Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 May 2020 · 2 min read

पांडव गाथा। शैशव काल

पांडू पुत्रों की यह गाथा,
राज कुल में जन्म है पाया।
भरत वंश के यह वाहक,
कुल दीपक यह ,कुल के नायक।
कुंन्ती पुत्र इनका परिचय,
अनिश्चय का कारण बन कर रह गये।
पिता के स्नेह से वंचित हो गए।
पांडू राज को काल ने घेरा,
कुंन्ती पुत्रों पर मुसिबतों का डेरा।
धृतराष्ट्र को यह नहीं भाते हैं,
अपने पुत्रों के मोह में फंसे जाते हैं।
पाठशाला में सब साथ पढ़ते थे,
कृपा चार्य के संरक्षण में रहते थे।
दुर्योधन इनसे बैर भाव रखता है,
भीम से लडता रहता है।
युधिष्ठिर भीम को समझाते,
ज्येष्ठ पिता के पुत्र हैं यह,
और अपने अनुज भ्रात हैं।
शैक्षिक शिक्षा जब पुर्ण कर डाली,
तो अब शस्त्र शिक्षा पाने को थी बाकी।
शस्त्र शिक्षा को आचार्य द्रोण वहां आए
शस्त्र विद्या में निपुण बनाए।
भीम दुर्योधन में प्रतिस्पर्धा है,
गद्दा अस्त्र इनकी विधा है।
अर्जुन को धनुष बाण प्यारा है,
द्रौणाचार्य का यह शिष्य दुलारा है।
युधिष्ठिर ने भाले पर मन लगाया है,
नकुल सहदेव ने खड़क विधा पर जोर लगाया है।
दुर्योधन के अनुजों में दुशासन उसका साया है,
उसने भी सभी विधाओं का ज्ञान पाया।
गुरुकुल से शिक्षा ग्रहण कर आए,
अब परिक्षा के सम्मुख बुला कर लाए।
अपने अपने कौशल का प्रदर्शन करते रहे,
अपने कौशल से सबको अभिभूत करते रहे।
किन्तु दुर्योधन ने भीम से गद्दा युद्ध कर डाला,
शिक्षकों सहित परिजनों को चिंता में डाला।
इधर अर्जुन ने धनुष विधा के दर्शन कराए,
उधर कर्ण उन्हें चुनौती देने को आए।
अर्जुन ने चुनौती को स्वीकार किया था,
लेकिन कुल गुरु ने बिना परिचय दिए नकार दिया था।
कर्ण ने अपने परिचय में सुनाया,
अधिरथ राधेय पुत्र स्वयम को बताया।
राज कुल का नाम नहीं होने पर,
उसकी चुनौती को अस्वीकार कर दिया।
तभी दुर्योधन ने पाशा फेंक कर,
कर्ण को अंग प्रदेश का राज दिया।
कर्ण ने भी बिना विचारे इसे अंगीकार किया,
और दुर्योधन को मित्रता का उपहार दिया।
पांडवों का शैशव काल यहां समाप्त हुआ,
और अब उन्होंने युवा अवस्था में प्रवेश किया।।
‌। ‌। ‌शेष वृतांत युवावस्था में।

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 417 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Jaikrishan Uniyal
View all
You may also like:
क्या देखा है मैंने तुझमें?....
क्या देखा है मैंने तुझमें?....
Amit Pathak
ज़िंदगी उससे है मेरी, वो मेरा दिलबर रहे।
ज़िंदगी उससे है मेरी, वो मेरा दिलबर रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
आज फिर किसी की बातों ने बहकाया है मुझे,
आज फिर किसी की बातों ने बहकाया है मुझे,
Vishal babu (vishu)
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
Ajay Mishra
जीवन के रास्ते हैं अनगिनत, मौका है जीने का हर पल को जीने का।
जीवन के रास्ते हैं अनगिनत, मौका है जीने का हर पल को जीने का।
पूर्वार्थ
अच्छाई बनाम बुराई :- [ अच्छाई का फल ]
अच्छाई बनाम बुराई :- [ अच्छाई का फल ]
Surya Barman
2549.पूर्णिका
2549.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
साहित्य गौरव
अपने अपने युद्ध।
अपने अपने युद्ध।
Lokesh Singh
फुटपाथ
फुटपाथ
Prakash Chandra
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जीवन के दिन चार थे, तीन हुआ बेकार।
जीवन के दिन चार थे, तीन हुआ बेकार।
Manoj Mahato
अंतस का तम मिट जाए
अंतस का तम मिट जाए
Shweta Soni
घाटे का सौदा
घाटे का सौदा
विनोद सिल्ला
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
कवि दीपक बवेजा
अपनों के अपनेपन का अहसास
अपनों के अपनेपन का अहसास
Harminder Kaur
कठिन समय रहता नहीं
कठिन समय रहता नहीं
Atul "Krishn"
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
एक बात तो,पक्की होती है मेरी,
एक बात तो,पक्की होती है मेरी,
Dr. Man Mohan Krishna
कमज़ोर सा एक लम्हा
कमज़ोर सा एक लम्हा
Surinder blackpen
#जी_का_जंजाल
#जी_का_जंजाल
*Author प्रणय प्रभात*
नैतिकता ज़रूरत है वक़्त की
नैतिकता ज़रूरत है वक़्त की
Dr fauzia Naseem shad
हर तरफ खामोशी क्यों है
हर तरफ खामोशी क्यों है
VINOD CHAUHAN
💐प्रेम कौतुक-331💐
💐प्रेम कौतुक-331💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक मैं हूँ, जो प्रेम-वियोग में टूट चुका हूँ 💔
एक मैं हूँ, जो प्रेम-वियोग में टूट चुका हूँ 💔
The_dk_poetry
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
Neeraj Agarwal
" शिक्षक "
Pushpraj Anant
मूर्दों की बस्ती
मूर्दों की बस्ती
Shekhar Chandra Mitra
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...