मधुसूदन गौतम Language: Hindi 249 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next मधुसूदन गौतम 15 Oct 2019 · 2 min read खूब कमाते मगर भिखारी तन मेरा था मन मेरा था , लेकिन मिलन नही होया। बचपन में डरता पापा से, छुप छुप कर तन्हा रोया। थोड़ा बड़ा हुआ तो कांधे, बांध दिया मेरे बस्ता।... Hindi · कविता 1 2 288 Share मधुसूदन गौतम 14 Oct 2019 · 1 min read नोकरी मेरी इकलौती महबूबा, बताये रोज़ नखरे क्यो? तुझे मालूम तेरे बिन , नही कुछ भी कभी हूँ मैं। लगाती रहती है ठोकर, पड़े मरज़ी जिधर ही तू। कहे फिर नॉकरी... Hindi · कविता 1 306 Share मधुसूदन गौतम 12 Oct 2019 · 1 min read हिम्मत न हार यार वक्त पर निर्भर है दोस्त, हाय, बाय ,नमस्कार। पर तू मत बदलना , कम मत करना प्यार, कुछ भी हो मेरे मन, हिम्मत न हारना यार। सदियों की रीत है,... Hindi · कविता 399 Share मधुसूदन गौतम 12 Oct 2019 · 1 min read वक्त है वक्त तू ठहरता नही है। मैं तेरे साथ चलता नही हूँ। तू किसी को कब तलाशता, मैं तुझे कभी मिलता नहीं हूं। तू ठिक जाता है जबकि तेरी फ़ितरत... Hindi · कविता 251 Share मधुसूदन गौतम 10 Oct 2019 · 1 min read ज्ञानी मत बन बहूत सारे कष्ट पायेगा ज्ञानी मत बन। नजारे नही देख पायेगा ध्यानी मत बन। सही मायने में भौंट बनकर जी ले एक दिन सारे सुख पायेगा हर पल अज्ञानी मत... Hindi · मुक्तक 1 237 Share मधुसूदन गौतम 9 Oct 2019 · 1 min read एक मतला एक शेर हम तो उड़ते नही उनके पर से। जाने जाते है अपने हुनर से। आजकल जो ये बदला ज़माना। हम निकलते नही है जी घर से। Hindi · मुक्तक 1 289 Share मधुसूदन गौतम 8 Oct 2019 · 1 min read मै रावण ही सही मैं तुम से दूर रहता हूँ। कारण साफ कहता हूं। अच्छाई बुराई दोनों है मुझमे। अच्छाई ज्यादा बुराई कम है। लेकिन मुझे जिस बात का गम है। वो बस इतनी... Hindi · कविता 1 2 300 Share मधुसूदन गौतम 8 Oct 2019 · 1 min read मै रावण ही सही मैं तुम से दूर रहता हूँ। कारण साफ कहता हूं। अच्छाई बुराई दोनों है मुझमे। अच्छाई ज्यादा बुराई कम है। लेकिन मुझे जिस बात का गम है। वो बस इतनी... Hindi · कविता 1 1 364 Share मधुसूदन गौतम 8 Oct 2019 · 1 min read मंच को छोड़ चलो अब मंच को छोड़ो ,कहीं अब और लिखेंगे। लगाकर गेप फिर थोड़ा ,यहां आकर के लिखेंगे। बचे हम बोर करने से , नहीं खुद बोर ही होवे। मजा लेने... Hindi · मुक्तक 247 Share मधुसूदन गौतम 8 Oct 2019 · 2 min read दशहरा मेरी नज़र में दशहरा निकल गया।रावण जल गया।पर मेरे मन में प्रश्न अनेक सिर उठा रहे हैं।आखिर यह नवराते वर्ष में 2 बार क्यों आते है।