जगदीश लववंशी 526 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next जगदीश लववंशी 26 Feb 2023 · 1 min read हम उनसे नहीं है भिन्न उनके बिना गुजर रहे है दिन, वो हमसे आजकल है खिन्न, उन्हें कौन यह बात समझाए, हम उनसे नहीं है कभी भिन्न, याद उन्हें करते है हर पल, मन में... Hindi 185 Share जगदीश लववंशी 20 Feb 2023 · 1 min read फिर भी करना है संघर्ष ! चाहे जीवन में कष्ट हो, खुशियां सारी नष्ट हो, अपने भी जब रुष्ट हो, तन नहीं हष्ट पुष्ट हो, फिर भी करना है संघर्ष, जीना है हमको लिए हर्ष, आएंगे... Hindi 1 306 Share जगदीश लववंशी 16 Feb 2023 · 1 min read कर ले कुछ बात होने को है रात, कर ले कुछ बात, फिर न खुलेंगे नयन, लाख करना तू जतन, बहुत हूं मैं परेशान, फिर भी लिए मुस्कान, करता हूं तेरा इंतजार, तू ही... Hindi 1 180 Share जगदीश लववंशी 14 Feb 2023 · 1 min read /// जीवन /// जीवन में बहुत मोड़ है, शूल भरे यहाँ के रोड़ है, सुख दुःख का जोड़ है, स्वार्थ की यहां दौड़ है, मतलब का मीठा जहर है, बरस रहा बन कहर... Hindi 2 333 Share जगदीश लववंशी 10 Feb 2023 · 1 min read कब किसके पूरे हुए, बिना संघर्ष ख्वाब। कब किसके पूरे हुए, बिना संघर्ष ख्वाब। सपनों से बनते नहीं, सफ़लता के नवाब।। ----- जेपीएल Quote Writer 176 Share जगदीश लववंशी 8 Feb 2023 · 1 min read अब सुनता कौन है ईश्वर तेरे जगत के, बड़े निराले खेल। खूब पनपता झूठ है, सूखे सच की बेल।। सीख लिया रहना यहां, धारण कर के मौन। सच के मीठे बोल को, अब सुनता... Hindi 217 Share जगदीश लववंशी 1 Feb 2023 · 1 min read आँसू तन में जब पीड़ा हुई, मन में उठी पुकार। आंखों की तुम राह से, बहने लगते यार।। सुख हो या फिर दुःख हो, तुम न छोड़ते साथ। मेरे नयनों में... Hindi 1 223 Share जगदीश लववंशी 30 Jan 2023 · 1 min read उठ जाओ भोर हुई... उठ जाओ भोर हुई, जग में हुई हलचल। कोई तुम्हे याद करें, जीवन में पल पल।। रवि भी ले रथ चला, पंछी लगे चहचहाने। आओ देखें यह नजारे, लग रहे... Hindi 1 344 Share जगदीश लववंशी 28 Jan 2023 · 1 min read रात है यह काली रात है यह काली, और नैन बरस रहे। सत्य सुनने को नहीं खाली, हम कहने को तरस रहे।। आग लगा कर वो हंसते है, और हम खा रहे है गाली।... Hindi 1 212 Share जगदीश लववंशी 24 Jan 2023 · 1 min read जीवन अनमोल है। गहन वन में खड़ा हूं अकेला, दिख नहीं रही है भोर की बेला, चारों तरफ कैसा यह विष फैला, प्रेम स्नेह का नहीं जग में मेला, जब अपने भी हो... Hindi 3 240 Share जगदीश लववंशी 10 Jan 2023 · 1 min read जंगल की सैर हम सब मिलकर फिर चले, करने जंगल सैर। पंछी कलरव कर रहे, बतख रही है तैर।। देखी हम सबने नई, भारत की तस्वीर। पशु पक्षी जंगल सड़क, देखा बहता नीर।।... Hindi 1 458 Share जगदीश लववंशी 31 Dec 2022 · 1 min read नई सुबह नव वर्ष की नई सुबह नव वर्ष की, लेकर आए हर्ष। बीते खुशियों से भरा, आने वाला वर्ष।। अपने अपने रंग में, रंगा यह नव वर्ष। डूबा सारा जगत है, मना रहा है... Hindi 4 2 327 Share जगदीश लववंशी 20 Dec 2022 · 1 min read बोली है अनमोल सोच समझकर बोलिए, बोली है अनमोल। मीठे मीठे बोल से , सदा अमृत रस घोल।। जीवन में भरते नहीं, कटु बोली के घाव। सोच समझकर बोलिए, तुम बोली के भाव।।... Hindi 1 192 Share जगदीश लववंशी 10 Dec 2022 · 1 min read भोजन अपने