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27 Feb 2022 · 1 min read

दीदी..!

मनातच मी कधी हसते,
नि क्षणभरात डोळे भरते,
जेव्हा दीदी तू मला आठवते…

लहानपणी केलेली ती मस्ती,
नि भांडणातील खोटे खोटे रडणे,
मात्र तुला नवीन कपडे आणले की मीच आधी ते वापरणे….
जुने अल्बम पाहून आज मन खूप भारावते,
जेव्हा दीदी तू मला आठवते….

कधी चूक झाली तर तुझ ते मोठ होऊन रागावणे,
माझ्या डोळ्यात अश्रू दिसताच मायेनं जवळ घेणे,
कधी कधी दमून गेले ना तर तू
मिठीत घेतलेले जाणवते,
जेव्हा दीदी तू मला आठवते….

आता मात्र तुझ्यासारख होण्याकरता मी नेहमीचं प्रयत्न करत राहते,
माझ्या प्रत्येक हसण्यात, रडण्यात, जगण्यात आणि माझ्या प्रत्येक क्षणात,
दीदी तू मला आठवते…….!
तू मला आठवते…..!!

Language: Marathi
7 Likes · 2 Comments · 285 Views
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