रावण क्यों जलाया जाता है हर साल। फिर... Hindi · लेख 2 7 258 Share मधुसूदन गौतम 7 Oct 2019 · 2 min read कन्या पूजन के माने कन्या पूजन नो दिन के नवराता करके ,फिर कन्या पूजन होता है। कन्या कितनी महत्वपूर्ण है , यह धर्म सनातन कहता है। दो वर्ष से दस वर्ष तक की,नो कन्या... Hindi · गीत 239 Share मधुसूदन गौतम 7 Oct 2019 · 2 min read देवी महात्म्य नवम अंक *9* ★सिध्दिदात्री★ ******************************************** नवमी का दिन नवराता का, सिध्दिदात्री मैया का। नंदा पर्वत पर आप विराजो ,सो नंदा नाम भी मैया का। * सकल सिद्दी का फल मिलता ,जो भी तुमको... Hindi · गीत 2 3 398 Share मधुसूदन गौतम 6 Oct 2019 · 1 min read काश तेरी बिंदिया काश तेरी बिंदिया बन जाता। चेहरे पे तेरे मैं फब जाता। आईना देखतीजब जब तुम, पहले मैं सबसे नजर आता। काश ..... तुम सारे जहाँ से न्यारी हो। श्ननगार बिना... Hindi · गीत 225 Share मधुसूदन गौतम 6 Oct 2019 · 3 min read देवी महात्म्य अष्टम अंक * 8* महागौरी देवी महात्म्य अंक 8 ★महागौरी★ ***************************** दिवस आठवाँ नवराता का, नाम है महा गौरी के। सकल पाप नष्ट हो जाते ,दर्शन से माँ गौरी के। ★ चार भुजा की धारिणि... Hindi · गीत 4 4 460 Share मधुसूदन गौतम 5 Oct 2019 · 1 min read वक्त वक्त की बात वक्त वक्त की बात है आये सबका वक्त। वक्त जिसके साथ नही वो ही है कमबख्त।। * कमबख्त है वो जिसका गया हाथ से वक्त। वीर होता वो ही जो... Hindi · दोहा 2 317 Share मधुसूदन गौतम 5 Oct 2019 · 2 min read देवी महात्म्य सप्तम अंक 7 7-सप्तमी कालरात्रि- दिवस सातवां नवराता का , शब्दों में बांध नही सकता। कालरात्रि कालनिशा का ,वर्णन में छाप नही सकता। जो भी साधक करें साधना ,मन सहस्त्रार में रहता है।... Hindi · गीत 3 4 673 Share मधुसूदन गौतम 4 Oct 2019 · 2 min read देवी महात्म्य षष्ठम अंक 6 अंक 6- षष्टम नवराता कात्यायनी ******************************* छठा दिवस है नवराता का , कात्यायनी नाम तेरे। नमन करूँ है मात भगवती,सिध्द करो सब काम मेरे। कात्यायन ऋषि की बेटी हो ,... Hindi · गीत 4 4 443 Share मधुसूदन गौतम 3 Oct 2019 · 2 min read दूजा पाकिस्तान है। मनहरण घनाक्षरी **************** पुण्य भूमि भारती की ,ख्याति है वसुंधरा की। जिस पर हुए खूब ,लोग भी महान है। बड़े छोटे लोग जन्मे,मोहनदास उनमें। आगे जाकर बना जो ,महान इंसान... Hindi · घनाक्षरी 1 245 Share मधुसूदन गौतम 3 Oct 2019 · 1 min read मुक्तक यहाँ पर नीति पर चलना लगे भारी अनीति है। जहां दुष्कर्म पर लगती टिकी सब राजनीति है। बताओ पाप यह फलता जमाने में सुना है'कब। मगर बनती यहां सब पाप... Hindi · मुक्तक 277 Share मधुसूदन गौतम 3 Oct 2019 · 2 min read देवी महात्म्य पंचम अंक 5 जय माता दी पंचम नवराता स्कंदमाता- ************************************************ दिवस पांचवां नवराता का ,माता स्कंद के नाम है। कार्तिकेय की जननी अम्बे ,बारम्बार परणाम है।