या गिरगिट है , जो नित प्रति रंग बदलता है । कभी सुबह धूप , तो कभी दोपहर बदरी , शाम होते बरसता है ।। बेमौसम... Hindi · कविता 3 2 494 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 Apr 2020 · 1 min read बदल गया इंसान सतयुग बीता, त्रेता बीता, द्वापरयुग भी बीत गया । धीरे-धीरे मानव मन भी मानवता से रीत गया । आज वो अपने स्वारथ हेतु रिश्ते नाते भूल गया । मात पिता... Hindi · मुक्तक 4 2 453 Share Previous Page 3