Kanchan Alok Malu 122 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Kanchan Alok Malu 5 Apr 2023 · 1 min read मायका मायके की तो बात ही कुछ और होती है, मनपसंद खाने की हर रोज यहां मेहक मिलती है। झूले पे बैठे बैठे जहा चाय मिल जाती है, और जिम्मेदारियों की... Hindi 6 1 233 Share Kanchan Alok Malu 11 Nov 2022 · 1 min read बेटी दिलमें दुआएं ही दुआएं छाई है, मां लक्ष्मी बेटी बनकर घर आई है, आलोक कांचन की जिंदगी में नया एहसास भर लाई है, बड़े सौभाग्य से हमने आज बेटी पाई... Hindi 13 9 343 Share Kanchan Alok Malu 22 Jul 2022 · 1 min read नया पड़ाव। सुनो ना, हम अपने रिश्ते को जरा और खूबसूरत बनाते है, आने वाले कल के लिए हम थोड़ा दृढ़ बन जाते है। पंछियों के जेसे खुदका घोंसला बनाने की चाहत... Hindi 7 9 380 Share Kanchan Alok Malu 6 Jun 2022 · 1 min read समय । समय समय की बात है, कल रंक था वह आज राजा है। जिसने भी समय को पहचाना है, उसने अपनी किस्मत को बदलना जाना है l समय समय की बात... Hindi · कविता 9 9 1k Share Kanchan Alok Malu 3 May 2022 · 1 min read मोहब्बत हर दिन में तेरे खयालों में खो जाती हू। तेरे एक मुस्कुहुराहट पे में बस तेरी हो जाती हू। तेरी हर खामोशी को भी पढ़ पाती हू। तेरे हर खुशीमे... Hindi · कविता 8 6 514 Share Kanchan Alok Malu 21 Apr 2022 · 1 min read क्रिकेट आणि जीवन! जीवन जगणं खूप सोपं असतं, क्रिकेट च्या मैदानावर जस टॉस असतं..! कधीतरी आऊट व्ह्यायच असतं, नि कधीतरी शतक करायचं स्वप्न पहायचं असतं..! नशिबाला नो बॉल वर फ्री हिट समझायच असतं,... Marathi · कविता 3 1 256 Share Kanchan Alok Malu 27 Feb 2022 · 1 min read दीदी..! मनातच मी कधी हसते, नि क्षणभरात डोळे भरते, जेव्हा दीदी तू मला आठवते... लहानपणी केलेली ती मस्ती, नि भांडणातील खोटे खोटे रडणे, मात्र तुला नवीन कपडे आणले की मीच आधी... Marathi · कविता 7 2 325 Share Kanchan Alok Malu 7 Feb 2022 · 1 min read आशा जगाकडे सुखावून पाहायला लावणारी... आणि स्वतःला समाधान देणारी.. वाट चुकल्यानंतर स्वतःला सावरणारी.. नि प्रत्येक क्षणाला मनाची ढाल बनणारी.. हीच असते आशा नि त्या आशेची किरणे!! दुःखातही सुखाचा पाझर बनणारी.. नि... Marathi · कविता 6 3 347 Share Kanchan Alok Malu 17 Dec 2021 · 1 min read नारी। छोड़ दो वह कल की बाते,अब तो ये सब पे भारी है, दुर्गा, लक्ष्मी और चंडी का अवतार आज की नारी है। जंग मैदान की हो या संसार की ,... Hindi · कविता 12 11 712 Share Kanchan Alok Malu 17 Sep 2021 · 1 min read जीत। ना शस्त्र से ना ढाल से, डरना नहीं है तुझे किसी हाल से। हिम्मत से जीती जाती है जंग सभी, ना रुकना तू तूफानों से कभी। हर कदम रखना उम्मीद... Hindi · कविता 7 9 598 Share Kanchan Alok Malu 18 Apr 2021 · 2 min read निसर्ग मेरा मित्र प्रकृति भगवान की बनाई सबसे अद्भुत कलाकृति है जो उन्होने बहुमूल्य उपहार के रूप में प्रदान की है।