★ जननी सतगुण प्रिय तुम्हें है,पूरन करती सद्कामना।... Hindi · गीत 3 4 357 Share मधुसूदन गौतम 2 Oct 2019 · 1 min read प्लास्टिक बन्द का नाटक आज बहुत धूम धड़ाका ,देखने को मिला ,प्लास्टिक की विदाई जैसे तय कर दी गई हो। परन्तु एक बात समझ नही आती क्या प्लास्टिक विदाई के प्रति सरकार सिनसियर रहेगी।... Hindi · लेख 1 2 292 Share मधुसूदन गौतम 2 Oct 2019 · 1 min read 2 अक्टूबर ,दो बन्ध अहिंसा का पुजारी ,सत्य व्रत का धारी। गांधी महामानव , का जन्म दिवस है। वेश जिसका धोती, न माला कोई मोती। साधारण सी लाठी , यही कुछ बस है। अचूक... Hindi · घनाक्षरी 1 364 Share मधुसूदन गौतम 2 Oct 2019 · 2 min read देवी महात्म्य चतुर्थ अंक * 4* ★देवी महात्म्य अंक 4★ ? देवी कूष्मांडा? दिवस चार का यह नवराता , कुष्मांडा देवी माता। एक अंड से ब्रह्मांड सकल ,जाना उपजाया जाता। अपनी मन्द हँसी ही लेकर ,सकल... Hindi · गीत 4 1 554 Share मधुसूदन गौतम 1 Oct 2019 · 1 min read ज़रा छोड़ो ये मोबाइल एक मुक्तक मापनी (1222 1222 1222 1222) ******************************* सदा रहते हो खोए क्यों,कभी तो मुस्कुराओ जी। तनिक छोड़ो ये मोबाईल,हमारे पास आओ जी। जरा बैठो घड़ी दो चार , कहो... Hindi · कविता 1 225 Share मधुसूदन गौतम 1 Oct 2019 · 1 min read ज़रा छोड़ो ये मोबाइल एक मुक्तक मापनी (1222 1222 1222 1222) ******************************* सदा रहते हो खोए क्यों,कभी तो मुस्कुराओ जी। तनिक छोड़ो ये मोबाईल,हमारे पास आओ जी। जरा बैठो घड़ी दो चार , कहो... Hindi · कविता 227 Share मधुसूदन गौतम 1 Oct 2019 · 2 min read नवरात्रा तीसरा ★ तृतीय अंक ★* 3* दो स्तुतियां ***************************** देवी महात्म्य * अंक 3* *चन्द्रघण्टा* ---------------------------------------------- दिवस तीसरे नवराता को , जिसको पूजा जाता है। वह स्वरूप है चन्द्रघण्टा , दुर्गा का माना जाता है। स्वर्ण समान कांति... Hindi · कविता · गीत 3 4 406 Share मधुसूदन गौतम 30 Sep 2019 · 2 min read साहित्य दर्पण नही साहित्य किसे कहते है ? जैसे प्रश्न बेमानी है। ठीक उसी तरह से जैसे समन्दर किसे कहते है आदि आदि। साहित्य क्या है ? क्यो है ? जैसे प्रश्न मिलाकर... Hindi · लेख 1 438 Share मधुसूदन गौतम 30 Sep 2019 · 1 min read देवी स्तुति द्वितीय अंक * 2* *दुर्गा महात्म्य अंक 2* ***************************** नवराता का दिवस दूसरा ,माता ब्रह्म स्वरूपा है। ब्रह्मचारिणी ,और अपर्णा ,उमा नाम सतरूपा है। ब्रह्म नाम है एक तपस्या , जिसका आचरण भारी है।... Hindi · कविता · गीत 1 2 511 Share मधुसूदन गौतम 29 Sep 2019 · 2 min read देवी महात्म्य प्रथम अंक दुर्गा महात्म्य *प्रथम अंक* ??????????? आज सुनाऊँ तुमको गाथा ,धर्म सनातन भारी है। जिसमें ध्याते देव अनेको ,सबकी महिमा न्यारी है। पर कलियुग में पाँच देव को , सबसे ज्यादा... Hindi · कविता · गीत 3 6 908 Share मधुसूदन गौतम 29 Sep 2019 · 1 min read दिव्यमाला अंक 38 गतांक से आगे ------------ कालिय प्रकरण ********************************************** चला छोड़ मैं जाऊंगा पर, जाउँ तो मैं कहां जाऊँ। गरुड़ मेरा रिपु प्राणो का,उससे ही मैं भय खाऊँ। यहाँ शाप वश आता... Hindi · गीत 1 243 Share मधुसूदन गौतम 28 Sep 2019 · 1 min read व्यंग दोहे की शक्ल में बिना बिके बकवास हे , कलम चले बेकार। कलम कसाई जब बने ,तब पूजे संसार। *1* कलम चले ईमान पर ,तो भूखे मर जाय। कलम बिके कोठी बने ,नित प्रतिष्ठा... Hindi · मुक्तक 451 Share मधुसूदन गौतम 28 Sep 2019 · 1 min read न देवर कोई भी न साली *एक ग़ज़ल* ★????????????