हाथ का भोजन अपने हाथ का, देता बहुत सुकून। बन जाता भोजन सदा, होना एक जुनून।। भोजन अपने हाथ का, खाकर रहें निरोग। रूखा सूखा भी लगे, जैसे छप्पन भोग।। भोजन अपने... Hindi 1 145 Share जगदीश लववंशी 25 Nov 2022 · 1 min read सुबह - सुबह की सैर सुबह - सुबह की सैर से, मिलता है आनंद। आलस तन का भागता, मन होता स्वच्छंद।। शुद्ध हवा हमको मिले, तन मन रहे निरोग। जब नियमित व्यायाम हो ,आए कभी... Hindi 1 84 Share जगदीश लववंशी 19 Nov 2022 · 1 min read गांव चलिए जरुर !!!! गांव चलिए जरुर !!!! मिलती रोटी बाजरा, लहसुन चटनी संग। स्वाद बड़ा अनमोल है, मन में भरे उमंग ।। आम नीम बरगद लगे, पीपल और खजूर। पग पग पर... Hindi 1 148 Share जगदीश लववंशी 10 Nov 2022 · 1 min read हर युग में जय जय कार सुंदर छवि श्री राम की, रग रग में श्री राम। राम नाम पल पल भजूं, बोलो जय श्री राम।। धनुष बाण है हाथ में, कंधे पर तूणीर । बैठे प्रभु... Hindi 2 164 Share जगदीश लववंशी 7 Nov 2022 · 1 min read मन को भाए है प्रभु इतना कीजिए, सुखमय हो संसार। किसी आंख में फिर बहे, कभी न अश्रु की धार।। देख दृश्य संसार का, मन होता बेहाल। रोज हो रहे हादसे, आती मौत... Hindi 3 109 Share जगदीश लववंशी 5 Nov 2022 · 1 min read आओ प्रेम से मुस्कुराए आना जाना चलता रहता, यह जीवन पानी सम बहता, आज यहाँ कल वहाँ, यही रीत, बढ़ते रहो यही जग कहता, सुख दुःख तो आते जाते है, कभी हँसी कभी खुशी... Hindi 2 128 Share जगदीश लववंशी 22 Oct 2022 · 1 min read धन तेरस समुद्र मंथन जब हुआ, प्रकटे धनवंतरी भगवान। हाथों में ले अमृत कलश, चिकित्सा का दिया वरदान।। पावन माह था कार्तिक का, तिथि थी कृष्ण त्रयोदशी । तब से शुरू धन... Hindi 3 194 Share जगदीश लववंशी 5 Oct 2022 · 1 min read विजय पर्व है दशहरा विजय पर्व है दशहरा, खुशियों का त्यौहार। जीत धर्म की है सदा, जाता अधर्म हार।। जिसने भाई से रखा, सदा कपट का जाल। ऐसे जन का जानिए, रावण जैसा हाल।।... Hindi 2 2 194 Share जगदीश लववंशी 1 Oct 2022 · 1 min read !!!!!! नवरात्रि का त्यौहार !!!!! आया है नवरात्रि का, यह पावन त्यौहार। धूम धाम चहुँओर है, गूंज रहे जय कार।। जगमग करती रोशनी, शंख ध्वनि का तेज। माता सिंह सवार है, जगमग करती सेज।। नौ... Hindi 1 435 Share जगदीश लववंशी 25 Sep 2022 · 1 min read बेटी से मुस्कान है... बेटी मेरा मान है, बेटी ही सम्मान। बेटी से संसार है, बेटी से मुस्कान।। बेटी लक्ष्मी रूप है, बेटी है वरदान। बेटी देती है सदा, जीवन में पहचान।। बेटी खुशियों... Hindi 2 399 Share जगदीश लववंशी 14 Sep 2022 · 1 min read हिंदी का गुणगान हिंदी भाषा मधुर है, जिसमे प्रेम अपार। सागर जैसा झलकता, शब्दों का भंडार।। हिंदी सुधा समान है, करती दूर अज्ञान। हर दिल में हिंदी बसी, हिंदी है वरदान।। हिंदी मेरा... Hindi 2 395 Share जगदीश लववंशी 4 Sep 2022 · 3 min read !!!! मेरे शिक्षक !!! !!!! मेरे शिक्षक !!! माता,पिता और परिवार जन के बाद जिन्होंने हमे अक्षर ज्ञान कराया, अनुशासन सिखाया, वो हमारे शिक्षक है। आज उन्ही देव तुल्य शिक्षकों के आशीर्वाद से हम... Hindi 2 2 283 Share जगदीश लववंशी 4 Sep 2022 · 1 min read काम का बोझ बोझ काम का बढ़ रहा, होती रोज थकान। बीत गए दिन बहुत से, बिन देखें मुस्कान।। नित नित पड़ती डांट है, चाहे कर लो काम। काम ख़त्म होता