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हे निरीह प्राणी तू चाहता क्या है?
हे निरीह प्राणी तू चाहता क्या है?
Jaikrishan Uniyal
रक्षा सूत्र से रक्षा बंधन तक, का पड़ाव!!
रक्षा सूत्र से रक्षा बंधन तक, का पड़ाव!!
Jaikrishan Uniyal
स हा रा !!
स हा रा !!
Jaikrishan Uniyal
मोदी-जिनपिंग वार्ता!! एक काल्पनिक आधार!?
मोदी-जिनपिंग वार्ता!! एक काल्पनिक आधार!?
Jaikrishan Uniyal
इंच भर!!
इंच भर!!
Jaikrishan Uniyal
.................. शोषण!!
.................. शोषण!!
Jaikrishan Uniyal
................................मंडियां!!
................................मंडियां!!
Jaikrishan Uniyal
..................... करवट!!
..................... करवट!!
Jaikrishan Uniyal
एनकाउंटर!!
एनकाउंटर!!
Jaikrishan Uniyal
अब आ भी जाओ तुम अवतारी!
अब आ भी जाओ तुम अवतारी!
Jaikrishan Uniyal
नित बढ़ रहें हैं जिनके दाम! डीजल पैट्रोल हैं इनके नाम!!
नित बढ़ रहें हैं जिनके दाम! डीजल पैट्रोल हैं इनके नाम!!
Jaikrishan Uniyal
कोरोना को भगाने के लिए, आत्मबल का संबल चाहिए!!
कोरोना को भगाने के लिए, आत्मबल का संबल चाहिए!!
Jaikrishan Uniyal
चीन के चक्कर में चल पड़ी चिक-चिक!
चीन के चक्कर में चल पड़ी चिक-चिक!
Jaikrishan Uniyal
मित्रों नेक सलाह पर ध्यान धरो!!
मित्रों नेक सलाह पर ध्यान धरो!!
Jaikrishan Uniyal
जिसे पलकों पर बिठाया ,वहीं काट खाने को आया!!
जिसे पलकों पर बिठाया ,वहीं काट खाने को आया!!
Jaikrishan Uniyal
मनरेगा का अर्थ शास्त्र!!
मनरेगा का अर्थ शास्त्र!!
Jaikrishan Uniyal
पड़ोसी की अहमियत!!
पड़ोसी की अहमियत!!
Jaikrishan Uniyal
कोरोना काल की हवाई यात्रा संस्मरण!!
कोरोना काल की हवाई यात्रा संस्मरण!!
Jaikrishan Uniyal
अपनी छत!
अपनी छत!
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जीवन जीना सबकी जरूरत है!!
जीवन जीना सबकी जरूरत है!!
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उडान
उडान
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न जांण कख पैट्यां छ?
न जांण कख पैट्यां छ?
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आत्महत्या की नौबत क्यों आए?
आत्महत्या की नौबत क्यों आए?
Jaikrishan Uniyal
धैर्य! नहीं दिखाया?
धैर्य! नहीं दिखाया?
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उथल-पुथल!!
उथल-पुथल!!
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बेबसी ही हर मुसीबत की जड़ है!!भाग एक।
बेबसी ही हर मुसीबत की जड़ है!!भाग एक।
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जो कहर बनकर आया है,! वह अवसर बनकर जाएगा?
जो कहर बनकर आया है,! वह अवसर बनकर जाएगा?
Jaikrishan Uniyal
हम स्वार्थ से वशीभूत हैं!
हम स्वार्थ से वशीभूत हैं!
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ज्योति!!
ज्योति!!
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कोरोना अप डेट!!
कोरोना अप डेट!!
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चुक हुई है तो, स्वीकारते क्यों नहीं?
चुक हुई है तो, स्वीकारते क्यों नहीं?
Jaikrishan Uniyal
बेबसी हार गयी !व्यवस्था मार गयी!!
बेबसी हार गयी !व्यवस्था मार गयी!!
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यह सियासत नही तो और क्या है?
यह सियासत नही तो और क्या है?
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एक लाख पार!!
एक लाख पार!!
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शब्दों से श्रद्धांजलि!!
शब्दों से श्रद्धांजलि!!
Jaikrishan Uniyal
सीखना होगा !हमें इन सब से सीखना होगा!!
सीखना होगा !हमें इन सब से सीखना होगा!!
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राहत में आम आदमी कहां पर है?
राहत में आम आदमी कहां पर है?
Jaikrishan Uniyal
तो ये राहत है?
तो ये राहत है?
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पराधिनता का बोध भाव!!
पराधिनता का बोध भाव!!
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लाचार किसान!क्या है समाधान?
लाचार किसान!क्या है समाधान?
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पाप की हांडी! फूटने को भरी है!!
पाप की हांडी! फूटने को भरी है!!
Jaikrishan Uniyal
पांडवों का गृहस्थी जीवन!उत्कर्ष एवं पराभव। शेष भाग
पांडवों का गृहस्थी जीवन!उत्कर्ष एवं पराभव। शेष भाग
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पांडवों का गृहस्थी जीवन!उत्सर्ग एवं पराभव।।
पांडवों का गृहस्थी जीवन!उत्सर्ग एवं पराभव।।
Jaikrishan Uniyal
पांडवों की युवावस्था/किशोरावस्था!!
पांडवों की युवावस्था/किशोरावस्था!!
Jaikrishan Uniyal
पांडव गाथा। शैशव काल
पांडव गाथा। शैशव काल
Jaikrishan Uniyal
मुझ जैसा कोई देवव्रत होता।
मुझ जैसा कोई देवव्रत होता।
Jaikrishan Uniyal
देवव्रत से भीष्म पितामह तक। शेष भाग के अंश
देवव्रत से भीष्म पितामह तक। शेष भाग के अंश
Jaikrishan Uniyal
देवव्रत से भीष्म पितामह तक।
देवव्रत से भीष्म पितामह तक।
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महाभारत का सूत्रधार ।
महाभारत का सूत्रधार ।
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दानवीर कर्ण।।
दानवीर कर्ण।।
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