★ मुहब्बत से दुनियाँ ये सारी मिलेगी।★00★ न धन से कुई कामयाबी मिलेगी ।★00★ ? ये। हालात नफरत के जारी रहे तो।★ किसी दिन ये दुनियाँ ही खाली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 470 Share मधुसूदन गौतम 28 Sep 2019 · 1 min read दिव्यमाला। अंक 37 गतांक से आगे.... ********************************************* ग्वालों ने देखा कान्हा को , नाग फनो पर नाच रहा। मगर देखकर भय से सबका ,तन अरु हिरदा कांप रहा। पर कान्हा तो ता धिन... Hindi · गीत 2 2 319 Share मधुसूदन गौतम 27 Sep 2019 · 1 min read ..........मिलेगी हँसी जब तुम्हारी अदा की मिलेगी। अजी जान अपनी तो जाती मिलेगी।00 ख़ुदा हुस्न से गर किसी को नवाज़े। मुहब्बत सही में बिचारी मिलेगी।01 दबाकर लबो को न हँसना सनम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 518 Share मधुसूदन गौतम 27 Sep 2019 · 1 min read दिव्यमाला अंक 36 ******************************************** सुनी नाग ने जब आवाजे , जाना कौन यहाँ आया। देखा एक नन्हा बालक था,जो पानी मे गिर आया। रहा ताकता पल भर वह तो , पल में वह... Hindi · गीत 2 2 257 Share मधुसूदन गौतम 26 Sep 2019 · 1 min read माँ माँ त्यागी होती है। दुनिया भी कहती है। माँ सब कुछ देती है, माँ बस वरदानी है। यह बात पुरानी है। अब और कहानी है। माँ न्यायालय जाती। यह मेरी... Hindi · कविता 3 269 Share मधुसूदन गौतम 26 Sep 2019 · 1 min read दिव्यमाला अंक 35 *********************************************** कान्हा को जब ज्ञात हुआ यह ,तो कुछ करने की ठानी। अक्ल लगाई अपनी भगवन, कैसे हो निर्मल पानी। ग्वाल मंडली संग में लेकर, जमुना तट पर मनमानी। खेल-... Hindi · गीत 2 273 Share मधुसूदन गौतम 25 Sep 2019 · 2 min read चुनावी च्युइंगम यूँ ही ***************************** क्या किसी को बरगलाना ,फुसलाना अपराध है? क्या किसी को गुमराह करके ,या झूंठे सपने दिखाकर अपना उल्लू सीधा करना अच्छी बात है ? तमाम प्रकार के... Hindi · लघु कथा 4 1 295 Share मधुसूदन गौतम 25 Sep 2019 · 1 min read एक मुक्तक चंबल पर 1222 1222 1222 1222 शिल्प पर ******************************** हमारी माँ भी चंबल थी हमारी थी यही नानी। इसी के दम पे हम सब थे ,हमारी थी महारानी। जिसे हम मात कहते... Hindi · मुक्तक 1 256 Share मधुसूदन गौतम 25 Sep 2019 · 1 min read दिव्यमाला अंक 34 ****************************** जान गया जब नाग कालिया ,जमुना जल जो बहता है। किसी शाप वश गरुड़ वहां पर,कभी नही जा सकता है। अपनी सभी भार्या संग में , कालिया वहां फिर... Hindi · गीत 2 2 253 Share मधुसूदन गौतम 24 Sep 2019 · 1 min read वक्तदान ज़रूरी रक्त न्यून है फिर भी हम, रक्तदान करते है। वक्त बहुत है फिर भी हम, वक्त दान से डरते हैं। वक्त निकाल कभी अपनो, पर तोड़ा सा खर्च करें, ।... Hindi · मुक्तक 1 441 Share मधुसूदन गौतम 24 Sep 2019 · 1 min read दिव्य माला अंक 33 गतांक से आगे...... दिव्य कृष्ण लीला ....