नहीं, हो... Hindi 3 566 Share जगदीश लववंशी 1 Sep 2022 · 1 min read श्री गणेशाय नमः प्रथम पूज्य है देवता, नमन करें संसार। हर बाधा दूर करते, भरे ज्ञान भंडार।। जयति जयति जय हो गजानन, शुभकर्ता दुःख हर्ता गौरी नंदन, रिद्धि सिद्धि बुद्धि के हो दाता,... Hindi 5 2 446 Share जगदीश लववंशी 28 Aug 2022 · 1 min read फिर भी नदियां बहती है कितना कुछ सहती है, फिर भी नदियां बहती है, देती है हम सबको जीवन, भुलाकर सब अपना दोहन, खोद डाला हमने उनका सीना, रेत मिट्टी कंकड़ सब कुछ छीना, फिर... Hindi 3 217 Share जगदीश लववंशी 27 Aug 2022 · 1 min read तेरे बिना सूनी लगती राहें तेरे बिना सूनी लगती राहें, तुझको ही ढूंढती निगाहें, अधूरी अधूरी सारी चाहते, तुझे ही रब से हम मांगते, तुझसे ही है मेरा सबेरा, तुझमे ही है मेरा बसेरा, खुशियां... Hindi 2 239 Share जगदीश लववंशी 21 Aug 2022 · 1 min read मित्र मिलन जब भी हम मिलते है, दिल खोलकर हंसते। बचपन के दिन याद कर, बचपन में फिर विचरते।। कितना समय गुजर गया, फिर भी लगते हम बच्चे। जब मिलकर बाते होती,... Hindi 1 338 Share जगदीश लववंशी 16 Aug 2022 · 1 min read पेड़ पौधों के बीच में पेड़ पौधों के बीच में, आए हम जंगल पार। चुराकर कुछ लम्हें, लाए मस्ती अपार।। बारिश की बूंदे गिरती, रिमझिम हुआ सावन। उछल कूद करते सभी, होकर आनंद मगन।। देखें... Hindi 3 261 Share जगदीश लववंशी 12 Aug 2022 · 1 min read आया रक्षा बंधन आया रक्षा बंधन त्योहार, सज गए है सब बाज़ार, रंग बिरंगी कितनी प्यारी, देखो राखी बहुत सारी, खरीद रही है सभी बहने, पहन कर वो सुंदर गहने, खाली रहें न... Hindi 2 267 Share जगदीश लववंशी 7 Aug 2022 · 1 min read मित्र सुख दुःख में साथ खड़ा, देता तन मन से सहयोग। जब कोई राह न दिखती, मित्र बनाता सुखद संयोग।। जिसके साथ हम भूल जाए, घर परिवार की सब उलझन। कुछ... Hindi 2 1 211 Share जगदीश लववंशी 30 Jul 2022 · 1 min read आओ हम पेड़ लगाए, हरियाली के गीत गाए आओ हम पेड़ लगाए, हरियाली के गीत गाए, हरियाली हर मन को भाती, छोटे बड़े सबको खूब सुहाती, हरियाली से आती खुशहाली, कोई कोना रहे न फिर खाली, कब होगा... Hindi · Poem 1 210 Share जगदीश लववंशी 16 Jul 2022 · 1 min read मां के तट पर मां रेवा के तट पर, मिले शांति सुकून। जब बैठूं मां के पास, मन में खिले प्रसून।। रोज लगी भाग दौड़, खत्म न होता काम। बीत रही है तेरी मेरी,... Hindi 1 275 Share जगदीश लववंशी 20 Jun 2022 · 1 min read जीवन साथी जीवन के सफर में, साथ मिला तुम्हारा। घर में खुशियाँ आई, चहके आँगन हमारा।। जब से थामा हाथ, जीवन पथ हुआ सरल। हँसते हँसाते दिन बीते, यादगार बने हर पल।।... Hindi · कविता 2 1 378 Share जगदीश लववंशी 10 Jun 2022 · 1 min read मन को मत हारने दो संकट कितना बड़ा हो, चाहे जिद पर अड़ा हो, मन को मत हारने दो, जीत उसी की जो लड़ा हो, समय के साथ चलना है, नहीं किसी को छलना है,... Hindi · मुक्तक 3 1 450 Share जगदीश लववंशी 9 Jun 2022 · 1 min read मंदिर सुबह शाम मंदिर चले, लेने प्रभु का नाम। जीवन होगा धन्य है, बन जायेंगे काम।। थोड़ा - थोड़ा समय दे, करें ईश गुणगान। मन की पीड़ा सब मिटे, बनी रहे... Hindi · दोहा 1 221 Share जगदीश लववंशी 3 May 2022 · 1 min read अपने मन की मान अपने मन की मान, मत रख कच्चे कान, सत्य असत्य पहचान, अपने