निसर्ग और मानव की मित्रता यह एक अमूल्य धरोहर है, जो जीवन में... Hindi · लेख 7 7 5k Share Kanchan Alok Malu 8 Feb 2021 · 1 min read इजहार। सोचो, अगर तब तुम मुझसे इजहार ना करते, तो आज की ये रात हसीन कैसे होती? नशा तो यूंही चड़ना था हमें, पर वो नशे के बाद आपके साथ रेहनेका... Hindi · कविता 9 3 453 Share Kanchan Alok Malu 2 Dec 2020 · 1 min read रिश्ते.... रिश्ते तो यूं ही बन जाते हैं पर हर रिश्ता निभाना कैसे यह सीखा हमने आपसे। आपसे मुलाकात होने लगी जब से। हर दिन को हमेशा सजाना सीखा हमने तबसे।... Hindi · कविता 6 7 773 Share Kanchan Alok Malu 13 Oct 2020 · 1 min read तेरे बिन मै अधुरी रेह जाती हूं। तेरे बिन मै अधुरी रेह जाती हूं। जब तुझसे कुछ पल दूर चली जाती हूं। हर पल हर वक्त बस तूझे याद करती हूं, तू सामने ना होकर भी तूझे... Hindi · कविता 6 5 503 Share Kanchan Alok Malu 3 Sep 2020 · 1 min read रिश्ता तो हमारा है ना। गलती आपकी हो या मेरी पर रिश्ता तो हमारा है ना। कभी शिकायत है तो कभी चेहरे पर हंसी, मनाने के लिए खुद भी मुस्कुराओगे ना? क्योंकि गलती आपकी हो... Hindi · कविता 8 5 1k Share Kanchan Alok Malu 25 Aug 2020 · 1 min read सावन सावन की हरियालीमे है, एक नई उमंग। मै तो झूला झूल रही, मन में है एक नई तरंग।। बारिश की यह बुंदो सेे, मै होरही हूं मलंग। नई खुशीयों का... Hindi · कविता 6 3 799 Share Kanchan Alok Malu 20 Jun 2020 · 1 min read जिंदगी थोड़ासा रुक जा। क्यों बदल रही है जिंदगी, जरा सा रुक जा। नहीं संभाल पा रही मैं खुद को, थोड़ा सा थम जा। बहुत रास्ते चले हैं बस, इसलिए थोड़ा सहम जा। कल... Hindi · कविता 8 3 565 Share Kanchan Alok Malu 5 Jun 2020 · 4 min read परिवार के स्तंभ। प्रत्येक पुरुष के सफलता के पीछे नारी का हाथ होता है,और यह मानना भी उचित है कि हर नारी के सफलता के पीछे पुरुष का हाथ होता है। इसमें कोई... Hindi · लेख 4 5 1k Share Kanchan Alok Malu 22 May 2020 · 1 min read महिला सुरक्षा ,समाज सुरक्षा। महिला सुरक्षा ,समाज सुरक्षा। घर घर में लक्ष्मी बस्ती है, जब हर नारी घर की सुरक्षित होती है। जो रसोई में अन्नपूर्णा होती है, जिसकी आंखों में ममता होती है।... Hindi · कविता 7 5 957 Share Kanchan Alok Malu 11 May 2020 · 1 min read कोरोना कविता *कोरोना महामारी के वजह से,* *बंद है आज जगत सारा।* *मैंने तो इन दिनों में जान लिया,* *मेरा परिवार है सबसे प्यारा।* *साथ में योगा प्राणायाम करते,* *शुरू करते हम... Hindi · कविता 12 15 601 Share Kanchan Alok Malu 28 Apr 2020 · 2 min read घर की अर्थव्यस्थता को मजबूत करने मे हमारी सहभागीता। *"नारी, तू इस दुनिया में* *नया सवेरा लाएगी।* *जब आर्थिक संकटों में भी तू* *दुर्गा बनकर जीत जाएगी।"* किसी भी समय और किसी भी परिस्थिति में परिवार, समाज एवं देश... Hindi · लेख 10 9 379 Share Kanchan Alok Malu 27 Apr 2020 · 4 min read नैसर्गिक आपत्ती और हम नैसर्गिक आपदाएं वास्तव में हमारे नियंत्रण में नहीं है।लेकिन अगर हम अपने कार्यों को अनुशासित करते हैं और इस बात पर अधिक ध्यान देते हैं की वह हमारे पर्यावरण को... Hindi · लेख 10 9 2k Share Previous Page 3