अंक 33 **************************************** कालिया मर्दन **************************************** चलो कन्हैया की कुछ लीला ,ओर तुम्हे दिखलाता हूँ। पाँच वर्ष के बाद किया क्या,जितना याद बताता हूँ।... Hindi · गीत 229 Share मधुसूदन गौतम 23 Sep 2019 · 1 min read खुद को मिटाती रही 212 212 212 212 बहर - लाल ला लालला, ला लला ला लला। ************************** काफ़िया आती (ई) रदीफ़ रही **************************** चैन अपना सदा वो लुटाती रही। दर्द अपना सभी से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 198 Share मधुसूदन गौतम 23 Sep 2019 · 1 min read संवेदनाये संवेदनाएं * सजाती है पटल।** पल दो पल।* """""""""""""""""""""" बाढ़ का पानी* दिखता चारो ओर।** आंख का पानी।* """"""""""""""""""""""" बाढ़ पीड़ित* सहायता पाकर।** ख़ुदा करम।* """"""""""""""""""""""""" उतरा पानी* मंजर ख़ौफ़नाक।**... Hindi · हाइकु 2 421 Share मधुसूदन गौतम 23 Sep 2019 · 1 min read ताकत नोट की * ताकत नोटों की * ======================== रिश्तों का पैमाना क्या? जानता हूँ। दोस्तों का अपनापन 'पहचानता हूँ। नपता जीवन गांधी की, नापनी से। नोटों की है ताकत क्या? मानता हूँ।... Hindi · मुक्तक 3 245 Share मधुसूदन गौतम 23 Sep 2019 · 1 min read दिव्यमाला अंक 32 गतांक से आगे...... दिव्य कृष्ण लीला .... *********************************************** अघासुर प्रकरण ************************************************ अजगर के अंदर हलचल जब ,देखी तो सब जान गए। अजगर भेष अघासुर को ,कान्ह तुरत पहचान गए। जाकर... Hindi · गीत 3 4 435 Share मधुसूदन गौतम 22 Sep 2019 · 1 min read याद आते है चुनावो की करें चर्चा तो मंजर याद आते है। सड़क पर जोश में बच्चे ज़ुदा नारे लगाते है। बड़े नेता हमारे दर पे दौड़े दौड़े'आते है। चुनावो में ये मंजर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 242 Share मधुसूदन गौतम 22 Sep 2019 · 1 min read *पानी* ★मेरी बाढ़ कविता से एक मुक्तक★ ???????????? उतर पानी गया देखो, जगह सब जो भरा पानी। गई हो बाढ़ तो लेकिन ,गया ना आंख का पानी। अमीरों के घरों में... Hindi · मुक्तक 2 483 Share मधुसूदन गौतम 22 Sep 2019 · 1 min read दिव्यमाला (अंक 31) गतांक से आगे...... दिव्य कृष्ण लीला ....अंक 31 ************************************************* अघासुर प्रकरण *********************************************** चला अघासुर वृन्दावन में, जहँ पर गाय चराते थे। बीच बीच मे गोप ग्वाल सब,थोड़ा सा सुस्ताते थे।... Hindi · गीत 1 211 Share मधुसूदन गौतम 21 Sep 2019 · 1 min read दो बूँद दो बूंद गिरी थी पलकों से दोनों ही मुझको प्यारी थी। एक पड़ते ही फिसल गई। बहने की उसकी बारी थी। दूजी धरती में मगन हुई , उसकी जो गति... Hindi · कविता 1 2 470 Share Previous Page 3 Next