पराये को जान, छोड़ चलना भेड़ चाल, अपनी राह खुद निकाल, अपने कदम तू संभाल, जला ले ज्ञान... Hindi · कविता 1 338 Share जगदीश लववंशी 19 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता मेरे भगवान है ------------------------------------------------- मेरे पिता मेरे भगवान है, इन लबो की वो मुस्कान है, यह जीवन उनका वरदान है, उनके चरणों में मेरा जहान है, हृदय में सदा वो बसते है, मेरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 6 266 Share जगदीश लववंशी 2 Apr 2022 · 1 min read चैत्र मास आया है चैत्र मास, है पावन और खास, महीना है यह प्रथम, हर लेता है सारा तम, फसले हुई सब तैयार, भर गए अन्न से भंडार, हो रही जय जय... Hindi · कविता 368 Share जगदीश लववंशी 22 Mar 2022 · 1 min read मित्रों का साथ जब मित्र हो संग। खिल जाते नवरंग।। प्रसन्न हो जाता मन। पतझड़ लगे सावन।। हर पल बने सुहाना। मौसम होता मस्ताना।। जब मिल जाते है यार। खास हो जाता त्यौहार।।... Hindi · कविता 353 Share जगदीश लववंशी 18 Mar 2022 · 1 min read होली का पावन पर्व ------------------------------------------------------- होती है जय सत्य की, अटल सत्य यह जान। भक्तो के रक्षक सदा, होते है भगवान।। दहन हुआ है होलिका, बचें रहें प्रहलाद। देख दृश्य यह सब करें, खुशियों... Hindi · दोहा 1 422 Share जगदीश लववंशी 15 Mar 2022 · 1 min read ईश्वर सर्व समर्थ कहीं ख़ुशी कहीं गम, यह जीवन का खेल। कभी बिछड़ना होता, और कभी बनता मेल।। कभी होंठो पर हँसी, कभी होते नम नैन। कभी आनंद अपार, कभी मन होता बेचैन।।... Hindi · कविता 223 Share जगदीश लववंशी 13 Mar 2022 · 1 min read रिश्ता तेरा मेरा यह रिश्ता, बड़ा ही है गहरा। खुशियाँ समाए न, जब देखूँ तेरा चेहरा।। पास तेरे यूँ बैठकर, मिलता बहुत सुकून। मन के इस मंदिर में, खिल जाते है... Hindi · कविता 2 447 Share जगदीश लववंशी 7 Mar 2022 · 1 min read पेड़ो से ही अपना जीवन पेड़ो से ही अपना जीवन, मत करो इनका तुम दोहन, तपती धरती कटते जंगल, बोलो कैसे हो फिर मंगल, घुमड़ - घुमड़ मेघ आते, बिन बरसे ही रह जाते, नित... Hindi · कविता 201 Share जगदीश लववंशी 1 Mar 2022 · 1 min read आओ फिर से धरा सजाए आओ फिर से धरा सजाए, मिलकर हम पेड़ लगाए, शुद्ध हवा मिलेगी भरपूर, यह कर्तव्य निभाए जरूर, छूट न जाए अब कोई छोर, सुखद होगा आने वाला दौर, पेड़ो से... Hindi · कविता 1 221 Share जगदीश लववंशी 20 Feb 2022 · 1 min read सुबह सुबह की सैर सुबह - सुबह की हवा, लगती है जैसे हो दवा, जब तन से टकराती, मुझको बहुत सुहाती, नींद आलस्य सब हरती, मन में ताजगी भरती, दिन सुहाना बन जाता, काम... Hindi · कविता 1 326 Share जगदीश लववंशी 19 Feb 2022 · 1 min read सब अच्छा होता है !!! सब अच्छा होता है !!! ---------------------------------------------------- प्रेम से जब कोई बोले, अंतर्मन के वो द्वार खोले, संबंध हृदय से जुड़ जाता, खुशियाँ फिर नवरस घोले, जीवन बन जाता खुशहाल,... Hindi · कविता 234 Share जगदीश लववंशी 3 Feb 2022 · 1 min read मुझको बचपन फिर दिखता !!! मुझको बचपन फिर दिखता !!! एक सुंदर सलोना था गाँव, जहाँ पेड़ पौधों की थी छाँव, पगदंडियो का था वो जमाना, प्रेम स्नेह हीं था बस कमाना, हरियाली बहुत... Hindi · कविता 1 220 Share Previous Page 2 Next