Bodhisatva kastooriya Language: Hindi 185 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Bodhisatva kastooriya 31 Oct 2024 · 1 min read दीपोत्सव दूर करो अंतस का तिमिर, प्रकाशमान करो अंधियारा! है आज मंगल दीपोत्सव , करो सफल मन उजियारा!! समुद्र मंथन से हुआ आगमन, हुए मगवन धन्वतरि अवतीर्ण! स्वास्थ्य,संतोष,समर्पण कलश है जीवन... Hindi · कविता · गीत 37 Share Bodhisatva kastooriya 28 Jul 2024 · 1 min read आत्मा जो आज गुज़रा तुम्हारे साथ,वो कल मेरे साथ गुजरा था! जिसका साया ही फकत उम्र की दहलीज़ पर बिखरा था!! उठते ही उसका साया,मैने अपने को कितना बूढा पाया था?... Hindi · कविता 101 Share Bodhisatva kastooriya 28 Jul 2024 · 1 min read सावन बरसाने में झम -झम बरस्यो पानी! किशोरी जू है गई श्याम दिवानी!! बृजमंडल में चर्चा फैल गई, राधारानी है गई प्रेम दीवानी! बरसाने में झम -झम बरस्यो पानी!! चोरी-चोरी मिलने... Hindi · कविता · गीतिका 1 61 Share Bodhisatva kastooriya 12 Jun 2024 · 1 min read कोलाहल इन सूनी आँखों मे अब पहले जैसी नींद कहाँ? जागा रातों जिसकी खातिर वो मनमीत कहाँ? स्याह रातों की गहराई अब मन को भाती है। डरने वाले नही हम और... Hindi · कविता 90 Share Bodhisatva kastooriya 31 May 2024 · 1 min read फसल बोई नही कोई अच्छी सी फसल मैने, उग आए खर-पतवार.तो सभालू कैसे? कश्ती जो तूफा मे ही ले निकल पडा, डूबने से बचू खुद,औरो को बचालू कैसे? मैने स्याह रातो... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका 2 79 Share Bodhisatva kastooriya 30 May 2024 · 1 min read विभजन हमको कोई क्या बांटेगा? हमने खुद को बंlटा है जाति, वर्ण,गोत्र,और उपजातियों में! अब कैसे पुनरमिलन हो बिन- वैवाहिक बंधन अंतरजातियों में? ब्राह्मण,वैश्य,क्षत्रिय,शूद्र भी बटे , पंजाबी,बंगाली,मराठी,गुजरातियो मैं!! देश बंटा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 110 Share Bodhisatva kastooriya 26 May 2024 · 1 min read ग्रहस्थी हर बार तुम्ही से पूछू क्या करना है? यह प्यार है फकत नही ये डरना है!! पूछो साडी मुझ पर कैसी लग रही? कहता हू'अच्छी!' मुझे क्या मरना है? यही... Hindi · कविता 1 96 Share Bodhisatva kastooriya 24 May 2024 · 1 min read भगवान बुद्ध ईच्छवाकु वंश महाराज शुद्धोधन और कोलीय वंशी राजकुमारी महामाया देवी से 563 ईसा पूर्व लुम्मुबिनी नेपाल मे उत्पन्न हुआ यशस्वी राजकुमार सिद्दार्थ! सात दिवस के अन्तराल मे माता का हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 83 Share Bodhisatva kastooriya 18 May 2024 · 1 min read गांव अबकी गर्मी गँ|व बिताई! कूलर-फ्रिज़ की याद न आई!! दिनचर्या कुछ ऐसी भाई, जीवन मे छाई अरुणाई !! अबकी गर्मी गँ|व बिताई! कोयल की जब दी कूक सुनाई, तज खटिया,मस्तक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share Bodhisatva kastooriya 18 May 2024 · 1 min read गांव अबकी गर्मी गँ|व बिताई! कूलर-फ्रिज़ की याद न आई!! दिनचर्या कुछ ऐसी भाई, जीवन मे छाई अरुणाई !! अबकी गर्मी गँ|व बिताई! कोयल की जब दी कूक सुनाई, तज खटिया,मस्तक... Hindi · कविता 109 Share Bodhisatva kastooriya 15 May 2024 · 1 min read वादा चलो करते है एक वादा,तुम्हे लुभाने के लिए! पर शर्त यह -मत कहना उसे निभाने के लिए!! न जाने किस किस से क्या क्या वादे मैने किए? सामने देखकर वादा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 113 Share Bodhisatva kastooriya 15 May 2024 · 1 min read वादा चलो करते है एक वादा,तुम्हे लुभाने के लिए! पर शर्त यह -मत कहना उसे निभाने के लिए!! न जाने किस किस से क्या क्या वादे मैने किए? सामने देखकर वादा... Hindi · ग़ज़ल 129 Share Bodhisatva kastooriya 15 May 2024 · 1 min read सृजन ग़ज़ल मैने प्रेम-मुहब्बत,नफरत और अदावत, की गज़ल लिखी,कुछ आशार लिखे है! कुछ पोथी मे बंद पडे है,कुछ सराहे गए, ऐसा कुछ जीवन का आधार लिखे है!! मैने नशीली चितवन पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 103 Share Bodhisatva kastooriya 15 May 2024 · 1 min read सृजन ग़ज़ल मैने प्रेम-मुहब्बत,नफरत और अदावत, की गज़ल लिखी,कुछ आशार लिखे है! कुछ पोथी मे बंद पडे है,कुछ सराहे गए, ऐसा कुछ जीवन का आधार लिखे है!! मैने नशीली चितवन पर... Hindi · कविता 78 Share Bodhisatva kastooriya 6 May 2024 · 1 min read सबका साथ गली गली में चर्चा है इस बात की! दो शहजादे मिल बैठे किस बात पर? इक कहता आओ साईकिल पर बैठो, दूजा कहता है मुहर लगेगी हाथ पर !! मतदाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 114 Share Bodhisatva kastooriya 4 May 2024 · 1 min read कन्या कन्या शब्द नहीं,आधार है ! बिन जिस अपूर्ण परिवार है!! सनातन संस्कृति में देवी है! संपूर्ण परिवार की ये सेवी है!! हंसते हंसते उत्तरदायित्व निर्वहन् पर कभी शिकन नहीं देखी... Poetry Writing Challenge-3 81 Share Bodhisatva kastooriya 4 May 2024 · 1 min read चांद शेर बदला है मिजाज़ फ़िज़ाओं का! आसlर बारिश के बनने लगे हैं!! जब से वो ख्वाबों में आने लगे, हम भी स्वप्न नए बुनने लगे हैं!! बदल रही है जिंदगी की... Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 113 Share Bodhisatva kastooriya 3 May 2024 · 1 min read आशार कुछ बंदिशे यूं ही बन गई, मेरी कलम तो खामोश थी! आवारगी सरेशाम खुलगई, बस तमन्नाये सरफरोश थी!! दर्द के हर मुकाम से गुज़र गया, हो तुझमें सलाहियत नया दर्द... Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 91 Share Bodhisatva kastooriya 3 May 2024 · 1 min read जवानी तुम चाहतों का समंदर सजाते रहे! हम बिला वजह आंसू बहाते रहे!! खामोश हो गई आवाज़ टकराकर! हम रेत के घरोंदे बनाते मिटाते रहे!! सैलाब समंदर का शांत कब हुआ?... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 93 Share Bodhisatva kastooriya 3 May 2024 · 1 min read सोने की चिड़िया जब तक सूरज चाँद रहेगा! 'सत्य सनातन' राज रहेगा!! इक योगी ने ली अंगड़ाई है! अभि तोआगे और लड़ाई है!! भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाना है! किसान मजदूर आगे लाना है!!... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 85 Share Bodhisatva kastooriya 3 May 2024 · 1 min read गर्भपात जो डर और दब कर जिया,वो कब जिया है? ज़हन में शिगूफा बैठाले,फख्र से जिंदगी जिएंगे! गर्भ में हम क्यों मरे, ऐसा हमने क्या किया है? कभी माँ, बहन और... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 131 Share Bodhisatva kastooriya 2 May 2024 · 1 min read अतीत तुम जो आए जिन्दगी मे. सोचा न था प्रीत हो जाएगी! जिन्दगी झँझावतो सी गर्म थी, सोचा न था शीत हो जाएगी!! गद्य और पद्य मे ही डूबा रहा, सोचा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share Bodhisatva kastooriya 2 May 2024 · 1 min read दिल के रिश्ते कभी किसी से दिल के रिश्ते जोडना नही! गर जुड भी जाए कभी,तो फिर तोडना नही!! जुडने से ज्यादा, टूटने से तकलीफ होती है! चेहरे से दिखे न दिखे,फिर भी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 96 Share Bodhisatva kastooriya 2 May 2024 · 1 min read चमन कभी किसी से दिल के रिश्ते जोडना नही! गर जुड भी जाए कभी,तो फिर तोडना नही!! जुडने से ज्यादा, टूटने से तकलीफ होती है! चेहरे से दिखे न दिखे,फिर भी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 75 Share Bodhisatva kastooriya 2 May 2024 · 1 min read चाहत न मै तुम्है खोना चाहता हू! न तुमसे दूर होना चाहता हू!! बस की जो तुमसे बेबफाई, शर्मिन्दगी से रोना चाहता हू!! आज इकरार तुमसे यह करता हू! दिल औ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 87 Share Bodhisatva kastooriya 2 May 2024 · 1 min read इंसान न मै तुम्है खोना चाहता हू! न तुमसे दूर होना चाहता हू!! बस की जो तुमसे बेबफाई, शर्मिन्दगी से रोना चाहता हू!! आज इकरार तुमसे यह करता हू! दिल औ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 132 Share Bodhisatva kastooriya 2 May 2024 · 1 min read विश्वास गर उसे मेरे ज़ज्बात का जो अहसास होता! वो मेरे नज़दीक होती, मै उसके पास होता!! ख्वाबो की तामीर,हम कुछ इस कदर बनाते, गिरने की आहट पर भी उसे न... