Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Mar 2023 · 1 min read

*हृदय की वेदना हर एक से कहना नहीं अच्छा (मुक्तक)*

हृदय की वेदना हर एक से कहना नहीं अच्छा (मुक्तक)
■■■■■■■■ ■■■ ■■■■■■■
हृदय की वेदना हर एक से कहना नहीं अच्छा
जहाँ पर प्रीति अनुपस्थित, वहाँ रहना नहीं अच्छा
करो अन्याय का प्रतिरोध, जितनी शक्ति है तुम में
व्यवस्था भेदभावों पर, टिकी सहना नहीं अच्छा
———————-–————————–
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

407 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
ले चल मुझे उस पार
ले चल मुझे उस पार
Satish Srijan
बहुत कीमती है पानी,
बहुत कीमती है पानी,
Anil Mishra Prahari
■ एक और शेर...
■ एक और शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
नया फरमान
नया फरमान
Shekhar Chandra Mitra
बूढ़ी माँ .....
बूढ़ी माँ .....
sushil sarna
जिन्दगी
जिन्दगी
Ashwini sharma
घृणा आंदोलन बन सकती है, तो प्रेम क्यों नहीं?
घृणा आंदोलन बन सकती है, तो प्रेम क्यों नहीं?
Dr MusafiR BaithA
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
पाती प्रभु को
पाती प्रभु को
Saraswati Bajpai
डोमिन ।
डोमिन ।
Acharya Rama Nand Mandal
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
Mahender Singh Manu
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
लम्हों की तितलियाँ
लम्हों की तितलियाँ
Karishma Shah
14. आवारा
14. आवारा
Rajeev Dutta
जब तक ईश्वर की इच्छा शक्ति न हो तब तक कोई भी व्यक्ति अपनी पह
जब तक ईश्वर की इच्छा शक्ति न हो तब तक कोई भी व्यक्ति अपनी पह
Shashi kala vyas
हमने उनकी मुस्कुराहटों की खातिर
हमने उनकी मुस्कुराहटों की खातिर
Harminder Kaur
बदलने को तो इन आंखों ने मंजर ही बदल डाले
बदलने को तो इन आंखों ने मंजर ही बदल डाले
हरवंश हृदय
कहां से कहां आ गए हम..!
कहां से कहां आ गए हम..!
Srishty Bansal
साहस है तो !
साहस है तो !
Ramswaroop Dinkar
2346.पूर्णिका
2346.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"तलाश"
Dr. Kishan tandon kranti
💐अज्ञात के प्रति-112💐
💐अज्ञात के प्रति-112💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तेरे बिन
तेरे बिन
Kamal Deependra Singh
*पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)*
*पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े  रखता है या
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े रखता है या
Utkarsh Dubey “Kokil”
राह देखेंगे तेरी इख़्तिताम की हद तक,
राह देखेंगे तेरी इख़्तिताम की हद तक,
Neelam Sharma
जीभर न मिलीं रोटियाँ, हमको तो दो जून
जीभर न मिलीं रोटियाँ, हमको तो दो जून
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आँसू
आँसू
जगदीश लववंशी
Loading...