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 91 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read कविता मेरे मन की पीर है कविता! जो तुझे करे अधीर है कविता!! कभी मन को सहला जाए, कभी घाव करे गंभीर है कविता!! कभी कल-कल बहती नदिया, कभी समन्दर का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 121 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read न्याय यात्रा सत्ता मद मे जो चूर रहे है सत्तर वर्षो तक ! धूल फँ|क रहे कश्मीर से कन्याकुमारी तक!! न्याय नही किया शोषित-पीडित.मजलूमो से! संसद मे प्रश्न प्रहर पलायन करते कब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 98 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read आप लद गये दिन वंशबाद की बेल के! आये भ्रष्टाचारियों के दिन जेल के!! सत्ता पाने को क्या हथकंडे अपनlते? अब खुले राज मदिरा नीति खेल के!! लोकपाल बिल 15 दिन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 109 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read सहधर्मनी पाकर साथ तुम्हारा हूं मैं अति सौभाग्यशाली! बीते गए वर्ष 32 नहीं कभी कोई गुफ्ता गाली!! सहपाठी-सहधर्मिणी सा साथ निभाया तुमने, तुम हो उपवन मेरा, मैं हूं बस उस्का माली!!... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 116 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read सनातन संस्कृति अपना अपना धर्म निभाओ, जन्म दिवस पर दीप जलाओ! केक काटने की प्रथा मिटाओ अंधकार मन से दूर भगाओ!! अपना अपनो के कल्याण हेतु दीप जला कर देव बुलाओ!! मोमबत्ती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 146 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read दिल के दरवाज़े मैने अपने दिल के दरवाजे तो खोल रखे है! राहगीर भी देख सकता है कौन-कौन रखे है? इस्तकबाल हर उस शख्स का जो साफगोई, चेहरे से नही,आज़माकर दोस्त-दुश्मन रखे है!!... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 101 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read ध्रुव तारा नभ मे तारे अगणित है,पर ध्रुव की बात निराली है ! अमावस्या या पूर्णमासी उसकी स्थिति स्थिर वाली है!! पर मानव ने उसको कभी अपना आदर्श नही माना, बदले संदर्भो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 147 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read जीवन यादगार पल! बीत गया जो कल! वापस नहीं आएगा, केवल छवियों का छल!! पर स्मृतियाँ जिन पर- अधिकार नहीं होगा कल!! छन भंगुर जीवन का, क्या है कोई स्थिर हल?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 127 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read होलिका दहन हिरण्यकश्यप अभिमानी स्वयं को दैव कहlता था,! पर उसके धर्मभीरु पुत्र प्रहलाद को को नहीं सुहाता था!! हिरण्यकश्यप की बहन होलिका अग्नि देव से वर पाया था! कभी अग्नि में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 72 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read प्रकट भये दीन दयाला चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी को अयोध्या में इच्छवाकु वंश महाराज दशरथ की पत्नी कौशल्या ने सुत जायो! भगवान विष्णु ने लियो सप्तम अवतार,लंकापति , ब्राह्मण श्रेष्ठ की आसुरी प्रवृत्तियों... Poetry Writing Challenge-3 · कुण्डलिया 1 93 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read जिंदगी मैने यू ही नही जिन्दगी के 72 साल बर्बाद किए! किसी को दिल से निकाला,कुछ को आबाद किए!! परिन्दो को कब तलक कैद करके पिजंडे मे रखते? जब तलक उनका... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 97 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read राजनीति राजनीती आज कितनी बदहवास हो गई! कर्मठ कर्मयोगी छोड गुडो की दास हो गई!! कुछ करते है केवल पैत्रक व्यवसाय की तरह! प्रजातंत्र बेमानी,उनके परिवार की खास हो गई!! प्रधान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read पृथ्वी दिवस इस पृथ्वी के हम सब ऋणी है! इसकी दक्षिणा क्या कभी गिनी है? देती है शुद्ध वायु,जल,फल-फूल, सुगंधित सुरम्य वातावरण धनी है!! बदले मे हम दे रहे मात्र उसे प्रदूषण!... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 111 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read पंचायती राज दिवस बूद बूद से भरे घडा, कयू तू अकेला खडा? एक और एक ग्यारह! पंचायती राज पौ बारह!! अपनी समस्या अपनो हल! जीवन भनो रहै सदा सरल!! कोर्ट कचहरी से निजात!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 120 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read राजनीति राजनीती आज कितनी बदहवास हो गई! कर्मठ कर्मयोगी छोड गुडो की दास हो गई!! कुछ करते है केवल पैत्रक व्यवसाय की तरह! प्रजातंत्र बेमानी,उनके परिवार की खास हो गई!! प्रधान... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 75 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read पृथ्वी दिवस इस पृथ्वी के हम सब ऋणी है! इसकी दक्षिणा क्या कभी गिनी है? देती है शुद्ध वायु,जल,फल-फूल, सुगंधित सुरम्य वातावरण धनी है!! बदले मे हम दे रहे मात्र उसे प्रदूषण!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 99 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read श्रमिक दिवस मई दिवस की हार्दिक शुभकामनाए! श्रमिक संताप से कुठित ममभावनाए!! आठ घंटे का मिलता है केवल वेतन! 10-12 घंटे कार्य करने की प्रताडनाए!! पँजीपति औ श्रम विभाग की साठगाठ, होती... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 80 Share Bodhisatva kastooriya 1 May 2024 · 1 min read अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस मई दिवस की हार्दिक शुभकामनाए! श्रमिक संताप से कुठित ममभावनाए!! आठ घंटे का मिलता है केवल वेतन! 10-12 घंटे कार्य करने की प्रताडनाए!! पँजीपति औ श्रम विभाग की साठगाठ, होती... Hindi · कविता 89 Share Bodhisatva kastooriya 30 Apr 2024 · 1 min read राजनीती राजनीती आज कितनी बदहवास हो गई! कर्मठ कर्मयोगी छोड गुडो की दास हो गई!! कुछ करते है केवल पैत्रक व्यवसाय की तरह! प्रजातंत्र बेमानी,उनके परिवार की खास हो गई!! प्रधान... Hindi · कविता 81 Share Bodhisatva kastooriya 22 Apr 2024 · 1 min read प्रदूषन इस पृथ्वी के हम सब ऋणी है! इसकी दक्षिणा क्या कभी गिनी है? देती है शुद्ध वायु,जल,फल-फूल, सुगंधित सुरम्य वातावरण धनी है!! बदले मे हम दे रहे मात्र उसे प्रदूषण!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 148 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read सहधर्मिणी पाकर साथ तुम्हारा हूं मैं अति सौभाग्यशाली! बीते गए वर्ष 32 नहीं कभी कोई गुफ्ता गाली!! सहपाठी-सहधर्मिणी सा साथ निभाया तुमने, तुम हो उपवन मेरा, मैं हूं बस उस्का माली!!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 139 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read कुर्सी अब हमे कही कोई पहचानता नही! क्या फर्क पडता ,कोई जानता नही? सब थी पद और कुर्सी की महिमा! लोग करते थे खुशामद,महानता नही!! दुनिया करती चमत्कार को नमस्कार! चमत्कार... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 91 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read दरवाज़े मैने अपने दिल के दरवाजे तो खोल रखे है! राहगीर भी देख सकता है कौन-कौन रखे है? इस्तकबाल हर उस शख्स का जो साफगोई, चेहरे से नही,आज़माकर दोस्त-दुश्मन रखे है!!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 93 Share Page 1 Next